सीबीआई को दवाब में लेने का हित निहित है ..! क्या इन आत्महत्याओं के पीछे भी कुछ रहस्य है ...?


- अरविन्द सिसोदिया 
       तमिलनाडु में महत्वपूर्ण जानकारी रखनें वाले की आत्महत्या और हत्या का पता नहीं चलता ..., बड़े राज वालों की हत्या बड़ी खूबसूरती से की जाती है ..! आप पंखे पर झूलो या झुलाये  जाओ क्या पता ...! सुसाइड नोट उसने लिखा  या लिखवाया पता नहीं ...! फिर सत्ता रूढ़ दल कोई सच्चाई बहार आने नहीं देगा ..! इसके पीछे यह तो स्पष्ट है की सीबीआई को दवाब में लेने का हित निहित है ..!
       स्व. राजीव गांधी की हत्या से जुडी  मूल हत्यारी तनु  की मौत तो राजीवजी के साथ ही हो गई थी, मगर इस षड्यंत्र के कथित सरगना शिवरसन  ने शुभ्रा एवं अन्य पांच के साथ बेंगलोर में आत्महत्या की थी , उन्हें आत्म हत्या का पूरा समय दिया गया ...! अन्य आरोपी षणमुखम ने भी आत्म हत्या करली ...! एक  अन्य आरोपी मुत्तुराजा श्री लंका नौसेना से मुठभेड़ में मारा गया , डिक्सन , कान्तंन  , किशोर और गुणा ने पोटेशियम सायनाइड  के  केपसूल खा कर आत्महत्या करली ..! क्या इन आत्महत्याओं के पीछे भी कुछ रहस्य है ...?
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खबर एक 
2जी मामले के आरोपी पूर्व टेलीकॉम मंत्री ए राजा के सहयोगी सादिक बाचा ने की आत्महत्या 
16 मार्च 2011
सीएनबीसी आवाज़
2जी मामले में आज एक नया मोड़ आ गया है। पूर्व टेलीकॉम मंत्री ए राजा के सहयोगी सादिक बाचा ने आत्महत्या कर ली है। सादिक बाचा चेन्नई के बिजनेसमैन थे और रियल्टी कंपनी / निर्यात कंपनी  ग्रीनहाउस प्रोमोटर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर थे। उनसे टेलीकॉम घोटाले के सिलसिले में सीबीआई ने पूछताछ भी की थी। ए राजा की पत्नी सादिक बाचा की कंपनी ग्रीनहाउस प्रोमोटर्स में डायरेक्टर थी। माना जा रहा है कि सादिक बाचा, ए राजा के बहुत ही खास थे और उनसे 2जी घोटाले में अहम जानकारियां मिल सकती थी। सीबीआई ने 2जी मामले में सादिक बाचा से पूछताछ भी की थी और उनके घर पर छापे भी पड़े थे। हालांकि सादिक बाचा पर अभी तक कोई आरोप साबित नहीं हुआ था लेकिन उन पर आरोप था कि उन्होंने 2004 में 2जी स्पेक्ट्रम के पैसे डाइवर्ट करने के लिए अपनी कंपनी खोली थी।
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खबर दो 
 जयललिता  ने सादिक बाचा की आत्महत्या पर उठाये सवाल 
चेन्नई। 2जी घोटाले मामले में पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री ए. राजा के निकटतम सादिक बाचा ने चेन्नई स्थित अपने में आत्महत्या कर ली है। इस मामले में एआईडीएमके की मुखिया जे. जयललिता ने एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए सादिक बाचा की मृत्यु पर सवाल उठाये हैं।
सेल्वी जे जयललिता का प्रेस स्टेटमेंट
महासचिव- एआईडीएमके
पूर्व मुख्यमंत्री, तमिलनाडु
तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष की नेता

     पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री ए राजा के निकटतम सहयोगी सादिक बाचा, जोकि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में राजा द्वारा कमाये गए धन का मुख्य संरक्षक भी था, की रहस्मयी परिस्थितियों में मौत उन लोगों के लिए आश्चर्य की बात नहीं है जो डीएमके के अंदरूनी न्याय करने के तरीके से वाकिफ हैं। कुछ वर्ष पहले स्टालिन के निकटतम सहयोगी अन्ना लागर रमेश के पूरे परिवार सहित आत्महत्या के मामले को भी दूसरा रूख दिया गया था। अब, सादिक बाचा की बारी है।
         अपना प्रेस रिलीज में जयललिता ने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम मामले से जुड़े अन्य गवाहों, जो कि तमिलानाडु से हैं उन्हें भी खतरा हो सकता है। अगर माननीय सर्वोच्च न्यायलय और सीबीआई चाहता है कि इस घोटाले का सच सामने आ सके तो उन्हें जांच पूरी होने तक सभी गवाहों को सीबीआई या न्यायिक संरक्षण में रखा उचित होगा। साथ ही इस मामले के मुख्य आरोपी ए राजा को भी अधिक सुरक्षा दी जानी चाहिए। वर्ना राजा भी सादिक बाचा की राह पर जा सकते हैं। इस पूरे मामले में डीएमके का मुख्य उद्देश्य सीबीआई को करूणानिधि परिवार के सदस्यों से दूर रखना है।
         इस महाघोटाले के पीछे की सच्चाई को छुपाने के लिए दूसरा अक्षम्य अपराध (सादिक बाचा की आत्हत्या) किया गया है। क्या यह हत्या का मामला है या दबाव में की गई आत्महत्या का ? इस मामले में सीबीआई को जांच करनी चाहिए। और अगर इस मामले में सीबीआई किसी तरह की अनिच्छा जाहिर करती है तो सर्वोच्च न्यायालय और जेपीसी दोनों को इस मामले में जरूरी निर्देश देने चाहिए।
जे. जयललिता
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जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी ने बुधवार को सादिक बाचा की मौत की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की.
बाचा पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ए.राजा के करीबी सहयोगी थे. स्वामी ने बाचा के निधन की खबर आने के तत्काल बाद संवाददाताओं से कहा कि सीबीआई को बाचा के निधन की जांच करनी चाहिए. कुछ भी हो आखिर बाचा सीबीआई जांच के दायरे में थे . स्वामी ने कहा कि मौत के कारण का पता केवल पोस्टमार्टम के बाद ही चल सकता है. उन्होंने कहा, "2जी स्पेक्ट्रम मामले में शामिल जो लोग इस समय शीर्ष स्तर पर नहीं हैं, वही इस स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं. और अंततोगत्वा यदि आप लगातार निराश हैं, तो आप आत्महत्या कर सकते हैं."

स्वामी के अनुसार बाचा कमजोर दिल के आदमी नहीं थे, बल्कि वह एक तेजतर्रार व्यापारी थे, जो हवाला एजेंटों और अन्य ग्राहकों से निपटते थे.चेन्नई के रीयल एस्टेट कारोबारी बाचा से सीबीआई ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के संदर्भ में पिछले दिसम्बर में पूछताछ की थी.राजा की पत्नी परमेश्वरी कुछ समय के लिए ग्रीन हाउस प्रमोटर्स के निदेशक मंडल में थीं. लेकिन 2008 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.राजा के भाई ए. कलियापेरुमल और करीबी रिश्तेदार प्रमेशकुमार ग्रीन हाउस प्रमोटर्स के निदेशक मंडल में लगातार बने हुए हैं.बाचा, राजा के गृहनगर तमिलनाडु के पेरम्बलूर से सम्बंध रखते थे और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के एक पदाधिकारी के जरिए वह राजा के करीब आए थे.
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सीबीआई के छापों से परेशान होकर आत्महत्या
      नई दिल्ली/चेन्नई। दूरसंचार घोटाले में फंसे पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा के करीबी सहयोगी सादिक बाचा ने बुधवार को खुदकुशी कर ली। सीबीआई उससे इस मामले में पहले पूछताछ कर चुकी थी और आगे पूछताछ के लिए समन जारी किया था। देर शाम पुलिस ने बाचा के सुसाइड नोट को भी बरामद कर लिया जिसमें लिखा था कि वह सीबीआई के छापों से परेशान होकर आत्महत्या कर रहा है और इसके लिए अन्य कोई दोषी नहीं है।


चेन्नई पुलिस के मुताबिक बाचा अस्पताल लाए जाने से पहले दम तो़ड चुका था। राजा ने बुधवार सुबह 11 बजे छत के पंखे से फांसी लगा ली। बाद में उन्हें अपोलो अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु की पुष्टि कर दी गई। रिपोट्र्स के मुताबिक बाचा आज दिन में हवाई जहाज से दिल्ली के लिए रवाना होने वाले थे, जहां वह सीबीआई के समक्ष पेश होते। 

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