tag:blogger.com,1999:blog-5812446417135784435.post938844948051682279..comments2024-03-23T16:44:14.915+05:30Comments on ARVIND SISODIA : शौर्य और पराक्रम की शौर्यगाथा रानी दुर्गावती Rani Durgavathttp://arvindsisodiakota.blogspot.com/http://www.blogger.com/profile/18240030021982563608noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5812446417135784435.post-33136129235154301172021-04-06T22:02:13.438+05:302021-04-06T22:02:13.438+05:30*हमको #खरीदने की बात मत करना ।।
हम उन #पुरखो के #...*हमको #खरीदने की बात मत करना ।।<br /> हम उन #पुरखो के #वारिश है जिन्होंने मुजरे में,, #हवेलिया #दान कर दी थी।।RUDRA PRATAP NARAYAN SINGHhttps://www.blogger.com/profile/14873118719284341353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5812446417135784435.post-8536990630344559852016-04-06T07:42:57.599+05:302016-04-06T07:42:57.599+05:30आखिरी कथा वस्तु मे 1) राजा संग्राम शाह को गढ़ा मं...आखिरी कथा वस्तु मे 1) राजा संग्राम शाह को गढ़ा मंडला का शासक बताया गया है , जो पूर्णतः गलत है , मेरे विचार से वे चौरागढ, सिंगोरगढ़़ के शासक थे, 2) आसफ खाॅ से युद्ध सिंगोरगढ़़ के पास आज के सिंगरामपुर के मैदान से आरंभ होकर जबलपुर के पास नर्रई नाले के किनारे उनके आत्मबलिदान तक चला. Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08880753300216638786noreply@blogger.com