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राष्ट्रीय ध्वज में परिवर्तन के लिए न्यूजीलैंड में जनमत संग्रह

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राष्ट्रीय ध्वज में परिवर्तन के लिए न्यूजीलैंड में जनमत संग्रह By Live News Desk | Publish Date:29 Oct 2014 वेलिंगटन : राष्‍ट्रीय ध्‍वज में परिवर्तन को लेकर न्यूजीलैंड में जनमत संग्रह कराया जाएगा. प्रधानमंत्री जॉन की ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज में परिवर्तन किया जाए या नहीं, इस मुद्दे पर वर्ष 2016 में जनमत संग्रह कराया जाएगा. * जॉन की वर्तमान ध्वज को बदलने के प्रबल समर्थक प्रधानमंत्री जॉन की वर्तमान ध्वज को बदलने के प्रबल समर्थक हैं. इस ध्वज के एक कोने पर पूर्व औपनिवेशिक शक्ति ब्रिटेन का यूनियन जैक अंकित है. की ने एक बयान में कहा हमारा ध्वज हमारी राष्ट्रीय पहचान का सबसे महत्वपूर्ण प्रतीक है और मेरा मानना है कि न्यूजीलैंड वासियों के लिए यह सही समय है कि वह ध्वज का डिजाइन इस तरह बदलने पर विचार करें जिससे एक आधुनिक, स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर हमारी पहचान बेहतर तरीके से जाहिर हो. पूर्व में की कह चुके हैं कि वह चाहेंगे कि नये ध्वज में काली पृष्ठभूमि में चांदी की तरह चमकीला एक पौधा हो. न्यूजीलैंड की कई टीमों ने ऐसे बैनर का उपयोग किया है. पिछले महीने हुये आम चुनाव में तीसरी बार जीत दर्

राजस्थान में नगरीय निकायों के चुनाव 22 नवंबर 2014 को

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 राजस्थान में नगरीय निकायों के चुनाव  22 नवंबर 2014 को जयपुर। जयपुर नगर निगम सहित प्रदेश के 46 नगरीय निकायों में चुनाव के लिए मतदान 22 नंवबर को होगा। मतगणना जिला मुख्यालयों पर 25 नवंबर को होगी। राज्य निर्वाचन आयोग दोपहर में निकाय चुनाव का विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया। इस बार निकाय प्रमुख के अप्रत्यक्ष रीति से करवाएं जाएंगे। निकायों का प्रमुख सीधी जनता नहीं, पार्षद चुनेंगे। चुनाव की घोषणा के साथ ही चुनाव वाले निकायों में आचार संहिता लागू हो गई। वर्तमान बोर्ड का कार्यकाल 26 नवंबर, 2014 को पूरा हो रहा है। निकाय चुनाव के लिए जहां भाजपा और कांग्रेस ने चुनावी तैयारियां कर ली हैं, वहीं निर्वाचन विभाग ने भी निकाय चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। निर्वाचन विभाग के कार्यक्रम के अनुसार 22 नवंबर को मतदान और उसके बाद जिला स्तर पर मतगणना 25 नवंबर को होगी। मतगणना के बाद 26 नवंबर को निकाय अध्यक्ष के चुनाव होंगे। नगरीय निकाय में जयपुर नगर निगम के साथ ही जोधपुर, कोटा, बीकानेर और पहली बार गठित उदयपुर, भरतपुर नगर निगम के चुनाव हो रहे हैं। इसी के साथ 9 नगर परिषद और 31 नगर पालिकाओं

प्रधान मंत्री मोदी की चाय पार्टी में शिवसेना भी हुई शामिल,

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                                               प्रधान मंत्री मोदी की चाय पार्टी में शिवसेना भी हुई शामिल,                                                       मोदी ने गरीबों की मदद पर दिया जोर aajtak.in [Edited By: स्वपनल सोनल] | नई दिल्ली, 26 अक्टूबर 2014 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर रविवार को आयोजित एनडीए सांसदों की चाय पार्टी खत्म हो चुकी है. इस पार्टी में शिवसेना के सांसद भी मौजूद थे. पीएम ने पार्टी के दौरान अपने भाषण में स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ की. मोदी ने कहा कि हमें गरीबों के हालात सुधारने की कोशिश करनी चाहिए. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जनधन योजना पर रिपोर्ट पेश की. बैठक का संचालन वेंकैया नायडू ने किया, जबकि आडवाणी ने भी सरकार के कामकाज की तारीफ की. अगले महीने होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री की इस बैठक में सबसे खास नाराज चल रहे शिवसेना के सदस्यों का जुटना रहा. दिवाली के मौके पर बुलाई गई इस बैठक में शिवसेना के सदस्यों के आने से महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बीजेपी और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली इस पार्टी के बीच सहयोग की उम्मीदें बढ़ती दिख र

रक्षा क्षेत्र में 80 हजार करोड़ की परियोजनाएं मंजूर

        यू पी ए ने सेना को बहुत कमजोर कर दिया था, उन्हे रक्षा संसाधन ही नहीं दिये। आधुनिक रक्षा उपकरणों की खरीद ही नहीं की !! जिससे रक्षा मामले में भारत आस पडौस से पिछडा हुआ था। मोदी सरकार के इस निर्णय से भारतीय सेनायें रक्षा के मामले में आत्म निर्भर हो सकेगीं। रक्षा क्षेत्र में भी ‘मेक इन इंडिया’, 80 हजार  करोड़ की परियोजनाएं मंजूर aajtak.in [Edited By: महुआ बोस] | मुंबई, 25 अक्टूबर 2014              केन्द्र सरकार ने शनिवार को 80 हजार करोड़ रुपये की रक्षा परियोजनाओं को मंजूरी दे दी. लेकिन यहां भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ आह्वान का ध्यान रखा गया है. सरकार ने तय किया है कि छह पनडुब्बियों का स्वदेशी स्तर पर निर्माण किया जाएगा, जबकि 8000 इस्राइली टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल और 12 उन्नत डोरनियर निगरानी विमान खरीदे जाएंगे. इन निर्णयों से पहले रक्षा मंत्री अरुण जेटली के नेतृत्व में रक्षा खरीद परिषद की दो घंटे से ज्यादा देर तक बैठक चली, जिसमें रक्षा सचिव, तीनों सेनाओं के प्रमुखों, डीआरडीओ प्रमुख एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. अधिकतर निर्णय नौसेना के अनूकुल

हिन्दु जगे तो विश्व जगेगा,मानव का विश्वास जगेगा

हिन्दु जगे तो विश्व जगेगा, यू टियूब लिंक https://www.youtube.com/watch?v=nLOEruUaWls हिन्दु जगेगा देश जगेगा हिन्दु जगे तो विश्व जगेगा मानव का विश्वास जगेगा भेद भावना तमस ह्टेगा समरसता अमर्त बरसेगा हिन्दु जगेगा विश्व जगेगा हिन्दु सदा से विश्व बन्धु है जड चेतन अपना माना है मानव पशु तरु गीरी सरीता में एक ब्रम्ह को पहचाना है जो चाहे जिस पथ से आये साधक केन्द्र बिंदु पहुचेगा ॥१॥ इसी सत्य को विविध पक्ष से वेदों में हमने गाया था निकट बिठा कर इसी तत्व को उपनिषदो में समझाया था मन्दिर मथ गुरुद्वारे जाकर यही ज्ञान सत्संग मिलेगा ॥२॥ हिन्दु धर्म वह सिंधु अटल है जिसमें सब धारा मिलती है धर्म अर्थ ओर काम मोक्ष की किरणे लहर लहर खिलती है इसी पुर्ण में पुर्ण जगत का जीवन मधु संपुर्ण फलेगा इस पावन हिन्दुत्व सुधा की रक्षा प्राणों से करनी है जग को आर्यशील की शिक्षा निज जीवन से सिखलानी है द्वेष त्वेष भय सभी हटाने पान्चजन्य फिर से गूंजेगा ॥३॥

'जब मैं कुर्सियां लगाता था' - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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'जब मैं कुर्सियां लगाता था', पत्रकारों से बेबाक बोले पीएम मोदी Sat, 25 Oct 2014   नई दिल्ली। भाजपा कार्यालय में दिवाली मिलन कार्यक्रम के दौरान संपादकों और भाजपा कवर करने वाले पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'मैं भी पहले कभी लोगों के इंतजार में यहीं पर कुर्सियां लगाया करता था। कुछ साल पहले तक मीडिया से हमारा नाता रहता था। वो दिन कुछ और थे, खुलकर बातचीत होती थी। इसका हमें सीधा लाभ गुजरात में मिला।' मोदी ने कहा, 'मैं कुछ रास्ता खोज रहा हूं कि मीडिया से हमारा रिश्ता कैसे गहरा हो। मोदी ने कहा कि मीडिया से कई जानकारी भी मिलती है और विजन भी मिलता है। मीडिया की हर घटना पर पैनी नजर होती है। पत्रकारों से पहले बहुत सारी बातें होती थीं, लेकिन अब मौका नहीं मिल पाता है।' साथ ही स्वच्छता अभियान पर मीडियाकर्मियों के सहयोग का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सफाई पर जो कालम लिखे जा रहे हैं, वे अभूतपूर्व हैं। इसके पहले ऐसे कॉलम कभी नहीं लिखे गए। जितना स्वास्थ्य जरूरी है, उतना ही जरूरी है स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता। लोगों को एक साथ काम

भारत बनायेगा , चीन सीमा पर 54 नई चौकियां

भारत ने चीन को दिखाया ठेंगा, सीमा पर बनेंगी 54 नई चौकियां  24 Oct 2014 जागरण न्यूज नेटवर्क, ग्रेटर नोएडा। अरुणाचल प्रदेश से लगती सीमा पर सड़क निर्माण को लेकर चीन की आपत्तियों को दरकिनार करते हुए भारत ने इस सीमांत राज्य में 54 नई चौकियां बढ़ाने का एलान किया है। इसके अलावा सीमा पर अन्य निर्माण कार्यो के लिए 175 करोड़ रुपये के पैकेज की भी घोषणा की है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत पड़ोसी मुल्कों से मधुर रिश्ते रखना चाहता है। इस दिशा में केंद्र सरकार ने मजबूती से कदम आगे बढ़ाए हैं। अगर चीन और पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के 53वें स्थापना दिवस पर शुक्रवार को आयोजित समारोह में राजनाथ सिंह ने कहा कि विश्व शांति के लिए भारत बातचीत के जरिये चीन के साथ सीमा विवाद को सुलझाने का प्रयास करता रहा है। एक बार फिर पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। दिवाली के दिन भी सीमा पर घुसपैठ की कोशिश व गोलीबारी की गई, लेकिन सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने मुंहतोड़

विश्व की सबसे ऊंची सैन्य चोटी पर मोदी ने जवानों संग मनाई दिवाली

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विश्व  की सबसे ऊंची सैन्य चोटी पर मोदी ने जवानों संग मनाई   दिवाली 24 Oct 2014   नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सियाचिन के सैनिकों और कश्मीर के बाढ़ पीड़ितों के बीच दिवाली मनाई। विश्व की सबसे ऊंची व दुर्गम सैन्य चोटी पर तैनात सेना के जवानों को संबोधित किया और मिठाई बांटी। वे करीब एक घंटे तक सियाचिन में जवानों के बीच रहे। यहां से वे श्रीनगर गए, जहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। सियाचिन स्थित बर्फ की ऊंची चोटियों से मोदी ने दीपावली के मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को बधाई दी। मैं समझता हूं कि प्रणब दा को मिली बधाई में यह अनोखी होगी। उन्होंने कहा कि शायद पहली बार किसी प्रधानमंत्री को दिवाली के शुभ दिन हमारे जवानों के साथ समय बिताने का अवसर मिला है। देश के प्रहरियों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चाहे ऊंचाई हो या भीषण ठंड, हमारे सैनिकों को कोई नहीं रोक सकता। वे वहां खड़े हैं और देश की सेवा कर रहे हैं। वे हमें सही मायने में गौरवान्वित कर रहे हैं। उमर ने मांगी उदार मदद सियाचिन से प्रधानमंत्री श्रीनगर पहुंचे। एयरपोर्ट पर राज्यपाल एनएन वोहरा व

Diwali : "Row of Lights." - Swami Chidanand Saraswati

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 Diwali : "Row of Lights."  The time of Diwali is one of the most festive and beautiful times of the year. Diwali literally means a "Row of Lights." It is a time filled with light and love; a time when Indians all over the world rejoice. Diwali is celebrated on the thirteenth/fourteenth day in the dark half of Kartik (October - November); it is also known as Krishna Chaturdashi. It is the darkest night of the darkest period, yet it is a celebration of light! Diwali is heralded as the triumph of good over evil. The meanings of Diwali, its symbols and rituals, and the reasons for celebration are innumerable. Diwali celebrates Lord Rama's glorious and long-awaited return to his Kingdom of Ayodhya after his fourteen long years of exile in the forests. It commemorates Lord Krishna's victory over the demon Narakaasura who had kidnapped and terrorized the gopis of Vrindavan. When the evil Naraka was finally killed by Bhagwan Krishna and Satyabhaama, he beg

दीपावली : धर्म का दीप जलाएं - ललित गर्ग

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                                                   धर्म का दीप यानी घट में दीप जलाएं                                                                       -ललित गर्ग-  दीपावली का पर्व ज्योति का पर्व है। दीपावली का पर्व पुरुषार्थ का पर्व है। यह आत्म साक्षात्कार का पर्व है। यह अपने भीतर सुषुप्त चेतना को जगाने का अनुपम पर्व है। यह हमारे आभामंडल को विशुद्ध और पर्यावरण की स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश देने का पर्व है। भगवान महावीर ने दीपावली की रात जो उपदेश दिया उसे हम प्रकाश पर्व का श्रेष्ठ संदेश मान सकते हैं। भगवान महावीर की यह शिक्षा मानव मात्र के आंतरिक जगत को आलोकित करने वाली है। तथागत बुद्ध की अमृत वाणी 'अप्पदीवो भव' अर्थात् 'आत्मा के लिए दीपक बन' वह भी इसी भावना को पुष्ट कर रही है। इतिहासकार कहते हैं कि जिस दिन ज्ञान की ज्योति लेकर नचिकेता यमलोक से मृत्युलोक में अवतरित हुए वह दिन भी दीपावली का ही दिन था। यद्यपि लोक मानस में दीपावली एक सांस्कृतिक पर्व के रूप में अपनी व्यापकता सिद्ध कर चुका है। फिर भी यह तो मानना ही होगा कि जिन ऐतिहासिक महापुरुषों के घटना प्र

ऑस्ट्रेलियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे नरेंद्र मोदी

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ऑस्ट्रेलियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे मोदी 20 Oct 2014 मेलबर्न : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले माह ऑस्ट्रेलिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे जो यहां संघीय संसद की विशेष संयुक्त बैठक में ऑस्ट्रेलिया की संसद के सदस्यों और नेताओं को संबोधित करेंगे. वह अगले माह ब्रिस्बेन में होने जा रहे जी 20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे. इसके बाद वह संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी की पहली ऑस्ट्रेलिया यात्र को लेकर जहां कई सांसदों ने खुशी जाहिर की है वहीं यह अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि क्या वह अपना ऐतिहासिक संबोधन हिन्दी में देंगे जैसा कि उन्होंने पहले दुनिया के अलग अलग हिस्सों में किया. तस्मानिया की लेबर सीनेटर लीजा सिंह ने कहा कि मोदी के हिन्दी में संबोधन का मतलब होगा कि वह भारत का सम्मान, संस्कृति और क्षमताओं को साथ ले कर ऑस्ट्रेलिया आ रहे हैं. 42 वर्षीय लीजा ने कहा ‘‘मेरे विचार से इससे पता चलता है कि वह भारत का सम्मान, संस्कृति और क्षमताओं को साथ ले कर ऑस्ट्रेलिया आ रहे हैं तथा उ

बरकरार है मोदी का मैजिक

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 महाराष्ट्र विधानसभा के चुनावी महासमर Bhaskar news | Oct 20, 2014, शरद पवार|टीम इंडिया महाराष्ट्र. चुनाव डेस्क, महाराष्ट्र विधानसभा के चुनावी महासमर में कई मंत्री और विधायकों को पराजय का सामना करना पड़ा तो कई उम्मीदवारों ने पहली बार में ही किला फतह कर लिया। कई स्थानों पर निर्दलीयों ने राष्ट्रीय दलों के उम्मीदवारों को मात देते हुए रण जीत लिया। विदर्भ : अब प्रबल संभावना है राजनीतिक दलों और नेताओं के मन में इच्छा थी। कर नहीं पा रहे थे। जनादेश के जरिए मतदाता ने आसानी से गुत्थी सुलझा दी। भारतीय जनता पार्टी को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सहयोगी दलों समेत लगभग सवा सौ क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। इनमें से विदर्भ अंचल के 62 क्षेत्रों में 40 से अधिक भाजपा प्रत्याशी जीतकर आए हैं। लगभग दो तिहाई। विदर्भ में मनसे का नामोनिशान नहीं है। महाराष्ट्र के विभाजन की विरोधी शिवसेना को नाममात्र की सीटें मिली हैं। राज्य में शिवसेना 63 स्थानों पर जीतकर पिछली हैसियत बचाने में सफल हुई है। विदर्भ में जीते कांग्रेस तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस के लगभग सभी विजयी प्रत्याशी समर्थक हैं। अलग व

गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे ने बनाया जीत का रेकॉर्ड

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                                                                                                गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे  ने बनाया जीत का रेकॉर्ड                                                        एजेंसियां  Oct 20, 2014 मुंबई महाराष्ट्र में बीड सीट पर उपचुनाव में दिवंगत बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे ने इतिहास रचते हुए अब तक सबसे अधिक 6.96 लाख मतों के अंतर चुनाव जीतने का रेकॉर्ड बनाया। साल 2004 के चुनाव में सीपीएम के अनिल बसु ने 5.92 लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज करके रेकॉर्ड बनाया था, जिसे अब प्रीतम मुंडे तोड़ने में कामयाब रहीं। इस साल के प्रारंभ में हुए लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी ने 5 लाख 70 हजार से अधिक मतों से गुजरात के वड़ोदरा सीट से जीत दर्ज की थी और वह बसु का रेकॉर्ड तोड़ने से करीब 22 हजार मतों से वंचित रह गए थे। अब उनकी ही पार्टी में प्रीतम मुंडे ने यह रेकॉर्ड तोड़ दिया।         दिल्ली में एक सड़क दुर्घटना में केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे के निधन के कारण बीड़ सीट पर उपचुनाव कराना पड़ा, जिसका प्रतिनिधित्व मुंडे कर रहे थे। इस सीट पर 15

राष्ट्रभक्ति ले हदय में .....

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राष्ट्रभक्ति ले हदय में ..... राष्ट्रभक्ति ले हृदय मे हो खडा यदि देश सारा संकटो पर मात कर यह राष्ट्र विजयी हो हमारा ॥ क्या कभी किसने सुना है सूर्य छिपता तिमिर भय से क्या कभी सरिता रुकी है बांध से बन पर्वतों से जो न रुकते मार्ग चलते चीर कर सब संकटोंको वर्ण करती कीर्ती उनको तोड कर सब असुर दल को ध्येय-मन्दिर के पथिक को कन्टकों का ही सहारा ॥ हम न रुकने चले है सूर्य के यदि पुत्र है तो हम न हटने को चले है सरित की यदि प्रेरणा को चरण अंगद ने रखा है आ उसे कोइ हटाए बहकता ज्वालामुखी यह आ उसे कोइ बुझाए मृत्यु की पी कर सुधा हम चल पडेंगे ले दुधारा ॥ ज्ञान के विज्ञान के भी क्षेत्र मे हम बढ पडेंगे नील नभ के रूप के नव अर्थ भी हम कर सकेंगे भोग के वातावरण मे त्याग का संदेश देंगे त्रास के घन बादलोंसे सौख्य की वर्षा करेंगे स्वप्न यह साकार करने सन्घठित हो हिन्दु सारा ॥

आयुर्वेदिक दोहे

आयुर्वेदिक दोहे ============= १Ⓜ दही मथें माखन मिले, केसर संग मिलाय, होठों पर लेपित करें, रंग गुलाबी आय.. २Ⓜ बहती यदि जो नाक हो, बहुत बुरा हो हाल, यूकेलिप्टिस तेल लें, सूंघें डाल रुमाल.. ३Ⓜ अजवाइन को पीसिये , गाढ़ा लेप लगाय, चर्म रोग सब दूर हो, तन कंचन बन जाय.. ४Ⓜ अजवाइन को पीस लें , नीबू संग मिलाय, फोड़ा-फुंसी दूर हों, सभी बला टल जाय.. ५Ⓜ अजवाइन-गुड़ खाइए, तभी बने कुछ काम, पित्त रोग में लाभ हो, पायेंगे आराम.. ६Ⓜ ठण्ड लगे जब आपको, सर्दी से बेहाल, नीबू मधु के साथ में, अदरक पियें उबाल.. ७Ⓜ अदरक का रस लीजिए. मधु लेवें समभाग, नियमित सेवन जब करें, सर्दी जाए भाग.. ८Ⓜ रोटी मक्के की भली, खा लें यदि भरपूर, बेहतर लीवर आपका, टी० बी० भी हो दूर.. ९Ⓜ गाजर रस संग आँवला, बीस औ चालिस ग्राम, रक्तचाप हिरदय सही, पायें सब आराम.. १०Ⓜ शहद आंवला जूस हो, मिश्री सब दस ग्राम, बीस ग्राम घी साथ में, यौवन स्थिर काम.. ११Ⓜ चिंतित होता क्यों भला, देख बुढ़ापा रोय, चौलाई पालक भली, यौवन स्थिर होय.. १२Ⓜ लाल टमाटर लीजिए, खीरा सहित सनेह, जूस करेला साथ हो, दूर रहे मध

करवाचौथ के व्रत की विधि

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                                                       क्या है करवाचौथ के व्रत की विधि कार्तिक कृष्ण पक्ष की चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी अर्थात उस चतुर्थी की रात्रि को जिसमें चंद्रमा दिखाई देने वाला है, उस दिन प्रात: स्नान करके अपने सुहाग (पति) की आयु, आरोग्य, सौभाग्य का संकल्प लेकर दिनभर निराहार रहें। सौभाग्यवती (सुहागिन) स्त्रियां अपने पति की आयु, स्वास्थ्य व सौभाग्य की कामना करती हैं वे यह व्रत रखती हैं। सायंकाल चंद्रमा के उदित होने पर चंद्रमा का पूजन कर अ‌र्घ्य प्रदान करें। पूजन उस दिन भगवान शिव-पार्वती, स्वामी कार्तिकेय, गणेश एवं चंद्रमा का पूजन करें। पूजन करने के लिए बालू अथवा सफेद मिट्टी की वेदी बनाकर उपरोक्त वर्णित सभी देवों को स्थापित करें। नैवेद्य शुद्ध घी में पूरी और हलुवा अथवा खांड मिलाकर मोदक (लड्डू) नैवेद्य हेतु बनाएं। करवा मिट्टी से तैयार किए गए मिट्टी के करवे अथवा तांबे के बने हुए करवे। व्रत का विधि-विधान- करवा चौथ के व्रत के दिन शाम को लकड़ी के पटिए पर लाल वस्त्र बिछाएं। इसके बाद पटिए पर भगवान शिव, माता पार्वती, कार्तिकेय, गणेशजी की प्रतिमा स्थापित करें। वहीं

समाज चेतना के जागरण का समय : विजयादशमी उद्बोधन

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समाज चेतना के जागरण का समय    04 Oct 2014 समय के पंचांग में समाज अपने संस्कार इंगित करता है। सिर्फ ग्रह नक्षत्रों की नहीं खुद अपनी चाल के अनुसार इंगित करता है। विजयादशमी पर शक्ति का अर्चन और दुर्गुणों के पुतलों का दहन इस समाज की उस सोच का संकेतक है, जिसने सही को स्वीकारने में पूरी उदारता बरती और गलत को खारिज करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। समाज जागरण का, हर भारतीय के पुरुषार्थ को जगाने का रोमांचकारी आह्वान सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत के विजयादशमी उद्बोधन का सारतत्व है। सबका भला, सबको साथ लेकर चलने का विशुद्ध हिन्दूभाव इस उद्बोधन की धुरी है। यह सिर्फ स्वयंसेवकों से कही गई बात नहीं, बल्कि देश-दुनिया में बह रही परिवर्तनकारी हवाओं में लहराता समय का आह्वान है। वैसे, समय क्या है? घटनाओं की अजस्र धारा या इससे भी परे कुछ ? क्या यह पूरी सृष्टि ही समय के धागों से नहीं बुनी गई ? सही समय पर डोर हिली, सही कदम बढ़ा तो बढ़त, अन्यथा एक गलत धागा उधड़ा और बुनावट में कुछ घट गया। कम हो गया। बढ़त का अच्छा-भला मौका गंवा दिया। नीतिशतक में कहा गया है- 'का हानि: समयच्युति:।' यानी, हानि क

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ : परम पूज्य डा0 हेडगेवार जी

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सारा समाज उस रंग को देख सिर झुकाता है 04 Oct 2014   प्रशांत बाजपेई यह जरूरी नहीं कि जिस क्षण इतिहास रचा जा रहा हो, उस क्षण उसकी महत्ता को भी समझा जाए। ऐतिहासिक विजय की ओर बढ़ती किसी क्रिकेट टीम, युद्घ के मैदान में निर्णायक बढ़त लेती सेना की किसी टुकड़ी, या तख्त की ओर प्रथम बार बढ़ते किसी बादशाह को यह अहसास होता होगा कि कोई तारीख बनने जा रही है, परंतु संघ की प्रथम शाखा में आए सामान्य पृष्ठभूमि के चंद किशोरों को इस बात की तनिक भी अनुभूति नही थी कि वह किसी नवयुग के प्रारंभ के साक्षी बने हुए हैं। संघ का जन्म एक गुमनाम घटना थी। वैसे भी सृजन अंधेरे से ही प्रारंभ होता है। बीज धरती के अंधकार में अंकुरित होता है। जीव माँ के गर्भ में विकसित होता है। संघ भी इसी प्रकार विकसित होता रहा। संघ को समझने के लिए संघ प्रवर्तक के जीवन पर दृष्टिपात करना उपयुक्त होगा। वैसे संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के कार्य की विलक्षणता को सही अर्थों मे वही समझ सकता है, जिसे सार्वजनिक जीवन में काम का कुछ अनुभव हो। आज भी विस्मय होता है, कि किशोरावस्था से ही स्वतंत्रता संग्राम में तपता आ रहा व्यक्ति, ज

संबोधन विजयादशमी उत्सव : प.पू. सरसंघचालक डॉ. श्री मोहनराव भागवत

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विजयादशमी उत्सव 2014 : सरसंघचालक जी का उद्बोधन प.पू. सरसंघचालक डॉ. श्री मोहनराव भागवत के श्री विजयादशमी उत्सव 2014 (शुक्रवार दिनांक3अक्तुबर2014)के अवसर पर दिये गये उद्बोधन का सारांश- http://www.rss.org/Encyc/2014 एक वर्ष के पश्‍चात् फिरसे हम सब विजयादशमी के पुण्यपर्व पर यहॉं एकत्रित हैं,परंतु इस वर्ष का वातावरण भिन्न है यह अनुभव हम सभी को होता है। भारतीय वैज्ञानिकों के द्वारा पहिले ही प्रयास में मंगल की कक्षा में यान का सफल प्रवेश करा कर हमारे संबंध में विश्‍व में गौरव तथा भारतीयों के मन में आत्मविश्‍वास की वृद्धि में चार चॉंद जोड़ दिये है। मंगल अभियान में जुड़े वैज्ञानिकों का तथा अन्य सभी कार्यकर्ताओं का हम स्रदय से शतशत अभिनंदन करते हैं। वैसे ही दक्षिण कोरिया में चल रहे आशियद खेलों में पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ानेवाले सभी खिलाडियों का भी हम अभिनन्दन करते है। यह वर्ष राजराजेंद्र चोल की दिग्विजयी जीवनगाथा का सहस्राब्दी वर्ष है। इस वर्ष पं. दीनदयाल उपाध्याय द्वारा एकात्म मानव दर्शन के आविर्भाव का50वॉं वर्ष भी हैं। भारत वर्ष का सामान्य समाज विश्‍व के तथाकथित प्रगत राष्ट्रों की