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सितंबर, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा बनाम टूटती कांग्रेस

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कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा बनाम टूटती कांग्रेस  निश्चित रूप से लंबी और काफी गहन मनन के बाद कांग्रेस सभी फायदों के लिये सड़क पर भारत जोड़ो यात्रा के रूप में उतरी है । वह मुख्यतः दक्षिण भारत में कांग्रेस को मजबूत कर , राहुल गांधी की प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के रूप में मजबूती की कोशिश कर रही है ।  मगर अभी तक परिणाम उल्टे ही रहे, गोआ में कांग्रेस विधायक भाजपा में चले गए, कई अन्य प्रदेशों में कुछ कांग्रेसी भाजपा में सम्मिलित हो गये हैं । जिससे कांग्रेस की छवि धूमिल हुई है। सबसे बड़ा धक्का कांग्रेस को राजस्थान में नेहरू परिवार के अत्यंत विश्वसनीय अशोक गहलोत ने दिया । नेहरू परिवार जिसे राष्ट्रीय अध्यक्ष बना कर कांग्रेस सौंप रहा था । उसी नें विद्रोह का वह तांडव नृत्य किया कि कांग्रेस स्तब्ध रह गई । 90 के लगभग विधायक कांग्रेस हाई कमान के विरुद्ध हो गये ।  इस घटनाक्रम का पहला परिणाम अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ से बाहर होने के रूप में सामने आया। अब कांग्रेस हाई कमान को डर है कि राजस्थान में महाराष्ट्र जैसा कुछ घटित न हो जाये । कहीं अशोक गहलोत भाजपा से मिल कर गैर कांग्रेसी सरकार न बन

कांग्रेस के बागी घटनाक्रम के बाद सरकार की पकड प्रशासन से और ढ़ीली होगी - अरविन्द सिसौदिया

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  कांग्रेस के बागी घटनाक्रम के बाद सरकार की पकड प्रशासन से और ढ़ीली होगी - अरविन्द सिसौदिया कांग्रेस की राजस्थान में जबसे राज्य की सरकार बनीं है तब से ही गुटबाजी के चक्कर में न विकास हो पा रहा है और न ही जनता का लोककल्याण ही हो पा रहा है। बल्कि इसके चलते कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप्प है। चारों तरफ भ्रष्टाचार में प्रशासन लिप्त है। कुर्सी बचाओ अभियान के कारण कांग्रेस सरकार पूरी तरह विफल एवं जन शोषक साबित हो रही है। इस घटनाक्रम के बाद सरकार की पकड प्रशासन से और भी ढ़ीली होनी है। ----- राजस्थान कांग्रेस की बगावत,नाक का सवाल बनीं तो बहुत कुछ उलट फेर होगें - अरविन्द सिसौदिया 1- यूं भी अशोक गहलोत की कोई बडी उपलब्धि तो है नहीं, राजस्थान से लोकसभा में जीरो सीटें कांग्रेस की हैं। 2- गहलोत इस हद तक बागी हुये हैं तो इसका एक ही अर्थ है कि वे अपने भविष्य को जान समझ चुके हें । 3- गहलोत हाईकमान के हर बुरे निर्णय को स्विकार करनें की मानसिकता से ही बागी हुये है। 4- यूं भी कांग्रेस अध्यक्ष पद कहनें का ही था, सबनें सीताराम केसरी की दुर्गती देख रखी है । 5- कांग्रेस के हाई कमान ने इस बगावत को नाक का सवाल बनाया

राष्ट्र सर्वाेपरी की यात्रा "पं.दीनदयाल उपाध्याय से नरेन्द्र मोदी तक"

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राष्ट्र सर्वाेपरी की यात्रा पं.दीनदयाल उपाध्याय से नरेन्द्र मोदी तक   सबसे बडी बात यह है कि भारत देश लगभग एक हजार साल बाद, भारतीय संस्कृति के वैभवपूर्ण अतीत की तरह पुनः सुसज्जित हो रहा है। यही सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का उदय है। भारत अपनी स्वतंत्रता को अब 75 वर्ष पश्चात वास्तविक स्वतंत्रता के रूप में महसूस कर पा रहा है। भारत को राष्ट्रवादी राजनीति यूं तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक परमपूज्य गुरूजी की है। जिन्होनें जनसंघ नामक राजनैतिक दल भारतीय राजनीति को दिया,जो आज भाजपा के नाम से जाना जाता है। जनसंघ ही वह दल है जिसनें जम्मू और कश्मीर प्रांत को धारा 370 के द्वारा विशेष दर्जा देकर सहराष्ट्र जैसा बनानें का विरोध किया था और लगातार धारा 370 को समाप्त करनें की मांग करता रहा । तब जनसंघ के अध्यक्ष डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने अपना देशहित में बलिदान दिया था और महामंत्री दीनदयाल उपाध्याय इस लक्ष्य को लेकर निरंतर चलते रहे। इसके अलावा एक देशहित चिन्तक दल को क्या क्या करना चाहिये इसका पूरा विचार पं0 दीनदयाल उपाध्याय ने दिया। अंतिम व्यक्ति की चिन्ता करनें का लक्ष्य अन्त्योदय के रूप में

क्या सचमुच चीन में तख्ता पलट हो चुका है...?

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 क्या सचमुच चीन में तख्ता पलट हो चुका है...? xi-jinping-under-house-arrest...?   लगता है कि चीन में सब कुछ ठीक ठाक नहीं है। क्यों कि छोटी छोटी सी बात पर अपनी प्रतिक्रिया देनें वाली चीन की समाचार एजेंसी पूरी तरह खामोश है। वह न तो तख्तापलट का खण्डन कर रही, न पुष्ठि कर रही है। सामान्य सी बात है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शासन में होते तो , इस खबर का तत्काल खण्डन आता । खण्डन नहीं आना ही इस बात का सबूत है कि उनका तख्तापलट हो गया है। चीन की कम्युनिष्ट पार्टी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से नाराज इसलिये है कि वे पूरी दुनिया को चीन का दुष्मन बनाते जा रहे थे । ताईवान और अमेरिका को लेकर जहां चीन की कम्युनिष्ट पार्टी ना खुश थी । वहीं चीन में कोरोना ने हालात खराब की हुई है । मंहगाई और कम आपूर्ति से वहां जनमत भी परेशान है । इन सभी तथ्यों से लगता है कि चीन में तख्ता पलट हो चुका है। नये राष्ट्रपति की घोषणा होते ही सब कुछ सामनें आ जायेगा । तब तक अटकलों के भरोषे ही इंतजार करना होगा। ..... दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने नजरबंद (House Arrest) कर

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के बाद भी शून्य शक्ति की स्थिती में ही रहेेगा - अरविन्द सिसौदिया

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  congress-president-election कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव    Congress President will remain in the position of zero power even after the election - Arvind Sisodia कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के बाद भी शून्य शक्ति की स्थिती में ही रहेेगा - अरविन्द सिसौदिया हलांकी अब कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिये चुनाव की नौटंकी शिरू हो गई है। क्यों कि लम्बे समय तक, इस तरह की चुनावी प्रक्रिया के बिना ही सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी कांग्रेस के अखिल भारतीय अध्यक्ष रहे हैं। सोनिया गांधी कांग्रेस के सवा सौ साल से भी अधिक के इतिहास में सबसे लम्बे समय तक अध्यक्ष रह चुकी हैं तथा अभी भी उनके पास ही यह पद है। जब सब दूर कांग्रेस को विदेशी सोच वाली पार्टी मान कर ठुकराया जानें लगा, वह एक एक सीट का तरसनें लगी, तब कही जाकर देश को दिखानें के लिये, गैर नेहरू परिवार से कटपुतली अध्यक्ष नियुक्त किया जा रहा है। ताकि लोग उसे परम्परागत भारतीय मान कर वोट दें। कांग्रेस फिर से सरकार में आये। इस तरह का प्रयोग सोनिया गांधी प्रधानमंत्री पद पर भी कर चुकी है। कांग्रेस की मूल समस्या उसकी नीतियां ही हैं। वहीं कांग्रेस राजकुमार सहित

राजू श्रीवास्तव की जीवन यात्रा के चार सन्देश

राजू श्रीवास्तव की जीवन यात्रा के चार सन्देश  सुप्रशिद्ध हास्य कलाकार , राजू श्रीवास्तव, अचानक चले गए। उनका इस तरह से जानें के बाद संपूर्ण विश्लेषण में तीन सन्देश निकलते हैं :-  1- जिंदगी का कोई भरोसा नहीं, अचानक आप को कभी भी मौत अपने आगोश में ले लेगी । अर्थात जो भी करना है , उसे तत्काल करो,कल पर कुछ मत छोड़ो । 2-  जिंदगी में जो भी कमाया है, वह यहीं रह जाना है । धन दौलत कार बंगले सभी यहीं रहनें हैं, कोई भी साथ नहीं जाएगा। कंगाल हो या करोड़पति , यह शरीर तक यहीं रह जाता है । अर्थात कमाओ खूब मगर यह ध्यान रहे कि यह साथ नहीं जाता। इसलिये परमार्थ करो जो लंबे समय तक आपकी याद लोगों के दिलों में बनाय रखे । 3- अपनी सफलता के लिए अपने को ही प्रयास करना होता है, स्वंय को ही कड़ी मेहनत करनी पड़ती है । खुद को ही पुरषार्थ करना होता है। जब आप अपने को उस सांचे में ढाल लोगे , तभी दूसरा सहारा दे पाता है। अर्थात लक्ष्य के लिए स्वयं को तैय्यार करो । मेहनत भी तभी काम आती है। 4- कड़ी मेहनत सफलता दिलाती है। जिंदगी में जो भी प्राप्त करना चाहते हो उसके पीछे पड़ जाओ ...जब तक वह मिले नहीं तब तक पीछा करते रहो । आत्मविश्व

राजू श्रीवास्तव - मेहनत करनें वालों की हार नहीं होती

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आए हैं तो जायेंगे, राजा रंक फ़कीर। एक सिंघासन चढ़ चले , एक बंधे जंजीर ।। जो आया है उसे जाना ही होता है,यह प्रकृति का नियम। करोडों करोडो लोगों की गुमनाम मौत हो जाया करती है, जन्म लिया, जीवन जिया और चले गये। बहुत कम होते हैं जो अपनी कला से,शौर्य से, किसी कार्य विशेष से कई दसकों तक जानें जाते हैं। 58 वर्षिय मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्‍तव को दिल का दौरा पड़ा था,कॉफी दिनों से वे मौत से संघर्ष कर रहे थे और अन्ततः 21 सितंबर 2022 को उनका देवलोक गमन हो गया। वे उन भाग्यशाली लोगों में से हैं जिनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित तमाम राजनैतिक ,सामाजिक एवं कला क्षैत्र सहित देश के आम नागरिकों ने श्रद्धांजली अर्पित की, याद किया । कानपुर के रहने वाले श्रीवास्‍तव एक मध्यम वर्गीय परिवार से थे,उनका असली नाम सत्‍यप्रकाश श्रीवास्‍तव था, किन्तु वे राजू श्रीवास्‍तव के नाम से ही मशहूर थे । राजू श्रीवास्‍तव के अंदर हास्य कलाकार बचपन से ही मौजूद था, वे अपने मास्टरों एवं घर आनें वालों की नकल उतारनें में बहुत माहिर थे, इस कारण कई बार उन्हे नाराजगी का शिकार भी होना पडता था। वे बचपन से ही कॉमेडियन बनना चाह

राष्ट्रहित में कैप्टन अमरिंदर सिंह को ताकत देनीं होगी - अरविन्द सिसोदिया

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Welcome Captain BJP कांग्रेस के पंजाब में दिग्गज नेता या यूं कहें कि कांग्रेस को पंजाब में फिर से सत्ता में लानें वाले   कैप्टन अमरिंदर सिंह भाजपा में सम्मिलित हो गए हैं ।   कैप्टन सिंह के इस कदम से उन्हें स्वयं भी एक सही व सम्मानजनक स्थान प्राप्त हुआ है, वहीं भाजपा को भी पंजाब में अपनेआप को खड़ा होनें के लिए योग्य नेता मिला है।   कैप्टेन अमरिन्दर सिंह का जन्म (11 मार्च 1942) को एक जाट सिख हैं, पटियाला के राजपरिवार से हैं तथा अमृतसर से सांसद भी रह चुके,कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री रहे हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में वे अमृतसर सीट से चुनाव जीते। उनका विवाह परनीत कौर से हुआ । परनीत कौर भी राजनीति में सक्रिय हैं तथा मनमोहन सिंह की सरकार में वे भारत की विदेश राज्य मंत्री रह चुकी हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने पटियाला सीट से चुनाव लड़ा किंतु उन्हें हार का सामना करना पड़ा। यूं तो  कैप्टन सिंह के पास अब बड़ा कुछ करनें का अवसर नहीं है,उनकी उम्र हो चुकी है । मगर उन्हें पंजाब को " कनाडा व पाकिस्तान " की जमीन से चल रहे राष्ट्रघाती षड्यंत्रों से बचाना होगा, पंजाब

विषम विश्व में,सक्षम नेतृत्वकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी - अरविन्द सिसोदिया

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           birthday shree narendra modi ji - 17 september 1950 विषम विश्व में,सक्षम नेतृत्वकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी - अरविन्द सिसोदिया इस समय संपूर्ण विश्व एक अजीब सी आपाधापी के बीच फंसा हुआ है, विभिन्न प्रकार की बहुआयामी विषमताओं ने उसे घेर रखा है । सबसे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है की संयुक्त राष्ट्र संघ पूरी तरह से विफल संस्था साबित हो रहा  है। तमाम विश्व की मानवता संकट में है। महाशक्तियों का व्यवहार अपने लाभ तक सीमित है। अमानवीय तालिबानी ताकतें सफलता के झंडे गाड़ रहीं हैं, सब कुछ असुरक्षित की स्थित में विश्व खड़ा है। अब जिस देश में जितना दम होगा वह उतना सुरक्षित होगा | कोरोना के उत्पन्न होने और संपूर्ण विश्व को संकट में डालने से लेकर वर्तमान तक के तीन वर्षों से अधिक का समय, गंभीर संकटों में गुजरा है। कोविड 19 के पश्चात उत्पन्न प्रभावों से संपूर्ण विश्व में महंगाई और धन, संसाधनों तथा उत्पादों के अभाव से जूझती  विश्व अर्थव्यवस्था में भी, बिना डगमगाए और साहसपूर्ण सही निर्णय लेकर कोई चलता नजर आ रहा है, तो वह भारत है। बिना भय खाये आत्मविश्वास से संकटों को अवसरों में बदलने की क्

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में उत्तर तथा पूर्वी भारत की घोर उपेक्षा भी - अरविन्द सिसोदिया

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कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में उत्तर तथा पूर्वी भारत की घोर उपेक्षा भी  - अरविन्द सिसोदिया 9414180151 Bharat Jodo Yatra कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी, लंबे समय से कांग्रेस को नुकसान पहुचाते आ रहे हैं । वरिष्ठ कांग्रेसियों को उनकी कतई नहीं बनती है और इसी कारण असंतुष्ट कांग्रेसियों का एक धड़ा बना हुआ है जो लगातार उनके विरुद्ध कुछ ना कुछ कहता रहता है । पहलीबार उन्हें भारत में कांग्रेस के प्रभाव वाले क्षेत्रों से जोड़नें के लिए,कांग्रेस पार्टी की ओर से गंभीर प्रयास हुआ हैं। ये यात्रा कांग्रेस को बचानें  एवं राहुल गांधी को स्थापित करनें की दृष्टि से की जाना प्रतीत हो रही हैं ।  यात्रा को लेकर कई तरह के कयास मीडिया में चल रहे हैं । किसी का मानना है कि ई डी की कार्यवाही एवं हेराल्ड प्रकरण के अदालत में होनें के चलते , यह निर्णय कांग्रेस के द्वारा लिया गया है। दूसरा विचार यह भी है कि कांग्रेस को बचानें के लिए "करो या मरो" की स्थिति में सड़क पर उतरना आवश्यक था ।  यूं तो इस यात्रा का नाम "भारत जोड़ों यात्रा " Bharat Jodo Yatra रखा गया हैं, किंतु वास्तविकता यही है कि यह यात्रा

स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु याद रखनें योग्य बातें

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याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें :-  1. बीपी: 120/80  2. पल्स: 70 - 100  3. तापमान: 36.8 - 37  4. सांस : 12-16  5. हीमोग्लोबिन: पुरुष -13.50-18  स्त्री- 11.50 - 16   6. कोलेस्ट्रॉल: 130 - 200  7. पोटेशियम: 3.50 - 5  8. सोडियम: 135 - 145  9. ट्राइग्लिसराइड्स: 220  10. शरीर में खून की मात्रा: पीसीवी 30-40%  11. शुगर लेवल: बच्चों के लिए (70-130) वयस्क: 70 - 115  12. आयरन: 8-15 मिलीग्राम  13. श्वेत रक्त कोशिकाएं WBC:  4000 - 11000  14. प्लेटलेट्स: 1,50,000 - 4,00,000  15. लाल रक्त कोशिकाएं RBC: 4.50 - 6 मिलियन.  16. कैल्शियम: 8.6 -10.3 मिलीग्राम/डीएल  17. विटामिन D3: 20 - 50 एनजी/एमएल. 18. विटामिन B12:  200 - 900 पीजी/एमएल. *वरिष्ठ यानि 40/ 50/ 60 वर्ष  वालों के लिए विशेष टिप्स:* *1- पहला सुझाव:* प्यास न लगे या जरूरत न हो तो भी हमेशा पानी पिएं, सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं और उनमें से ज्यादातर शरीर में पानी की कमी से होती हैं। 2 लीटर न्यूनतम प्रति दिन. *2- दूसरा सुझाव:* शरीर से अधिक से अधिक काम ले, शरीर को हिलना चाहिए, भले ही केवल पैदल चलकर, या तैराकी या किसी भी प्रकार के खेल से। *3-तीसरा स

प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर भाजपा सेवा पखवाड़ा मनाएगी

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प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर भाजपा सेवा पखवाड़ा मनाएगी     भारतीय जनता पार्टी , भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस को सेवा पखवाड़े के रूप में मनाएगी।  विश्व के सर्वश्रेष्ठ राजनेता एवं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार सेवा सुशासन तथा गरीब कल्याण के प्रति दृढ़ संकल्पित है । प्रधानमंत्री की नीतियों एवं कार्यक्रमों में सेवा और गरीब कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में देश  देख रहा है और उनके प्रति समाज के सभी वर्गों में व्यापक जनसमर्थन हैं । 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2022 तक सेवा के विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन मनाया जाएगा ।   उक्त कार्यक्रम के प्रदेश,जिला एवं मण्डल स्तर पर संयोजक एवं सह संयोजक बनाय गये हैं।   1- 17 व 18 सितंबर को युवा मोर्चा द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का भी आयोजन मोर्चे द्वारा रखा जाएगा । 2- 19 व 20 सितंबर को कॉविड टीकाकरण केंद्रों पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सेवा के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 3- 21 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्ति

देश की जनता को अपनी भाषा का मूल अधिकार मिले!

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    देश की जनता को अपनी भाषा का मूल अधिकार मिले! अरविन्द सीसौदिया “....एक मातृभाषा को जानने वाले दो व्यक्ति अंग्रेजी में बात करें और हमारा बस चले तो उन्हे  6 महीने की जेल कर देनी चाहिए।“     - राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ” शिक्षा भारत में विदेशी पौधा नहीं है। ऐसा कोई भी देश नहीं है जहाँ ज्ञान के प्रति प्रेम का इतने प्राचीन समय में प्रारम्भ हुआ हो या जिसने इतना स्थायी और शक्तिशाली प्रभाव उत्पन्न किया हो। वैदिक युग के साधारण कवियों से लेकर आधुनिक युग के बंगाली दार्शनिक काल तक शिक्षको और विद्वानों का एक निर्विघ्न क्रम रहा है।“ - एफ. डब्ल्यू. थामस     राजभाषा हिन्दी के संदर्भ में जब भी विषय संसद में आया तब तमिलनाडु के नेताओं को आगे करके कांग्रेस सरकारों ने अंग्रेजी को बनाये रखा! इसके पीछे उनके क्या निहित स्वार्थ हैं, यह तो भगवान ही अधिक जानता होगा। मगर पहली बात तमिलनाडू को हिन्दी के विरोध का क्या अधिकार था और अंग्रेजी से क्या मीठा है, यह भी समझ से परे है। क्योंकि कथित रूप से तमिलनाडू के विरोध के साथ, वहां की आम जनता हो यह समझ में नहीं आता! क्योंकि आम तमिल जनता को अंग्रेजी और हिन्दी एक बराबर

राष्ट्रभाषा हिन्दी को गरिमा के अनुकूल सामर्थ्यवान बनाया जाये - अरविन्द सिसौदिया

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अपने ही देश में संघर्ष करती राष्ट्रभाषा हिन्दी,अपने बलबूते विश्व में परचम फहरा रही है। राष्ट्रभाषा हिन्दी को गरिमा के अनुकूल सामर्थ्यवान बनाया जाये - अरविन्द सिसौदिया   भारत में सबसे ज्यादा बोली व समझी जानें वाली हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनने के बाद भी , राजनैतिक एवं प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार होना पडा है। आज भी मेडीकल लाईन और सर्वोच्च न्यायालय की भाषा अंग्रेजी ही है। इन क्षैत्रों में स्वदेशी भाषा अपनाने पर उतना काम हुआ ही नहीं जितनें की अपेक्षा थी। सही तो यह है कि इसे देश के शासनतंत्र ने स्व के स्वाभिमान को छोड कर विदेशी अंग्रेजी को न केबल बनाये रखा, बल्कि उसे और अधिक प्रोत्साहित किया जा रहा है।       हिन्दी को मान,सम्मान और स्वाभिमान मिल रहा है। वह उसकी खूबी एवं उसके बोलने वालों की संख्या के कारण मिल रहा है। जब से इन्टरनेट एवं सोसल मीडिया आया जब से हिन्दी पूरे विश्व में अपने बल बूते से ही बड रही है। किसी की कृपा से नहीं। हिन्दी को अर्न्तराष्टीय स्तर पर विदेशी संस्थानो ने भी इसलिये अपनाया कि वे आम हिन्दी भाषा में अपने माल को - अपने बेचान को, अपनी बात को, भारत में हिन्दी भाषी व्यक्ति तक प

Places of Worship Act, the black law of India -Ashwani Updadhyay

Places of Worship Act, the black law of India -Ashwani Updadhyay Only those places can be protected, which were erected or constructed in accordance with personal law of the person erected/constructed them, but places erected or constructed in derogation of the personal law, cannot be termed as a 'place of worship'. Retrospective cutoff-date was fixed 15th August 1947 to legalize the illegal acts of barbaric invaders. Though, Hindu Law (Temple Character never changes) was 'Law in force' at the commencement of the Constitution by virtue of Article 372(1). Hindus Jains Buddhists Sikhs have the right to profess, practice and propagate religion as provided in their religious scriptures and Article 13 prohibits from making law which takes away their rights. Moreover, the status of mosque can be given only to such structures which have been constructed according to tenets of Islam and mosques constructed against the provisions contained in Islamic law cannot be termed as Mosq

अमानवीय ब्रिटिश क्रूरता और मैना कुमारी

बिना_खड्ग_बिना_ढाल_का_काला_सच 11 सितम्बर 1857 आज का ही दिन था जब...बिठूर में एक पेड़ से बंधी 13 वर्ष की लड़की को, ब्रिटिश सेना ने जिंदा ही आग के हवाले किया, धूँ धूँ  कर जलती वो लड़की, उफ़ तक न बोली और जिंदा लाश की तरह जलती हुई, राख में तब्दील हो गई। ये लड़की थी नाना साहब पेशवा की दत्तक पुत्री मैना कुमारी। जिसे 160 वर्ष पूर्व, आज ही के दिन, आउटरम नामक ब्रिटिश अधिकारी ने जिंदा जला दिया था। जिसने 1857 क्रांति के दौरान, अपने पिता के साथ जाने से इसलिए मना कर दिया, की कही उसकी सुरक्षा के चलते, उसके पिता को देश सेवा में कोई समस्या न आये।और बिठूर के महल में रहना उचित समझा। नाना साहब पर ब्रिटिश सरकार इनाम घोषित कर चुकी थी। और जैसे ही उन्हें पता चला नाना साहब महल से बाहर है, ब्रिटिश सरकार ने महल घेर लिया, जहाँ उन्हें कुछ सैनिको के साथ बस मैना कुमारी ही मिली। मैना कुमारी, ब्रटिश सैनिको को देख कर महल के गुप्त स्थानों में जा छुपी, ये देख ब्रिटिश अफसर आउटरम ने महल को तोप से उड़ने का आदेश दिया।। और ऐसा कर वो वहां से चला गया पर अपने कुछ सिपाहियों को वही छोड़ गया। रात को मैना को जब लगा की सब लोग जा चुके है, औ

दिल्ली में ऑटो में क्यों नहीं घूमते नौटंकीवाल - अरविन्द सिसौदिया

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 दिल्ली में ऑटो में क्यों नहीं घूमते नौटंकीवाल - अरविन्द सिसौदिया Why don't nautankiwal roam in auto in Delhi - Arvind Sisodia   * गुजरात में केजरीवाल की सुरक्षा के लिये कौन जिम्मेवार माना जायेगा, गुजरात पुलिस ! केजरीवाल नें आज ऑटो स्टंट किया है । कल वे अपने उपर हमला करवानें का प्रायोजित स्टंट करेंगे ? घडियाली आंसू बहायेंगे ! गुजरात पुलिस को इस नौटंकीबाज पर कडी नजर रखनी ही होगी क्यों कि यह गुजरात के लॉ एण्ड आर्डर से जुडा मसला है। केजरीवाल मोहौल बिगाड कर खुद को खडा करनें का षडयंत्र कर रहे हैं।   भारत एक भावुक देश है । यह देश भावों से भरा है, रत्नों से भरा है कार्यक्षमता का तंत्र इस देश ने विकसित किया है। इसी लिये यह भारत कहलाता है। स्व0 इन्दिरा गांधी की हत्या होनें पर कांगेस को 400 से ज्यादा सीटें मिलीं। स्व0 राजीव गांधी की हत्या होनें पर बाम चुनाव के दूसरे चरण में कांग्रेस को लाभ मिला और नरसिंहराव के नेतृत्व में सरकार बनीं। अटलजी पर जहां हमला हुआ था वह सीट भाजपा ने जीती थी। ममता बनर्जी ने पैर की चोट को व्हील चेयर पर बैठ कर भुनाया,हारी बाजी बंगाल में जीती है। और भी कई उदाहरण हैं। यह