कांग्रेस चुनाव आयोग पर जबरिया दबाब बना कर, मतदातासूची शुद्धिकरण में बाधा उत्पन्न कर रही है - अरविन्द सिसोदिया
विपक्ष का एजेंडा अवैध घुसपैठियों के नाम जुड़वाने के लिये चुनाव आयोग को डराना धमकाना - अरविन्द सिसोदिया
कोटा 11 अगस्त। भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सहसंयोजक अरविन्द सिसोदिया ने कांग्रेस नेतृत्व वाले विपक्ष पर आरोप लगाया है कि " उनका मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची में मौजूद विदेशी अवैध घुसपैठियों के नाम कटने से बचाना और जुड़वाना और वे अपने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिये चुनाव आयोग को डराने धमकाने की राजनीती करते हुये दबाब बना रहे हैँ। क्योंकि मतदाता सूची विशेष पुनिरीक्षण से मृत, पते पर मौजूद नहीं और लंबे समय से बाहर रह रहे मतदाताओं सहित अवैध नाम हटाए जाने हैँ। "
सिसोदिया नें कहा कि " वोट चोरी और निर्वाचन आयोग का दुरूपयोग की कांग्रेस को आदत दसकों से बनी हुई है। उन्होंने चुनाव आयोग का दुरूपयोग पार्टी दफ्तर की तरह किया है। अब यह सब नहीं हो रहा है. इससे कांग्रेस बिलबिला रही है, बोखालाई हुई है। जैसे - जैसे मतदाता सूची,मतदान एवं मतगणना तकनीकी सहयोग से पारदर्शी होती गईं, कांग्रेस हांसिये पर सिमटती चली गईं, देश का वास्तविक जनमत देश पर राज करने लगा। यही कांग्रेस की समस्या है कि अब हेरफेर बंद ही गईं ।"
सिसोदिया नें कहा कि " राहुल गांधी का प्रदर्शन और प्रजेटेंशन, डराने धमकाने और दबाब बनाने की राजनीती है। उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस ठीक वैसी ही थी जैसे फिज़िक्स का मास्टर संस्कृत पढ़ाये। उन्होंने बूथ लेबिल की वास्तविक व्यवस्था के ठीक उलट बातें परोसी, जोकि उनके कमजोर संगठन की विफलतायें ही वयां करती है। न विषय से मतलब, न तर्क से वास्ता, बस बेतुके शब्दों की बेतुकी ठक-ठक। "
सिसोदिया ने कहा कि " चुनाव आयोग पर उनका हमला ऐसा है जैसे कोई छात्र परीक्षा में बार बार फेल होकर कहे कि "पेपर ही गलत है "। बार - बार जनता देशहितों से समझौता करने वाली कांग्रेस को दरकिनार कर रही है। इसकी खीज कांग्रेस चुनाव आयोग पर निकलना पूरी तरह अनुचित व आपराधिक है। "
सिसोदिया नें कहा कि " असल मुद्दा यह है कि चुनाव आयोग मतदाता सूची से विशेष पुनिरीक्षण के द्वारा फर्जी, मृत और अवैध नाम हटा रहा है। पर राहुल गाँधी को टेंशन ये है कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या, जिसे वे अपना वोट बैंक मानते है, उनके नाम हटने से उन्हें नुकसान न हो जाये । उनके अवैध नाम बचाये रखने के लिये यह डराने धमकाने और दबाब बनाने की राजनीती कर रहे है।"
सिसोदिया नें कहा कि " राहुल गाँधी एक तरह हिंदुत्व की आलोचना करते हैँ और दूसरी तरफ वे भारत विरोधी अवैध घुसपैठियों को संरक्षण देनें के लिये चुनाव आयोग के विरुद्ध हल्ला कर रहे हैँ। देश कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के कारण पहले ही बहुत नुकसान उठा चुका है। किन्तु विदेश से हो रहे जनसंख्या आक्रमण को बर्दास्त नहीं किया जा सकता। "
सिसोदिया नें कहा कि " असलियत यह है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के नाम मतदाता सूची में डाले जाएं और यही कांग्रेस की वोट बैंक राजनीति का असली चेहरा है। राहुल गाँधी नें इसी कारण से असम के मुख्यमंत्री को भी धमका चुके हैँ। देश के अधिकारों को राहुल गांधी अवैध विदेशी घुसपैठियों के हाथों में सौंपना चाहते हैं, यही उनकी निहित वोट बैंक हेतु तुष्टिकरण की राजनीति है। वो जोर-जोर से एक गलत विषय को उठाकर, थिएटरिक्स करके, जनता को भ्रमित करने का प्रयास करते हैं। जिसे जनता सिरे से नकारदेती है।"
सिसोदिया नें कहा कि " राहुल गांधी शायद भूल गए कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा फर्जी नामों से नहीं, बल्कि देश के अधिकृत वोटरों से होती है। लेकिन जब राजनीतिक स्वार्थ के लिये “ अधिकृत नागरिक” और “ विदेशी घुसपैठिया” के बीच फर्क मिटा कर आयोग पर जोर जबरदस्ती पर उतारू है। इससे तो देश ही विदेशियों के हाथ में चला जायेगा। "
भवदीय
अरविन्द सिसोदिया
9414180151
भारत की मतदातासूचीयों से अवैध घुसपैठियों के नाम कटने ही चाहिए
कांग्रेस चुनाव आयोग पर जबरिया दबाब बना कर, मतदातासूची शुद्धिकरण में बाधा उत्पन्न कर रही है - अरविन्द सिसोदिया
कोटा 10 अगस्त। भाजपा राजस्थान के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सहसंयोजक अरविन्द सिसोदिया नें कांग्रेस नेता राहुल गाँधी पर आरोप लगाया कि " नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी भारत निर्वाचन आयोग पर अनावश्यक दबाब बना कर मूलतः मतदातासूचीयों के शुद्धिकरण कार्य में बाधा डाल रहे हैँ। जिसका फायदा मतदाता सूची में अवैधरूप से दर्ज हो चुके बंगालदेशी और रोहिंग्याओं को मिलेगा। जो भारत के राष्ट्रहित और लोकतंत्र के लिये बड़ा खतरा हैँ ।"
सिसोदिया नें कहा कि " भारत का लोकतंत्र एक बड़े षड्यंत्र के निशाने पर है, देश पर कब्जा करने की साजिश हो रही, करोड़ों बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठिये देश में वर्षों से अवैध रूप से घुसे हुये हैँ। तुष्टिकरण की राजनीती करने वाले दल, वोट के लालच में राष्ट्रीय हितों ओर सच्चे लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रहे हैँ। जो इस देश के नागरिक नहीं हैं, उनके नाम मतदातासूची में बचे रहें इस तरह की कोशिश हो रही हैँ। चुनाव आयोग पर जबरिया दबाब बनाया जा रहा है, उसे डराया धमकाया जा रहा है। जो पूरी तरह अनैतिक कृत्य है । "
सिसोदिया नें कहा कि " पिछले कई दशकों से भारत में अवैध घुसपैठिये रह रहे हैं। इन लोगों ने न केवल मतदाता सूची में अपना नाम घुसा लिया है, बल्कि आधार कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस तक बनवा लिए हैं, यह अनेकों बार सामने आ चुका है। इसलिए मतदातासूची की गहन पड़ताल आवश्यक है। "
सिसोदिया नें कहा कि " असम, बंगाल और बिहार के कई जिलों में यह बहुत बड़ा मुद्दा है।यह सब सुनियोजित साजिश के तहत हो रहा है। कुछ राजनीतिक दल इन अवैध घुसपैठियों को अपना पक्का वोट बैंक मानते हैँ और इसी लालच में इस तरह के तत्वों को संरक्षण देनें और कवर फायर से स्पोर्ट करने के लिये असल तथ्य से ध्यान भटकाते हैं। तुष्टिकरणवादी मतदाता सूची में इनके अवैध नाम बनाए रखने हेतु झूठे और बेबुनियाद आरोपों से चुनाव आयोग को दबाब में ले रहे हैँ। जो पूरी तरह अनुचित है। क्योंकि अवैध मतदाता राष्ट्रहित और लोकतंत्र के लिए सीधा खतरा हैँ। "
सिसोदिया नें कहा कि " घुसपैठिये सिर्फ़ सामान्य गड़बड़ी नहीं है, बल्कि यह भारतीय मतदाता के अधिकारों पर सीधी डकैती और राष्ट्रविरोधी गतिविधि है। इस तरह के घुसपैठिये राष्ट्रीय सुरक्षा, सांस्कृतिक पहचान और स्थानीय नागरिकों के अधिकारों के खिलाफ एक सुनियोजित हमला है। इसलिए मतदाता सुचियों की गहन जाँच होनी ही चाहिए। "
सिसोदिया नें कहा कि " अवैध मतदाताओं की पहचान कर उनका नाम तुरंत मतदाता सूची से हटाया जाए। पूरे देश में विशेष पुनिरीक्षण किया जाये। पहचान की स्पष्टता के लिये आधार- कार्ड एवं मतदाता सूची लिंकिंग और नागरिकता का बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य किया जाए। प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार के विरुद्ध कठोर एवं त्वरित कार्यवाही निर्देशित हो । एवं घुसपैठियों को देश से बाहर भेजा जाए।"
भवदीय
अरविन्द सिसोदिया
9414180151
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