उपराष्ट्रपति भी रहे जवाहरलाल नेहरू ?




उपराष्ट्रपति भी रहे जवाहरलाल नेहरू ?

आज के दिन हुआ था पहली अंतरिम सरकार का गठन, नेहरू थे उप-राष्ट्रपति
short by शुभम गुप्ता / 02 Sep 2018,Sunday

ब्रिटिश हुकूमत से भारतवासियों को सत्ता सौंपने के लिए 2 सितंबर 1946 को पहली अंतरिम सरकार का गठन हुआ था जिसके राष्ट्रपति 'ब्रिटिश गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया' और उपराष्ट्रपति जवाहरलाल नेहरू थे। इस सरकार में प्रधानमंत्री के सभी अधिकार नेहरू के पास और आंतरिक सुरक्षा एवं सूचना प्रसारण मंत्रालयों की ज़िम्मेदारी सरदार वल्लभ भाई पटेल के पास थी।
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...जब आजादी मिलने के 1 साल पहले बनी 'भारत सरकार'
अंग्रेजों के हाथ से हुकूमत छीनकर, भारत-पाकिस्तान का भविष्य तय करने वाली पहली अंतरिम सरकार 2 सितंबर 1946 में बनी थी.

वंदना भारती
02 सितंबर 2017,

ब्रिटिश हुकूमत से सत्ता लेकर भारत और पाकिस्तान बनाने में मदद देने के लिए 2 सितंबर, 1946 को भारत की अंतरिम सरकार का गठन किया गया था.

बहुत कम लोग जानते हैं कि भारत की पहली स्वत्रंत सरकार भारत को आजादी मिलने के लगभग 1 साल पहले ही बन गई थी.

इसका कार्यकाल 2 सितंबर, 1946 से लेकर 15 अगस्त, 1947 तक जारी रहा.
दूसरी वर्ल्ड वॉर के बाद ब्रिटिश हुकूमत ने 'भारत छोड़ो आंदोलन' में शामिल सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा कर दिया.
अंतरिम सरकार में वाइस प्रेसिडेंट नेहरू थे, जिनके ऊपर प्रेसिडेंट द विस्काउंट वेवल और कमांडर इन चीफ सर क्लॉड थे.
कांग्रेस और मुस्लिम लीग संविधान सभा के चुनावों के लिए सहमत हो गई थी.
अगस्त, 1947 तक भारत, ब्रिटेन के तहत रहा, लेकिन अंतरिम सरकार ने अमेरिका समेत कई देशों के साथ कूटनीतिक रिश्ते बनाने की शुरुआत कर दी थी.
अंतरिम सरकार के सदस्य के नाम: शरत चंद्र बोस, जगजीवन राम, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, सरदार पटेल, आसफ अली, जवाहरलाल नेहरू और सय्यत अली जहीर.

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अंतरिम सरकार का गठन, 1946
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-> कैबिनेट मिशन(Cabinet Mission) योजना के तहत 24 अगस्त 1946 को प्रथम अंतरिम राष्ट्रीय सरकार की घोषणा की गई तथा 2 सितंबर 1946 को पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में अंतरिम सरकार गठित की गई |-> वायसराय लॉर्ड उंटबेटन अध्यक्ष तथा पंडित जवाहरलाल नेहरू उपाध्यक्ष सहित परिषद में कुल 13 सदस्य थे | -> 26 अक्टूबर 1946 को मुस्लिम लीग भी सरकार में शामिल हो गई | -> परिषद के 3 सदस्य सैयद अली ज़हीर, शरत चंद्र बोस तथा सर शाफत अहमद खा को मंत्रिमंडल से हटाकर मुस्लिम लीग के 5 प्रतिनिधियों को इसमें शामिल कर लिया गया | -> लीग का सरकार में शामिल होने का उद्देश्य परिषद के भीतर रहकर पाकिस्तान के लिए लड़ना था |
अंतरिम सरकार के सदस्य -
पंडित जवाहर लाल नेहरु - कार्यकारी परिषद् के उपाध्यक्ष,विदेश विभाग, राष्ट्रमंडल से सम्बंधित मामले
वल्लभभाई पटेल - गृह, सुचना एवं प्रसारण
बलदेव सिंह - रक्षा
डॉ.जॉन - उद्योग एवं आपूर्ति
सी.राजगोपालाचारी - शिक्षा
सी.एच.भाभा - कार्य, खनन एवं शक्ति
राजेंद्र प्रसाद -खाद्य एवं कृषि
आसफ अली - रेलवे
जगजीवन राम - श्रम
लियाकत अली - वित्त
टी.टी.चुंदरीगर - वाणिज्य
अब्दुल रब नश्तर - संचार
गजान्फर अली खान - स्वास्थ्य  
जोगेंद्र नाथ मंडल - विधि

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