कांग्रेस का गद्दार चेहरा फिर उजागर - अरविन्द सिसोदिया

कांग्रेस का गद्दार चेहरा फिर उजागर 
कांग्रेस पार्टी जब भी सत्ता से बहज आती हे , सामान्य शिष्टाचार भी भूल जाती है । अपने देश के आंतरिक मामले दूसरे के घर में  जाकर नही उठाये जाते !! मगर कांग्रेस नेता सलमान खुरदीश ने एक गद्दार की तरह पाकिस्तान को आतंकवाद के मामले  में क्लीनचिट दी और चुनी हुई देश की सरकार की आलोचना की !! शेम शेम !!! कांग्रेस को देश से गद्दारी के लिए क्षमा मांगनी चाहिए !! यूं तो सब जानते हैं की कांग्रेस ने यह सोच समझी चाल के अंतरगर्त किया है ! मुस्लिम वोटों को ठगने के लिए !! 
इससे पहले जब अटलजी की सरकार नें परमाणु परिक्षण किता था तब सोनिया गांधी जी ने विदेशों के घूम घूम कर अटलजी सरकार की निंदा की थी !!
- अरविन्द सिसोदिया , जिला महामंत्री भाजपा कोटा राजस्थान 

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इस्लामाबाद में सलमान खुर्शीद ने की बीजेपी की आलोचना, पाक  मीडिया में सुर्खियों में आए
dainikbhaskar.comNov 13, 2015

इस्लामाबाद. कांग्रेस के सीनियर लीडर और भारत के पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद इस्लामाबाद में अपने बयानों को लेकर पाकिस्तानी मीडिया में सुर्खियों में आ गए। खुर्शीद ने भारत-पाक रिश्तों पर बीजेपी के रवैये को गलत ठहराया। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के अमन के पैगाम का बीजेपी की अगुआई वाली सरकार ने सही जवाब नहीं दिया।" वहीं, उन्होंने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पाकिस्तान आर्मी की तारीफ की।
कहां दिए खुर्शीद ने ये बयान?
खुर्शीद गुरुवार शाम इस्लामाबाद के जिन्ना इंस्टीट्यूट में स्पीच दे रहे थे। जिन्ना इंस्टीट्यूट हर साल अलग-अलग टॉपिक पर सेमिनार कराता है। इस बार बतौर स्पीकर खुर्शीद को न्योता दिया गया था। खुर्शीद के स्पीच के वक्त वहां कई देशों के एंबेसडर मौजूद थे।
पाकिस्तानी मीडिया में कैसे छा गए खुर्शीद?

- पाकिस्तानी न्यूज साइट द डॉन ने लिखा- अमन के लिए पाकिस्तान की कोशिशों को नजरअंदाज करने के लिए भारत के ही पूर्व मंत्री ने बीजेपी की आलोचना है।
- पाक ट्रिब्यून ने खुर्शीद के हवाले से लिखा कि मोदी अब भी सीख ही रहे हैं कि अच्छा नेता कैसे बना जाए।
- डेली टाइम्स और पाकिस्तान टुडे ने लिखा कि सलमान खुर्शीद की मानें तो भारत सरकार को कोई अंदाजा ही नहीं है कि उसे पाकिस्तान को लेकर क्या पॉलिसी अपनानी है।
खुर्शीद ने कहा क्या?
> खुर्शीद ने कहा कि पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ की यह दूर की सोच थी कि वे मई 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान से दिल्ली आए। नवाज का यह बेबाक फैसला उनकी हिम्मत को दिखाता है। मोदी सरकार को यह समझना था।
> खुर्शीद ने कहा, “कांग्रेस जब सरकार में थी, तब भी बीजेपी इस बात के लिए दबाव बनाती थी कि पाकिस्तान के साथ रिश्ते सामान्य न रहें।”
> बीजेपी ने पाकिस्तान को लेकर सख्त रवैया अपनाया है।
> भारत ने साउथ एशिया में शांति के लिए पाकिस्तान की कोशिशों का उस तरह से जवाब नहीं दिया, जिस तरह से देना चाहिए था। बीजेपी की अगुआई वाली भारत सरकार ने पाकिस्तान के अमन के पैगाम का भी वाजिब तरीके से जवाब नहीं दिया।
> पीएम मोदी अब भी स्टेट्समैन बनने के गुर सीख ही रहे हैं। मोदी सरकार को इस बात का साफ तौर पर अंदाजा नहीं है कि उसे पाकिस्तान या बाकी किसी देश के साथ कैसे रिश्ते रखने हैं?
> हैरानी की बात यह है कि इस मौके पर सलमान ने आतंकवाद से निपटने के तरीके को लेकर पाकिस्तान सरकार और सेना की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना कबायली इलाकों में आतंकवाद के खिलाफ बेहद मुश्किल लड़ाई लड़ रही है।
भारत-पाकिस्तान नहीं सुलझा पाए अपने विवाद
कांग्रेस लीडर ने कहा कि 1947 के बाद दुनिया में कई विवाद हुए और उन्हें सुलझा भी लिया गया, लेकिन भारत और पाकिस्तान के हाल वही हैं। उनमें झगड़ा खत्म नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान से बातचीत चाहता है, तो उसे इस बात का ध्यान रखना होगा कि पाकिस्तान में डेमोक्रेसी को नुकसान न हो। उन्होंने कहा, “एक कामयाब और स्थिर पाकिस्तान ही भारत के लिए बेहतर है।”
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सलमान खुर्शीद ने इस्लामाबाद में की मोदी सरकार की आलोचना, पाक मीडिया में छाए
इस्लामाबाद : कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने पाकिस्‍तान यात्रा के दौरान मोदी सरकार की जमकर खिंचाई की। उन्‍होंने इस्‍लामाबाद में कहा, ‘भारत सरकार ने दक्षिण एशिया में शांति बनाए रखने के लिए पाकिस्‍तान के अमन के पैगाम का उचित जवाब नहीं दिया।’

पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्राइब्यून’ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इस्लामाबाद में गुरुवार को इस्लामाबाद स्थित जिन्ना इंस्टिट्यूट में दिए एक लेक्चर के दौरान सलमान खुर्शीद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होकर नवाज शरीफ ने दूरदर्शिता का परिचय दिया था।

‘द एक्सप्रेस ट्राइब्यून’ अखबार सलमान खुर्शीद के हवाले से लिखता है कि भारत में BJP के नेतृत्व वाली सरकार पाकिस्तान के शांति संदेश का माकूल जवाब देने में नाकाम रही। खुर्शीद ने कहा कि साल 1947 के बाद से ही दुनिया ने तमाम तरह के विवादों और संघर्षों का समाधान निकाला है लेकिन भारत-पाकिस्तान के हालात नहीं बदले।

खुर्शीद ने कहा कि पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ की यह दूर की सोच थी कि वे मई 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान से दिल्ली आए। नवाज का यह बेबाक फैसला उनकी हिम्मत को दिखाता है। मोदी सरकार को यह समझना था। खुर्शीद ने कहा, कांग्रेस जब सरकार में थी तब भी बीजेपी इस बात के लिए दबाव बनाती थी कि पाकिस्तान के साथ रिश्ते सामान्य न रहें। बीजेपी ने पाकिस्तान को लेकर सख्त रवैया अपनाया है।

पीएम मोदी अब भी स्टेट्समैन बनने के गुर सीख ही रहे हैं। मोदी सरकार को इस बात का साफ तौर पर अंदाजा नहीं है कि उसे पाकिस्तान या बाकी किसी देश के साथ कैसे रिश्ते रखने हैं? एक कामयाब और स्थिर पाकिस्तान ही भारत के लिए बेहतर है।

इस मौके पर हैरान करने वाली बात यह थी कि खुर्शीद ने आतंकवाद से निपटने के तरीके को लेकर पाकिस्तान सरकार और सेना की तारीफ की। खुर्शीद ने कहा कि पाकिस्तान की सेना कबायली इलाकों में आतंकवाद के खिलाफ बेहद मुश्किल लड़ाई लड़ रही है।

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