कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान



ओ गोरे धोरा री धरती रो, पिच रंग पाड़ा री धरती रो
पितळ पाथळ री धरती रो, मीरा कर्माँ री धरती रो
कितरो, कितरो मैं कराँ रे बखाण
कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

घर गूंज्या भाई धर्मजला
घर गूंज्या भाई धर्मजला
धर्मजला भाई धर्मजला हो हो

कोटा बूंदी भलो भरतपुर, अलवर और अजमेर
कोटा बूंदी भलो भरतपुर, अलवर और अजमेर
पुष्कर तीरथ बडो के जिणरी महिमा चारो उमेर
दे अजमेर शरीफ औलिया ... (२), नित सत रो परमाण
कितरो, कितरो मैं कराँ रे बखाण
कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

घर गूंज्या भाई धर्मजला
घर गूंज्या भाई धर्मजला
धर्मजला भाई धर्मजला हो हो

दशों दिशा वा में गूंजे रे, वीरां रो गुणगान
दशों दिशा वा में गूंजे रे, वीरां रो गुणगान
हल्दीघाटी अर प्रताप रे तप पर जग कुर्बान
चेतक अर चित्तौड़ पर सारे .. (२) जग ने है अभिमान
कितरो, कितरो मैं कराँ रे बखाण
कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

घर गूंज्या भाई धर्मजला
घर गूंज्या भाई धर्मजला
धर्मजला भाई धर्मजला हो हो

उदियापुर में एकलिंगजी, गणपति रणथम्भोर
उदियापुर में एकलिंगजी, गणपति रणथम्भोर
जयपुर में आमेर भवानी, जोधाणे मंडौर
बिकाणे में करणी माता ... (२), राठोडा री शान
कितरो, कितरो मैं कराँ रे बखाण
कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

घर गूंज्या भाई धर्मजला
घर गूंज्या भाई धर्मजला
धर्मजला भाई धर्मजला हो हो

आबू छत्तर तो सीमा रो रक्षक जैसलमेर
आबू छत्तर तो सीमा रो रक्षक जैसलमेर
इण रे गढ़ रा परपोटा है बाँका घेर घुमेर
घर घर गूंजे मेडतणी ... (२), मीरा रा मीठा गान

कितरो, कितरो मैं कराँ रे बखाण
कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

घर गूंज्या भाई धर्मजला
घर गूंज्या भाई धर्मजला
धर्मजला भाई धर्मजला हो हो

राणी सती री शेखावाटी, जंगल मंगल करणी
राणी सती री शेखावाटी, जंगल मंगल करणी
खाटू वाले श्याम धणी री महिमा जाए न बरणी
करणी बरणी रोज चलावे ... (२) वायड री संतान
कितरो, कितरो मैं कराँ रे बखाण
कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

घर गूंज्या भाई धर्मजला
घर गूंज्या भाई धर्मजला
धर्मजला भाई धर्मजला हो हो

गोगा पाबू तेजो दांडू, झाम्भोजी री वाणी
गोगा पाबू तेजो दांडू, झाम्भोजी री वाणी
रामदेव के पर्चा री लीला किणसूं अणज्ञाणी
जेमल पत्ता भामाशा री ... (२) आ धरती है खाण
कितरो, कितरो मैं कराँ रे बखाण
कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

घर गूंज्या भाई धर्मजला
घर गूंज्या भाई धर्मजला
धर्मजला भाई धर्मजला हो हो

वीर पदमणी, हाड़ी राणी, जेडी सतियाँ जाई
वीर पदमणी, हाड़ी राणी, जेडी सतियाँ जाई
जोधा दुर्गा दाससा जन्म्या, जन्मी पन्ना धाई
जौहर और झुंझार सूं होवे... (२) इणरी खरी पिछाण
कितरो, कितरो मैं कराँ रे बखाण
कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

घर गूंज्या भाई धर्मजला
घर गूंज्या भाई धर्मजला
धर्मजला भाई धर्मजला हो हो

ओ गोरे धोरा री धरती रो, पिच रंग पाड़ा री धरती रो
पितळ पाथळ री धरती रो, मीरा कर्माँ री धरती रो
कितरो, कितरो मैं कराँ रे बखाण
कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

घर गूंज्या भाई धर्मजला
घर गूंज्या भाई धर्मजला
धर्मजला भाई धर्मजला हो हो 

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

जन गण मन : राजस्थान का जिक्र तक नहीं

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी

इंडी गठबन्धन तीन टुकड़ों में बंटेगा - अरविन्द सिसोदिया

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रवाद Swami Vivekananda and Nationalism