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इस्लाम के प्रति महापुरुषों के विचार islam

संछेप में...इस्लाम के प्रति महापुरुषों के विचार।।   1. स्वामी विवेकानंद   ऎसा कोई अन्य मजहब नहीं जिसने इतना अधिक रक्तपात किया हो और अन्य के लिए इतना क्रूर हो । इनके अनुसार जो कुरान को नहीं मानता कत्ल कर दिया जाना चाहिए । उसको मारना उस पर दया करना है । जन्नत ( जहां हूरे और अन्य सभी प्रकार की विलासिता सामग्री है ) पाने का निश्चित तरीका गैर ईमान वालों को मारना है । इस्लाम द्वारा किया गया रक्तपात इसी विश्वास के कारण हुआ है ।                कम्प्लीट वर्क आफ विवेकानन्द वॉल्यूम २ पृष्ठ २५२-२५३ 2.  गुरु नानक देव मुसलमान सैय्यद , शेख , मुगल पठान आदि सभी बहुत निर्दयी हो गए हैं । जो लोग मुसलमान नहीं बनते थें उनके शरीर में कीलें ठोककर एवं कुत्तों से नुचवाकर मरवा दिया जाता था ।             - नानक प्रकाश तथा प्रेमनाथ जोशी की पुस्तक पैन इस्लाममिज्म रोलिंग बैंक पृष्ठ ७0   3. महर्षि दयानन्द सरस्वती  इस मजहब में अल्लाह और रसूल के वास्ते संसार को लुटवाना और लूट के माल ...

सरदार पटेल के शौर्य के सामने पराजित हुई थी निजाम की सेना - अरविन्द सिसौदिया

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  अरविन्द सिसौदिया 9414180151             भारत की स्वतंत्रता के इतिहास के दो सुपरस्टार थे तो वे है। भारत में रह कर देश बनाने का काम करने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल और देश के बाहर अन्तर्राष्ट्रिय शक्तियों के साथ मिल कर भारत की प्रथम स्वतत्र सरकार बनाने वाले नेताजी सुभाषचन्द्र बोस, उनकी आजाद हिन्द फौज ही भारत की आजादी का असली कारण बनीं थी। देश युगों - युगों तक इन दोनों महान विभूतियों के राष्ट्रनिर्माण में अविस्मरीय योगदान को भूला नहीं सकता । द हीरोज ऑफ फ्रीडम से इन्हे हमेशा याद करता रहेगा।          हैदराबाद एक बहुत बडी रियासत थी,अति सम्पन्न भी थी, उसके निजाम जब कहीं जाते थे, तो उन्हे 21 तोपों की सलामी दी जाती थी । उसका 82,698 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल था। उनके पास बहुत बडी व्यक्तिगत सेना भी थी। जो रजाकार के नाम से जानी जाती थी। पोने दो करोड की जनसंख्या थी। जिसमें 85 प्रतिशत हिन्दू थे। शेष मुस्लमान थे।          अग्रेज भी भारत के साथ छल कपट का खेल खेल रहे थे । वे अपरोक्ष रूप ...