चित्तौड़गढ़ दुर्ग को बचाने की मांग
चित्तौड़गढ़ दुर्ग को बचाने की मांग
तारीख: 20 Dec 2014
हिन्दू जागरण मंच के एक प्रतिनिधिमंडल ने गत दिनों जयपुर में राजस्थान के विधि मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़, खनन मंत्री राजकुमार रिणवा और धरोहर संरक्षण संस्थान के अध्यक्ष औंकारसिंह लखावत से मिलकर विश्व संरक्षित धरोहर चित्तौड़गढ़ दुर्ग को बचाने की मांग की है।
मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रतापभानु सिंह शेखावत ने बताया कि दुर्ग के चारों ओर अबाध गति से खनन हो रहा है। खनन में भारी मशीनरी और बेहताशा विस्फोटक के उपयोग से हो रहे कम्पन से दुर्ग की दीवारों में जगह-जगह दरारें आ गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से यदि तत्काल खनन नहीं रोका गया तो ऐतिहासिक दुर्ग कुछ वषोंर् में पूरी तरह से ढह सकता है। चित्तौड़गढ़ दुर्ग करीब एक हजार वर्ष पुराना है। इसी दुर्ग में कई शौर्य एवं पराक्रम की गाथाएं लिखी गई हैं। यह मेवाड़ के महानायक जैसे-महाराणा हमीर, महाराणा सांगा, महाराणा प्रताप, पन्ना धाई, मीरा बाई इत्यादि की कर्मभूमि रहा है।
हिन्दू जागरण मंच के एक प्रतिनिधिमंडल ने गत दिनों जयपुर में राजस्थान के विधि मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़, खनन मंत्री राजकुमार रिणवा और धरोहर संरक्षण संस्थान के अध्यक्ष औंकारसिंह लखावत से मिलकर विश्व संरक्षित धरोहर चित्तौड़गढ़ दुर्ग को बचाने की मांग की है।
मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रतापभानु सिंह शेखावत ने बताया कि दुर्ग के चारों ओर अबाध गति से खनन हो रहा है। खनन में भारी मशीनरी और बेहताशा विस्फोटक के उपयोग से हो रहे कम्पन से दुर्ग की दीवारों में जगह-जगह दरारें आ गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से यदि तत्काल खनन नहीं रोका गया तो ऐतिहासिक दुर्ग कुछ वषोंर् में पूरी तरह से ढह सकता है। चित्तौड़गढ़ दुर्ग करीब एक हजार वर्ष पुराना है। इसी दुर्ग में कई शौर्य एवं पराक्रम की गाथाएं लिखी गई हैं। यह मेवाड़ के महानायक जैसे-महाराणा हमीर, महाराणा सांगा, महाराणा प्रताप, पन्ना धाई, मीरा बाई इत्यादि की कर्मभूमि रहा है।
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