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नवंबर, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हिन्दू संस्कृति के पुनर्जागरण के पुरोधा : श्री अशोक सिंहल

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भारतीय संस्कृति के पुनर्जागरण के पुरोधा : श्री अशोक सिंहल तारीख: 23 Nov 2015 - पाञ्चजन्य ब्यूरो भारतीय संस्कृति संपूर्ण विश्व में अपने परंपरागत ज्ञान वैभव के लिए अनुकरणीय मानी जाती है। विश्वभर में आज भी संभावित वैश्विक आर्थिक शक्ति वाले भारत से ज्यादा विश्वगुरु भारत की अवधारणा पर ज्यादा चर्चा होती है। विश्वगुरु की इसी छवि को एक बार पुन: प्रभावी ढंग से स्थापित करने के लिए जीवन के पूरे 8 दशक लगाकर श्री अशोक सिंहल ने विश्व हिन्दू परिषद और उससे जुड़े कई प्रकल्पों के माध्यम से देश-विदेश में अनवरत कार्य किया। मूलत: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक व्रती स्वयंसेवक श्री अशोक सिंहल प्रचारक रूप में भी समाज और देश के गौरव एवं स्वाभिमान के लिए प्रतिबद्ध रहे। बचपन से संघ कार्य में तल्लीन अशोक जी ने आपातकाल के बाद दिल्ली और हरियाणा प्रांत में प्रांत प्रचारक रहते हुए अपने बहुआयामी बौद्धिक कौशल से संघ शक्ति को विस्तार प्रदान किया। संघ के स्वयंसेवक जानते हैं कि नियमित प्रार्थनाओं और गीतों को जब अशोक जी का मधुर और ओजपूर्ण कंठ मिलता था तो वे जीवंत प्रेरणा व जागरण के प्रतीक बन जाते थे। श्रीगुरुजी

असहिष्णुता के नाम पर देश में बौद्धिक आतंकवाद फैलाया जा रहा है- जे. नंद कुमार

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**** बौद्धिक आतंकवाद जयपुर, 26 नवंबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख जे. नंदकुमार ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर पहला हमला पहले संविधान संशोधन के रूप में नेहरू सरकार ने साप्ताहिक पत्रिका पर प्रतिबंध लगाकर किया था। उन्होंने बताया कि मद्रास स्टेट से रोमेश थापर की क्रास रोड्स नामक पत्रिका में नेहरू की आर्थिक एवं विदेश नीतियों के खिलाफ एक लेख लिखा गया था, जिसके फलस्वरूप इस पत्रिका को मद्रास सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया। नंदकुमार गुरूवार को 65 वें सं विधान दिवस के अवसर पर प्रेस क्लब में पत्रकारों के साथ चाय पर वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यद्यपि रोमश थापर न्यायलय में मद्रास सरकार के विरूद्ध मुकदमा जीत गए थे, तो भी 12 मई 1951 में संविधान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटा गया। 25 मई को यह संशोधन पारित हो गया जो वर्तमान में भी है। यह उदाहरण बताते हुए उन्होंने कहा कि असहिष्णु कौन है, और इसकी शुरूआत किसने की इस पर विचार करना चाहिए। संविधान को लोकतंत्र में ईष्वर के समान बताते हुए उन्होंने कहा कि संविधान में पंथ निरपेक्षता शब्द आने से पूर्व भी भ

26 नवंबर : संविधान दिवस constitution day of india

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26 नवंबर को संविधान दिवस घोषित, जानिए अपने संविधान की 26 खास बातें     25 November 2015     नई दिल्ली : सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस घोषित किया है. इस अवसर पर गुरुवार को विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है. सरकार ने संसद के विशेष सत्र का भी आयोजन किया है. संसदीय कार्य मंत्रालय ने संविधान दिवस के दिन संसद भवन परिसर को रोशन करने का फैसला किया है. सरकारी सूत्रों के अनुसार, सरकार ने 26 नवंबर को अधिकारियों से संविधान की प्रस्तावना पढ़ने को कहा है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा गणतंत्र है और इसके संविधान की कई खासियतें भी हैं. आइए जानते हैं भारतीय संविधान की खास बातें.... 1. भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है. संविधान में सरकार के संसदीय स्‍वरूप की व्‍यवस्‍था की गई है. जिसकी संरचना कुछ अपवादों के अतिरिक्त संघीय है. 2. संविधान को 26 नवंबर 1949 को स्वीकार किया गया था लेकिन वह 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ. 3. 11 दिसंबर 1946 को संविधान सभा की बैठक में डॉ. राजेंद्र प्रसाद को स्थायी अध्यक्ष चुना गया, जो अंत तक इस पद पर बने रहें. 4. भारत संघ में ऐसे सभी क्षे

कांग्रेस ने कितना काम किया ?

सही बात है, मोदी जी ने कुछ काम नही किया है | देखो हर साल कांग्रेस कितना काम करती थी, खोदकर लाया हूँ उनके सारे कारनामे | 1987 - बोफोर्स तोप घोटाला, 960 करोड़ 1992 - शेयर घोटाला, 5,000 करोड़।। 1994 - चीनी घोटाला, 650 करोड़ 1995 - प्रेफ्रेंशल अलॉटमेंट घोटाला, 5,000 करोड़ 1995 - कस्टम टैक्स घोटाला, 43 करोड़ 1995 - कॉबलर घोटाला, 1,000 करोड़ 1995 - दीनार / हवाला घोटाला, 400 करोड़ 1995 - मेघालय वन घोटाला, 300 करोड़ 1996 - उर्वरक आयत घोटाला, 1,300 करोड़ 1996 - चारा घोटाला, 950 करोड़ 1996 - यूरिया घोटाला, 133 करोड 1997 - बिहार भूमि घोटाला, 400 करोड़ 1997 - म्यूच्यूअल फण्ड घोटाला, 1,200 करोड़ 1997 - सुखराम टेलिकॉम घोटाला, 1,500 करोड़ 1997 - SNC पॉवेर प्रोजेक्ट घोटाला, 374 करोड़ 1998 - उदय गोयल कृषि उपज घोटाला, 210 करोड़ 1998 - टीक पौध घोटाला, 8,000 करोड़ 2001 - डालमिया शेयर घोटाला, 595 करोड़ 2001 - UTI घोटाला, 32 करोड़ 2001 - केतन पारिख प्रतिभूति घोटाला, 1,000 करोड़ 2002 - संजय अग्रवाल गृह निवेश घोटाला, 600 करोड़ 2002 - कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज घोटाला, 120 करोड़ 2003

40 देशों से हो रही है IS को फंडिंग - राष्ट्रपति पुतिन

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रूसी राष्ट्रपति पुतिन का सनसनीखेज दावा, '40 देशों से हो रही है IS को फंडिंग, जी-20 के देश भी शामिल' Tuesday, November 17, 2015 ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के पेरिस पर हुए हमले को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सनसनीखेज दावा किया है। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि आतंकी संगठन आईएस को कुछ देशों से पैसा पहुंच रहा है, जिसमें जी-20 से जुड़े देश भी शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि आईएस को फंडिंग करने की इस लिस्ट में कुल 40 देशों का नाम है। जिन देशों से पैसा पहुंच रहा है, उसे लेकर पुतिन ने खुफिया जानकारियां भी साझा कीं। पुतिन ने साथ ही कहा कि आईएस तेल का गैरकानूनी कारोबार करता है। इसे भी खत्म करने की जरूरत है। पुतिन के मुताबिक आईएसआईएस पेट्रोलियम प्रॉडक्‍ट्स का बिजनेस करता है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि कई देश आईएस के साथ तेल का अवैध व्यापार भी का करते हैं और उन्हें अपनी हरकतों से बाज आना होगा।  सम्मेलन के बाद पुतिन ने कहा कि मैंने उदाहरणों के साथ बताया कि कैसे आईएस तक कुछ मुल्कों से पैसा पहुंच रहा है और इसमें हमारे साथी देश भी शामिल हैं।

शत्रुघ्न सिन्हा : संघ के अधिकारियों का मिलने से इंकार

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शत्रुघ्न सिन्हा पहुंचे संघ मुख्यालय,  संघ के अधिकारियों का मिलने से इंकार नागपुर : भाजपा के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा अपने बागी रूख पर कायम है. बिहार चुनाव की हार के बाद पार्टी के शीर्ष नेताओं की कड़ी आलोचना कर चुके शत्रुघ्न सिन्हा अपनी शिकायत लेकर संघ मुख्यालय नागपुर पहुंचे. लेकिन, नागपुर में संघ ने उनकी बात सुनने या उनसे मुलाकात करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. प्राप्त जानकारी के अनुसार शत्रुघ्न सिन्हा शुक्रवार को नागपुर पहुंचे थे, नागपुर में उन्हें न केवल संघ की तरफ से बल्कि बीजेपी के स्थानीय नेताओं की ओर से भी बेहद ठंडी बेहद प्रतिक्रिया मिली. शत्रुघ्न सिन्हा सरसंघ चालक मोहन भागवत और सचिव भैया जी जोशी से मिलने गये थे. हालांकि मोहन भागवत और भैया जी जोशी नागपुर से बाहर गये हुए है. सूत्रों के मुताबिक संघ के किसी भी जूनियर अधिकारियों ने भी शत्रुघ्न सिन्हा से मिलने में दिलचस्पी नहीं दिखाई. भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा नागपुर से भाजपा सांसद नितिन गडकरी से मिलने की भी इच्छा जतायी. लेकिन ,नितिन गडकरी ने भी शत्रुघ्न सिन्हा से मिलने में दिलचस्पी नहीं दिखाई.गौरतलब है कि शत्रुघ्न सिन्ह

ब्रिटिश संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन

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ब्रिटिश संसद में बोले PM मोदी- भारत और ब्रिटेन एक साथ चलें तो कमाल हो जाएगा aajtak.in [Edited By: स्वपनल सोनल] | लंदन, 12 नवम्बर 2015 लंदन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ साझा बयान के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने असहिष्णुता के सवाल पर चुप्पी तोड़ी है. पीएम ने कहा कि भारत गांधी और बुद्ध की धरती है और भारत ऐसी किसी भी बात को स्वीकार नहीं करता है. उन्होंने कहा, 'देश के किसी भी कोने में हुई हर घटना हमारे लिए गंभीर है. कानून कठोरता से काम करेगा. हर नागरिक के विचार की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है.' साझा बयान के बाद एक सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'अगर देश के किसी भी कोने में ऐसी कोई घटना घटती है तो हमारे लिए हर घटना गंभीर है. देश के हर नागरिक की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है. हर किसी के विचारों की रक्षा के लिए हम वचनबद्ध हैं. ऐसी किसी भी घटना पर कानूनी कार्रवाई होगी.' प्रधानमंत्री मोदी अपनी तीन दिन की ब्रिटेन यात्रा पर गुरुवार को लंदन पहुंचे. इससे पहले किंग चार्ल्स स्ट्रीट पर गार्ड ऑफ ऑनर के साथ पीएम का आध‍िकारिक स्वागत किया गया. इस दौरान ब्रिट

पाकिस्तानः ' एक भी हिंदू न बचे '

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हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन की आठवीं वार्षिक मानवाधिकार रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। यह रिपोर्ट 2011 की है, जिसे हाल ही में जारी किया गया है।  रिपोर्ट के मुताबिक  "पाकिस्तान में 1947 में कुल आबादी का 25 प्रतिशत हिंदू थे। अभी इनकी जनसंख्या कुल आबादी का मात्र 1.6 प्रतिशत रह गई है।"  वहां गैर-मुस्लिमों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार हो रहा है। 24 मार्च, 2005 को पाकिस्तान में नए पासपोर्ट में धर्म की पहचान को अनिवार्य कर दिया गया। स्कूलों में इस्लाम की शिक्षा दी जाती है। गैर-मुस्लिमों, खासकर हिंदुओं के साथ असहिष्णु व्यवहार किया जाता है। जनजातीय बहुल इलाकों में अत्याचार ज्यादा है। इन क्षेत्रों में इस्लामिक कानून लागू करने का भारी दबाव है। हिंदू युवतियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म, अपहरण की घटनाएं आम हैं। उन्हें इस्लामिक मदरसों में रखकर जबरन मतांतरण का दबाव डाला जाता है। गरीब हिंदू तबका बंधुआ मजदूर की तरह जीने को मजबूर है। ------------ http://www.bbc.com/hindi पाकिस्तानः 'वो दिन दूर नहीं जब एक भी हिंदू न बचे' नुख़बत मलिक बीबीसी उर्दू संवाददाता, इस्लामाबाद 5 अगस

कांग्रेस का गद्दार चेहरा फिर उजागर - अरविन्द सिसोदिया

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कांग्रेस का गद्दार चेहरा फिर उजागर  कांग्रेस पार्टी जब भी सत्ता से बहज आती हे , सामान्य शिष्टाचार भी भूल जाती है । अपने देश के आंतरिक मामले दूसरे के घर में  जाकर नही उठाये जाते !! मगर कांग्रेस नेता सलमान खुरदीश ने एक गद्दार की तरह पाकिस्तान को आतंकवाद के मामले  में क्लीनचिट दी और चुनी हुई देश की सरकार की आलोचना की !! शेम शेम !!! कांग्रेस को देश से गद्दारी के लिए क्षमा मांगनी चाहिए !! यूं तो सब जानते हैं की कांग्रेस ने यह सोच समझी चाल के अंतरगर्त किया है ! मुस्लिम वोटों को ठगने के लिए !!  इससे पहले जब अटलजी की सरकार नें परमाणु परिक्षण किता था तब सोनिया गांधी जी ने विदेशों के घूम घूम कर अटलजी सरकार की निंदा की थी !! - अरविन्द सिसोदिया , जिला महामंत्री भाजपा कोटा राजस्थान  ----------------------------------------- इस्लामाबाद में सलमान खुर्शीद ने की बीजेपी की आलोचना, पाक  मीडिया में सुर्खियों में आए dainikbhaskar.comNov 13, 2015 इस्लामाबाद. कांग्रेस के सीनियर लीडर और भारत के पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद इस्लामाबाद में अपने बयानों को लेकर पाकिस्तानी मीडिया में सुर्खियों में आ

सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों को जैनरिक से परहेज क्यों ?

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जैनरिक से परहेज, ब्रांडेड दवाएं लिख रहे हैं डॉक्टर Bhaskar News NetworkJun 10, 2015 http://www.bhaskar.com जिला अस्पताल में दवाओं के नाम पर मरीजों के साथ खिलवाड़ हो रहा है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि मरीजों की पर्ची पर दवा का सॉल्ट लिखा होना चाहिए। दवा का ब्रांड नेम नहीं लिखा जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज लगातार गरीब मरीजों को बेहतर सुविधा दिलाने का दावा करते हैं। लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीजों को महंगे ब्रांड की दवा लिखने की रस्म शुरू कर दी है। पैसों के अभाव में लोग सुबह सात बजे से ही सामान्य अस्पताल में लाइन में लग जाते हैं। इसके बाद आठ बजे रजिस्ट्रेशन कराने के बाद डॉक्टर को दिखाते हैं। लेकिन डॉक्टर जैनरिक दवाओं के स्थान पर ब्रांडेड दवाएं लिखते हैं। ऐसे में मरीजों को बाहर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ती हैं। दैनिक भास्कर ने सुबह 8 बजे से 11 बजे तक करीब 50 मरीजों के पर्चे चेक किए। इनपर डॉक्टरों ने मरीजों को दवा का सॉल्ट लिखकर दवा का ब्रांड नाम लिखा था। इसमें भी करीब 90 प्रतिशत दवाएं मरीज को बाहर से खरीदनी पड़ रही हैं। नहींहै सस्ता इलाज : रामनगर निवासी प्रभा जैन न

राहुल गांधी की लोकतंत्र विरोधी एवं असहिष्णु मानसिकता

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कांग्रेस व नेहरू परिवार पं. नेहरू के समय से ही संघ के विषय में तिरस्कार, असहिष्णुता का भाव रखते आये हैं – डॉ. मनमोहन वैद्य नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य जी ने कहा कि राहुल गांधी की “संघ को पराजित ही नहीं, नष्ट करेंगे” यह भाषा ही उनकी लोकतंत्र विरोधी एवं असहिष्णु मानसिकता प्रदर्शित करती है. लोकतंत्र में विश्वास रखने वाली एवं सभी समझदार शक्तियों को इसका विरोध करना चाहिए. कांग्रेस और नेहरु परिवार पंडित नेहरु के समय से ही संघ के विषय में तिरस्कार एवं असहिष्णुता का भाव रखते आये हैं. अपनी राजकीय सत्ता का प्रयोग करने के बाद भी कांग्रेस संघ की प्रगति को रोकने में ना सफल हुई है, ना ही वह संघ की लोकप्रियता में कोई सेंध लगा पायी है. अभी संघ का समाज में समर्थन एवं जनाधार अनेक गुना बढ़ा है, बढ़ रहा है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कांग्रेस के ऐसे अलोकतांत्रिक रवैये, असभ्य भाषा एवं असहिष्णु मानसिकता की घोर भर्त्सना करता है.

समान जनसंख्या नीति का पुनर्निधारण हो - राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

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कार्यकारी मंडल की बैठक में जनसंख्या वृद्धि दर में असंतुलन की चुनौती पर प्रस्ताव पारित प्रस्ताव क्रमांक – एक रांची. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने रांची  में चल रही अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के दूसरे दिन जनसंख्या असंतुलन को लेकर अहम प्रस्ताव पारित किया. बैठक में चर्चा के पश्चात जनसंख्या वृद्धि दर में असंतुलन की चुनौती पर प्रस्ताव पारित किया गया तथा सरकार से आग्रह किया कि जनसंख्या नीति का पुनर्निधारण कर सब पर समान रूप से लागू किया  जाए. जनसंख्या वृद्धि दर में असंतुलन की चुनौती देश में जनसंख्या नियंत्रण हेतु किए विविध उपायों से पिछले दशक में जनसंख्या वृद्धि दर में पर्याप्त कमी आयी है. लेकिन, इस सम्बन्ध में अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल का मानना है कि 2011 की जनगणना के पांथिक आधार पर किये गये विश्लेषण से विविध संप्रदायों की जनसंख्या के अनुपात में जो परिवर्तन सामने आया है, उसे देखते हुए जनसंख्या नीति पर पुनर्विचार की आवश्यकता प्रतीत होती है. विविध सम्प्रदायों की जनसंख्या वृद्धि दर में भारी अन्तर, अनवरत विदेशी घुसपैठ व मतांतरण के कारण देश की समग्र जनसंख्या विशेषकर सीमावर्ती क्षे