प्रखर राष्ट्रवाद को प्रगट किया नरेन्द्र मोदी प्रेरित तिरंगा यात्रा नें
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की उस पाठशाला के वि़द्यार्थि रहे हैं जहां सबसे पहले राष्ट्र ही सिखाया जाता है। भारतमाता के सपूत मोदी का यह सौभाग्य रहा है कि वे भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष मुरलीमनोहर जोशी के नेतृत्व में श्रीनगर में तिरंगा फहरानें की एकता यात्रा के प्रबंधक भी रहे और श्रीनगर के लाल चौक पर जोशी जी के साथ उन्होने भी तिरंगा फहराया था ।
हमारे देश में लगातार मीडिया का एक वर्ग राष्ट्रविरोधी तत्वों का साथ दे रहा है। देश के कुछ जिम्मेवार दल भी वोट बैंक की राजनीति में राष्ट्रविरोधी तत्वों के पालनहार बन जाते हैं। विदेशी हितों के तहत देश विरोधी ताकतों को मजबूत करने की एक मुहिम लगातार प्रभाव डालने वाले वर्ग से हो रही थी। अनचाही आराजकतायें खडी की जा रहीं हैं।
लोकतंत्र में हर सवाल का जबाव आम जनमत होता है। संभवतः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ध्यान में ये ही उच्च विचार रहे होंगें। उन्होने आजादी के 70 वे साल के अवसर पर देश की आजादी दिलानें में शहीद हुये और संर्घर्ष करने वाले तमाम वीरों को स्मरण करने और उनके प्रतिमा स्थलों पर श्र्द्धा सुमन चढ़ानें का संकल्प लिया ओर पूरे देश में तिरंगायात्राओं को करने का आव्हान किया ।
पूरे देश में तिरंगा हाथ में लिये नौजवान लगातार आठ दस दिनों तक स्वतंत्रा के संघर्षों को न केवल याद करता रहा बल्कि उसने स्वतंत्रा को अक्क्षुण्य बनाये रखनें के संकल्प भी लिये। देश को तोडने वाली , देश में आराजकता फैलानें वाली ताकतों को यह सबसे माकूल जबाव हो सकता था और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसके लिये धन्यवाद के पात्र हैं कि उन्होने वो कर दिखाया जिसकी कल्पना भी राष्ट्र विरोधी नहीं कर सके थे।
प्रखर राष्ट्रवाद को प्रगट किया नरेन्द्र मोदी प्रेरित तिरंगा यात्रा नें
- देशप्रेम और राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में तिरंगा यात्रा निकालने का ऐलान किया है. स्वतंत्रता दिवस पर शुरू होने वाली यह यात्रा हैदराबाद में लिबरेशन डे के मौके पर संपन्न होगी.
- पीएम मोदी ने इसके लिए पार्टी नेताओं को विस्तार से बताया. निर्देश कुछ इस तरह हैं :-
- सांसदों और विधायकों को तिरंगा लेकर दोपहिया वाहनों पर निकलना है.
- तिरंगा कम से कम 8 फीट ऊंचा होना चाहिए, ताकि इससे लोगों के बीच देशप्रेम और राष्ट्रवाद की भावना का विकास हो सके.
- जिन जगहों पर बीजेपी के सांसद या विधायक नहीं हैं, वहां बीजेपी के स्थानीय पदाधिकारी यात्रा का नेतृत्व करेंगे.
- मोदी के मुताबिक, आजादी की 70वीं सालगिरह पर यात्रा के साथ बड़े पैमाने पर जश्न मनाया जाए.
- देश के गुमनाम साहसी लोगों की आजादी की गाथाओं को सामने लाकर उन्हें लोगों तक पहुंचाए.
- वेंकैया नायडू के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया गया है, जो यात्रा का ब्लू प्रिंट बनाएगी.
- पहले भी निकली हैं इस तरह की यात्राएं
- 1991 में बीजेपी अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने कन्याकुमारी से एक यात्रा निकाली थी, जो श्रीनगर के लालचौक पर तिरंगा फहराकर खत्म की गई थी. मोदी उस समय इस यात्रा के प्रबंधकों में से एक थे.
- 2011 में अनुराग ठाकुर ने भी युवा मोर्चा के नेतृत्व में एक यात्रा निकाली थी, लेकिन उसे श्रीनगर में प्रवेश नहीं करने दिया था.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें