कांग्रेस मुक्त भारत की आवश्यकता क्यों : अरविन्द सिसौदिया



कांग्रेस मुक्त भारत की आवश्यकता क्यों !!

- अरविन्द सिसौदिया,
जिला महामंत्री भाजपा कोटा !!! 9414180151 / 9509559131

*मुस्लिमों को पाकिस्तान मिला वह मुस्लिम देश हो गया !वहां का 24 प्रतिशत हिन्दू आज महज 1 या 2 प्रतिशत ही हिन्दू रह पाया है।मगर भारत हिन्दुओं को मिला था, उसे नेहरूजी ने हिन्दू राष्ट्र घोषित नहीं होने दिया ।
*राम मंदिर 1950 - 52 में ही बन सकता था,उसमें अंडगा लगाने वाली कांग्रेस ही थी।
*कश्मीर समस्या को उतपन्न करने वाली कांगेस,
*आपातकाल लगा कर लोकतंत्र का अपहरण करने वाली कांग्रेस
*सिख नरसंहार की दोशी कांग्रेस,
*भारत तेरे टुकडों होंगे वालों के साथ खडी कांगेस ही थी।
*गौमाता को सड़कों पर काट कर पका कर खानें वाली कांग्रेस ही है !
*महज वोट के लिये हिन्दू मंदिरों में जानें वाली कांग्रेस ही हे।
*हिन्दूओं को भगवा आतंकवाद कह कर अपमानित करने वाली कांग्रेस ही है।
*श्रीराम सेतू का अस्तित्व नकारने वाले अपने आपको पाण्डव कह कर हिन्दूओं का उपहास उडा रहे हें।
*श्रीलंका में शांती सेना भेज कर हिन्दू रक्त बहानें वाले कैसे हिन्दू हित चिन्तक हो सकते हें।
*छदम हिन्दू नाम रख कर वोट ठगना और हिन्दुओं का अहित करना ही इस पार्टी का मूल मकसद है।
*चीन को भारतीय भूभाग हारने वाले,पाकिस्तान के पास अपना भूभाग सौंपनें वाले !
*1971 में भातीय सेना ने पाकिस्तान के 95 हजार सैनिक बंदी बना लिये थे,पाकिस्तान का जीता हिस्सा वापस करने वाली और पाकिस्तान से अपनो दवा हुआ कश्मीर का हिस्सा मुक्त नहीं करवा पानें वाली कांग्रेस अपने आपको देश भक्त कैसे कह सकती हे।
*बंगला देशियों को भारत में भरने वाली कांग्रेस अपने आपको भारत का हित चिन्तक कैसे कह सकती है।
* भारत के अपराधी एंडरसन और क्रवात्रोची को भारत से भगा कर बचानें वाली कांग्रेस कैसे अपने आपको जनहित चिन्तक कह सकती है।

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सफलता के लिए प्रयासों की निरंतरता आवश्यक - अरविन्द सिसोदिया

स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रवाद Swami Vivekananda and Nationalism

जन गण मन : राजस्थान का जिक्र तक नहीं

जागो तो एक बार, हिंदु जागो तो !

रामसेतु (Ram - setu) 17.5 लाख वर्ष पूर्व