‘भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी’

सांगठनिक गतिविधियां: सदस्यता अभियान
‘भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी’
गत 30 अप्रैल को दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा के राष्टन्न्ीय अध्यक्ष श्री
अमित शाह ने वक्तव्य जारी कर पार्टी द्वारा संपन्न सदस्यता अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि भाजपा दस करोड़ से भी अध्ािक सदस्य वाली विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।

दस करोड़ से भी अध्ािक लोगों को पार्टी का सदस्य बनाकर भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है। राजनीतिक दलों के अंदर नये सदस्यों की भर्ती-प्रÿिया के विषय में भाजपा ने आध्ाुनिक सूचना तंत्र का कल्पनापूर्ण उपयोग करते हुये नया कीर्तिमान स्थापित किया है। पार्टी ने मोबाइल फोन के माध्यम से टोल ›ी नम्बर का उपयोग करते हुये लगातार 6 महीने यह अभियान चलाया, जिसके चलते पार्टी अब सुदूर अरूणाचल प्रदेश के इस्ट कामेंग जिले से कच्छ तक और कारगिल से कन्या कुमारी तक हर तहसील में उपस्थित है। आध्ाुनिक तकनीक के उपयोग के कारण भारतीय जनता पार्टी का यह अभियान शत-प्रतिशत लोकतांत्रिक, पारदर्शी और सर्वसमावेशी हुआ, जिससे पार्टी का सामाजिक जनाध्ाार बढ़ा और भौगोलिक विस्तार भी मजबूत हुआ है।
विश्व के लोकतांत्रिक देशों में जो सैंकड़ों राजनीतिक दल है। उनमें इस तरीके से सूचना-तंत्र का सर्वप्रथम प्रयोग करते हुए सदस्यता अभियान संपन्न करने वाली भाजपा एकमात्र पार्टी है।

सदस्यों के पंजीकरण की इस प्रÿिया में किसी भी मोबाइल ध्ाारक को सदस्यता पाने के लिए 1800 266 2020 ;टोल ›ी नम्बरद्ध घुमाना पड़ता था। नम्बर घुमने के बाद, उसके मोबाइल पर यूनिक मेम्बरशिप नम्बर मेसेज के जरिए आ जाता था। यह नम्बर आने के बाद, दूसरे एक टेलिफोन नम्बर पर उसे अपना पूरा नाम, पता, पिनकोड और हो सके तो वोटर आईडी संख्या लिखकर मेसेज के माध्यम से भेजना होता था।

यह एक एस.एम.एस भेजने से उसके पार्टी ज्वॉइन करने की प्रÿिया पूर्ण होती थी। सदस्यता अभियान की अवध्ाि समाप्त होने के पश्चात् अब कार्यकर्ताओं के द्वारा बनाया रिकार्ड तथा कॉल सेंटर्स के माध्यम से नव-पंजीकृत सदस्यों की सूची बनी है। इन सूचियों में जिनके नाम दर्ज हैं, उनके सत्यापन के साथ-साथ अब एक राष्टन्न्व्यापी संपर्क अभियान भी हाथ लिया जा रहा है। इस अभियान में
पार्टी कार्यकर्ता सभी नूतन सदस्यों को घर जाकर मिलेंगे और उन तक पार्टी का संदेश पहुंचाएंगे। पार्टी की परिचयात्मक जानकारी दी जाएगी साथ ही सरकार के एक साल के काम का ब्योरा भी दिया जाएगा। नव-संपर्कित सदस्य की जानकारी एक प्रपत्र के द्वारा कलित
की जाएगी। 31 जुलाई तक संपर्क अभियान समाप्त करने के पश्चात पार्टी एक व्यापक प्रशिक्षण अभियान हाथ लेगी। इससे नव सपर्कित सदस्य के पार्टी कार्यकर्ता बनाने की प्रÿिया का महत्वपूर्ण चरण पूर्ण होगा।

विगत 1 नवम्बर को प्रध्ाानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पुनः सदस्य बनाकर उन्ही की उपस्थिति में इस अभियान का शुभारंभ हुआ और तब से दिन प्रतिदिन सदस्यता बढ़ती गयी। इस बुनियादी संगठनात्मक कार्यÿम को पूरी पार्टी ने गंभीरता से संचालित किया। पार्टी के
उपाध्यक्ष डॉ. दिनेश शर्मा के संयोजकत्व में बनी एक समिति इस अभियान की पूर्व तैयारी, संचालन और समीक्षा में लगातार लगी रही जिसमें उपाध्यक्ष डॉविनय सहस्रबुह्े, राष्टन्न्ीय सचिव श्री अरुण सिंह और श्रीमती सुध्ाा यादव तथा कर्नाटक के सी.टी. रवि सदस्य थे।
सदस्यता की प्रÿिया पूर्णतः अपारंपारिक होने के कारण, प्रदेश व जिला मंडल के स्तर पर कार्यशालाओं के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षित किया गया। उसके पश्चात अभियान को गति देने तथा संचालन की समीक्षा करने हेतु पार्टी नेताओं ने देश के कोने-कोने में जाकर संभाग और जिला स्तरीय प्रवास किये। राष्टन्न्ीय अध्यक्ष के नाते मैंने स्वयं 53 दिनों में देश के लगभग सभी प्रदेशों की व्यापक यात्राएं की।

साथ ही श्री डॉ. दिनेश शर्मा न गुजरात, बिहार, बंगाल, असम तथा पूर्वात्तर भारत के राज्यों में, डॉ. विनय सहस्रबुह्े ने
महाराष्टन्न्, केरल, बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर तथा मध्य प्रदेश में, राष्टन्न्ीय सचिव श्री अरूण सिंह ने ओडिशा, आंध्ा्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान में, श्रीमती सुध्ाा यादव ने हरियाणा, हिमाचल, पंजाब, उत्तराखण्ड तथा दिल्ली में और श्री सी.टी. रवि ने कर्नाटक, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु तथा तेलंगाना में प्रवास
किये। इस पूरे अभियान में पार्टी के सभी राष्टन्न्ीय पदाध्ािकारी, सभी सांसद, मंत्री परिषद के सभी सदस्य, प्रदेश और जिला स्तर पर सभी पदाध्ािकारी तथा जनप्रतिनिध्ाि, राज्यों के मुख्यमंत्री एवं मंत्री इत्यादि समेत लाखों कार्यकर्ताओं ने अहर्निश परिश्रम किये। कई राज्यों में सार्वजनिक स्थलों पर स्टॉल्स लगाते हुये जनता से अपील की गयी और हजारों को सदस्य के नाते पंजिकृत किया गया। कारखानों और महाविद्यालयों के सामने गेट मिटिंग्ज, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, झुग्गी बस्तियों मंडियों तथा उपासना स्थलों पर आह्वान, सभाएं और पंजीकरण स्टाल्स लगाए गये। रेल तथा बस यात्रियों, खेत मजदूरों, किसानों, स्वयं सहायता समूहों की सदस्य महिलाएं, बैंकों के कर्मचारी, रेहड़ी और पटरी पर विÿेय करने वाले विÿता, बूट पॉलिश करने वाले युवा से लेकर टैक्सी और रिक्शा चालक, सब्जी विÿेता, हॉस्पिटल की नर्से, कॉल सेंटर्स में काम करने वाले युवा-युवती इत्यादी सभी की इस अभियान में उत्साहपूर्ण सहभागिता रही। अध्ािकांश प्रदेशों में सदस्यता अभियान को अंजाम देने के लिए सामूहिक सदस्यता, व्यक्तिगत सदस्यता, कैम्प सदस्यता इत्यादी विभिन्न पह्ति के प्रयास किये गए। सामूहिक सदस्यता के अंतर्गत कार्यकर्ता एक समूह बनाकर बस्तियों
में जाकर जनता का आह्वान करते थे। इसी तरह कई कार्यकर्ता अपने निकट मित्रों, पड़ोसी और परिवारजनों को सदस्य बनाते हुये व्यक्तिगत सदस्यता को आगे बढ़ाते रहे। सार्वजनिक स्थानों पर जहां लोग बड़ी संख्या में एकत्र होते हैं, वहां स्टॉल या बूथ लगाकर दिनभर अभियान चलाना यह कैम्प सदस्यता के रूप में जाना गया। साथ ही कई प्रदेशों में जिला, मंडल या बूथ स्तर पर निश्चित समय देकर इस अभियान को अंजाम देने वाले प्रवासी-कार्यकर्ताओं का भी विशेष योगदान रहा। इस अपरांपारिक अभियान में औरों को सदस्य बनाने वाले किसी भी वर्तमान कार्यकर्ता को सÿिय सदस्य बनने के लिए न्यूनतम 100 नये प्राथमिक सदस्य बनाना जरूरी था।
इन नव पंजीकृत सदस्यों के नाम, उनका सदस्यता ÿमांक तथा संपूर्ण पता की जानकारी के प्रपत्र जमा करने से ही कोई सÿिय सदस्यता के लिए जरूरी अर्हता प्राप्त कर सकता है। इस प्रावध्ाान के कारण इस सदस्यता अभियान से सांगठनिक आध्ाार और भी मजबूत करने में मदद हुई है। पार्टी की रणनीति के अनुसार केरल, तमिलनाडु, आंध्ा्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिसा, बंगाल तथा असम इन सात राज्यों में सदस्यता विस्तार पर विशेष बल दिया गया।

इन सभी राज्यों में तीन से छः माह की अवध्ाि के लिए विस्तारक के रूप में कुल मिलाकर 6782 कार्यकर्ताओं ने पूर्ण समय काम किया। इन सभी सातों राज्यों में सामुदायिक सदस्यता पंजीकरण के लिए दर्जनों सम्मेलन किये गए, नेताओं ने तहसील स्तर तक जाकर प्रवास किए और सोशल मीडिया के साथ प्रचार साध्ानों को भिन्न-भिन्न कल्पनापूर्ण तरीकों से उपयोग किया गया। इन सभी राज्यों में इन प्रयासों के कारण सदस्यता की संख्या में 3 से 10 गुना वृह् िहुयी है जो अपने आप में नया कीर्तिमान है। „

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