हमारा अधिकाशं व्यापार घाटा चीन से वस्तुओं आयात के कारण - कश्मीरी लाल जी
वर्तमान आर्थिक परिदृश्य में स्वदेशी ही एक मात्र विकल्प हमारा अधिकाशं व्यापार घाटा चीन से वस्तुओं आयात के कारण - कश्मीरी लाल जी शुक्रवार, 29 जुलाई 2016 शहीद बाबू गेनू स्मृति स्वदेशी विचार व्याख्यान माला http://vskjodhpur.blogspot.in/2016/07/blog-post_29.html जोधपुर 28 जुलाई 2016 . स्वदेशी आन्दोलन भारत के प्रथम स्वतंत्रता आन्दोलन के समय से ही जुड़ा हुआ है। भारत को पुनः सोने की चिड़िया का गौरव प्राप्त करने के लिए क्रांतिकारियों ने स्वदेशी अपनाओं का नारा दिया था। 12 दिसम्बर 1930 को बाबू गेनू स्वदेशी के लिए शहीद होने वाले प्रथम व्यक्ति थें। उन्होंने इस बात को समझा कि विदेशी वस्तुओं का भारत में व्यापार हमारे लिए आर्थिक नुकसान एवं राष्ट्रीय दासता के लिए जिम्मेदार तत्व है। उपरोक्त कथन स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक कश्मीरीलाल जी ने शहीद बाबू गेनू स्मृति स्वदेशी विचार व्याख्यान माला में “वर्तमान आर्थिक परिदृश्य में स्वदेशी ही एक मात्र विकल्प" विषय पर बोलते हुए मोटर मर्चेन्ट एसोसिएशन सभागार में कहें। उन्होंने आगे कहा कि स्वदेशी जागरण मंच चीन द्वारा भारत की एन.एस.जी