हिन्दू हैं हम युगों युगों से - युगों युगों तक






हिन्दू हें हम
- अरविन्द सिसोदिया कोटा 95095 59131
हम शब्दों के पुजारी , भावनाओं के संवेदक ,
मानवता के उत्पादक, व्यवस्थाओं के निर्माता!
आनंद की सिद्धी, उत्सवों की संस्कृति ,
प्रेम की पराकाष्ठा, अपनत्व का अनंत आकाश,
पुरूषार्थ के परमार्थी,, वीरता के व्योम हम,
जौहर में राख करके, करते पवित्रता की आरती,
शीश चढ़ा  लेते  मातृभूमि किं बलिहारी  ।
हिन्दू हैं हम युगों युगों से युगों युगों तक !
सम्पूर्ण सृष्टि का सृजन हैं हम,
अनवरत जीवन यात्रा के संवाहक,
नर से नारायण तक हैं हम ।।
हिन्दू थे हिन्दू हैं हिन्दू ही रहेंगें युगों युगों तक ।

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

कांग्रेस स्वप्न में भी सत्ता वापसी नहीं कर सकती - अरविन्द सिसोदिया

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

हमें वीर केशव मिले आप जबसे : संघ गीत

‘‘भूरेटिया नी मानू रे’’: अंग्रेजों तुम्हारी नहीं मानूंगा - गोविन्द गुरू

My Gov संवैधानिक व्यवस्था की हत्या ही राजनैतिक क्षेत्र करता है, इसे बचाने के कठोर उपाय जरूरी - अरविन्द सिसोदिया

बाजारवाद में टूटते संयुक्त परिवार