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अप्रैल, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

गोरखनाथ : गोरक्षनाथ

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गोरखनाथ अथवा गोरक्षनाथ एक 'नाथ योगी' थे। सिद्धों से सम्बद्ध सभी जनश्रुतियाँ इस बात पर एकमत हैं कि नाथ सम्प्रदाय के आदि प्रवर्तक चार महायोगी हुए हैं। आदिनाथ स्वयं शिव ही हैं। उनके दो शिष्य हुए, जालंधरनाथ और मत्स्येन्द्रनाथ या मच्छन्दरनाथ। जालंधरनाथ के शिष्य थे- 'कृष्णपाद' और मत्स्येंन्द्रनाथ के 'गोरख' अथवा 'गोरक्ष' नाथ। इस प्रकार ये चार सिद्ध योगीश्वर नाथ सम्प्रदाय के मूल प्रवर्तक हैं। अनुश्रुतियाँ परवर्ती नाथ सम्प्रदाय में मत्स्येन्द्रनाथ और गोरखनाथ का ही अधिक उल्लेख पाया जाता है। इन सिद्धों के बारे में सारे देश में जो अनुश्रुतियाँ और दन्त कथाएँ प्रचलित हैं, उनसे आसानी से इन निष्कर्षों पर पहुँचा जा सकता है- मत्स्येन्द्र और जालंधर समसामयिक गुरुभाई थे और दोनों के प्रधान शिष्य क्रमश: गोरखनाथ और कृष्णपाद थे। मत्स्येन्द्रनाथ किसी विशेष प्रकार के योग मार्ग के प्रवर्तक थे, परन्तु बाद में किसी ऐसी साधना में जा फँसे थे, जहाँ पर स्त्रियों का अबाध संसर्ग माना जाता था, 'कौलज्ञान निर्णय' से जान पड़ता है कि यह वामाचारी कौल साधना थी, जिस

आदि शंकराचार्य : चारों धामों के संस्थापक

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आदि शंकराचार्य का वैशाख शुक्ल पंचमी तिथि आदि शंकराचार्य अद्वैत वेदांत के प्रणेता थे। उनके विचारोपदेश आत्मा और परमात्मा की एकरूपता पर आधारित हैं जिसके अनुसार परमात्मा एक ही समय में सगुण और निर्गुण दोनों ही स्वरूपों में रहता है। स्मार्त संप्रदाय में आदि शंकराचार्य को शिव का अवतार माना जाता है। इन्होंने ईश, केन, कठ, प्रश्न, मुण्डक, मांडूक्य, ऐतरेय, तैत्तिरीय, बृहदारण्यक और छान्दोग्योपनिषद् पर भाष्य लिखा। वेदों में लिखे ज्ञान को एकमात्र ईश्वर को संबोधित समझा और उसका प्रचार तथा वार्ता पूरे भारत में की। उस समय वेदों की समझ के बारे में मतभेद होने पर उत्पन्न जैन और बौद्ध मतों को शास्त्रार्थों द्वारा खण्डित किया और भारत में चार कोनों पर चार मठों की स्थापना की। भारतीय संस्कृति के विकास में आद्य शंकराचार्य का विशेष योगदान रहा है। आचार्य शंकर का जन्म वैशाख शुक्ल पंचमी तिथि ई. सन् ७८८ को तथा मोक्ष ई. सन् ८२० स्वीकार किया जाता है, परंतु सुधन्वा जो कि शंकर के समकालीन थे, उनके ताम्रपत्र अभिलेख में शंकर का जन्म युधिष्ठिराब्द २६३१ शक् (५०७ ई०पू०) तथा शिवलोक गमन युधिष्ठिराब्द २६६३ शक् (४७५ ई०पू

MCD में BJP की लगातार तीसरी जीत

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MCD में BJP की लगातार तीसरी जीत;  2 साल में AAP का वोट शेयर आधा हुआ DainikBhaskar.com | Apr 26, 2017 नई दिल्ली.बीजेपी ने लगातार तीसरी बार दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के चुनाव में जीत हासिल की। बीजेपी को नॉर्थ, साउथ और ईस्ट एमसीडी के कुल 270 वार्ड में दो-तिहाई बहुमत के साथ 181 सीटें मिलीं। बीजेपी ने पहली बार सभी नए कैंडिडेट्स को चुनाव मैदान में उतारा था। उसने पुराने जीते हुए चेहरों को टिकट नहीं दिया था। वहीं, 2015 के असेंबली इलेक्शन में रिकॉर्ड जीत के साथ सरकार में आई AAP दूसरे नंबर पर रही। दो साल में उसका वोट शेयर 54.3% से घटकर 26.23% पर आ गया। इन नतीजों पर नरेंद्र मोदी ने कहा, "बीजेपी पर भरोसा जताने के लिए दिल्ली की जनता का आभारी हूं। बीजेपी वर्कर्स की कड़ी मेहनत की तारीफ करता हूं, जिन्होंने एमसीडी में जीत को संभव बनाया।" उधर, अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर बीजेपी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार एमसीडी में मिलकर काम करेगी। तीनों एमसीडी का कैसा रहा टोटल रिजल्ट... पार्टी 2017 में सीटें 2012 में सीटें कितना नफा-नुकसान? BJP 181 138 +46 Cong 30 78

केरल में वामपंथी आतंक:पीड़ितों ने सुनाया अपना दर्द

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मेरे पिता मेरे सपनों को पूरा करना चाहते थे .... फूलों से सुसज्जित ताबूत भेंट ....केरल में वामपंथी आतंक के पीड़ितों ने सुनाया अपना दर्द हमारे कार्य का आधार घृणा, हिंसा नहीं, आत्मीयता है – डॉ. कृष्ण गोपाल जी केरल में वामपंथी आतंक के पीड़ितों ने सुनाया अपना दर्द मेरे पिता मेरे सपनों को पूरा करना चाहते थे .................................... विस्मया, ये नाम अधिकांश ने सुना होगा. उसकी कविता सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी. वह पुलिस अधिकारी बनकर अपने गांव की सेवा करना चाहती है, लेकिन वामपंथी गुंडों ने उसके पिता की हत्या कर दी. वह कहती है कि ---- “मेरे पिता मेरे सपनों को पूरा करना चाहते थे, वह रात मेरे सारे सपनों को तबाह कर गई. उनकी (विस्मया के पिता संतोष कुमार, 52 वर्ष) बस एक ही गलती थी कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी का समर्थन (पार्टी गांव में भाजपा के समर्थन से पंचायत का चुनाव लड़ा था) किया था. अब मुझे अपने भविष्य में सिर्फ अंधकार दिख रहा है. उन्होंने सिर्फ मेरे पिता को नहीं मारा बल्कि मेरे सपनों और भविष्य़ की भी हत्य़ा कर दी. मुझे सिर्फ अंधकार दिख रहा है, पूर्ण

युवा भारत को विश्व गुरु बनाने के मिशन में अनवरत मेहनत करें : अमित शाह

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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा भाजयुमो की पहली राष्ट्रीय कार्यसमिति को संबोधित करते हुए दिए गए भाषण के मुख्य अंश युवा कार्यकर्ताओं को न्यू इंडिया के आह्वान को राष्ट्र उन्नति अभियान मानते हुए इस निर्माण यज्ञ में आगे आना चाहिए: अमित शाह ********** प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जन-जन की आकांक्षाओं के जनक बने, उन्होंने यह दिखाया है कि एक गरीब-कल्याण सरकार कैसे बनायी जाती है और वह गरीबों की भलाई के लिए किस तरह कार्य करती है: अमित शाह ********** युवा स्वच्छता अभियान की ओर उन्मुख हों, वे निरंतर अपने क्षेत्र की स्वच्छता की ओर ध्यान दें: अमित शाह ********** हम यह सुनिश्चित करें कि हर गरीब को विकास के रास्ते पर जीवन जीने का समान अधिकार मिले, देश में कोई भूखा न हो तो पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी को इससे बड़ी श्रद्धांजलि कुछ और नहीं हो सकती: अमित शाह ********** युवाओं को संस्कार, संस्कृति और परंपरा का निर्वहन करना चाहिए, युवा भारत को विश्व गुरु बनाने के मिशन में अनवरत मेहनत करें: अमित शाह ********** आज भाजपा के लगभग 300 से अधिक सांसद हैं, 1385 विधायक हैं, लगभग 1

समतामूलक समाज निर्माण का लक्ष्य : भाजपा

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रविवार, 16 अप्रैल 2017 भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा जनता मैदान, भुबनेश्वर में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के समापन अवसर पर दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु  पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत देश की जनता के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी के प्रति आशाओं एवं आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति है: अमित शाह ********** लगातार मिल रही जीत से कार्यकर्ता दृढ़ संकल्प के साथ संगठन के विस्तार और देश के विकास के लिए आगे बढ़ने का प्रण लें और परिश्रम की ऐसी पराकाष्ठा करें कि देश भर में एक भी ऐसा बूथ न बचे जहां कमल न खिला हो, संगठन मजबूत न हो: अमित शाह ********** आज हमारे पास सर्वाधिक लोकप्रिय नेतृत्त्व की पूंजी है। आज देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की ओर एक नई आशा के रूप में देखा जाता है: अमित शाह ********** आज हमारी जिम्मेवारी सिर्फ चुनाव जीतना या संगठन को ताकतवर बनाना नहीं है बल्कि पूरे देश की राजनीति में सकारात्मक बदलाव भी लाना है: अमित शाह ********** आज

भाजपा : राष्ट्रीय कार्यकारिणी भुबनेश्वर

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शनिवार, 15 अप्रैल 2017 भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा जनता मैदान, भुबनेश्वर में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के उदघाटन अवसर पर दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु पांच राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की अभूतपूर्व विजय का मुख्य कारण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की लोकप्रियता, मोदी सरकार की गरीब कल्याण की नीति को नीचे तक पहुंचाने की कार्य-योजना और पार्टी के कार्यकर्ताओं का अथक परिश्रम है: अमित शाह ******* पांच राज्यों के चुनाव में भाजपा की शानदार जीत से देश में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति का अंत हुआ है और ‘पॉलिटिक्स ऑफ़ परफॉरमेंस’ के एक नए युग की शुरुआत हुई है: अमित शाह ******* 2014 के बाद जितने भी चुनाव, उप-चुनाव अथवा स्थानीय निकायों के चुनाव हुए, उसमें हर जगह भारतीय जनता पार्टी ने अभूतपूर्व जीत दर्ज की जो भाजपा के दिनोंदिन बढ़ते हुए जनाधार और भाजपा में देश की जनता की गहरी आस्था का द्योतक है: अमित शाह ******* भाजपा की लगातार जीत से विपक्ष बौखलाया हुआ है, उनके पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वे रह-रह कर इवीएम को लेकर आरो