दुःखी मन की आह भी सुनो, यही ईश्वर की इच्छा है
प्रेरणादायक मन की अमीरी . बहुत सालों के बाद दो दोस्त रास्ते में मिले। . धनवान दोस्त ने अपनी आलीशान गाड़ी साइड में रोकी और गरीब दोस्त से कहा चल इस गार्डन में बैठकर दिल की बातें करते हैं। . चलते चलते उस अमीर दोस्त ने अपने गरीब दोस्त को बहुत गर्व से कहा.. . आज तेरे और मेरे में बहुत फर्क है... हम दोनों एक साथ पढ़े, साथ ही बड़े हुए लेकिन देखों आज मैं कहाँ पहुच गया और तूँ तो बहुत पीछे रह गया ? . चलते चलते गरीब दोस्त अचानक रुक गया। . अमीर दोस्त ने पूछा क्या हुआ ? . गरीब दोस्त ने कहा, तुझे कुछ आवाज सुनाई दी ? . अमीर दोस्त पीछे मुड़ा और पाँच का सिक्का उठाकर बोला ये तो मेरी जेब से गिरे पाँच के सिक्के की आवाज़ थी। . लेकिन गरीब दोस्त एक काँटे की छोटी सी झाड़ी की तरफ गया, जिसमें एक तितली फँसी हुई थी और छूटने के लिये पँख फडफडा रही थी। . गरीब दोस्त ने उस तितली को धीरे से काँटों की झाड़ी से बाहर निकला और आकाश में उड़ने के लिये आज़ाद कर दिया। . अमीर दोस्त ने बड़ी हैरानी से पुछा, तुझे इस तितली की आवाज़ कैसे सुनाई दी? . गरीब दोस्त ने बड़ी नम्रता से कह...