पुष्कर सिंह धामी की,रामराज्य जैसी कार्यवाही , सभी प्रदेशों में जरूरी है - अरविन्द सिसोदिया

- अरविन्द सिसौदिया 9414180151 उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी की तरह ही सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रीयों, मंत्रियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों को रामराज्य की तरह औचक निरिक्षण एवं परिक्षण करना ही चाहिये , ताकि कार्य की गुणवत्ता बहाल की जा सके और समयबद्ध कार्य सम्पन्न हों। धामी की तरह जनता के बीच जा कर शासकीय कार्यों के सच को जानना ही चाहिये ताकि विसंगतियों को दूर किया जा सके ,जनता को राहत दी जा सके। मेरा मानना है कि शासन के प्रत्येक कार्य क्षैत्र में सम्पादित कार्यों का भी 2 प्रतिशत आडिट होनी चाहिये ताकि कानून एवं व्यवस्था का राज बना रहे और उसमें जबावदेही पूरी तरह से निभाई जाये। कार्य को सामान्यतौर अटकानें की प्रवृति समाप्त हो और करने की प्रवृती बनें। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्रियों के जो ऑन लाईन समस्या निवारण पोर्टल हैं, उनकी कार्यवाहियों की आडिट और निर्णयों की समीक्षा होनी चाहिये। इसी तरह न्यायालयों के 2 प्रतिशत निर्णयों की पुर्न समीक्षा के द्वारा आडिट होनी चाहिये । आपके कार्य को राज देख रहा है, इस तरह का भय होना। न्याय एवं लोक कल्याण के हित में है। इसलिये औचक ...