पुष्कर सिंह धामी की,रामराज्य जैसी कार्यवाही , सभी प्रदेशों में जरूरी है - अरविन्द सिसोदिया
- अरविन्द सिसौदिया 9414180151
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी की तरह ही सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रीयों, मंत्रियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों को रामराज्य की तरह औचक निरिक्षण एवं परिक्षण करना ही चाहिये , ताकि कार्य की गुणवत्ता बहाल की जा सके और समयबद्ध कार्य सम्पन्न हों। धामी की तरह जनता के बीच जा कर शासकीय कार्यों के सच को जानना ही चाहिये ताकि विसंगतियों को दूर किया जा सके ,जनता को राहत दी जा सके।
मेरा मानना है कि शासन के प्रत्येक कार्य क्षैत्र में सम्पादित कार्यों का भी 2 प्रतिशत आडिट होनी चाहिये ताकि कानून एवं व्यवस्था का राज बना रहे और उसमें जबावदेही पूरी तरह से निभाई जाये। कार्य को सामान्यतौर अटकानें की प्रवृति समाप्त हो और करने की प्रवृती बनें।
प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्रियों के जो ऑन लाईन समस्या निवारण पोर्टल हैं, उनकी कार्यवाहियों की आडिट और निर्णयों की समीक्षा होनी चाहिये। इसी तरह न्यायालयों के 2 प्रतिशत निर्णयों की पुर्न समीक्षा के द्वारा आडिट होनी चाहिये । आपके कार्य को राज देख रहा है, इस तरह का भय होना। न्याय एवं लोक कल्याण के हित में है। इसलिये औचक निरिक्षण, औचक समीक्षा, कार्यवाहियों की आडिट होती ही रहना चाहिये ताकि प्रशासन में व्याप्त शिथिलता, भ्रष्टाचार और मनमानी पर रोक लगे।
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सीएम पुष्कर सिंह धामी के 18मई 2022 बुधवार सुबह अचानक आरटीओ कार्यालय में पहुंचे और लापरवाही को लेकर सीएम ने आरटीओ को सस्पेंड कर दिया है। मुख्यमंत्री की ओर से की गई इस कार्रवाई के बाद विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में छापा मारा। छापे के दौरान संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी अनुपस्थित मिले।
मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए मौके पर ही आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई को निलंबित करने के निर्देश दिए, शाम को सचिव परिवहन ने उनके निलंबन आदेश जारी कर दिए। पठोई को परिवहन आयुक्त कार्यालय में संबद्ध कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री के छापे की किसी को भनक तक नहीं लगी। बेहद गोपनीय अंदाज में मुख्यमंत्री कार्यालय खुलने के समय करीब 10 बजे राजपुर रोड स्थित आरटीओ कार्यालय पहुंच गए ।
CM धामी आज सुबह राजधानी के राजपुर रोड स्थित आरटीओ दफ्तर पहुंचे, जहां आरटीओ दिनेश चंद पिठोई समेत कई कर्मचारी 10 बजे तक ऑफिस नहीं आए थे । इस लापरवाही के चलते आरटीओ को सस्पेंड कर दिया गया, तो वहीं लेटलतीफ कर्मचारियों के वेतन रोकने के निर्देश दिए ।
उनके अचानक पहुंचने से वहां मौजूद कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री उन खिड़कियों पर पहुंचे जहां लोग कतारों में थे, लेकिन कर्मचारियों का कुछ अता-पता नहीं था। मुख्यमंत्री ने वहां खड़े लोगों से पूछताछ की।
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