भाजपा 25 वर्षों के लक्ष्य निर्धारित कर,भारत की आकांक्षाओं को पूरी करने लगातार काम करे - पीएम मोदी

 

भाजपा 25 वर्षों के लक्ष्य निर्धारित कर,भारत की आकांक्षाओं को पूरी करने लगातार काम करे - पीएम मोदी


भाजपा 25 वर्षों के लक्ष्य निर्धारित कर,भारत की आकांक्षाओं को पूरी करने लगातार काम करे - पीएम मोदी
 

BJP should work continuously to fulfill India's aspirations by setting goals for 25 years - PM Modi
 

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पीएम मोदी ने जयपुर में भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों को संबोधित किया

Published By : Admin | May 20, 2022 |

Quote - यह भाजपा के लिए अगले 25 वर्षों के लिए लक्ष्य निर्धारित करने का,भारत के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए लगातार काम करने का समय है: पीएम मोदी
Quote - बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के 8 साल, गरीबों के कल्याण और सामाजिक सुरक्षा के लिए समर्पित रहे हैं: पीएम मोदी
Quote - विकास के मुद्दों से आपको भटकाने की कोशिश की जाएगी लेकिन आपको उन पर टिके रहना होगा: बीजेपी कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जयपुर में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम इस बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने जनसंघ से लेकर भाजपा तक के निर्माण में खुद को खपाने वाले सभी मनीषियों और विभूतियों को नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राजस्थान से जुड़े श्रद्धेय स्वर्गीय भैरो सिंह शेखावत, जगदीश प्रसाद माथुर जी, भानु कुमार शास्त्री जी, रघुवीर सिंह कौशल जी, भवंर लाल शर्मा जी और गंगाराम कोली जी जैसी अनगिनत समर्पित विभूतियां भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्वरूप हैं। 

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा “21वीं सदी का ये समय भारत के लिए बहुत अहम है। आज हम सभी देख रहे हैं कि दुनिया में भारत के प्रति किस तरह की विशेष भावना जागृत हुई है। दुनिया आज भारत को बहुत उम्मीदों से देख रही है। ठीक वैसे ही भारत में भाजपा के प्रति, जनता का एक विशेष स्नेह है। देश की जनता भाजपा को बहुत विश्वास से, बहुत उम्मीद से देख रही है। देश की जनता की ये आशा-आकांक्षा हमारा दायित्व बहुत ज्यादा बढ़ा देती है।“

पार्टी के दर्शन और पार्टी से जनता की अपेक्षा के बारे में पीएम मोदी ने कहा “पंडित दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानववाद और अंत्योदय हमारा दर्शन है। डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की सांस्कृतिक राष्ट्रनीति हमारा चिंतन है। और ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' हमारा मंत्र है।“ आगे उन्होंने कहा कि आज भारत के लोग Aspirations से भरे हुए हैं। वे नतीजे चाहते हैं, सरकारों को काम करते हुए देखना चाहते हैं, सरकारों से Result चाहते हैं। राजनीतिक नफा-नुकसान से अलग इसे मैं जनमानस में आया Positive Change मानता हूं, क्योंकि जब देश के 130 करोड़ लोगों की आकांक्षाएं जगेंगी तो निश्चित रूप से सरकारों को काम करना ही पड़ेगा। इसलिए देश के लोगों की बढ़ती हुई Aspirations में देश का उज्ज्वल भविष्य दिखता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्र में सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर कहा ”इस महीने केंद्र की भाजपा सरकार, एनडीए सरकार के 8 वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये आठ वर्ष संकल्प, सिद्धि, सेवा, सुशासन के रहे हें। ये 8 वर्ष देश के संतुलित विकास, सामाजिक न्याय और सामाजिक सुरक्षा के रहे हैं।“ उन्होंने कहा कि जब ठान लेंगे कि हमें हर लाभार्थी तक पहुंचना है तो तय लक्ष्य तक जरूर पहुंचेंगे। इसलिए तो मैं सैचुरेशन की बात करता हूं। सैचुरेशन सिर्फ पूर्णता का आंकड़ा भर नहीं है, ये भेदभाव, भाई-भतीजावाद, तुष्टिकरण, भ्रष्टाचार के चंगुल से देश को बाहर निकालने का एक सशक्त माध्यम है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकास पर सबसे अधिक बल देने का आह्वान करते हुए कहा “आज भी जिस विषय पर निरंतर कार्य करते रहना है, वो है विकासवाद की राजनीति की चौतरफा स्थापना। ये भाजपा ही है, जिसने विकासवाद की राजनीति को देश की राजनीति की मुख्यधारा बना दिया। जनसंघ के जमाने से जिन नीतियों और कार्यक्रमों को लेकर चले उसमें राष्ट्रभक्ति, राष्ट्रहित, राष्ट्र निर्माण को ही प्राथमिकता दी गई। उन्होंने कहा “आप अपने संवादों में, संबोधनों में गरीब के लिए 3 करोड़ घर बनाने की बात करेंगे तो उसे कभी फ्रंट पेज पर नहीं छापा जाएगा। 50 करोड़ से ज्यादा लोगों को 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की बात करेंगे, 8 हजार से ज्यादा जनऔषधि केंद्रों की बात करेंगे तो भी सुर्खियों में आपका नाम नहीं होगा। 


10 करोड़ से ज्यादा छोटे किसानों के बैंक खाते में सीधे पैसे ट्रांसफर की बात करेंगे तो उस पर भी विशेष कार्यक्रम नहीं बनेंगे। आपको कोई पब्लिसिटी नहीं मिलेगी, कोई हेडलाइन नहीं बनेगी। फिर भी आपको इसकी परवाह नहीं करनी है। आपको विकास के मुद्दों पर और देशहित के मुद्दों पर डटे रहना है। ऐसा करके ही इस अमृतकाल में हम देश की राजनीति को पूरी तरह विकास-केंद्रित कर पाएंगे।“ उन्होंने कहा कि हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को सिर्फ भाजपा का सदस्य ही नहीं बनाना है, बल्कि राष्ट्रनीति के पथ पर चलने वाले कर्मठ युवा कार्यकर्ताओं को मंच और अवसर देना है।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में पार्टी कार्यकर्ताओं को सचेत करते हुए कहा कि आज देश में कुछ लोग भाषा, जाति, क्षेत्र और धर्म के नाम पर नकारात्मक राजनीति कर विवाद फैलाना चाहते हैं, लेकिन हमें सतर्क रहना है। उन्होंने कहा कि ये भाजपा ही है जिसने भारत की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को पहली बार राष्ट्रीय स्वाभिमान से जोड़ा है। नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में स्थानीय भाषाओं को प्राथमिकता देना, हर क्षेत्रीय भाषा के प्रति हमारे कमिटमेंट को दिखाता है। भाजपा, भारतीय भाषाओं को भारतीयता की आत्मा मानती है और राष्ट्र के बेहतर भविष्य की  कड़ी मानती है।

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