Gyanwapi पूरे विश्व में उल्लास है कि "बाबा" मिल गये
जैसे ही यह समाचार टी बी चैनलों पर आया कि ज्ञानवापी के सर्वे में शिव लिंग की प्रतिमा मिल गई है। कि पूरी वाराणसी ही नहीं पूरे विश्व में उल्लास का माहौल है कि बाबा मिल गये, अर्थात भगवान शंकर की प्रतिमा मिल गई। मुस्लिम आक्रांताओं ने और मुस्लिम शासकों ने जम कर हिन्दू ,बौद्ध मंदिरों को तोडा मूर्तियों को खण्डित किया उनके मलवे से मस्जिदें और कई और अन्य प्रकार के निर्माण किये हैं।
Not only in Varanasi, there is an atmosphere of euphoria in the whole world that Baba has been found, that is, the statue of Lord Shankar has been found. Muslim invaders and Muslim rulers have fiercely destroyed Hindu, Buddhist temples, ruined idols, mosques and many other types have been built from their debris.
इस सच को मुस्लिम भी जानते है। , राजनैतिक दल भी जानते है। मगर वोट बैंक के लालच में आपराधिक रूप से हिन्दुओं के सच को दबा दिया गया , कुचल दिया गया और उसे नष्ट करनें का अवसर दिया गया। कांग्रेस ने कानून बना कर भी हिन्दुओं को अपने हक लेनें से राकनें का अनैतिक कार्य किया ।
Muslims also have to know this truth. Political parties also know. But the truth of Hindus was criminally suppressed, crushed and given an opportunity to destroy it in the greed of vote bank. The Congress did an immoral act of preventing Hindus from taking their rights even by enacting a law.
अब भी सत्य और न्याय की अपेक्षा से हिन्दू अपनी लडाई संवैधानिक तरीके से लड रहा है। आजादी के 70 साल बाद तक भी हिन्दुओं को अपने न्याय के लिये तरसना दुर्भाग्यपूर्ण है।
Even now Hindus are fighting their war constitutionally with the expectation of truth and justice. It is unfortunate that even after 70 years of independence, Hindus yearn for their justice.
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(Kashi Vishwanath Gyanwapi)
शिवलिंग मिलने के बाद हिंदू पक्ष जिला अदालत पहुंचा था, जहां इसको संरक्षित करने की बात कही गई। बनारस कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा है कि जिस जगह शिवलिंग मिला है , उस स्थान को सील किया जाए। कोर्ट ने वाराणसी जिला प्रशासन को ये आदेश दिया हैं। कोर्ट ने शिवलिंग मिलने वाली जगह पर किसी के भी आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
ज्ञानवापी मस्जिद में जारी 14 मई से जारी सर्वे का काम खत्म हो गया. अब 17 मई को कोर्ट में सर्वे की रिपोर्ट पेश की जाएगी. वहीं सर्वे का काम खत्म होने के बाद पक्ष हर कई तरह के बड़े ने दावे कर रहा हैं. जिसमें हिंदू पक्ष के अनुसार दावा किया गया है कि नन्दी के मुख के सामने मस्जिद के वजू खाने से 12 फीट 8 इंच व्यास का शिवलिंग मिला है.
12 फीट 8 इंच के शिवलिंग का दावा
हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन ने दावा किया था कि गुंबद के पास स्थित तालाब का पूरा पानी निकाला गया। यहां नंदीजी के सामने 12 फीट 8 इंच का शिवलिंग पाया गया है। वादी महिला लक्ष्मी देवी के पति सर्वे टीम में शामिल हैं। टीम में शामिल सदस्य सोहनलाल आचार्य ने कहा कि आज बाबा मिल गए। जिसकी नंदी प्रतीक्षा कर रहे थे, वह बाबा मिल गए। उन्होंने कहा कि अब हम पश्चिमी दीवार के मलबे की जांच की मांग करेंगे।
वकील रईस अहमद अंसारी ने कहा, 'ज्ञानवापी मसंजिद के वजूखाना में केवल एक फव्वारा है। जिस संरचना को शिवलिंग बताया जा रहा है वह फव्वारा है। ये सभी दावे झूठे हैं।' जानकारी के मुताबिक मस्जिद के ऊपरी हिस्से में नमाज पढ़ी जाती है। वहीं वजू करने की जगह है। इसी तालाब में शिवलिंग मिलने की बात कही गई है। कोर्ट ने इस इलाके को सील करने का और कड़ा पहरा लगाने का आदेश दिया है। इसके अलावा यहां किसी के भी आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
रईस ने कहा, 'कोर्ट ने जल्दबाजी में आदेश दे दिया। हम इस आदेश से संतुष्ट नहीं हैं और इसे चुनौती देंगे।' इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मसस्जिद कमिटी ने आपील की है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच मंगलवार को इस याचिका की सुनवाई करेगी। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कोर्ट द्वारा नियुक्त कमिश्नर को ज्ञानवापी में सर्वे करने का आदेश दिया था।
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वाराणसी - काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी Kashi Vishwanath Gyanwapi से जुड़े श्रृंगार गौरी मामले में कोर्ट कमीशन की कार्यवाही सोमवार को पूरी हो गई.कोर्ट कमीशन के तीन दिन की कार्यवाही के दौरान ज्ञानवापी के चप्पे-चप्पे की फोटोग्राफी हुई.कोर्ट कमीशन की टीम ने ज्ञानवापी के बाहरी हिस्से के अलावा तहखाने और दूसरे सभी हिस्से की फोटोग्राफी भी की गई.इस कमीशन की कार्यवाही में शामिल फोटोग्राफर ने इस पूरी कार्यवाही के दौरान करीब 15 सौ तस्वीरों को कैमरे में कैद किया और अब यही तस्वीरें ज्ञानवापी का राज खोलेगी.कमीशन की कार्यवाही पूरी होने के बाद फोटोग्राफर विभाष दुबे ने मीडिया से बातचीत में बताया इस कार्यवाही के दौरान उन्होंने लगभग 15 सौ फोटो खींचे और इन तस्वीरों को उन्होंने कोर्ट कमिश्नर को सौंप दिया.अब 17 मई को कोर्ट कमिश्नर इसकी डिटेल रिपोर्ट वाराणसी सिविल जज रवि कुमार दिवाकर की अदालत में पेश करेंगे.
हिन्दू पक्ष ने किया बड़ा दावा
वहीं दूसरी तरफ इस कार्यवाही के बाद हिन्दू पक्ष ने दावा किया कि जितना कल्पना की थी उससे ज्यादा कोर्ट कमीशन की कार्यवाही में सामने आया है.हिन्दू पक्ष के सोहन लाल ने दावा किया कि आखरी दिन की कार्यवाही के दौरान उन्हें बाबा के दर्शन हो गए. इशारों-इशारों में उन्होंने कहा कि मस्जिद में वजू के लिए बने तालाब में इस कार्यवाही के दौरान शिवलिंग मिला है.हालांकि हिन्दू पक्ष के इन दावों को मुस्लिम पक्ष के वकील ने सिरे से खारिज कर दिया उन्होंने कहा कि उन्हें जैसा हिन्दू पक्ष कह रहा वैसा कुछ भी नहीं दिखा.
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वाराणसी. ज्ञानवापी मस्जिद विवाद मामले में सर्वे का काम सोमवार को तीसरे दिन भी जारी है. इस बीच परिसर से बाहर निकले सर्वे टीम में शामिल वादी पक्ष के पैरोकार सोहनलाल आर्य ने मीडिया से कहा कि सर्वे में बाबा मिल गए. उन्होंने दावा किया कि गुंबद, दीवार और फर्श के सर्वे के दौरान कई साक्ष्य दबे हुए से दिखे. आर्य ने आगे कहा कि ज्ञानवापी परिसर के भीतर तलाब में शिवलिंग भी मिला. वहीं कितना बड़ा शिवलिंग है इस बात का खुलासा उन्होंने नहीं किया है. चौपाई के माध्यम से सोहन लाल ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि जिन खोजा तिन पाइया ….. “बाबा मिल गए”.
हालांकि सोहन लाल के दावों पर डीएम कौशल राज शर्मा और वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने कहा कि सर्वे का काम शांतिपूर्ण संपन्न हो गया है. वादी और प्रतिवादी पक्ष के जो भी दावे हैं वो उनके निजी हैं. मामला अभी कोर्ट में में हैं. कोर्ट कमिश्नर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। जो भी फैसला लेना है वो कोर्ट को लेना हैं. उधर कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह ने भी कहा कि सभी पक्षों के दावे उनके निजी हैं.
इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि सर्वे में शामिल एक सदस्य वरिष्ट पत्रकार डॉ रामप्रसाद सिंह को ज्ञानवापी परिसर में जाने से पुलिस ने रोक दिया था. कुछ देर बैठाने के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया गया. सर्वे की जानकारी लीक करने के आरोपों में ये कार्रवाई की गई थी. वहीं वादी पक्ष के अधिवक्ता विष्णु जैन अस्वस्थ होने के कारण पहले ही निकल गए. बाकी टीम अभी सर्वे कर रही है. सूत्रों के मुताबिक आज तहखाने के अंदर एक हिस्से में जमा मलबे व पानी को निकाल कर वीडियोग्राफी कराई गई. वहीं ज्ञानवापी के गुंबद की आज फिर वीडियोग्राफी हुई. इसकी बनावट की हाई लैंस कैमरे से फोटोग्राफी भी की गई.
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