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संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेड़करजी के संदर्भ में कांग्रेस का सच

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संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेड़कर जी का सत्य संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेड़कर जी का सत्य  * भारत के संविधान के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी संपूर्ण देश में " संविधान गौरव यात्रा" कार्यक्रम के द्वारा बूथ लेवल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक संविधान के प्रति जन जागरण कर रही है, इसी क्रम में अनेकों कार्यक्रम आयोजित हो रहे है। * हमारा संविधान विश्व का सबसे श्रेष्ठ संविधान है इसके नेतृत्व में हमने सफल लोकतंत्र की 75 वर्ष की यात्रा पूर्ण की है और इस लोकतंत्र की सफल यात्रा के लिए बाबा साहब अंबेडकर जी, जिन्होंने संविधान बनाया था वे धन्यवाद के पात्र हैं। उनकी अथक मेहनत से देश और लोकतंत्र दोनों सुरक्षित हैँ। उनके बनाये संविधान के मार्गदर्शन में भारत नें लोकतंत्र के सफल 75 वर्ष पूर्ण किए हैं। जबकि इस दौरान अनेकानेक देश अपना लोकतंत्र खो चुके हैँ । * इस संविधान का निर्माण बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी ने जिस मान, सम्मान और स्वाभिमान के भाव से किया था। भाजपा ने हमेशा उसका आदर किया तथा उसी भाव को घर-घर पहुंचाने का कार्य किया एवं इस भाव की रक्षा, संसद से लेकर सड़क तक की ह...

बाबा साहेब अंबेड़कर जी को कांग्रेस नें दुखी करने में कोई कसर नहीं छोडी

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बाबा साहेब भीमराव आंबेड़कर जी कभी कोंग्रेसी नहीं रहे। वे कांग्रेस के कभी सदस्य भी नहीं बने, उनका कांग्रेस की नीतियों से हमेशा ही विरोध रहा है, वे भारत विभाजन के घोर विरोधी थे और वे जम्मू और कश्मीर को स्वायात्तता देने वाली धारा 370 के विरुद्ध घे। वे छलपूर्ण मुस्लिम दलित गठजोड़ के भी विरुद्ध थे। कांग्रेस बाबा साहेब के आरक्षण प्रयत्नों के खिलाफ थी, कांग्रेस बाबा साहेब की बुद्धिमत्ता से जलती थी, जबकि ब्रिटिश सरकार बाबा साहेब को योग्य और बुद्धिमान होनें से बहुत तबज्जो देती थी, बाबा साहेब को,भारत के सन्दर्भ में आर्थिक एवं सामाजिक  समझ, सही और जमीनीस्तर की थी, इससे भी कांग्रेस के तब के बड़े नेता जलते थे। भारत को जानने की अपेछा से आने वाले विदेशी लोग बाबा साहेब की पुस्तकों से ही भारत को जानते थे, कुल मिला कर उस दौर में बाबा साहेब बुद्धि और ज्ञान के भंडार से, उन्होंने समाज को संदेश भी दिया था कि शिक्षित बनों, शिक्षा शेरनी का दूध है। जो कभी पराजित नहीं होता। बाबा साहेब पहले गोलमेज सम्मेलन में सम्मिलित हुये प्रथम गैर सरकारी भारतीय थे। संविधान सभा में वे अपरोक्ष  हस्तक्षेप के बाद...