नेताजी स्पेशल नहीं बन पाये, वीआईपी स्टेटस नहीं मिला - अरविन्द सिसौदिया

नेताजी स्पेशल नहीं बन पाये, वीआईपी स्टेटस नहीं मिला - अरविन्द सिसौदिया भारत के सर्वोच्च न्यायलय नें राजनैतिक दल के नाते वीआईपी स्टेटस मांगने सर्वोच्च न्यायालय पहुँचे कांग्रेस सहित 14 विपक्षी दलों को, अपने तर्कोँ एवं तथ्यों के आधार पर याचिका वापस लेनें की स्थिति में ला दिया। उन्होंने जो कहा और में जो समझा उसके हिसाब से राजनैतिक दल के नेताओं को उक्त न्यायालय नें सामान्य नागरिकों की श्रेणी में ही रखते हुये विशेष श्रेणी देनें से या अतिरिक्त विशेष गाइडलाइन बनाने से मना कर दिया। इस घटनाक्रम से नेताजी स्पेशल नहीं बन पाये, वीआईपी स्टेट्स नहीं मिला। यूँ तो भारत में राज आनें का मतलब या राज में होनें का मतलब ही नेताजी का सब कुछ होना होता है। उनका रौब रुतबा, उनका ईश्वर तुल्य होना। यह सर्वोच्चता का सिलसिला आजादी के बाद से ही चल रहा है। प्रतिदिन देश के कानून और व्यवस्था को प्रभावित करनें के लिये कार्यकर्ता या समर्थक के आधार पर, हजारो फोन सरकारी दफतरों में, अधिकारी, कर्मचारी आदी पर पहुंचते है। यह सब संविधान और लोकतंत्र से परे ही होता है सच यह है कि यह कृत्य संविधान ...