चिन्तन शिविर - राहुल इज फस्ट राहुल इज मस्ट ! Congress Chintan Shivir

कांग्रेस में कई बार चिन्तन हुये हैं, मामूलीतौर पर पार्टी में कुछ दिखावटी परिवर्तन होते रहे हैं , किन्तु मूलरूप से पार्टी अपनी पुरानी सोच से बाहर नहीं निकली है, कांग्रेस के इतिहास में हिन्दू के प्रति ईमानदारी कभी नहीं रही है । जबकि इसे हिन्दू नाम के नेता ही संचालित करते रहे हैं । मुख्य विषय यही है कि एक हिन्दू देश को आप कब तक धोका दे सकते हैं। वर्तमान में जो भी विचार हैं , वह हिन्दू के अपने देश के स्वामित्व के साथ है । वर्तमान हिन्दू पीढ़ी अपने हुटे हुये माल को कब्जाई सम्पत्तीयों को, अपने बर्चस्व को प्राप्त करना चाहती है। जिसे अभी तक टाला जाता रहा । भारत का विभाजन जब हिन्दू मुस्लिम समस्या के कारण हुआ था और पाकिस्तान मुस्लिम पक्ष को दे दिया गया था तो भारत के हिन्दूओं को उनका हक , उनका न्याय, उनका स्वामित्व दिया जाना चाहिये था। जिसे लगातार नजर अंदाज किया गया। जो अन्याय इस्लामिक आक्रांताओं के स्वलिखित इतिहास में लिखें हैं, उनके साथ तक न्याय नहीं करवा गया। बल्कि कांग्रेस के द्वारा ही तुष्टिकरण की नीती पर काम हुआ। भारत के खजानें पर अल्पसंख्यकों का पहला हक बताया गया। इसी कारण...