संदेश

hanuman chalisaa लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हनुमान जी का दिन मंगलवार

चित्र
   मंगलवार हनुमान जी का बार हनुमान जी चारों जुग परताप तुम्हारा, है परसिद्ध जगत उजियारा॥ संकट कटै मिटै सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥ अंतकाल रघुवरपुर जाई, जहां जन्म हरिभक्त कहाई॥ और देवता चित्त ना धरई, हनुमत सेई सर्व सुख करई॥   जन्म हनुमानजी की माता का नाम अंजना है, जो अपने पूर्व जन्म में एक अप्सरा थीं। हनुमानजी के पिता का नाम केसरी है, जो वानर जाति के बडे राजा थे। माता-पिता के कारण हनुमानजी को आंजनेय और केसरीनंदन कहा जाता है। केसरीजी को कपिराज कहा जाता था, क्योंकि वे वानरों की कपि नाम की जाति से थे। केसरीजी कपि क्षेत्र के राजा थे। आखिर कहां जन्म लिया? : हनुमानजी के जन्म स्थल को लेकर अनेकों क्षेत्रों में लोक धारणायें है। किन्तु जो पुरातन ज्ञान है उसके आधार पर उनका जन्म दक्षिण भारत में हुआ ।  ’पंपासरोवर’ अथवा ’पंपासर’ होस्पेट तालुका, मैसूर का एक पौराणिक स्थान है। हंपी के निकट बसे हुए ग्राम अनेगुंदी को रामायणकालीन किष्किंधा माना जाता है। तुंगभद्रा नदी को पार करने पर अनेगुंदी जाते समय मुख्य मार्ग से कुछ हटकर बाईं ओर पश्चिम दिशा में, पंपासरोवर स्थित है। यहां स्थित एक पर...

हनुमान चालीसा hanuman chalisaa की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने जेल में की थी

चित्र
  हनुमान चालीसा की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने जेल में की थी हनुमान चालीसा की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने की थी और इसकी रचना किसी आश्रम में या दरबार में नहीं की गई थी. हनुमान चालीसा की रचना मुगल शासक अकबर की जेल में हुई थी. आप शायद ही जानते होंगे कि हनुमान चालीसा जेल में लिखी गई थी... * हनुमान चालीसा कब लिखा गया क्या आप जानते हैं। नहीं तो जानिये, शायद कुछ ही लोगों को यह पता होगा?* *पवनपुत्र हनुमान जी की आराधना तो सभी लोग करते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ भी करते हैं, पर यह कब लिखा गया, इसकी उत्पत्ति कहाँ और कैसे हुई यह जानकारी बहुत ही कम लोगों को होगी।* *बात 1600 ईस्वी  की है यह काल अकबर और तुलसीदास जी के समय का काल था।* *एक बार तुलसीदास जी मथुरा जा रहे थे, रात होने से पहले उन्होंने अपना पड़ाव आगरा में डाला, लोगों को पता लगा कि तुलसीदास जी आगरा में पधारे हैं। यह सुन कर उनके दर्शनों के लिए लोगों का ताँता लग गया। जब यह बात बादशाह अकबर को पता लगी तो उन्होंने बीरबल से पूछा कि यह तुलसीदास कौन हैं।* *तब बीरबल ने बताया, इन्होंने ही रामचरित मानस का अनुवाद किया है, यह रामभक्त तुलसीदास...

अमेरिकी राष्ट्रपति , हनुमान भक्त बराक ओबामा !

चित्र
ओबामा , प्रतिभा आडवाणी के पास  आए और बड़े गर्व से हनुमान जी की छोटी सी प्रतिमा दिखाई The photo by Brooks Kraft that appeared in Time on June 2, 2008 shows candidate Obama displaying a palm-full of “lucky” charms.    The full photo is  कैसे हनुमान भक्त बन गए बराक ओबामा http://khabar.ibnlive.in.com/news/135284/1 आईबीएन-7 | Jan 27, 2015 http://khabar.ibnlive.in.com/news/135284/1 नई दिल्ली। जिंदगी के तमाम पड़ावों में, मुश्किलों में, परेशानी में, जब हौसला चाहिए होता है, हिम्मत चाहिए होती है, तब ओबामा याद करते हैं हनुमान को। एक ऐसा सहारा जो तब से उनने साथ है जब उनके पहले पिता उन्हें छोड़कर चले गए थे जब जिंदगी में दूसरे पिता आए थे। जी हां, दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को शक्ति मिलती है भगवान हनुमान से। इस बात का चर्चा पिछले काफी सालों से होती रही है। लेकिन रविवार को पहली बार खुद बराक ओबामा ने बताया कि हनुमान जी की उनकी जिंदगी में क्या अहमियत है। रविवार रात सवा नौ बजे के करीब जब ओबामा राष्ट्रपति भवन में खास मेहमानों...