भारतीय जनता पार्टी : विश्व की सबसे बड़ी पार्टी




दिनांक 30.4.2015 को दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में श्री अमित शाह,
राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी द्वारा वितरित निवेदन

दस करोड़ से भी अधिक लोगों को पार्टी का सदस्य बना कर भारतीय जनता पार्टी, विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है। राजनीतिक दलों के अंदर नये सदस्यों की भर्ती-प्रक्रिया के विषय में भाजपा ने आधुनिक सूचना तंत्र का कल्पनापूर्ण उपयोग करते हुये नया कीर्तीमान स्थापित किया है। पार्टी ने मोबाईल फोन के माध्यम से टोल फ्री नम्बर का उपयोग करते हुये लगातार 6 महिने यह अभियान चलाया, जिसके चलते पार्टी अब सुदूर अरूणाचल प्रदेश के इस्ट कामेंग जिले से कच्छ तक और कारगिल से कन्या कुमारी तक हर तहसिल में उपस्थित है। आधुनिक तकनिक के उपयोग के कारण भारतीय जनता पार्टी का यह अभियान शत प्रतिशत लोकतांत्रिक, पारदर्शी और सर्वसमावेशी हुआ, जिससे पार्टी का सामाजिक जनाधार बढ़ा और भौगोलिक विस्तार भी मजबूत हुआ है।

विश्व के लोकतांत्रिक देशों में जो सैंकड़ों राजनीतिक दल है उनमें इस तरीके से सूचना - तंत्र का सर्व प्रथम प्रयोग करते हुए सदस्यता अभियान संपन्न करने वाली भाजपा एकमात्र पार्टी है।

सदस्यों के पंजिकरण की इस प्रक्रिया में किसी भी मोबाईल धारक को सदस्यता पाने के लिए 1800 266 2020 (टोल फ्री नम्बर) घुमाना पड़ता था। नम्बर घुमने के बाद, उसके मोबाइल पर युनिक मेम्बरशिप नम्बर मेसेज के जरिए आ जाता था। यह नम्बर आने के बाद, दूसरे एक टेलिफोन नम्बर पर उसे अपना पूरा नाम, पता, पिनकोड और हो सके तो वोटर आईडी संख्या लिखकर मेसेज के माध्यम से भेजना होता था। यह एक एस.एम.एस भेजने से उसके पार्टी ज्वाॅइन करने की प्रक्रिया पूर्ण होती थी। सदस्यता अभियान की अवधि समाप्त होने के पश्चात अब कार्यकर्ताओं के द्वारा बनाया रिकार्ड तथा काॅल सेंटर्स के माध्यम से नव-पंजिकृत सदस्यों की सूची बनी है। इन सूचियों में जिनके नाम दर्ज हैं, उनके सत्यापन के साथ . साथ अब एक राष्ट्रव्यापी संपर्क अभियान भी हाथ लिया जा रहा है। इस अभियान में पार्टी कार्यकर्ता सभी नूतन सदस्यों को घर जाकर मिलेंगे और उन तक पार्टी का संदेश पहुंचाएंगे। पार्टी की परिचयात्मक जानकारी दी जाएगी साथ ही सरकार के एक साल के काम का ब्योरा भी दिया जाएगा। नव-संपर्कित सदस्य की जानकारी एक प्रपत्र के द्वारा संकलित की जाएगी। 31 जुलाई तक संपर्क अभियान समाप्त करने के पश्चात पार्टी एक व्यापक प्रशिक्षण अभियान हाथ लेगी। इससे नव संपर्कित सदस्य के पार्टी कार्यकर्ता बनाने की प्रक्रिया का महत्वपूर्ण चरण पूर्ण होगा।

विगत 1 नवम्बर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पुनः सदस्य बनाकर उन्ही की उपस्थिती में इस अभियान का शुभारंभ हुआ और तब से दिन प्रतिदिन सदस्यता बढ़ती गयी। इस बुनियादी संगठनात्मक कार्यक्रम को पूरी पार्टी ने गंभीरता से संचालित किया। पार्टी के उपाध्यक्ष डाॅ. दिनेश शर्मा के संयोजकत्व में बनी एक समिति इस अभियान की पूर्व तैयारी, संचालन और समीक्षा में लगातार लगी रही जिसमें उपाध्यक्ष डाॅ. विनय सहस्रबुद्धे, राष्ट्रीय सचिव श्री अरूण सिंह और श्रीमती सुधा यादव तथा कर्नाटक के सी.टी. रवि सदस्य थे। सदस्यता की प्रक्रिया पूर्णतः अपारंपारिक होने के कारण, प्रदेश व जिला मंडल के स्तर पर कार्यशालाओं के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षित किया गया। उसके पश्चात अभियान को गति देने तथा संचालन की समीक्षा करने हेतु पार्टी नेताओं ने देश के कोने-कोने में जाकर संभाग और जिला स्तरीय प्रवास किये। राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाते मैंने स्वयं 53 दिनों में देश के लगभग सभी प्रदेशों की व्यापक यात्राएं की।

साथ ही श्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने गुजरात, बिहार, बंगाल, असम तथा पूर्वात्तर भारत के राज्यों में, डाॅ. विनय सहस्रबुद्धे ने महाराष्ट्र, केरल, बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मिर तथा मध्य प्रदेश में; राष्ट्रीय सचिव श्री अरूण सिंह ने उडिसा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान में; श्रीमती सुधा यादव ने हरियाणा, हिमाचल, पंजाब, उत्तराखण्ड तथा दिल्ली में और श्री सी.टी. रवि ने कर्नाटक, केरल, पुडुचेरी, तमलिनाडू तथा तेलंगाना में प्रवास किये।

इस पूरे अभियान में पार्टी के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी, सभी सांसद, मंत्रि परिषद के सभी सदस्य, प्रदेश और जिला स्तर पर सभी पदाधिकारी तथा जनप्रतिनिधि, राज्यों के मुख्यमंत्री एवं मंत्री इत्यादी समेत लाखों कार्यकर्ताओं ने अहर्निश परिश्रम किये। कई राज्यों में सार्वजनिक स्थलों पर स्टाॅल्स लगाते हुये जनता से अपील की गयी और हजारों को सदस्य के नाते पंजिकृत किया गया। कारखानों और महाविद्यालयों के सामने गेट मिटिंग्ज, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, झुग्गी बस्तियांए मंडिया तथा उपासना स्थलों पर आह्वान, सभाएं और पंजिकरण स्टाल्स लगाए गये। रेल तथा बस यात्रियों, खेत मजदूरों, किसानों, स्वयं सहायता समूहों की सदस्य महिलाएं, बैंकों के कर्मचारी, रेहड़ी और पटरी पर विक्रेय करने वाले विक्रता, बूट पाॅलिश करने वाले युवा से लेकर टैक्सी और रिक्शा चालक, सब्जी विक्रेता, हाॅस्पिटल्स की नर्से, काॅल सेंटर्स में काम करने वाले युवा-युवती इत्यादी सभी की इस अभियान में उत्साहपूर्ण सहभागिता रही।

अधिकांश प्रदेशों में सदस्यता अभियान को अंजाम देने के लिए सामुहिक सदस्यता, व्यक्तिगत सदस्यता, कैम्प सदस्यता इत्यादी विभिन्न पद्धती के प्रयास किये गए। सामुहिक सदस्यता के अंतर्गत कार्यकर्ता एक समूह बनाकर बस्तियों में जाकर जनता का आह्वान करते थे। इसी तरह कई कार्यकर्ता अपने निकट मित्रों, पड़ोसी और परिवारजनों को सदस्य बनाते हुये व्यक्तिगत सदस्यता को आगे बढ़ाते रहे। सार्वजनिक स्थानों पर जहां लोग बड़ी संख्या में एकत्र होते हैं, वहां स्टाॅल या बूथ लगाकर दिनभर अभियान चलाना यह कैम्प सदस्यता के रूप में जाना गया। साथ ही कई प्रदेशों में जिला, मंडल या बूथ स्तर पर निश्चित समय देकर  इस अभियान को अंजाम देने वाले प्रवासी-कार्यकर्ताओं का भी विशेष योगदान रहा।

इस अपरांपारिक अभियान में औरों को सदस्य बनाने वालें किसी भी वर्तमान कार्यकर्ता को सक्रिय सदस्य बनने के लिए न्यूनतम 100 नये प्राथमिक सदस्य बनाना जरूरी था। इन नव पंजिकृत सदस्यों के नाम, उनका सदस्यता क्रमांक तथा संपूर्ण पता की जानकारी के प्रपत्र जमा करने से ही कोई सक्रिय सदस्यता के लिए जरूरी अर्हता प्राप्त कर सकता है। इस प्रावधान के कारण इस सदस्यता अभियान से सांगठनिक आधार और भी मजबूत करने में मदद हुई है। पार्टी की रणनीति के अनुसार केरल, तमिलनाडू, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिसा, बंगाल तथा असम इन सात राज्यों में सदस्यता विस्तार पर विशेष बल दिया गया। इन सभी राज्यों में तीन से छः माह की अवधि के लिए विस्तारक के रूप में कुल मिलाकर 6782 कार्यकर्ताओं ने पूर्ण समय काम किया। इन सभी सातों राज्यों में सामुदायिक सदस्यता पंजिकरण के लिए दर्जनों सम्मेलन किये गए, नेताओं ने तहसिल स्तर तक जाकर प्रवास किए और सोशल मीडिया के साथ प्रचार साधनों को भिन्न-भिन्न कल्पनापूर्ण तरिकों से उपयोग किया गया। इन सभी राज्यों में इन प्रयासों के कारण सदस्यता की संख्या में 3 से 10 गुना वृद्धि हुयी है जो अपने आप में नया कीर्तिमान है।

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