बिहार विधान परिषद चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत, महागठबंधन साफ !
बिहार विधान परिषद चुनाव में भाजपा की बल्ले-बल्ले, 13 सीटों पर कब्जा
Publish Date:Fri, 10 Jul 2015पटना। बिहार के विधान परिषद चुनाव में भाजपा की बल्ले-बल्ले रही । 24 सीटों पर राज्यभर में हुए चुनाव में भाजपा ने 13 सीटों पर कब्जा जमाया। एक उम्मीदवार निर्दलीय था, जिसे भाजपा ने समर्थन दिया था। वहीं 12 सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की।
महागठबंधन का इस चुनाव में खास असर देखने को नहीं मिला। जदयू ने पांच सीटों पर कब्जा किया जबकि राजद तीन सीटों पर अपनी उपस्थिति बना सकी। वहीं कांग्रेस एक सीट पर काबिज हुई। एनडीए के घटक दल एलजेपी ने एक सीट पर जीत दर्ज की। पटना की सीट निर्दलीय प्रत्याशी के झोली में गिरी।
इनको मिली जीत...
भाजपा (12 की जीत)
-छपरा से भाजपा के सच्चिदानंद।
-औरंगााबाद से भाजपा के राजन सिंह।
-गोपालगंज से भाजपा के आदित्य पांडेय।
-दरभंगा में भाजपा के सुनील सिंह।
-पूर्णिया से भाजपा के दिलीप जायसवाल।
-सासाराम से संतोष सिंह।
-समस्तीपुर में हरी नारायण चौधरी।
-मधुबनी से सुमन महासेठ।
-सिवान से टुन्नाजी।
-बेगूसराय से रजनीश।
-मोतीहारी से बबलू गुप्ता।
-मुंगेर में अविनाश विद्यार्थी।
जदयू (पांच की जीत)
-नालंदा से जदयू प्रत्याशी रीना देवी।
-मुजफ्फरपुर से जदयू प्रत्याशी दिनेश सिंह।
-गया से जदयू की मनोरमा देवी।
-नवादा से जदयू के सलमान रागिव।
-भागलपुर से जदयू के मनोज यादव।
राजद (तीन की जीत)
-हाजीपुर से राजद के सुबोध राय।
-भोजपुर से राजद के राधाचरण शाह।
-आरा-बक्सर से राजद के राधा चरण साह।
अन्य (एलजेपी एक, कांग्रेस एक, भाजपा समर्थित एक व निर्दलीय)
-पटना से निर्दलीय रीतलाल यादव।
-बेतिया से कांग्रेस के राजेश राम।
-कटिहार से भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी अशोक अग्रवाल।
-सहरसा में एलजेपी की नूतन सिंह।
पटना में जदयू प्रत्याशी का आरजेडी पर आरोप
पटना में जदयू प्रत्याशी ने राजद की वजह से हार की बात कही। जदयू प्रत्याशी वाल्मिकी सिंह ने आरोप लगाया कि राजद समर्थकों ने धोखा दिया। इसकी वजह से ही हार का मुह देखना पड़ा। पटना सीट पर राजद और जदयू ने गठबंधन के तहत वाल्मिकी सिंह को चुनावी समर में उतारा था।
विधान सभा चुनाव से जोड़कर देखे जा रहे परिणाम
सात जुलाई को वोटिंग हुई थी। स्थानीय प्राधिकार से जुड़े तकरीबन 1.38 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। विधान परिषद चुनाव के नतीजों को राजनीतिक दल बिहार विधानसभा के आगामी चुनावों से जोड़कर देख रहे हैं।
अमूमन सभी दलों का मानना है कि परिषद चुनाव के नतीजे कई मायने में दलों के प्रति आम आदमी का रूझान बताएंगे। इस चुनाव में भाजपा, जदयू, राजद, कांग्रेस, लोजपा, एनसीपी और रालोसपा की ओर से उम्मीदवार खड़े किए गए थे।
इसके अलावा बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी चुनाव में भाग लिया है। भाजपा ने 18 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा था, जबकि सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से चार और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की ओर से दो प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।
इसी प्रकार जनता दल (यूनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल ने दस-दस प्रत्याशी खड़े किए थे, जबकि चार अन्य सीट पर इस गठबंधन की सहयोगी, कांग्रेस और एनसीपी के प्रत्याशी मैदान में थे। चुनाव के लिए राज्य भर में बनाए गए 534 मतदान केंद्रों पर मतदाताओं ने वोट डाले थे।
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टीम पटना। विधान परिषद चुनाव मतदान की 24 सीटों में अधिकांश के परिणाम मिल चुके हैं। परिणामों को आगामी विधान सभा चुनाव के परिप्रक्ष्य में देखें तो जदयू-राजद गठबंधन के लिए राह आसान नहीं है। दूसरी ओर भाजपा का कद बड़ा होता दिख रहा है।
अभी तक मिले परिणाम के अनुसार भाजपा को 11 व जदयू को पांच सीटें मिल चुकी हैं। राजद को केवल दो सीटें मिली हैं। जीत चुके दो निर्दलीय में एक भाजपा समर्थित हैं।
जदयू ने अभी तक पांच सीटें जीत ली हैं। जदयू के मुजफ्फरपुर से दिनेश सिंह, गया से मनोरमा देवी व नालंदा से रीना यादव ने जीत दर्ज कर ली है। नवादा से सलमान रागीव व भागलपुर-बांका से मनोज यादव भी जीत चुके हैं।
राजद को दो सीटें हासिल हुई हैं। पार्टी के सुबोध राय ने हाजीपुर से तथा राधा चरण साह ने भोजपुर से जीत दर्ज की है।
कांग्रेस की बात करें तो बेतिया से उसके प्रत्याशी राजेश राम जीत चुके हैं।
भाजपा ने 11 सीटों पर जीत दर्ज की है। भाजपा के छपरा से सच्चिदानंद राय, औरंगााबद से राजन सिंह व गोपालगंज से आदित्य पांडेय ने जीत दर्ज की है। भाजपा के हरिनारायण चौधरी समस्तीपुर से, सुनील सिंह दरभंगा से, दिलीप जायसवाल पूर्णिया से, संतोष सिंह सासाराम से एवं सुमन महासेठ मधुबनी से जीत चुके हैं।
भाजपा प्रत्याशी सिवान से टुन्नाजी, बेगूसराय से रजनीश कुमार व दरभंगा से सुनील सिंह भी विजयी रहे हैं।
राजग प्रत्याशी नूतन सिंह (लोजपा) ने सहरसा से जीत दज की है।
पटना से निर्दलीय रीतलाल यादव ने भी जीत दर्ज कर की है। कटिहार जीते से निर्दलीय प्रत्याशी अशोक अगवाल भाजपा समर्थित हैं।
इस चुनाव परिणाम को अगर आगामी विधान सभा चुनाव का सेमी फाइनल मानें तो राजग की राह आसान होती दिख रही है।
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