प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न

भाजपा का तीन दिवसीय कार्यकत्र्ता प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न 15 लाख नये सदस्यों के प्रषिक्षण के लिए शुरू हुआ ‘‘महाप्रशिक्षण अभियान’’



देशभर के लगभग 15 लाख सक्रिय भाजपा कार्यकत्र्ताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम को आज अंतिम रूप दे दिया गया। भाजपा वरिठ नेताओं व प्रमुख प्रशिक्षकों की दिल्ली में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा तय कर दी गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पार्टी मुख्यरूप से कार्यकत्र्ताओं को पार्टी के सांस्कृतिक विचार व कार्यक्रम, संगठन को मजबूत और सक्रिय बनाये रखने के लिए आवश्यक मानदंड, सरकार और पार्टी कार्यकत्र्ताओं के बीच बेहतर समन्वय तथा जनता से जुड़े मुद्दे के प्रति सजग रहने के तरीके से अवगत कराएगी।

उल्लेखनीय है कि भाजपा अध्यक्ष श्री अमितशाह ने सदस्यता अभियान की समाप्ति पर यह ऐलान किया था कि पहले चरण में 15 लाख नये सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उसी क्रम में यहां दिल्ली में पार्टी के प्रमुख केंद्रीय पदाधिकारियों, राज्यों के प्रतिनिधियों व प्रशिक्षण से जुड़े प्रमुख लोगों की कार्यशाला यहां बुलाई गई थी। पार्टी अध्यक्ष श्री अमितशाह ने इस कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने नए सदस्यों के प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि भाजपा का उद्देश्य सिर्फ सरकारें बनाना नहीं है, बल्कि अपने विचारवान व कर्मठ कार्यकत्र्ताओं के बल पर देश का कायाकल्प भी करना है। उन्होंने कहा कि लोग भाजपा से यह आस लगाए हुए है कि यह पार्टी ही भारत का प्राचीन गौरव लौटा सकती है। इस कार्यशाला में लगभग 350 प्रतिनिधि शामिल हुए।

 भाजपा ने इस कार्यशाला में प्रशिक्षण कार्यक्रम को अंतिम रूप देते हुए यह तय किया कि पार्टी नए सदस्यों को ना सिर्फ भाजपा के इतिहास और कार्यक्रमों से अवगत कराएगी, बल्कि प्रशिक्षण के जरिए कार्यकत्र्ताओं में देश के प्रति सजग रहने और अपने सांस्कृतिक विरासत को संभालते हुए आधुनिक भारत के निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करेगी। इस कार्यशाला में भाजपा के वरिश्ठ महासचिव रामलाल और उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे भी नए सदस्यों के प्रशिक्षण से संबंधित मुद्दों को अंतिम रूप देने में अपना योगदान दिया।

 भाजपा के महासचिव पी मुरलीधर राव ने सांस्कृतिक राश्ट्रवाद के बारे में सदस्यों को अवगत कराने और उस पर अडिग रहते हुए आगे बढ़ने के बारे में प्रशिक्षित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विचारों से बिना समझौता किए पार्टी कार्यकत्र्ता देश का राजनीतिक एजेंडा तय कर सकते हैं। इस कार्यशाला में यह तय किया गया कि अगले दो महीने में पहले प्रमुख प्रशिक्षकों को विशयवार तैयार किया जाएगा और फिर राज्यवार कार्यकत्र्ता प्रशिक्षण का कार्यक्रम तय किया जाएगा।

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

महाराष्ट्र व झारखंड विधानसभा में भाजपा नेतृत्व की ही सरकार बनेगी - अरविन्द सिसोदिया

‘फ्रीडम टु पब्लिश’ : सत्य पथ के बलिदानी महाशय राजपाल

चुनाव में अराजकतावाद स्वीकार नहीं किया जा सकता Aarajktavad

भारत को बांटने वालों को, वोट की चोट से सबक सिखाएं - अरविन्द सिसोदिया

शनि की साढ़े साती के बारे में संपूर्ण

ईश्वर की परमशक्ति पर हिंदुत्व का महाज्ञान - अरविन्द सिसोदिया Hinduism's great wisdom on divine supreme power

देव उठनी एकादशी Dev Uthani Ekadashi