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आरएसएस,नागरिकों में श्रेष्ठतम राष्ट्रवादी चरित्र निर्माण करता है - सिसोदिया

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आरएसएस,नागरिकों में श्रेष्ठतम राष्ट्रवादी चरित्र निर्माण करता है - सिसोदिया  कोटा 11 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सहसंयोजक एवं राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्यासी अरविंद सिसोदिया ने कहा है कि " कांग्रेस द्वारा लगातार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की झूठी आलोचना निहित राजनैतिक स्वार्थों से की जाती रही है। इसलिए यह अत्यंत महत्त्वपूर्ण कि संघ के सत्यनिष्ठ स्वरूप से नई पीढ़ी परिचित हो। " उन्होंने कहा कि " संघ, संगठित, शिक्षित और राष्ट्रभक्त समाज निर्माण के द्वारा "सशक्त भारत" बना रहा है। संघ के स्वयंसेवक अपने अपने क्षेत्र में राष्ट्र निर्माण की दिशा में उच्चतम उपलब्धियां हांसिल कर रहे हैँ।" सिसोदिया नें कहा है कि "आरएसएस (संघ) द्वारा भारतीय नागरिकों में नैतिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास के लोकशिक्षण संपादित होते हैँ , जिसके माध्यम से नागरिकों में राष्ट्रवादी चरित्र निर्माण होता है। जिसकी भारत जैसे सदियों से परतंत्र रहे देश को, स्वाभिमान जागृति हेतु सख्त आवश्यकता है।" उन्होंने कह...

जल थल से अम्बर से फिर, हिन्दू की जय जय कार उठे - सरसंघचालक भागवत जी

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जल थल से अम्बर से फिर, हिन्दू की जय जय कार उठे - भागवत जी   श्री विजयादशमी उत्सव 2024 – सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी के उद्बोधन का सारांश आज के कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि आदरणीय डॉ. कोपिल्लिल राधाकृष्णन जी, मंच पर उपस्थित विदर्भ प्रांत के मा. संघचालक, मा. सह संघचालक, नागपुर महानगर के मा. संघचालक, अन्य अधिकारी गण, नागरिक सज्जन, माता भगिनी तथा आत्मीय स्वयंसेवक बन्धु । श्री विजयादशमी युगाब्द 5126 के पुण्यपर्व पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने कार्य के 100वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। पुण्य   स्मरण पिछले वर्ष इसी पर्व पर हमने महारानी दुर्गावती के तेजस्वी जीवन यज्ञ का उनकी जन्मजयंती के 500वें वर्ष के निमित्त स्मरण किया था। इस वर्ष पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर जी की 300वीं जन्मशती का वर्ष मनाया जा रहा है। देवी अहिल्याबाई एक कुशल राज्य प्रशासक, प्रजाहितदक्ष कर्तव्यपरायण शासक, धर्म संस्कृति व देश की अभिमानी, शीलसंपन्नता का उत्तम आदर्श तथा रण – नीति की उत्कृष्ट समझ रखने वाली राज्यकर्ता थी। अत्यंत विपरीत परिस्थितियों में भी अद्भुत क्षमता का परिचय देते हुए घर को, राज्य को; स्वयं की अखि...

सनातन संस्कृति विश्व को निरंतर नवीन चेतना देनें वाली रही है - मुरलीधर जी

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सनातन संस्कृति विश्व को निरंतर नवीन चेतना देनें वाली रही है - मुरलीधर जी  Sanatan culture has been constantly giving new consciousness to the world - Muralidhar Ji - जन-जन में स्व की रक्षा का भाव जगाना ही रक्षाबंधन का संदेश है। स्वभाषा, स्वपरंपरा, स्वभूषा, स्वखान-पान और स्वज्ञान की रक्षा के साथ राष्ट्र रक्षा, समाज रक्षा और पर्यावरण रक्षा का संकल्प हमें करना होगा।  - अपने उत्थान और विकास के लिए, विदेशी को श्रेष्ठ मानने का भाव हमें छोड़ना होगा। कोटा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समन्वय रक्षाबंधन उत्सव बुधवार को जवाहर नगर स्थित सत्यार्थ ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संघ के चित्तौड़ प्रांत प्रचारक मुरलीधर जी और मुख्य अतिथि वर्द्वमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कैलाश जी सोडाणी रहे। कार्यक्रम के बाद सभी ने एक दूसरे को एकता रक्षा सूत्र बांधे। मुख्यवक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चित्तौड़ प्रान्त प्रचारक मुरलीधर जी ने कहा कि “ सनातन संस्कृति विश्व को नित्य निरंतर नवीन चेतना देनें वाली रही है, संघ की शाखाओं में चरित्रवान नागरिकों का निर्म...