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पृथ्वी ईश्वर की प्रयोगशाला और जीवन प्रयोग से निकला उत्पादन jeevn or ishwar

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Arvind Sisodia:9414180151 विचार - यह पृथ्वी ईश्वर की प्रयोगशाला है और जीवन प्रयोग से निकला उत्पादन है। विज्ञान ईश्वर से निर्मित है और सृष्टि और प्रकृति उससे उतपन्न हैँ। व्याख्या - बहुत ही गहरा और अर्थपूर्ण विचार है! यह विचार विज्ञान और अध्यात्म के बीच के संबंध को दर्शाता है। इस विचार के अनुसार, पृथ्वी ईश्वर की प्रयोगशाला है, जहां जीवन और सृष्टि का निर्माण हुआ है। यह विचार यह भी दर्शाता है कि विज्ञान ईश्वर से निर्मित है, और सृष्टि और प्रकृति विज्ञान के नियमों के अनुसार कार्य करती हैं। यह विचार हमें यह समझने में मदद करता है कि विज्ञान और अध्यात्म दो अलग-अलग चीजें नहीं हैं, बल्कि वे एक दूसरे के पूरक हैं। विज्ञान हमें सृष्टि और प्रकृति के बारे में जानने में मदद करता है, जबकि अध्यात्म हमें सृष्टि और प्रकृति के पीछे के उद्देश्य और अर्थ को समझने में मदद करता है। यह विचार हमें यह भी समझने में मदद करता है कि हमारा जीवन और सृष्टि एक बड़े उद्देश्य का हिस्सा है, और हमें अपने जीवन को उस उद्देश्य के अनुसार जीना चाहिए। -----==----- पृथ्वी और विज्ञान का संबंध  विज्ञान मूलतः ईश्वर के द्...

भजनलाल शर्मा सरकार की 150 यूनिट फ्री बिजली की घोषणा बड़ी राहत - अरविन्द सिसोदिया bjp rajasthan kota

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भजनलाल शर्मा सरकार की 150 यूनिट फ्री बिजली की घोषणा बड़ी राहत - अरविन्द सिसोदिया  कोटा 19 फरवरी। भाजपा राजस्थान के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सह संयोजक अरविन्द सिसोदिया नें भजनलाल शर्मा सरकार के बजट का स्वागत करते हुये कहा है की " राजस्थान की सच्ची प्रगति को समर्पित यह बजट लोककल्याणकारी और जनहितैषी है। " उन्होंने कहा कि बजट में घरेलू बिजली 150 यूनिट तक फ्री करने से आम व्यक्ति नें बड़ी राहत मिली है। अभी तक छूट सिर्फ 100 यूनिट थी, जिसे बजट में 50 यूनिट ओर बड़ा दिया है। अब आमजन को 150 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी। इसके लिये मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ का आभार। सिसोदिया नें कहा है कि " भाजपा की डबल इंजन सरकार के चलते राजस्थान विकास पथ पर अग्रसर है। प्रधानमंत्री मोदीजी के नेतृत्व में चल रही केंद्र सरकार और भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में चल रही राजस्थान सरकार मिल कर लोक कल्याण को समर्पित हैँ। जिसका बहुअयामी लाभ राजस्थान को मिल रहा है। भवदीय  अरविंद सिसोदिया  9414180151

बड़ी जनहानि से बचना सौभाग्य, बहुअयामी विशेषज्ञ जाँच होनी ही चाहिए - अरविन्द सिसोदिया cfcl

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बड़ी जनहानि से बचना सौभाग्य, बहुअयामी विशेषज्ञ जाँच होनी ही चाहिए - अरविन्द सिसोदिया  कोटा 17 फरवरी। भाजपा राजस्थान के संपर्क विभाग से प्रदेश सहसंयोजक अरविन्द सिसोदिया नें कहा है कि उर्वरक निर्माता कंपनी की फैक्ट्री से गैस रिसाव की घटना तो हुई है, क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में तबियत खराब होने का कोई अन्य कारण सामने नहीं आया है। गैस नें कमजोर क्षमता की बच्चियों पर असर डाला है। सारे लक्षण अमोनिया रिसाव की पुष्टि करते हैँ।आसपास के लोगों नें भी स्मेल की बात स्वीकारी है। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र फैक्ट्री से मेलजोल बिठा कर काम करता है। इसलिए उनकी रिपोर्ट को स्वीकार नहीं किया जा सकता। गैस से पीड़ितों की तबियत खराब होनें का कोई दूसरा कारण सामनें नहीं आया है।इसलिए विशेषज्ञयों द्वारा बहुअयामी जाँच व्यापक दृष्टिकोण से आवश्यक है।  सिसोदिया नें कहा कि फैक्ट्री से कोई गलती नहीं भी हुई है तो उन्हें भी जाँच की पहल करनी चाहिए। इससे उन्हें भी व्यवस्था सुधार का लाभ होगा। भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हो पायेगी और पूर्व से ही बचाव का सामर्थ्य भी प्राप्त होगा । उन्होंने कहा कि गैस रिसाब की जाँच...

टुकड़े टुकड़े नगर निगमों को एक करने से जनता को राहत मिलेगी - अरविन्द सिसोदिया bjp rajasthan kota

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तुष्टिकरण की राजनीती से बंटे निगमो को फिर से एक किया जाना स्वागत योग्य - अरविन्द सिसोदिया  टुकड़े टुकड़े नगर निगमों को एक करने से जनता को राहत मिलेगी - अरविन्द सिसोदिया  कोटा, 15 फरवरी। भाजपा राजस्थान के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सह संयोजक एवं राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्यासी अरविन्द सिसोदिया नें " कोटा सहित जयपुर एवं जोधपुर के 2-2 नगर निगमों को पुनः एक - एक किये जानें का स्वागत किया है एवं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौर व नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार झाबर सिंह खर्रा को धन्यवाद ज्ञापित किया है। "  उन्होंने कहा कि " गत कांग्रेस की गहलोत सरकार नें संम्प्रदाय विशेष की संतुष्टी के लिये अपरोक्ष तुष्टिकरण से प्रेरित होकर तीनों महानगरों के नगर निगमों का विभाजन किया था और वार्डों के गठन में भी इस तरह की कोशिश की थी। जिसके चलते आसामन्य और बेडोल वार्डों का गठन हुआ। जिससे निगमों के कार्यकरने की क्षमता में भी भारी गिरावट आई।"  सिसोदिया नें कहा कि " भाजपा सरकार के सत्ता म...

विकसित भारत की नींव का आधार है , केन्द्रीय बजट - गोपाल कृष्ण अग्रवाल

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विकसित भारत की नींव का आधार है , केन्द्रीय बजट - गोपाल कृष्ण अग्रवाल कोटा 12 फ़रवरी । भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने केन्द्रीय बजट की परिचर्चा को लेकर, बुधवार को कोटा में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि " प्रधानमंत्री मोदीजी के स्वप्न के विकसित भारत निर्माण की नींव है प्रस्तुत बजट। जिससे जब भारत अपना 100 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा होगा, तब भारत में जीरो गरीबी हो। भारत ग़रीबी की समस्या से मुक्त होकर पूर्ण विकसित देश बनें।" इस अवसर पर मंचस्थ रहे रेड क्रॉस सोसायटी प्रदेश अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष राकेश जैन, मीडिया कोटा संभाग संयोजक अरविंद सिसोदिया, जिला उपाध्यक्ष रितेश चित्तोड़ा, सोशल मीडिया प्रदेश संयोजक मयंक सेठी। स्वागत जिला अध्यक्ष राकेश जैन नें किया और संचालन मीडिया संभाग संयोजक अरविंद सिसोदिया नें किया। पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा कि " भारत को विकसित बनाने के लिए बहुअयामी लक्ष्य तय करके, पूरी जबाब देही से कार्यों क...

आत्मा सिर्फ ड्राइवर जैसी, शरीर को बनाने वाला ईश्वर ही मुख्य स्वामी - अरविन्द सिसोदिया

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Arvind Sisodia:9414180151 विचार - जिस तरह ड्राइवर कार चलता है, वह कार बना नहीं सकता, उसी तरह शरीर को आत्मा चलाती है, उसे बनाने वाला ईश्वर है, ईश्वर की व्यवस्था शरीर का निर्माण करती है। Arvind Sisodia:9414180151  विचार - जिस तरह ड्राइवर कार चलता है, वह कार बना नहीं सकता, उसी तरह शरीर को आत्मा चलाती है, उसे बनाने वाला ईश्वर है, ईश्वर की व्यवस्था शरीर का निर्माण करती है। -  बहुत ही सुंदर और गहरा अर्थ वाला उदाहरण है ! यह उदाहरण हमें यह समझने में मदद करता है कि शरीर और आत्मा के बीच क्या संबंध है और ईश्वर की भूमिका क्या है। जिस तरह ड्राइवर कार को चलाता है, लेकिन कार को बनाने वाला कार का निर्माता है, उसी तरह आत्मा शरीर को ड्राइवर की तरह चलाती है, लेकिन शरीर को बनाने वाला ईश्वर है। यह उदाहरण हमें यह समझने में मदद करता है कि ईश्वर की व्यवस्था शरीर का निर्माण करती है और आत्मा उसे चलाती है। यह उदाहरण हमें यह भी समझने में मदद करता है कि हमारे जीवन में ईश्वर की भूमिका क्या है। ईश्वर हमारे जीवन को बनाता है और हमें जीने की शक्ति प्रदान करता है, लेकिन हमें ...

ऋषि परंपरा का आधुनिक आविष्कार है प्रचारक जीवन : मोहनराव भागवत RSS Bhagvat ji

ऋषि परंपरा का आधुनिक आविष्कार है प्रचारक जीवन : मोहनराव भागवत रा.स्व. संघ में प्रचारक ऋषि-सम साधक माने जाते हैं। पाञ्चजन्य के 22 अक्तूबर, 2006 को प्रकाशित नव दधीचि अंक के लिए संघ के तत्कालीन सरकार्यवाह (वर्तमान में सरसंघचालक) श्री मोहनराव भागवत ने कुछ तपोनिष्ठ प्रचारकों के जीवन की चर्चा करते हुए प्रचारक पद्धति का सुंदर विश्लेषण किया था। शकराचार्य जी का प्रसिद्ध वचन है—‘मनुष्यत्वं मुमुक्षत्वं महापुरुष संश्रया:।’ ये बातें ईश्वर की कृपा से ही मिलती हैं। पर ऐसा लगता है कि महापुरुष संश्रय हमें संघ के कारण प्राप्त हुआ है। ऐसे एक नहीं अनेकानेक उदाहरण हैं। जब मैं विदर्भ में प्रांत प्रचारक था उन दिनों श्री लक्ष्मण राव भिड़े जी हमारे क्षेत्रीय प्रचारक थे। मैंने अकोला जिले के भांवेरी गांव में उनके प्रवास का आए दिन का कार्यक्रम बनाया। अकोला के जिला संघचालक का भांवेरी में घर था। उन्हीं के यहां भिड़े जी ठहरे। वहां उनकी गांव के अन्य प्रमुख लोगों से भी बातचीत हुई। बातचीत के बाद हम लोग ग्राम भ्रमण के लिए निकले। सिर्फ दो-तीन लोग समान्य रूप से चले जा रहे थे। किन्तु भिड़े जी आगे बढ़े तो देखा कुछ लोग घर से बाह...

कुंभ आयोजन से चकित विश्व

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⛳⛳⛳⛳⛳⛳⛳⛳⛳⛳⛳ 🚩🚩ॐ🚩🚩 विश्व चकित है। होना भी चाहिये। ना कोई मास्क हैं, ना कोई दूरियां हैं, ना कोई हाइजीन है, ना कोई सैनिटाइजर्स हैं और करोड़ो मानव एक ही नदी में एक सीमित जगह पर स्नान कर रहे हैं और कोई महामारी नहीं फैल रही। सारे कीटाणु और जीवाणु दुम दबाये पड़े हैं।  कैसी श्रद्धा है। कैसी गंगा मां है। कैसी आस्था है और कैसा कुंभ है। कैसा धर्म है। कैसा विज्ञान है। कैसा सितारों का योग है।  जन सैलाब एक ही उद्देश्य को लेकर उमड़ रहा है। पापों का नाश और मोक्ष की प्राप्ति। ना कोई जात-पात का भेद, ना कोई वर्ण का भेद, ना कोई ब्राह्मण, ना क्षत्रिय, ना वैश्य और ना शूद्र, ना कोई ऊंचा ना कोई नीचा। सब समान।  हे आधुनिक विज्ञान! एक बार फिर से बैठ कर गहन चिंतन करो। क्यों नहीं फैल रही महामारी? क्या होता है मोक्ष, कोशिश करो जानने की। क्या होते हैं पाप और पुण्य? क्या होता है पुनर्जन्म? जानो आधुनिक विज्ञान। तुम्हें अभी बहुत कुछ जानना है।  झुको आस्था के आगे। धर्म के आगे। हो सकता है आस्था का विज्ञान, धर्म का विज्ञान तुमसे बड़ा हो? थोड़ा झुकना सीखो आधुनिक विज्ञान। कहते हैं झुकने से ...

दिल्ली विजय पर प्रधानमंत्री मोदीजी का संपूर्ण संबोधन

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Salient points of speech of Hon'ble Prime Minister Shri Narendra Modi ji on splendid victory of BJP in Delhi Assembly Elections 2025 by Shri Narendra Modi - 08-02-2025 आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत पर पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ता अभिनंदन समारोह में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु   आज दिल्ली में विकास, विजन और विश्वास की जीत हुई है। आज आडंबर, अराजकता, अहंकार और दिल्ली पर छाई 'आप'दा की हार हुई है। दिल्ली की जनता ने आप-दा को बाहर कर दिया है। ***************** मैं दिल्ली के हर परिवारजन को मोदी की गारंटी पर भरोसा करने के लिए सिर झुकाकर नमन करता हूं। दिल्ली के लोगों का ये प्यार और विश्वास हम सभी पर एक कर्ज है। दिल्ली की डबल इंजन सरकार दिल्ली का डबल तेजी से विकास करके ये कर्ज चुकाएगी। ***************** आज अयोध्या के मिल्कीपुर में भी भाजपा को शानदार जीत मिली है। हर वर्ग ने भारी संख्या में भाजपा के लिए मतदान किया है। पूरा देश जानता है कि जहां एनडीए है, वहां सुशासन है, विका...

मोदीजी में विश्वास से खिला दिल्ली में कमल - अरविंद सिसोदिया

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मोदी मोदी के नारों से गूंज उठा कोटा स्टेशन क्षेत्र  " मोदीजी में विश्वास से खिला दिल्ली में कमल " कोटा 9 फरवरी । शनिवार को दिल्ली में भाजपा की ऐतिहासिक विजय के साथ ही पूरे देश में खुशियों का माहौल व्याप्त हो गया, इसीक्रम में कोटा स्टेशन स्थित भीमगंजमंडी थाने के सामने चोपड़ा फार्म नवयुवक मंडल के तत्वाधान में आतिशबाजी एवं मिठाई वितरण का कार्यक्रम ढ़ोल नंगाड़ों के साथ नाचते गाते नारे लगाते युवाओं नें रात्रि में आयोजित किया गया। जिसमें उत्साह से भरे युवाओं नें मोदी मोदी के नारों से पूरा क्षेत्र गूंजा दिया। इस दौरान अरविंद सिसोदिया नें कहा " भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व तीसरीवार प्रधानमंत्री बनने के बाद हुये 8 राज्यों के चुनावों में यह एन डी ए कि छठी जीत है, जो प्रधानमंत्री में जनविश्वास का प्रमाण है। दिल्ली में भाजपा की प्रचण्ड जीत, मोदीजी की गारंटीयों में विश्वास की जीत है। कार्यक्रम के संयोजक चोपड़ा फार्म नवयुवक मंडल के अध्यक्ष मंगेश कुमावत नें बताया कि कार्यक्रम में प्रमुखरूप से राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्यासी अरविंद सिसोदिया...

वृद्धजन की सुरक्षित बिदाई की प्रभावशाली व्यवस्था सरकार को बनाना चाहिए varishth nagrikon ki samsyayen

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वरिष्ठजन की सुरक्षा हेतु पाकसो जैसा कठोर कानूनी प्रवधान होना चाहिए  Arvind Sisodia: 9414180151 विचार - वृद्धजन की सुरक्षित बिदाई की प्रभावशाली व्यवस्था सरकार को बनाना चाहिए। ------ बिल्कुल सही कहा ! वृद्धजनों की सुरक्षित बिदाई की व्यवस्था करना सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए। वृद्धजनों को संवेदनशीलता से समाज में सम्मान और सुरक्षा मिलनी चाहिए। भारत में वृद्धजनों की संख्या बढ़ रही है और उनकी देखभाल और सामाजिक सुरक्षा की आवश्यकता भी बढ़ रही है। सरकार को वृद्धजनों की सुरक्षित बिदाई के लिए प्रभावशाली व्यवस्था बनानी चाहिए, जिसमें उनकी स्वास्थ्य, आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा का ध्यान रखा जाए। इसके लिए सरकार निम्नलिखित कदम उठा सकती है:- 1. वृद्धजनों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था करना। 2. वृद्धजनों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना। 3. वृद्धजनों के लिए सामाजिक सुरक्षा की व्यवस्था करना। 4. वृद्धजनों के लिए आवास और देखभाल की व्यवस्था करना। 5. वृद्धजनों के लिए घरेलू हिंसा से बचाव के व्यापक प्रबंध करना। वैज्ञानिक व तकनीकी सहयोग को सुदृढ़ करनस व सहयोग देना  ।  इन कदमों से व...

जीती भाजपा, खुश कांग्रेस

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जीती भाजपा, खुश कांग्रेस  - अरविन्द सिसोदिया 9414180151 भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली में 26 साल बाद वापसी हुई है। दिल्ली में सर्वाधिक शासन कांग्रेस नें ही किया है उसके ही सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री रहे हैँ। 15 साल तक कांग्रेस की शीला दीक्षित मुख्यमंत्री रहीं हैँ। किन्तु गत तीन विधानसभा और तीन लोकसभा चुनावों से वह जीरो पर है। अर्थात जीरो की डबल सेंचुरी कांग्रेस के नाम होना भी दुर्भाग्यपूर्ण है। वहीं उनके 67 उम्मीदवारों की जमानत जप्त हुई है। आप पार्टी नए विकल्प के नारे के कारण स्वीकार्य हुई थी। कांग्रेस नें उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाया और भाजपा न आ जाये इस डर से लगातार स्पोर्ट भी किया। हालांकि इस चुनाव में केजरीवाल सहित 14 सीटें इस तरह की हैँ जिन में कांग्रेस को मिले वोटों के कारण आप पार्टी के प्रत्याशी की हार हुई है।  मेरे कांग्रेस के कई पदाधिकारी मित्र हैँ, आज उन्होंने ख़ुशी जाहिर करते हुये आप पार्टी की पराजय पर प्रशन्नता व्यक्त की. उसका कहना था कि आप नें कांग्रेस को बहुत नुकसान पहुँचाया, पहले दिल्ली में हमें खत्म किया, फिर पंजाब में, गोवा और गुजरात अलग पहुंच गये, हरिय...

मोदीजी की गारंटीओं में जनता के भरोसे की जीत - अरविन्द सिसोदिया modi bjp delhi

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मोदीजी की गारंटीओं में जनता के भरोसे की जीत - अरविन्द सिसोदिया  कोटा 8 फरवरी। भाजपा के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सह संयोजक एवं राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्यासी अरविन्द सिसोदिया   नें दिल्ली विधानसभा में भाजपा की ऐतिहासिक विजय के लिये, मोदीजी की गारंटीयों में जनविश्वास का नतीजा बताया है। उन्होंने कहा कि यूँ तो आप पार्टी नें भी बहुत सारी घोषणाएँ की हुईं थीं किन्तु दिल्ली की जनता नें प्रधानमंत्री मोदीजी में विश्वास व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि " पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की हार और मुख्यमंत्री अतिशी के नाम मात्र के वोटों से जीत यह स्पष्ट करती है कि दिल्ली के लोग आप पार्टी के शासन से त्रस्त थे। " सिसोदिया नें कहा की " मोदी -3 के कार्यकाल में हुये अभी तक के सभी 8 प्रदेशों के चुनावों में यह एनडीए की छठी जीत है, जो अपने आप में मोदीजी में जन विश्वास को प्रमाणित करती है।" भवदीय  अरविन्द सिसोदिया  9414180151

आप पार्टी, भ्रष्टाचार के विरोध से जीती थी और भ्रष्टाचार में लिप्त होने से हारी - अरविन्द सिसोदिया Delhi BJP AAP

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एक समय था जब देश में मनमोहन सिंह की कांग्रेस सरकार के दिन प्रतिदिन के घोटालों से देश छुब्ध था, तब महाराष्ट्र के समाज सेवक अन्ना हजारे नें दिल्ली में आंदोलन किया, तब उस आंदोलन के कर्ताधर्ता अरविन्द केजरीवाल, मनीष सिसोदिया आदि थे।  तभी दिल्ली के विधानसभा चुनाव हुये और अन्ना हजारे से विद्रोह कर केजरीवाल नें आप पार्टी का गठन किया और चुनाव लड़ा उन्हे 70 में से 28 सीटें मिलीं, तब भाजपा सबसे बड़ा दल था, किन्तु भाजपा को रोकने के लिये कांग्रेस नें आप पार्टी को समर्थन दिया और केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनवाया। कुछ ही महीने बाद यह सरकार कांग्रेस नें समर्थन वापस लेकर गिरा दी। यह कांग्रेस का हमेशा ही ट्रेंड रहा है कि वह जिसे समर्थन देती है उसे ही पटकती है। तब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को देश नें भ्रष्टाचार की सजा दी थी, वह अपने इतिहास की सबसे बड़ी पराजय पहुंची, नेता प्रतिपक्ष का पद भी उसे नहीं मिला।  केंद्र में भाजपा सरकार बनने के बाद फिर से दिल्ली में विधानसभा चुनाव हुये, कांग्रेस को डर था कि भाजपा सत्ता में आसकती है, उन्होंने अंतिम दिनों में अपरोक्ष समर्थन आप को दिया, मुस्लिम वोट...

ऋषि परंपरा का आधुनिक आविष्कार है प्रचारक जीवन : सरसंघचालक माननीय मोहनराव भागवत RSS

ऋषि परंपरा का आधुनिक आविष्कार है प्रचारक जीवन : सरसंघचालक माननीय मोहनराव भागवत RSS  रा.स्व. संघ में प्रचारक ऋषि-सम साधक माने जाते हैं। पाञ्चजन्य के 22 अक्तूबर, 2006 को प्रकाशित नव दधीचि अंक के लिए संघ के तत्कालीन सरकार्यवाह (वर्तमान में सरसंघचालक) श्री मोहनराव भागवत ने कुछ तपोनिष्ठ प्रचारकों के जीवन की चर्चा करते हुए प्रचारक पद्धति का सुंदर विश्लेषण किया था। शकराचार्य जी का प्रसिद्ध वचन है—‘मनुष्यत्वं मुमुक्षत्वं महापुरुष संश्रया:।’ ये बातें ईश्वर की कृपा से ही मिलती हैं। पर ऐसा लगता है कि महापुरुष संश्रय हमें संघ के कारण प्राप्त हुआ है। ऐसे एक नहीं अनेकानेक उदाहरण हैं। जब मैं विदर्भ में प्रांत प्रचारक था उन दिनों श्री लक्ष्मण राव भिड़े जी हमारे क्षेत्रीय प्रचारक थे। मैंने अकोला जिले के भांवेरी गांव में उनके प्रवास का आए दिन का कार्यक्रम बनाया। अकोला के जिला संघचालक का भांवेरी में घर था। उन्हीं के यहां भिड़े जी ठहरे। वहां उनकी गांव के अन्य प्रमुख लोगों से भी बातचीत हुई। बातचीत के बाद हम लोग ग्राम भ्रमण के लिए निकले। सिर्फ दो-तीन लोग समान्य रूप से चले जा रहे थे। किन्तु भिड़े जी आगे बढ़े...

अपने जीवन के पीछे समाजोपयोगी विरासत छोड़ें - अरविन्द सिसोदिया

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  Arvind Sisodia: 9414180151 विचार - अपने शरीर को कर्म से इतना प्रखर बनाओ कि उसके न रहने पर भी समाज याद रखे, वरना इस धरा पर मानव शरीर में आनें का कोई अर्थ नहीं .....! ----- बहुत ही प्रेरक और गहरा अर्थ वाला वाक्य है! यह वाक्य हमें यह सिखाता है कि हमें अपने जीवन को इस तरह से जीना चाहिए कि हमारी मौजूदगी से समाज को कुछ सकारात्मकता मिले और हमारे जाने के बाद भी हमारी यादें समाज में जीवित रहें। भगवान राम और सीता जी का, हनुमान जी का जीवन सार्थक हुआ, वे अभी 17.5 लाख वर्ष से लगातार जीवंत हैँ। - यह वाक्य हमें यह भी सिखाता है कि हमें अपने शरीर को कर्म से प्रखर बनाना चाहिए, ताकि हम अपने जीवन को सार्थक बना सकें और समाज में कुछ सकारात्मक परिवर्तन ला सकें। इस वाक्य में एक और महत्वपूर्ण बात कही गई है कि अगर हम अपने जीवन को इस तरह से नहीं जीते हैं कि समाज हमें याद रखे, तो फिर इस धरा पर मानव शरीर में आने का क्या अर्थ है? यह हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हम अपने जीवन को कैसे जी रहे हैं और क्या हम समाज में कुछ सकारात्मक परिवर्तन लाने में सक्षम हो रहे हैं या नहीं। इसलिए हमें यह प्रयत्न क...