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My Gov संवैधानिक व्यवस्था की हत्या ही राजनैतिक क्षेत्र करता है, इसे बचाने के कठोर उपाय जरूरी - अरविन्द सिसोदिया

शोध पत्र (Research Paper): "संविधान से सरकार चलाने की अनिवार्यता" 1. प्रस्तावना (Introduction) भारत का संविधान सर्वोच्च विधि है। इसकी प्रस्तावना में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि भारत एक “संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य” है। सरकार, चाहे वह केंद्र की हो या राज्य की, केवल संविधान के अधीन कार्य करने के लिए बाध्य है। किन्तु वर्तमान परिस्थितियों में यह देखा जा रहा है कि कई बार शासन और प्रशासनिक निर्णय संविधानिक प्रक्रिया के बजाय व्यक्तिगत प्रभाव, दलगत निर्देश या मनमाने आदेशों पर आधारित होते हैं। यह प्रवृत्ति लोकतंत्र की आत्मा के लिए गंभीर खतरा है। 2. समस्या का स्वरूप (Nature of the Problem) कई बार निर्णय कानूनी प्रक्रिया के स्थान पर व्यक्तिगत कार्यालयों, नेताओं या दलगत दबावों से प्रभावित होकर लिए जाते हैं। प्रशासनिक अधिकारी संविधानिक दायित्व के बजाय राजनैतिक प्रभाव में निर्णय लेते हैं। कानूनी प्रक्रिया (Due Process) की अवहेलना से नागरिकों के अधिकारों का उल्लंघन होता है। संविधान की सर्वोच्चता व्यवहारिक रूप में कमजोर पड़ती जा रही है। 3. संवैधा...

कांग्रेस स्वप्न में भी सत्ता वापसी नहीं कर सकती - अरविन्द सिसोदिया bjp rajasthan kota

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कांग्रेस स्वप्न में भी सत्ता वापसी नहीं कर सकती - अरविन्द सिसोदिया   भजनलाल शर्मा के 20 महीने गहलोत सरकार के 5 साल पर भारी - अरविंद सिसोदिया        कोटा 13 अक्टूबर। भाजपा राजस्थान के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सहसंयोजक एवं राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्यासी अरविंद सिसोदिया ने कांग्रेस की वरिष्ठनेता एवं पूर्व केबिनेट मंत्री ममता भूपेश के भजनलाल शर्मा सरकार के विरुद्ध दिये बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि " कांग्रेस राजस्थान में सत्ता वापसी की बात भूल जाये, भजनलाल शर्मा सरकार नें बीस महीनेँ में ही कांग्रेस के गत पांच साल की ही नहीं बल्कि कांग्रेस की तीन गहलोत सरकारों को भी पीछे छोड़ा दिया है। " उन्होंने कहा कि " कांग्रेस कुर्सी प्रधान पार्टी है जिसमें जनहित को कोई जगह नहीं है,गत गहलोत सरकार के भी साढ़े चार साल कुर्सी युद्ध के सर्कस में ही गुजरे थे और तब जनता खुटी पर टांग दी गई थी। इसी से राजस्थान की जनता नें गहलोत और कांग्रेस को सत्ता से बाहर किया । "         सिसोदिया नें कहा है कि " का...

न्याय मित्र व्यवस्था बना कर जनता को राहत दी जाये

“न्यायिक प्रक्रिया की निष्पक्षता, पारदर्शिता और सत्यपरकता को सुदृढ़ करना। न्याय मित्र व्यवस्था नियमावली, 2025 (Amicus Curiae Rules, 2025) 🔹 प्रस्तावना जहाँ यह आवश्यक है कि न्यायिक प्रणाली को अधिक परिपक्व, गतिशील, निष्पक्ष और पारदर्शी बनाया जाए; जहाँ यह भी देखा गया है कि न्यायालयों में कई बार मौखिक बहसों, कथनों, नोटशीटों और अभिलेखों में गलत इंद्राजी, तथ्यात्मक विकृति या मिलीभगत से असत्य प्रस्तुतियाँ होती हैं, वहाँ इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु न्यायालयों में “न्याय मित्र” (Amicus Curiae) की संस्थागत व्यवस्था स्थापित की जाती है — जो न्यायालय को तथ्यात्मक, तकनीकी और नैतिक दृष्टि से निष्पक्ष सहायता प्रदान करेगा। 🔹 अध्याय – I : संक्षिप्त शीर्षक, प्रारंभ एवं प्रयोजन 1. संक्षिप्त शीर्षक: ये नियम “न्याय मित्र व्यवस्था नियमावली, 2025” कहलाएँगे। 2. प्रारंभ: ये नियम राजपत्र में प्रकाशन की तिथि से प्रभावी होंगे। 3. प्रयोजन: न्यायालयों को विधिक, तकनीकी और सत्यपरक सहायता प्रदान करना, ताकि न्यायिक प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और तर्कसंगत बनी रहे। 🔹 अध्याय – II : परिभाषाएँ 1. “न्याय मित्र” (Amicus Cur...

कविता - रावण के दस सर हमारे भीतर

कविता - रावण के दस सर हमारे भीतर हैँ  - अरविन्द सिसोदिया     94141 80151  रावण के दस सर हमारे भीतर हैँ  वे सभी अवगुणों के अग्रचर भी हैँ, इसीलिए रावण के सर जलते हर साल हैँ , पर वे हमारे मन में फिर भी बसते रहते हैँ, इसी से हर वर्ष  रावण का कद ऊँचा होता है , क्या कभी हमने अपने रावण को मारा है, सच यही के कि हर मनुष्य अपने रावण से हारा है ¡ काम की आग जो विवेक को भस्म करे, संयम की वर्षा से उसे शीतल करें। क्रोध की लपटें जो शांति जलाए, क्षमा के दीप से उसका अंधकार मिटाएँ। लोभ जो संतोष को छीनें , त्याग से उसे रोकें। मोह जो अंधा बनाये , सत्य उसे मार्ग दिखाये। मद जो अहंकार की नशा है , विनम्रता से स्वयं को बचाएँ  मत्सर जो द्वेष है , स्नेह से उसका अंत करें  स्वार्थ जो दृष्टि को अंधा करे, कर्तव्य की रोशनी से स्वयं प्रकाशित हों । अपनी मर्जी ही असत्य का जंजाल, सत्य मार्ग से उसे काटें। अन्याय जो मन को अधम बनाए, धर्म की शक्ति से उसे सुधारें। अविवेक जो राह भटकाए, ज्ञान की किरण से उसे भगाएं । आओ, आज जलाएँ वे दस सिर, जो हमारे मन में पलते रहे  राम को जागृत करे...

कविता - मजबूती ही साथी अपनी

कविता - “ मजबूती ही साथी अपनी ” अरविन्द सिसोदिया   94141 80151 कभी-कभी लगता है, सुख एक भ्रम है.., मृगतृष्णा है , जो दूर से सोने सी दमकती है, पर पास जाओ तो रेत बन जाती है। हम भागते हैं उसके पीछे, थके कदमों से, टूटे सपनों से, पर वह हर बार, गुम हो जाती, फिर कहीं और निकल जाता है। कष्ट, संघर्ष और समस्याएँ, यही तो जीवन की धक धक हैं, यही सांसों का सार है , यही अस्तित्व का प्रमाण हैं। सुख की चाह सिर्फ थकाती है , कष्ट हमें चलना सिखलाता है, संघर्ष हमें गढ़ता है, मजबूत बनाता है, जैसे अग्नि सोने को पूरा खरा कर देती है। जीवन कोई उत्सव नहीं, न ही दंड की कहानी, यह तो बस एक यात्रा है, जो अनुभवों की कहानी है, और अंततः यात्राओं की रवानी है, जब हम यह समझ लेते हैं कि सुख और दुख दोनों ही अतिथि हैं, तब भीतर एक मौन जन्म लेता है, जहाँ कोई चाह नहीं, कोई भय नहीं, बस एक आत्मविश्वास रहता है। मत घबराओ, मत डरो भयों से, मत सुखों के पीछे भागो, कठनाई तो परीक्षा है, कठिन तैयारी करो, मजबूती ही साथी अपनी, दृढ़ता से बढ़ते बढ़ते मंजिल पर पहुंचो। ---

बाजारवाद में टूटते संयुक्त परिवार

बाजारवाद एवं संयुक्त परिवार *जब परिवार टूटते हैं, तभी बाजार फलते हैं।* ये सिर्फ विचार नहीं, पूरी रणनीति है l *भारत की सबसे मजबूत चीज क्या थी ?* संयुक्त परिवार  _भारत में मुग़ल आए, अंग्रेज़ आए और कई हमलावर आए लेकिन एक चीज़ कभी नहीं टूटी_ *हमारा संयुक्त परिवार।*         *हमारा संयुक्त परिवार*  3 पीढ़ियाँ एक छत के नीचे।  बुज़ुर्गों का अनुभव।  बच्चों में संस्कार।  खर्च में सामूहिकता।  त्यौहारों में गर्माहट। _यह हमारी असली *Social Security* थी। कोई पेंशन की ज़रूरत नहीं थी, कोई अकेलापन नहीं, कोई *Mental Health Crisis* नहीं।_ *पश्चिम को यह चीज़ क्यों खटकने लगी ?* पश्चिमी देश उपनिवेशवादी रहे हैं, उनके लिए बाज़ार सबसे बड़ा धर्म है। *लेकिन भारत जैसा देश, जहाँ लोग साझा करते हैं, कम खर्च करते हैं, और सामूहिक सोच रखते हैं, वहां वे अपने उत्पाद बेच ही नहीं पा रहे थे।* इसलिए एक शातिर रणनीति बनाई गई। इनके परिवार ही तोड़ दो, हर कोई अकेला हो जाएगा और हर कोई ग्राहक बन जाएगा।_     *कैसे हुआ ये हमला ?*          *मीडिया के ...

My Gov न्याय मित्र व्यवस्था बनाई जाये

प्रत्येक अदालत में न्याय मित्र, न्यायाधीश को सहयोग हेतु लगाये जायेंगे ताकी अन्याय न हो...... इस हेतु सभी अदालतों में दो दो न्याय मित्र अधिवक्ता इस तरह के नियुक्त किये जायेंगे जिन्हे कम से कम दस दस वर्ष का अनुभव हो और वे प्रतिदिन न्यायाधीश महोदय को फाइल के संदर्भ में सहयोग कर सकेंगे, इनका मूल मकसद यही होगा कि निचली या प्रथम स्टेज पर कोई भी अन्याय नहीं हो... विषय: प्रत्येक न्यायालय में न्यायिक प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं निष्पक्षता सुनिश्चित करने हेतु “न्याय मित्र” (Amicus Curiae) की नियुक्ति संबंधी व्यवस्था। प्रस्तावना: यह ज्ञात है कि न्यायालयों में कार्यभार की अधिकता तथा विधिक जटिलताओं के कारण अनेक बार मामलों के त्वरित एवं निष्पक्ष निस्तारण में कठिनाई आती है। न्याय की मूल भावना को सशक्त करने और प्रथम स्तर पर ही न्याय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य शासन ने यह निर्णय लिया है कि प्रत्येक न्यायालय में न्याय मित्र (Amicus Curiae) नियुक्त किए जाएं। अधिसूचना: राज्य शासन, विधि एवं न्याय विभाग निम्नलिखित व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू करने की घोषणा करता है — 1. न्याय मित्रों की नियुक्ति: ...

कविता - रोज़ नया पथ गढ़ना होगा

कविता - रोज़ नया पथ गढ़ना होगा  - अरविन्द सिसोदिया    9414180151 रोज नया पथ गढ़ना होगा, नित नित संघर्षरत करना होगा, कौन तपस्या सहज जगत में, हर पल क्षण संतापों को हरना होगा। धूप चुभेगी, छाँव न होगी, पग-पग काँटों की राह मिलेगी, फिर भी मुस्कान सजाए रखना होगा , हर पीड़ा को पराजित करना होगा । आंधियाँ रोके चाहे राहें, दीप जलाना होगा मन में, विश्वासों की लौ से सजकर, अंधकार को हरना होगा। स्वप्न न होंगे पूरे पर , बार बार प्रयत्नों को करना है, थककर बैठो भी पल भर को, फिर उठ आगे बढ़ना होगा। जीवन यज्ञ अपूर्ण न रह जाए, अर्पण सम्पूर्ण करना होगा, हर अश्रु को मोती समझकर, हँसते हँसते बढ़ना होगा। ---

अराजकता, क़ानून एवं व्यवस्था विरोधी एवं दुष्प्रचार फैलाने वाले तत्वों पर कठोर कार्यवाही हेतु निवेदन।

सेवा में, माननीय प्रधानमंत्री महोदय, माननीय रक्षामंत्री महोदय, माननीय गृहमंत्री महोदय, माननीय विधि एवं क़ानून मंत्री महोदय, माननीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री महोदय, भारत सरकार, नई दिल्ली। विषय : अराजकता, क़ानून एवं व्यवस्था विरोधी एवं दुष्प्रचार फैलाने वाले तत्वों पर कठोर कार्यवाही हेतु निवेदन। मान्यवर, हाल के दिनों में सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स (विशेषकर फेसबुक, यूट्यूब एवं अन्य सोसल साइडस के खातों) पर भ्रामक, असत्य एवं भड़काऊ सामग्री का प्रसार तेज़ी से बढ़ा आई है। इस तरह के बहुतसारे एकाउन्टस देखे जा सकते हैँ जो कहीं न कहीं से प्रायोजित व सरकार के विरुद्ध व्यापक वातावरण पूरे देश में खड़ा करने के प्रयास से हैँ।सेंसर या फ़िल्टर की जो कोई व्यवस्था हैँ वे कारगर नहीं होनें से ये साइट्स देश विरोधी और व्यवस्था विरोधी तत्वों के लिये, अत्यंत सरल और स्वछंद साधन बन गई है। ये युद्ध से भी अधिक खतरनाक आपराधिकता उत्पन्न कर रहे हैँ। यह गत आठ नौ महीने में ही भारत में भी सोसल मीडिया साइडस पर अति हो रही है और सोसल मीडिया संचालकों को इसकी कोई चिंता नहीं कि उनके प्लेटफार्म किसी देश की आंतरिक व्यवस्था को खतर...

कविता - मानवता के दीप जलाओ

 "पाँच दीप मानवता के" 🎶 प्रारंभिक कोरस (सभी मिलकर) दीप जलाओ, दीप जलाओ, जीवन में उजियारा लाओ। स्वस्थ तन, निर्मल मन पाओ, दीपावली का अर्थ समझाओ। 🌼 --- 🪔 पहला दीप – निरोगी काया पहला धन है तन का स्वास्थ्य, यही अमृत, यही है साध्य। रोग मिटे जब मन से प्यारे, जीवन खिल उठे सितारे। (सहगान) सेहत में ही सुख समाए, तन निरोगी दीप जलाए! --- 💧 दूसरा दीप – स्वच्छ शरीर साफ-सुथरा तन है पूजा, स्वच्छता ही जीवन दूजा। मैल हटाओ, मन नहलाओ, हर दिन दीप सरीखा बनाओ। (सहगान) शुद्ध तन में मन भी खिले, स्वच्छ भारत दीप जले! --- 💰 तीसरा दीप – धन और साधन परिश्रम का ही सच्चा धन, मेहनत से बनता जीवन। संसाधन हों न्याय के संग, तभी बचे समाज का रंग। (सहगान) कर्म ही धन, कर्म ही दान, यही है लक्ष्मी का सम्मान! --- 🌳 चौथा दीप – पर्यावरण रक्षा हरियाली है जीवन प्यारा, पेड़ों से मिलता उजियारा। प्रकृति की सेवा धर्म बना दो, धरती को फिर स्वर्ग बना दो। (सहगान) पौधे बन दीप जलाओ, प्रकृति माँ को गले लगाओ! --- 👩‍❤️‍👨 पाँचवाँ दीप – भाई-बहन का प्रेम पाँचवाँ धन, निश्छल अपनापन, भाई-बहन का सच्चा बंधन। स्नेह की ज्योति, प्रेम का दीप,...

My Gov बहु संरक्षण अधिनियम

बहु एवं बालिका सम्मान एवं संरक्षण अधिनियम, 2025 (Draft Law) धारा 1: उद्देश्य इस अधिनियम का उद्देश्य है: 1. उन बहुओं की सुरक्षा करना जिनके परिवार में दो या दो से अधिक बेटियाँ हुई हैं। 2. समाज में लड़कियों के प्रति भेदभाव और हेय दृष्टिकोण को समाप्त करना। 3. उत्पीड़न, मानसिक या सामाजिक दबाव डालने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करना। 4. प्रभावित बहुओं को सुरक्षा, मानसिक और सामाजिक समर्थन प्रदान करना। धारा 2: परिभाषाएँ 1. बहु: वह महिला जो किसी परिवार में पत्नी के रूप में प्रवेश करती है। 2. हेय दृष्टि/भेदभाव: बहु को उसके बच्चों के लिंग के कारण ताने, अपमान, सामाजिक बहिष्कार, आर्थिक शोषण, मानसिक या शारीरिक उत्पीड़न। 3. सखी मॉनिटर: प्रत्येक पंचायत और वार्ड पार्षद क्षेत्र में नियुक्त महिला कार्यकर्ता जो महिला समस्याओं की निगरानी, रिपोर्टिंग और समर्थन का कार्य करती है। धारा 3: बहु एवं बालिका संरक्षण प्रकोष्ठ 1. राज्य सरकार हर जिले में "बहु एवं बालिका संरक्षण प्रकोष्ठ" स्थापित करेगी। 2. प्रकोष्ठ के कर्तव्य: प्रभावित बहुओं से संपर्क करना और उनका मानसिक, सामाजिक व कानूनी समर्थन...

कविता और व्यंग " हर साल रावण कद बढ़ाता है "

कविता और व्यंग " हर साल रावण कद बढ़ाता है " - अरविन्द सिसोदिया    9414180151 हर साल रावण कद बढ़ाता है, कमीशन के चक़्कर में! हर साल रावण जलता है, रंग-बिरंगी लपटों के आँगन में, रावण को लेकर छपती खबरें चुटकीले अंदाजों में, हर साल रावण कद बढ़ाता है, कमीशन के चक़्कर में! ---1--- राम ठिठके छोटे से, सोचते यह कैसा रावण दहन है! भ्रष्टाचार की विजय का यह महिमामंडन है, बिलिंग और पेमेंट की धधकती ज्वाला है, इसी का यह रंग-बिरंगा उजियारा है। ---2--- सुनहरे दावे, मीठे भाषण, पर काम असली रावण का, अट्टहास करता रावण कहता, राम कहां? सब कुछ मेरे पाले का । रिश्वत, लालच, स्वार्थ अब बसता, अब आयोजन में, सत्य की आँखें झपकती हैं, धर्म चुपचाप खड़ा धमाकों में। ---3--- चलो आज प्रतिज्ञा करें, बाहर और भीतर के रावण को जलाएँंगे, भ्रष्टाचार और लालच को पोल खोल मिटाएँंगे। राम का कद बढ़े, लक्ष्मण सा हो भाईचारा, अब न कोई दशरथ मरें, न भटके सीता माता। अपनत्व के बंधन को बढ़ाएँ, यही धर्म की गाथा। ----4--- हर साल रावण क्यों बढ़े?  हम देखें कद श्रीराम का, सत्य, धर्म और ईमानदारी के राजसिंहासन का। विजय तो अवगुणों पर पानी है,...

जनहित में चिकित्सा क्षेत्र, हिन्दी का उपयोग अनिवार्य करें - अरविन्द सिसोदिया

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Medical and health  जनहित में चिकित्सा क्षेत्र, हिन्दी का उपयोग अनिवार्य करें - अरविन्द सिसोदिया चिकित्सा क्षेत्र संवैधानिक राजभाषा हिन्दी को अपनाये - अरविन्द सिसोदिया  कोटा, 9 अक्टूबर 2025। राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्यासी अरविन्द सिसोदिया ने कहा है कि एलोपैथिक एवं आधुनिक चिकित्सा क्षेत्र में आमजन की समझ में आने वाली स्वदेशी हिन्दी सहित प्रमुख भारतीय भाषाओं को अपनाना अब राष्ट्रीय आवश्यकता है। यह हेतु चरणबद्ध प्रभावी सुधार कार्यक्रम अपनाया जाना चाहिए। " सिसोदिया ने " केंद्र सरकार के माननीय प्रधानमंत्री, माननीय गृह मंत्री, माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, माननीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री, औषधि महानियंत्रक भारत सरकार तथा मुख्यमंत्री राजस्थान को ध्यानाकर्षण पत्र लिखकर आग्रह किया है कि एलोपैथिक दवाओं की पैकेजिंग, लेबलिंग, मात्रा निर्देश, सावधानियाँ एवं उपयोग संबंधी समस्त सूचनाएँ हिन्दी सहित प्रमुख प्रांतीय भाषाओं में अनिवार्य किया जाये ।" उन्होंने कहा कि “भारत को स्वतंत्र हुए 75 वर्ष से अधिक हो चुके हैं, किंतु स्वदेशी भाषाओं...

इंडी गठबंधन के संरक्षण में पश्चिम बंगाल भाजपा पर हिंसक हमला,लोकतंत्र को कुचलने की साजिश - अरविन्द सिसोदिया bjp rajasthan

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इंडी गठबंधन के संरक्षण में पश्चिम बंगाल भाजपा पर हिंसक हमला,लोकतंत्र को कुचलने की साजिश - अरविन्द सिसोदिया कोटा, 7 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सह-संयोजक अरविन्द सिसोदिया ने पश्चिम बंगाल में भाजपा नेताओं पर हुए बर्बर एवं खूनी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह हमला न केवल भाजपा के नेताओं पर, बल्कि भारत के लोकतंत्र की आत्मा पर सीधा प्रहार है। " उन्होंने कहा कि " भाजपा के पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद समिक भट्टाचार्य, विधायक शंकर घोष और आदिवासी समुदाय से दो बार सांसद रह चुके खगेन मुर्मू पर हुआ क्रूर और संगठित खूनी हमला, ममता सरकार और इंडी गठबंधन की असंवेदनशीलता और विफल शासन व्यवस्था का प्रमाण है।" सिसोदिया ने कहा, “ हमले में घायल भाजपा नेताओं के खून से लथपथ चेहरे और वीडियो देखकर हर संवेदनशील व्यक्ती हृदय विचलित हो उठता है, केवल पत्थरदिल ममता सरकार और इंडी गठबंधन ही, संवेदनशीलता से परे इससे अप्रभावित है। यदि इस राज्य में सांसद और विधायक तक सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिकों की स्थिति का अंदाजा सहज लगाया जा सकता ...

My Gov दवा लेबलिंग में स्थानीय भाषा का उपयोग हो

जब कोई भी व्यक्ती दवा का निर्माण कर रहा है, व्यापार कर रहा है या वितरण कर रहा है। इन तीनों स्टेजों पर यह सुनिश्चित होना चाहिए कि दवा सिर्फ दवा हो। उसके उपयोग की विधि स्थानीय भाषाओं में स्पष्ट हो... कितनी मात्रा लेनी है, कब एक्सीपायरी डेट है आदि आदि की जानकारी उपयोग कर्ता की समझ में आनी चाहिए। ताजुब्ब है देश आज भी अंग्रेजी भाषा का गुलाम क्यों बनाया हुआ है। इस हेतु व्यापक क़ानून व नियम होनें चाहिए। जो उपयोगकर्ता की समझ व हितों की रक्षा करें। सच तो यह है कि डॉक्टर का पर्चा और जांच रिपोर्ट भी अजूबे से कम नहीं, ये उपयोगकर्ता की समझ से परे हैँ। सरकारों को नियम बनाना चाहिए कि उपयोगकर्ताओं को उनकी भाषा में भी जानकारी दी जा सके। ----------///---------- दवा उपयोगकर्ता अधिकार संरक्षण एवं सूचना अधिनियम, 2025 (प्रस्तावित मसौदा) प्रस्तावना यह अधिनियम दवाओं के निर्माण, व्यापार, वितरण एवं उपयोग की प्रक्रिया में पारदर्शिता, उपभोक्ता की समझ, और उनके अधिकारों की रक्षा हेतु बनाया गया है। इसका उद्देश्य है कि हर व्यक्ति को उसकी भाषा में दवा संबंधी जानकारी सुलभ और स्पष्ट रूप से प्राप्त हो। --- धारा 1: संक्षिप...

कविता - दीपक बनो प्रकाश करो

कविता - दीपक बनो प्रकाश करो  ✍️ अरविन्द सीसौदिया, कोटा 9414180151  मर्यादा के दिये बनें , पावनता का तेल भरें , निश्छल प्रेम की बाती से, आशाओं का प्रकाश फैलाना है । जब हवाएं तेज़ चलें, तो भी तुम मत डरना, अंधियारा चाहे कितना घना हो, दीपक बनकर हराना है । विश्वास का प्रकाश फैलाओ, निराशा के तम को हराओ, एक किरण भी काफी होती, घनघोर अंधकार हराने को। जल कर बुझ जाएँ तो क्या, कर्मों की गंध सदा रहेगी, त्याग की आभा से जग में, नई प्रेरणा पुनः जन्मेगी ! भोर के उजियारे तक़ , हर मन में नव चेतना बनी रहे, हमारे प्रकाश की किरणों से , दूर घना अँधियारा होता जाये । आओ चलो बनें ओ दीपक साथीयों , अंधकार में पथ को आलोकित करना है , स्वार्थ नहीं, समर्पण से जीवन है , मानवता का प्रकाश बन पथ प्रदर्शन करना है। ---

My Gov गंभीर अपराधियों को विधानमंडल से बाहर रखने का क़ानून

🏛️ नीति-संक्षेप (Policy Brief) विषय: गंभीर अपराधियों और आरोपितों को कानून बनाने वाली संस्थाओं (संसद/ विधानसभाओं से बाहर रखने का क़ानून )  🔹 पृष्ठभूमि भारत की संसद और विधानसभाओं में कई सदस्यों पर गंभीर आपराधिक मामले लंबित हैं। इनमें हत्या, बलात्कार, अपहरण, भ्रष्टाचार, और संगठित अपराध जैसे आरोप शामिल हैं। यह स्थिति लोकतंत्र के मूल सिद्धांत — “निर्दोष, ईमानदार और जनहितकारी शासन” — के विपरीत है। देश बार-बार यह शर्मिंदगी झेल चुका है कि अपराधी प्रवृत्ति के लोग कानून बनाने वाली संस्थाओं में बैठते हैं। अब आवश्यक है कि एक सख़्त, स्पष्ट और न्यायसंगत नीति बने जो अपराधियों को राजनीति से दूर रखे। --- 🔹 नीति का उद्देश्य 1. गंभीर अपराधों के दोषियों को चुनाव लड़ने से रोकना। 2. अपराध प्रवृत्ति वाले उम्मीदवारों (जिनके खिलाफ अनेक संज्ञेय मामले हैं) की उम्मीदवारी रोकना। 3. जनता के सामने उम्मीदवारों का आपराधिक रिकॉर्ड पारदर्शी रूप से उपलब्ध कराना। 4. राजनीतिक दलों को जवाबदेह बनाना कि वे अपराधियों को टिकट न दें। --- 🔹 मुख्य प्रस्ताव 1. निर्वाचनीयता निषेध (Disqualification Criteria) हत्या, बलात्कार, आ...

स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने के संकल्प पत्र को लेकर घर घर पहुंचेगी भाजपा - राकेश जैन bjp kota

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पत्रकारवार्ता में मंचस्थ रहे विधानसभा सभापति एवं विधायक संदीप शर्मा मुख्यवक्ता, शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन स्वागतकर्ता, वरिष्ठ भाजपा नेता पंकज मेहता, पंडित गोविन्द शर्मा एवं भाजपा मीडिया संपर्क विभाग प्रदेश सहसंयोजक अरविन्द सिसोदिया संचालनकर्ता नें आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के संकल्पपत्र का विमोचन किया.... संकल्प पत्र का विमोचन किया  मैं भारत माता की सेवा और सम्मान के लिए यह संकल्प लेता/लेती हूँ कि- 1- अपने दैनिक जीवन में अधिकतम भारतीय उत्पादों का उपयोग करूंगा/करूँगी और आयातित वस्तुओं की जगह देसी विकल्प अपनाऊँगा /अपनाऊँगी। 2- घर, काम और समाज में भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दूँगा / दूँगी और गाँव, किसान तथा कारीगरों का समर्थन कर स्थानीय उद्योग को बढ़ावा दूंगा/दूँगी। 3- युवाओं और बच्चों को स्वदेशी अपनाने के लिए प्रेरित कर, नई पीढ़ी तक इसका महत्व पहुँचाऊंगा/पहुँचाऊंगी। 4- पारिवारिक और सामाजिक जीवन में भारतीय भाषाओं का प्रयोग करूंगा/करूँगी। 5- पर्यावरण के प्रति सजग रहकर स्वदेशी और प्रकृति-अनुकूल नाम संकल्पकर्ता  पता / मोबाईल  ------   भाजपा शहर जिला अध्य...

आत्मनिर्भर भारत का निर्माण ही हमारी भावी पीढ़ी की सुरक्षा - विधायक संदीप शर्मा

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आत्मनिर्भर भारत का निर्माण ही हमारी भावी पीढ़ी की सुरक्षा - विधायक संदीप शर्मा  स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने का संकल्प लेकर भाजपा घर घर पहुंचेगी - राकेश जैन  पत्रकारवार्ता में मंचस्थ विधानसभा सभापति एवं विधायक संदीप शर्मा मुख्यवक्ता, शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन स्वागतकर्ता, वरिष्ठ भाजपा नेता पंकज मेहता, पंडित गोविन्द शर्मा एवं भाजपा मीडिया संपर्क विभाग प्रदेश सहसंयोजक अरविन्द सिसोदिया संचालनकर्ता रहे। अतिथि स्वागत जिला महामंत्री रितेश चित्तौडा, शलेन्द्र ऋषि, अभियान के सहसंयोजक जितेंद्र खजाँची, राजेंद्र गुप्ता एवं प्रवक्ता प्रणय दुबे नें किया। इस दौरान प्रवक्ता जगदीश मोईल, अमित सेन,महेश आहूजा, अशोक जैन एवं भील और युवा प्रमुख रोहित चंदेल प्रमुखरूप से रहे। आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान हेतु पत्रकार वार्ता   माननीय सभापति एवं विधायक कोटा दक्षिण संदीप शर्मा नें अपने संबोधन में विस्तार से भाजपा सरकारों में किये गये आधारभूत विकास पर बताया कि :-  आत्मनिर्भर भारत की नींव आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए डाली गईं थी, उन्होंने विकसित राष्ट्र के लिए ...

युवा क्रान्तिकारी डॉ केशव बलिराम हेडगेवार RSS

युवा क्रान्तिकारी डॉ केशव बलिराम हेडगेवार                         प्रो गीताराम शर्मा, कोटा                     कोई छोटा सा मेघखण्ड कथमपि विराट सूर्यमण्डल को तो नहीं ढक सकता लेकिन जिसकी आंखें मेघखण्ड से ढकी हों और उसे अमित तेजस्वी सूर्य दिखाई नहीं दे तो उससे सूर्य का तेज तो कम नहीं हो जाता |ऐसी ही मन:स्थिति तब होती है जब स्वतन्त्रता आन्दोलन में डॉ बलिराम हेडगेवार और संघ की भूमिका से पूर्णत: अनभिज्ञ किन्तु हठात् ज्ञानाभिमानपोषी कुतर्क यदा कदा सुनायी देते हैं |स्वतन्त्रता आन्दोलन की समग्र चर्या के अध्येता सम्यक् प्रकार से यह जानते हैं कि डॉ केशव बलिराम हेडगेवार में राष्ट्र भक्ति के संस्कार मानो जन्मजात ही अनुस्यूत थे जो स्वतंत्रता आन्दोलन का संसर्ग पाकर विराट रुप में प्रस्फुटित होने लगे थे | कुछ प्रतिनिधि घटनाओं से उनके स्वातन्त्र्य चेतना विषयक संस्कारों से साक्षात् संभव है यथा- 22 जून 1897 की घटना है जब ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया के राज्यारोहण के साठ वर्ष पूर्ण होने के उ...