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मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नहर परियोजना के भागीरथ - अरविन्द सिसोदिया ERCP - PKC

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कांग्रेस किसान विरोधी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नहर परियोजना के भागीरथ - अरविन्द सिसोदिया  कोटा 21 दिसंबर। भारतीय जनता पार्टी राजस्थान प्रदेश के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सहसंयोजक एवं कोटा संभाग के मीडिया संयोजक अरविंद सिसोदिया ने कहा है कि पूर्वी राजस्थान कैनाल परियोजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के सामूहिक एकात्म प्रयत्नों द्वारा पूरा करने के संकल्प का स्वागत राजस्थान और मध्यप्रदेश की जनता की ही तरह  कांग्रेस को भी करना चाहिए। इस परियोजना से राजस्थान और मध्यप्रदेश के लाखों किसानों के खेतोँ को सिंचाई हेतु पानी मिलेगा, जिससे कई - कई पीढ़ियों का जीवनस्तर संबरेगा, किसानों का भला होगा। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के पास केंद्र में मनमोहन सिंह सरकार 10 साल तक रही और राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार भी कई बार रही और वह इस योजना पर काम करके किसानों  का कल्याण और ग्रामीण विकास कर सकते थे, किन्तु किसान विरोधी मानसिकता से वे अवसर चूक चुके हैँ। क्योंकि उन्हें कुर्सी युद्ध फुर्सत ही नहीं मिली...

पार्वती कालीसिंध चंबल लिंक परियोजना ERCP - PKC

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राजस्थान के 21 और MP के इन 13 जिलों तक पहुंचेगा पानी, 1200 किमी नहर का बिछेगा जाल।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मंगलवार को पार्वती- कालीसिंध चंबल ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (पीकेसी ईआरसीपी) के एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) ने दस माह बाद एमओए (मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट) का रूप ले ही लिया। राजस्थान को 4103 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी मिलेगा। यह उतना पानी है जिससे चार बार बीसलपुर बांध भर जाए। मध्यप्रदेश के 13 जिलों के लिए करीब 3000 एमसीएम पानी मिलेगा। राजस्थान में सम्पूर्ण प्रोजेक्ट 7 साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। करीब 1200 किमी लंबी नहर, पाइप लाइन और टनल के जरिए राजस्थान के 21 जिलों की 3.25 करोड़ आबादी की प्यास बुझेगी। दोनों राज्यों के बीच 20 साल से विवाद चल रहा था, जो अब पूरी तरह खत्म हो गया है। दावा किया जा रहा है कि प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद बाढ़ व सूखे की समस्या का स्थायी समाधान होगा। परियोजना के तहत कृत्रिम जलाशय बनाने के साथ जयपुर की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध की क्षमता 0.50 मीटर बढ़ाई जाएगी। *बांध से लेकर बनाएंगे कृत्रिम...

गुरुकुल Gurukul

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⛳⛳⛳⛳⛳⛳⛳⛳⛳⛳⛳ #गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता था यह जान लेना अति आवश्यक है...🚩 👇👇👇👇👇 ◆ अग्नि विद्या (metallergy ) ◆ वायु विद्या (flight ) ◆ जल विद्या (navigation ) ◆ अंतरिक्ष विद्या (space science ) ◆ पृथ्वी विद्या (environment ) ◆ सूर्य विद्या (solar study ) ◆ चन्द्र व लोक परलोक विद्या ( lunar study ) ◆ मेघ विद्या ( weather forecast ) ◆ पदार्थ विद्युत विद्या ( battery ) ठोसविधा द्रव्यविधा गैसविधा ◆ सौर ऊर्जा विद्या ( solar energy ) ◆ दिन रात्रि विद्या ( day - night studies ) ◆ सृष्टि विद्या ( space research ) ◆ खगोल विद्या ( astronomy) ◆ भूगोल विद्या (geography ) ◆ काल विद्या ( time ) ◆ भूगर्भ विद्या (geology and mining ) ◆ रत्न व धातु विद्या ( gems and metals ) ◆ आकर्षण विद्या ( gravity ) तत्वविधा प्रभावविधा रहस्यविधा लीलाविधा दृश्यविधा अदृश्यविधा शब्दविधा स्पर्शविधा रसविधा रुपविधा गन्धविधा प्रकाशविधा अनुसंधान विधा अस्त्र शस्त्रविधा शास्त्रविधा संकल्पविधा विकल्पविधा आचारविधा विचारविधा भाषाविधा। ◆ प्रकाश विद्या ( solar energy ) ◆ तार विद्या ( communication ) ◆ विमान विद्...

हम ईश्वर के खिलोने हैँ वह खेल रहा है - अरविन्द सिसोदिया hm ishwar ke khilone

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  Arvind Sisodia: हम ईश्वर के खिलोने हैँ वह खेल रहा है खुश हो रहा है यही नियति है। यह सुख दुख  यह नाते रिश्ते धन्  दौलत संपत्ति सब उसके खेल के अंग हैँ। हम व्यर्थ ही तेरी मेरी करते रहते हैँ। विचार :-  बहुत ही गहरा, विवेकयुक्त और विचारोत्तेजक विचार है यह ! यह विचार हमें जीवन की वास्तविकता और हमारे अस्तित्व के उद्देश्य के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करता है। हिंदू धर्म में यह विचार प्रमुखता से पाया जाता है कि ईश्वर ही सर्वशक्तिमान है और हम उसके खिलौने हैं। हमारे हाथ में बहुत कुछ नहीं है और हमारी सभी इच्छायें पूरी  ही होंगी यह भी निश्चित नहीं है। सब कुछ ईश्वर की इच्छा पर ही निर्भर है। यह विचार हमें जीवन की अनिश्चितता और हमारे नियंत्रण से बाहर की घटनाओं के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करता है और माया मोह के अनावश्यक बंधन के मानसिक दवाब से बाहर निकालती है। विचार में उल्लिखित बातें कि सुख-दुख, नाते-रिश्ते, धन-दौलत, और संपत्ति सभी ईश्वर के खेल के अंग हैं, हमें जीवन की वास्तविकता को समझने और स्वीकार करने तथा उसके साथ तालमेल बैठाने के लिए प्रेरित करती हैं। ...

माता पिता की सेवा ही ईश्वर के प्रति सर्वोच्च अर्पण है mata pita ishwr ke saman

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  Arvind Sisodia:  माता पिता की सेवा ही ईश्वर के प्रति सर्वोच्च अर्पण है। विचार :- बहुत ही सुंदर और सत्य विचार ! माता-पिता की सेवा करना वास्तव में ईश्वर के प्रति सर्वोच्च अर्पण है। यह विचार हमारे पारंपरिक सामाजिक और धार्मिक मूल्यों में भी प्रतिबिंबित होता है। हिंदू सनातन धर्म में, माता-पिता को ईश्वर के समान माना जाता है। यह कहा जाता है कि माता-पिता की सेवा करने से ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है और यह हमारे जीवन को सार्थक बनाता है। क्योंकि ईश्वर स्वयं भी जगतपिता है। संपूर्ण सृजन उसकी संतान ही तो है। माता-पिता की सेवा करने के कई लाभ हैं: 1. *आध्यात्मिक लाभ*: माता-पिता की सेवा करने से हमें आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं और हमारी आत्मा शुद्ध होता है। 2. *नैतिक मूल्यों का विकास*: माता-पिता की सेवा करने से हमारे नैतिक मूल्यों का विकास होता है और हमारा चरित्र कर्तव्यपारायण और मूल्यों के प्रति मजबूत होता है। 3. *सामाजिक लाभ*: माता-पिता की सेवा करने से हमें सामाजिक सम्मान प्राप्त होता हैं और हमारी समाज व्यवस्था अनुशाषित, स्थिर और मजबूत होती है। इस प्रकार, माता-पिता की सेवा ...

हमारा शरीर, ईश्वर की परम श्रेष्ठ वैज्ञानिकता का प्रमाण

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Arvind Sisodia:  ईश्वर का परम श्रेष्ठ वैज्ञानिकता का प्रमाण। विचार :- ईश्वर की परम श्रेष्ठ वैज्ञानिकता के कई प्रमाण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं: प्रकृति की जटिलता 1. *जीवन की उत्पत्ति*: जीवन की उत्पत्ति और विकास की प्रक्रिया ईश्वर की वैज्ञानिकता का एक अद्भुत उदाहरण है। 2. *प्रकृति के नियम*: प्रकृति के नियम, जैसे कि गुरुत्वाकर्षण, विद्युत चुंबकत्व, और परमाणु बल, ईश्वर की वैज्ञानिकता के प्रमाण हैं। 3. *ब्रह्मांड की विस्तृति*: ब्रह्मांड की विस्तृति और जटिलता ईश्वर की वैज्ञानिकता का एक और प्रमाण है। जीव विज्ञान और चिकित्सा 1. *मानव शरीर की जटिलता*: मानव शरीर की जटिलता और उसके कार्यों की विस्तृति ईश्वर की वैज्ञानिकता का एक अद्भुत उदाहरण है। 2. *डीएनए की संरचना*: डीएनए की संरचना और उसके कार्यों की जटिलता ईश्वर की वैज्ञानिकता का एक और प्रमाण है। गणित और भौतिकी 1. *गणित के नियम*: गणित के नियम, जैसे कि पाइथागोरियन प्रमेय और यूक्लिडियन ज्यामिति, ईश्वर की वैज्ञानिकता के प्रमाण हैं। 2. *भौतिकी के नियम*: भौतिकी के नियम, जैसे कि न्यूटन के गति के नियम और आइंस्टीन के सापेक...

सृष्टि का सृजन ही, ईश्वर की वैज्ञानिकता की अभिव्यक्ति है - अरविन्द सिसोदिया

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Arvind Sisodia:  सृष्टि का सृजन ही, ईश्वर की वैज्ञानिकता की अभिव्यक्ति है। विचार :- बहुत ही सुंदर और गहरा विचार! सृष्टि का सृजन वास्तव में ईश्वर की वैज्ञानिकता की अभिव्यक्ति है। यह विचार हमें ईश्वर की शक्ति और उनकी रचनात्मकता की ओर ले जाता है। सृष्टि का सृजन एक जटिल और विस्तृत प्रक्रिया है, जिसमें कई प्रकार के तत्व और शक्तियाँ शामिल हैं। यह प्रक्रिया ईश्वर की वैज्ञानिकता की अभिव्यक्ति है, जो हमें उनकी शक्ति और रचनात्मकता की ओर ले जाती है। यह विचार हमें यह भी याद दिलाता है कि ईश्वर की शक्ति और रचनात्मकता केवल सृष्टि के सृजन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन में भी व्याप्त है। यह हमें ईश्वर के प्रति कृतज्ञता और सम्मान की भावना को विकसित करने के लिए प्रेरित करता है। इस प्रकार, सृष्टि का सृजन ईश्वर की वैज्ञानिकता की अभिव्यक्ति है, जो हमें उनकी शक्ति और रचनात्मकता की ओर ले जाती है। ------------------------- सृष्टि का सृजन और ईश्वर की वैज्ञानिकता सृष्टि का सृजन एक जटिल प्रक्रिया है, जिसमें विभिन्न वैज्ञानिक सिद्धांतों और आध्यात्मिक विश्वासों का समावेश हमारे सामने आते ह...

मेरे पिताश्री भूपेंद्र सिंह सिसोदिया

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20-12-2016 निर्वाण दिवस  पिताश्री स्व0 भूपेन्द्रसिंहजी सीसौदिया   पुण्य तिथि पर आत्मिक श्रृद्धांजलि !! -  अरविन्द सिसौदिया परमपूज्य पिताश्री दाता हुकम, राजेश्री ठा0 साहब स्व0 श्री भूपेन्द्रसिंह जी सीसौदिया की पुण्य तिथि पर समस्त मोडका सीसौदिया परिवार की ओर से , हार्दिक नमन एवं आत्मिक श्रृद्धांजलि !! वे पुरूषार्थ की प्रतिमूर्ति थे , अल्प आयु में पिता का साया उठ जानें के बाद भी उन्होने कठोर परिश्रम एवं सूझबूझ से परिवार को प्रतिष्ठित, सुखी, सम्पन्न, यशस्वि, समाजसेवी तथा अग्रणी बनाया । उनकी प्रतिष्ठा की छाया हमेशा ही सीसौदिया परिवार का मार्गदर्शन करती रहेगी।  - अरविन्द सिसौदिया,राज्यस्तरीय न्यासी, राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल, जयपुर, भाजपा प्रदेश सह संयोजक मीडिया संपर्क विभाग, कोटा संभाग भाजपा मीडिया प्रभारी,पूर्व जिला महामंत्री भाजपा कोटा ! 9414180151

कांग्रेस नें ही बाबा साहब के सामने लगातार अवरोध खडे किये - अरविन्द सिसोदिया baba sahab anbedkr

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बाबासाहब को कदम कदम पर रोकने वाली कांग्रेस,अब झूठ और भ्रम से सच ढंकने की कोशिश कर रही है - अरविन्द सिसोदिया  कांग्रेस नें ही बाबा साहब के सामने लगातार अवरोध खडे किये - अरविन्द सिसोदिया  कोटा 20 दिसंबर। भाजपा मीडिया विभाग के संभागीय संयोजक अरविन्द सिसोदिया नें कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि " भारत रत्न बाबा साहब अंबेड़कर जी के साथ तत्कालीन कांग्रेस द्वारा तब खडे किये गये अवरोधों का सच संसद के सदनों में खुल जानें से तिलमिलाई कांग्रेस, सच को छुपाने के लिए अब शुभचिंतक होनें की राजनैतिक नौटंकी पर उतारू है। जबकि कांग्रेस को बाबा साहब अंबेड़कर जी पर कोई भी बात करने तक का अधिकार नहीं है। " उन्होंने कहा कि " कांग्रेस नें बाबा साहब को जीते जी राजनैतिक रूप से परेशान किया, प्रखरता से बाबा साहब का विरोध किया। उन्हें पूरी तरह भुलाने के प्रयत्न किये, यहाँ तक की उन्हें सम्मान देनें में भी कांग्रेस पीछे हटती रही। उन्हें सक्रिय राजनीती से लगातार दूर करने वाली कांग्रेस की नजर हमेशा ही बाबा साहब द्वारा जाग्रत किये गये वर्गो को अपना वोट बैंक बनाने में रही है।" सिसोदिया नें कहा...