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यूपीएस पेंशन स्कीम UPS 2024

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 यूपीएस योजना के फायदे केंद्र सरकार ने अपने 23 लाख कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना यूपीएस लेकर आई है। यूनिफाइड पेंशन स्कीम के तहत केद्रीय कर्मचारियों को रिटायरमेंट पर फिक्स पेंशन देने की व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं, जो केंद्रीय कर्मचारी रिटायर हो चुके हैं, वो भी इस योजना में अपने को शिफ्ट कर सकते हैं। उनको ब्याज सहित एरियर का भुगतान किय जाएगा। यह योजना 1 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगी। इस योजना के बारे में अधिकतम जाननें के लिये सामग्री उपलब्ध है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु भारतीय जनता पार्टी यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) लागू करने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और मोदी सरकार का अभिनंदन करती है। ********************** भाजपा को गर्व है कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सरकारी कर्मचारियों की चिंता सुनी, उसे समझा, उसके लिए डॉ. रंगनाथन कमिटी बनायी और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) लागू करने का एक सार्थक निर्णय लिया, जो बहुत ही प्रशंसनीय है। ********************** प्रधानम...

हुनर और रोजगार को बढ़ाने वाला युवा वर्ग को समर्पित बजट - अरविन्द सिसोदिया

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हुनर और रोजगार को बढ़ाने वाला युवा वर्ग को समर्पित बजट - अरविन्द सिसोदिया  कोटा 23 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के मीडिया विभाग कोटा के संभागीय संयोजक अरविंद सिसोदिया ने बजट प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि " भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विजन " सबका साथ - सबका विकास" को समर्पित बजट स्वागत योग्य है। इस बजट में सभी नागरिक वर्गो का हितचिंतन किया गया है। यह बजट विशेष रूप से नौजवानों में स्किल डेवलपमेंट करने, उन्हें रोजगार परक बनाने और उनमें रोजगार करने की क्षमता भरने वाला है। इसलिए यह बजट युवा वर्ग को समर्पित बजट कहा जाना ज्यादा सार्थक होगा।"  सिसोदिया नें कहा कि " इस बजट में जहां आधारभूत क्षमताओं को विकसित करने के लिये पर्याप्त प्रावधान हैँ वहीं देश को विश्व की बड़ी आर्थिकशक्ति बनाने के लिये उत्पादन परकता पर काफी जोर दिया गया है। जिसका लाभ समाज में आयपरक रोजगारों में वृद्धि के रुप में मिलेगा।"  उन्होंने कहा कि " कोराना महामारी के बाद पूरा विश्व जहाँ आर्थिकरूप से टूटा है और अभी भी संघर्ष कर रहा है, वहीं भारत इससे ऊबर कर पूरी क्षमता से आगे...

चलो कांग्रेस को सत्य नजर आया कि वह तीसरीबार भी हारी है - अरविन्द सिसोदिया

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चलो कांग्रेस को सत्य नजर आया कि वह तीसरीबार भी हारी है - अरविन्द सिसोदिया Congress ki Tisari Har  चलो कांग्रेस को सत्य नजर आया कि वह तीसरीबार भी हारी है - अरविन्द सिसोदिया  चुनाव परिणामों में लगातार तीसरीबार जनता द्वारा ठुकरा दिये जानें के बाद भी कांग्रेस और राहुल गाँधी इतने उत्साहित थे कि मानो उन्होंने दो तिहाई बहूमत से केंद्र सरकार बनाली और भाजपा तीसरीबार सरकार बना कर भी शांत थी, ख़ुशी नहीं थी, सन्नाटा था। कांग्रेस के बड़बोलेपन को अहंकार और बदतमीजी भी कह सकते हैँ का प्रदर्शन हो रहा था, जबकि यही लोग अहंकार का आरोप मोदीजी पर लगाते हैँ। कांग्रेस ने हार की वास्तविकताओं को जान - समझकर 6 समितियों के माध्यम से लगभग 8 राज्यों की जानकारी जुटाने जा रही है कि वह कांग्रेस शासित राज्यों सहित अनुकूल राज्यों में हारे क्यों? इन प्रदेशों के आलावा भी कांग्रेस की हालत तो अन्य कई राज्यों में भी निराशाजनक है जैसे 80 सीटों वाले उत्तरप्रदेश में वह मात्र 6 सीट पर है, आंध्र प्रदेश में शून्य पर है। राजस्थान में 25 में से मात्र 8 सीटें हैँ, बंगाल, आसाम और बिहार में भी उसका प्रदर्शन नगण्य है।कई सारी जगह ...