अन्ना की हुकांर.....





- अरविन्द सिसोदिया 

रालेगण सिद्धि ------

* समाजसेवी अन्ना हजारे ने अपने प्रमुख सहयोगी अरविंद केजरीवाल को आयकर विभाग की ओर से दिये गए नोटिस पर कड़ी आपत्ति जतायी और सरकार से कहा कि वह सत्यनिष्ठ और चरित्रवान व्यक्ति के साथ ‘शातिर खेल न खेले’.

* अन्ना ने कहा, "आजादी की दूसरी लड़ाई की मशाल जल चुकी है और यह मशाल जलती रहनी चाहिए क्योंकि अभी लम्बी लड़ाई लड़नी है. "

* अरविंद को काफी नजदीक से देखा है. वह स्वार्थरहित समाजसेवा कर रहे हैं. वह चाहते तो धन कमा सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया. यदि ऐसी चीजें होते रहीं समाज को मजबूरन अलग रास्ता चुनना पड़ेगा.’

* अन्ना हजारे ने अपने आंदोलन को मिले समर्थन पर कहा कि इस आंदोलन के जरिए देश की जनता एकजुट हुई है. उनके मुताबिक देश भर में लोग धर्म-जाति, अमीरी-गरीबी से ऊपर उठकर साथ खड़े हुए हैं |

* शिक्षा के व्यवसायीकरण पर अन्ना हजारे ने कहा कि शिक्षा का व्यवसायीकरण हो गया है जिसकी वजह से देश का सही विकास नहीं हो पा रहा है. स्कूलों में बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है|

* हजारे ने कहा कि आज सत्ता केंद्रित हो गई है. सत्ता कुछ चुनिंदा हाथों में है. लोकतंत्र और जनतंत्र का मतलब है जो जनता चाहे लेकिन यह तो नौकरशाही है. इसे हमें जनतंत्र बनाना होगा. सत्ता का विकेंद्रीकरण करना होगा|

* हजारे ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए लड़ाई आसान नहीं है. इसके लिए जनता को जागना होगा और सरकार को हिलाना होगा.

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

बड़ी जनहानि से बचना सौभाग्य, बहुअयामी विशेषज्ञ जाँच होनी ही चाहिए - अरविन्द सिसोदिया cfcl

पृथ्वी ईश्वर की प्रयोगशाला और जीवन प्रयोग से निकला उत्पादन jeevn or ishwar

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

नेताजी सुभाषचन्द्र बोस, मास्को जेल में..?

राष्ट्रवाद के महानायक परम पूज्य गोलवलकर जी

कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान