संदेश

संसद लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

संसद की गरिमा गिराने वालों की सदस्यता समाप्ति हो और आजीवन प्रवेश पर रोक हो - अरविन्द सिसोदिया

चित्र
संसद की गरिमा गिराने वालों की सदस्यता समाप्ति और आजीवन प्रवेश पर रोक हो - अरविन्द सिसोदिया  कांग्रेस गठबंधन का संसद के प्रति आपराधिक षड़यंत्र था " हुल्लड - नौटंकी " - अरविन्द सिसोदिया संसद में कलर स्प्रे और उसके साथ ही सदनों में आपराधिक स्तर की गरिमा गिराने वाली विपक्ष के सांसदों द्वारा हुल्लडबाजी और इसके बाद सदनों के आसन को निलंबन हेतु मजबूर करना, यह सब कुछ सोचा समझा टूलकिट था।... सबूत भले ही न हो मगर यह स्पष्ट है कि लोकसभा के सदन में कलर स्प्रे लेकर कूद फांद करने वालों का भी इस टूलकिट से पूर्व नियोजित संबंध है। यह दूसरी बात है कि जाँच सच तक पहँचे न पहुँचे..! संसद में संसद सदस्यों की सहमती और असहमति के निर्णय का एक ही रास्ता है, वह है मत के द्वारा बहूमत - अल्पमत प्राप्त करना। सदनों में हुल्लड या किसी भी अन्य प्रकार की सीधी कार्यवाहीयों का कोई स्थान प्राप्त नहीं है। लेकिन कांग्रेस जिस तरह की हुल्लड़बाजी और अप्राकृतिक हरकतों को अपना कर चल रही है, वह इस बात का सबूत है की वह भारत और भारत की संसद की गरिमा को, मर्यादा को, अनुशासन को निरंतर कुचल रही है। वह दिखाना चाहती ह...

भाजपा की प्रचण्ड विजय से देश का ध्यान हटानें का षड्यंत्र हे संसद में स्मोक हमला - अरविन्द सिसोदिया

चित्र
भाजपा की प्रचण्ड विजय से देश का ध्यान हटानें का षड्यंत्र संसद में धुंआ बम - अरविन्द सिसोदिया  टूल्किट एपिसोड की ही एक कड़ी है संसद में युवाओं की उछल कूद - अरविन्द सिसोदिया देश को जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी मजबूत बना रहे हैं,वहीं देश को अंदर से छिन्न - भिन्न करके टुकड़े - टुकड़े करने का अभियान विदेशी शत्रु ताकतों के द्वारा चलाया जा रहा है, यह लोकसभा में स्मोक हमला उसी की एक कडी है। हाल ही में भाजपा को तीन राज्यों में मिले प्रचण्ड बहूमत से देश विरोधी ताकतों को और उनके देश के अन्दर मौजूद समर्थकों को अपने मंसूबे विफल होते नजर आ रहे हैं। भाजपा की इस महाविजय से देश का ध्यान हटानें के लिए ही यह षडयंत्र अंजाम दिया गया है। आगे और भी इसी तरह के कई षडयंत्रकारी एपिसोड 2024 के चुनावों से पहले सामनें आएंगे। इसलिए देश की विभिन्न सुरक्षा व कानून व्यवस्था से जुडी एजेंसीयों को अत्यधिक सतर्क रहना होगा। दुर्भाग्य से इन ताकतों को हमारे देश के ही कुछ दल और संस्थाएं अपरोक्ष साथ देती हैँ, जिससे अपराधियों को वो दंड नहीं मिल पाता है जो उन्हें दिया जाना चाहिए। 1- भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाअल...

हुडदंगी सासंदों के विरूद्ध,रिप्लेशमेंट सांसद बुलानें का नियम बने - अरविन्द सिसौदिया

चित्र
हुडदंगी सासंदों के विरूद्ध,रिप्लेशमेंट सांसद बुलानें का नियम बने - अरविन्द सिसौदिया Against riotous MPs, it should be a rule to call replacement MPs - Arvind Sisodia संसद के दोनों सदनों में ही विपक्ष के कुछ राजनैतिक दलों के सांसदों को हुडदंग करने के परोक्ष अपरोक्ष निर्देश दिये जाते हैं। येशा राजनैतिक फायदे के बजाये राजनैतिक द्वेषता से अधिक प्रेरित होता है। In both the houses of the Parliament, indirect and indirect instructions are given to the MPs of some political parties of the opposition to riot. Yesha is motivated more by political malice than by political gain.   संविधान की दृष्टि से लोकसभा में सांसद जनता का प्रतिनिधि होता है, इसलिये हुडदंगी सांसद की सदस्यता समाप्ती व अगले 10 साल तक चुनाव लडनें पर रोक के साथ, उस क्षैत्र की जनता से अन्य दल का नया प्रतिनिधि चुन कर भेजनें की कार्यवाही का अधिकार लोकसभा के सदन को होना चाहिये। अर्थात रिप्लेश किया जा रहा नया जनप्रतिनिधि भी हुडदंगी दल का नहीं होना चाहिये।  According to the Constitution, the MP is the representative of the peopl...

संसद लोकतंत्र का पवित्र देवालय,इसकी गरिमा नष्ट करना गंभीरतम अनैतिकता - अरविन्द सिसौदिया

चित्र
  संसद लोकतंत्र का पवित्र देवालय,इसकी गरिमा नष्ट करना गंभीरतम अनैतिकता - अरविन्द सिसौदिया Parliament is the holy temple of democracy, destroying its dignity is the gravest immorality - Arvind Sisodia यह आलेख हिन्दी से अंग्रेजी में गूगल से अनुवादित किया गया है। This article has been translated from Hindi to English from Google. एक बार फिर से भारत की संसद के दोनों सदनों में, यथा लोकसभा एवं राज्यसभा में हंगामा खडा कर सदनों को नहीं चलने देनें का दृष्य सामनें है। यह सब बहुत ही निम्नस्तरीय तरीके से हो रहा है। हम अपने ही देश को और पूरे विश्व को क्या दिखा रहे हैं ? जिन सदनों के एक एक पल का उपयोग देशहित में होना चाहिये वहां थर्ड ग्रेड का हंगामा ! आश्चर्य भी और अशोभनीय भी !! Once again, there is a view of not allowing the Houses to function by creating a ruckus in both the houses of the Parliament of India, namely in the Lok Sabha and the Rajya Sabha. All this is happening in a very low level way. What are we showing to our own country and to the whole world? Third grade uproar in the houses...

संसद पर हमले की आज दसवीं बरसी

चित्र
वाह कांग्रेस: फांसी की भी राजनीति.... संसद पर हमला करवाने के मास्टर माइंड को, सभी भारतीय न्यायालय फांसी की सजा दे चुकीं है। सरकार वोट की राजनीति के गंदे खेल में इसको लगातार टाल रही है। काश उस हमले में , कुछ सांसद मारे जाते तो अभी तक हमलावरों को फांसी हो चुकी होती। सिर्फ  श्रधान्जली   ...सजा  नहीं .... संसद पर हमले की आज दसवीं बरसी है। 10 साल पहले 13 दिसंबर 2001 को जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकियों ने संसद पर हमला किया था। इस हमले का संसद परिसर में तैनात सुरक्षा बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया था और सभी पांच आतंकियों को मार गिराया था। देश के लोकतंत्र पर हुए इस सबसे बड़े हमले में दिल्ली पुलिस के पांच जवान, सीआरपीएफ की एक महिला कांस्टेबल, संसद के दो गार्ड, संसद में काम कर रहा एक माली और एक पत्रकार शहीद हो गए थे। ---- http://www.bhaskar.com/article नई दिल्ली. आज से दस साल पहले यानी 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुए हमले में शहीद हुए जवानों के घरवाले जहां एक ओर अफजल गुरु को तुरंत फांसी दिए जाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर इस हमले के मास्टरमाइंड होने का आरोप ...