भाजपा की प्रचण्ड विजय से देश का ध्यान हटानें का षड्यंत्र हे संसद में स्मोक हमला - अरविन्द सिसोदिया

भाजपा की प्रचण्ड विजय से देश का ध्यान हटानें का षड्यंत्र संसद में धुंआ बम - अरविन्द सिसोदिया 

टूल्किट एपिसोड की ही एक कड़ी है संसद में युवाओं की उछल कूद - अरविन्द सिसोदिया

देश को जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी मजबूत बना रहे हैं,वहीं देश को अंदर से छिन्न - भिन्न करके टुकड़े - टुकड़े करने का अभियान विदेशी शत्रु ताकतों के द्वारा चलाया जा रहा है, यह लोकसभा में स्मोक हमला उसी की एक कडी है। हाल ही में भाजपा को तीन राज्यों में मिले प्रचण्ड बहूमत से देश विरोधी ताकतों को और उनके देश के अन्दर मौजूद समर्थकों को अपने मंसूबे विफल होते नजर आ रहे हैं। भाजपा की इस महाविजय से देश का ध्यान हटानें के लिए ही यह षडयंत्र अंजाम दिया गया है। आगे और भी इसी तरह के कई षडयंत्रकारी एपिसोड 2024 के चुनावों से पहले सामनें आएंगे। इसलिए देश की विभिन्न सुरक्षा व कानून व्यवस्था से जुडी एजेंसीयों को अत्यधिक सतर्क रहना होगा। दुर्भाग्य से इन ताकतों को हमारे देश के ही कुछ दल और संस्थाएं अपरोक्ष साथ देती हैँ, जिससे अपराधियों को वो दंड नहीं मिल पाता है जो उन्हें दिया जाना चाहिए।

1- भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाअल्लाह, इंशाअल्लाह....,
अफजल हम शर्मिंदा हैँ तेरे कातिल जिन्दा हैँ.....
जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार नें जेएनयू केंप्स में एक कश्मीरी अलगाववादी मोहम्मद अफजल गुरु को फांसी के खिलाफ एक छात्र रैली में राष्‍ट्र विरोधी नारे लगाये थे तब वे सी.पी.एम. के कार्यकर्ता थे और बाद में कांग्रेस में पहुंच कर राहुल जी के खास हो गये। उनके पक्ष में कांग्रेस युवराज राहुल गाँधी खड़े भी हुए थे।

2- जब नागरिकता संशोधन कानून बन रहा था तब कांग्रेस प्रमुख सोनिया गाँधी नें सड़कों पर उतरनेँ का आव्हान किया था और सबने देखा की पूरे देश में विशषकर कांग्रेस शासित राज्यों में शाहीन बाग सम्मेलन खड़े किए गये, जिनमें भारत के विरुद्ध अनाप - सनाप बकबासें हुईं.... कोरोना प्रकोप के चलते ये शाहीन बाग नुमा जमावडे सिमटे...

3- इसी तरह तथाकथित किसान आंदोलन पंजाब कांग्रेस और दिल्ली की आप पार्टी के आपसी मिलीभगत से हुआ... इन दोनों प्रांतों की तत्कालीन सरकारों नें पूरे एक साल तक दिल्ली की घेराबंदी में इनकी मदद की....इसका सारा प्रबंध यही दोनों दल कर रहे थे, इसमें ख़ालिस्तानी तत्व भी सम्मिलत थे....और फिर दिल्ली नें लालकिले पर खालिस्तान झंडा फहराने की पुरजोर कोशिश देखी गईं..!

4- दिल्ली में ही पहलवानों के नाम पर नौटंकी हुईं...

5- भाजपा की तीन राज्यों की प्रचण्ड विजय से देश का ध्यान डायवर्ट करने का शुद्ध राजनैतिक षड़यंत्र के तहत लोकसभा सदन में पीले धुएँ का आक्रमण हुआ है ।.....याद रहे एक तरफ भाजपा मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह आयोजित कर रही थी... तो दूसरी तरफ उसी दिन उसी समय लोकसभा सदन में धूएं के बम के साथ दो युवा कूद फांद करके मीडिया का ध्यान अपनें पर केंद्रित करते हैँ और शपथ ग्रहण समारोह की खबर मीडिया से गायब हो जाती है। यह पूरी तरह से सुनियोजित था और उसके पीछे भाजपा विरोधी वे ताकतें हैँ जी नरेन्द्र मोदी को 2024 में हटानें के लिए किसी भी हद तक जाना चाहती हैँ।

अर्थात देश की राजधानी में जे एन यू केंप्स में आतंकवादी के पक्ष में रैली होती है देश विरोधी नारे लगते हैँ। उसी राजधानी क्षेत्र में सीएए के खिलाफ शाहीन बाग का एक संम्प्रदायिक प्रयोग हुआ, उसकी अगली कड़ी में तथाकथित किसान आंदोलन की ओट से लाल किले पर ख़ालिस्तानी झंडा फहराया गया था। यह भी संम्प्रदायिक प्रयोग था, उसी तरह की हरकत देश की राजधानी स्थिति संसद भवन के लोकसभा कक्ष में हुईं है। सारी कड़ियाँ मिल रहीं है और इससे राष्ट्रघाती गठबंधन की और स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं।

लोकसभा के सदन में हुईं कूद फांद और धुयेंबाजी की घटना बेहद संवेदनशील एवं सुरक्षा में बड़ी चूक का विषय है। इसे अत्यंत गंभीरतम आक्रमण के रूप में लेना चाहिए। इन अपराधियों के अंतिम प्रणेता तक पहुंच कर उसे गिरफ्त में लेना चाहिए और अगर कोई राजनैतिक दल या संस्थाएं सम्मिलित है तो उसकी मान्यतायें समाप्त होनी चाहिए। कुल मिला कर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।

देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए, कानून व्यवस्था की रक्षा के लिए, राजनैतिक दलों के लिए भी जबाबदेह आचरण संहिता बननी चाहिए और जो दल, विचारधारा देश का अहित करे उसे अपराध की अनुमति नहीं दी जा सकती और न ही उन्हें क्षमा किया जा सकता।
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इतना जहर भरा है इन सिरफिरों में!

संसद पर हमले की 22वीं बरसी के दिन जब इनकी साजिश सफल रही तो ललित नामक साजिस कर्ता ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो भी अपलोड किया है। इस वीडियो में नीलम को संसद के बाहर धुआं छोड़ते हुए और नारे लगाते हुए दिखाया गया है। उसके आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा है, 'What India needs is a bomb।' उसने कथित तौर पर बाहर से घुसपैठ का संचालन किया और वीडियो बनाकर अपने एक पार्टनर को भेजा जो एनजीओ चलाता है।

सीआरपीएफ डीजी के अधीन जांच
फिलहाल, जांच चल रही है। सरकार ने एक जांच समिति की घोषणा की। गृह मंत्रालय ने कहा, 'लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने एक जांच का आदेश दिया है। जांच समिति का गठन सीआरपीएफ के डीजी अनिश दयाल सिंह के नेतृत्व में अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्यों के साथ किया गया है।' इनके खिलाफ यूएपीए भी लगा दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने बताया, 'दिल्ली पुलिस ने संसद पर कथित हमले के मामले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश), 452 (अतिक्रमण), 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 186 (लोक सेवक को कर्तव्य निर्वहन में बाधा डालना), 353 (लोक सेवक को कर्तव्य निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल) और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 16 और 18 के तहत मामला दर्ज किया है। मामले को आगे की जांच के लिए स्पेशल सेल को सौंपा जा रहा है।' पुलिस के मुताबिक, विक्की की पत्नी से भी पूछताछ की जा रही है।

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