संदेश

फ़रवरी, 2011 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

2 जी : अंडरवल्र्ड डॉन दाउद इब्राहिम

चित्र
  - अरविन्द सिसोदिया  अब जांच जे पी सी के पास जानें वाली है और उसे सबसे पहले यह यह जांच करनी चाहिए की २ जी स्पेक्ट्र घोटाले का संबंध अंडरवल्र्ड डॉन दाउद इब्राहिम की 'डी' कंपनी से क्या है ....? देश की आंतरिक व्यवस्था में गहरा असर अंडरवल्र्ड का है , ख़ास कर मुम्बई और फिल्म जगत पर ....!!!! मगर यह हाथ देश की संसद के अन्दर और केंद्र की सरकार में भी पहुच गए तो यह गंभीर चिंता का विषय होगी ..!! सबसे पहले इसी विषय पर जांच होनी चाहिए ..!! गाथा बंधन सरकार की मजबूरी  अंडरवल्र्ड डॉन दाउद इब्राहिम की 'डी' कंपनी  का गुलाम देश को बनती है तो इसा तरह की गठबंधन सरकार नहीं चाहिए...!!   --------- राजस्थान पत्रिका का आलेख .... ' डी ' कंपनी का खेल http://www.rajasthanpatrika.com/news/INDIA/2132011/india%20news/121290मुम्बई। 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला सिर्फ पैसे की लूट न होकर अब देश की सुरक्षा से जुड़ गया है। सीबीआई द्वारा हिरासत में लिए गए स्वान टेलीकॉम के डायरेक्टर शाहिद बलवा से मिले दस्तावेजों में कुछ अहम सुबूत मिले हैं, जो इस घोटाले में अंडरवल्र्ड डॉन दाउद इब्राहिम की 'डी

संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी): कांग्रेस सरकार का मन का पाप जा नहीं रहा है ...!

चित्र
- अरविन्द सिसोदिया   जांच कब से....; के पीछे की असलियत .... मनमोहन सिंह सरकार कभी जनता के वोट से जीते नहीं , एक बार चुनाव लड़े थे मगर जनता ने उन्हें हरा दिया सो वे अब जनता से बदला लेने का कोई अवसर नहीं चूकते ..! उनके जयादातर कारनामें इसा तरह के हैं की उन्हें देश के इतिहास में अलीबाबा और चालीस चोर की कहावत के दर्जें में दर्ज करेगा!  यह स्पष्ट है की २ जी और ३ जी और एस बैंड स्पेक्ट्रम का कार्यकाल मनमोहन सिंह का है , जांच को इसी समय से करना चाहिए था .., मगर जब तक कांग्रेस में कोई न कोई हल्का पन , टुच्चापन नहीं आये तब तक यह सरकार आगे बडती ही नहीं है ..! २०१० के साल में जो भी घोटाले सामनें आये वे सभी जे पी सी के दायरे की योग्यता रखते हैं .., कारण इन घोटालों में जो राशियाँ हैं और जो लोग सम्मिलित हैं , वे बहुत उंची पहुच वाले हैं ..! देश का धन लूटा गया है ...! मगर कांग्रेस नेत्रत्व नें महज एक राजहठ जो सोनिया जी की बालहठ थी के लिए एक पूरा सत्र  बर्वाद किया..!! अब जब उनकी हठ नहीं चली तो , समय को लेकर हेराफेरी हो रही है ...??? एन डी ए का कोई प्रभावशाली सांसद जे पी सी में न आ पाए इसलिए कभी उसे २०

Godhra : 27-2-2002 Hindu pilgrims have died in a fire on a train in India

- अरविन्द सिसोदिया   गोधरा में जब जिन्दा कार सेवक जलाये गए थे तब यह समाचार बी बी सी ने दिया था जो यथावत यहाँ है ..... http://news.bbc.co.uk/onthisday/hi/dates/stories/february/27/newsid_4168000/4168073.stm 2002: Hindus die in train fire Fifty-seven Hindu pilgrims have died in a fire on a train in India. The fire happened as the Sabarmati Express, bound for Ahmedabad, was pulling out of Godhra station in the western state of Gujarat at approximately 0630 today. The train was returning hundreds of Hindu activists from a pilgrimage to the disputed holy site of Ayodhya in the northern Indian state of Uttar P, which is claimed by both Muslims and Hindus. A gang of Muslims are suspected of causing the fire and India's prime minister Atal Bihari Vajpayee has appealed for calm amid fears of renewed religious tension in the country. 'Sad and unfortunate' The dispute over Ayodhya has been ongoing for several years. In 1992 the Vishwa Hindu Parishad (VHP), or World

fire was a pre-planned conspiracy : a large quantity of petrol was used in the incident

चित्र
 Forensic report was key to Godhra conviction Published: Tuesday, Feb 22, 2011, 23:28 IST    http://www.dnaindia.com/india/report_forensic-report-was-key-to-godhra-conviction_1511619 By Nikunj Soni | Place: Ahmedabad | Agency: DNA  Public prosecutor JM Panchal said on Tuesday that evidence that led to the conviction of 31 persons in connection with the Godhra train burning case came from Gandhinagar’s Forensic Science Laboratory (FSL), eyewitnesses and circumstantial evidence. The forensic evidence was crucial since two panels formed to investigate the cause of the fire on the Sabarmati Express on Feb 27, 2002, came to two different conclusions. While the Nanavati commission, set up by the Gujarat government in 2002 concluded that the fire was a pre-planned conspiracy and that the coach caught fire after petrol was poured inside deliberately, the UC Banerjee Commission, set up by the central government in 2004 said the fire was an ‘accident’ and ruled out the po

Ottavio Quattrocchi भारत से बड़ा इटालियन ओत्तावियो क्वात्रोच्चि

चित्र
- अरविन्द सिसोदिया      भारत की प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी की पुत्र वधु बन कर जब इटालियन मूल की सोनिया गांधी ने भारत के प्रधानमंत्री निवास में प्रवेश किया होगा तब ईसाई समुदाय का खुश होना तो  स्वाभाविक था मगर लगता है की खुशी सबसे ज्यादा क्वात्रोच्ची को ही होई होगी ..! इताली इटली का यह सामान्य व्यक्ती जो एक इटालियन कंपनी में कार्यरत था , अचानक ही इसलिए महत्वपूर्ण हो गया की उसकी ख़ास पहचान सोनिया गांधी से थी ,और .. इसी आधार पर उसने देश के कई बड़े बड़े ठेके अपनी कंपनी को दिलवाए ..!! जब बह चलता था तो देश की सरकार हिलती थी, मंत्रलत काँप था , मिनिस्टर उअथा कर सलाम बजाते थे ...! क्योंकि पहुच घर में अंदर चूल्हे तक जो थी ..!! सिर्फ और सिर्फ वह व्यक्ती सोनिया गांधी के कारण देश से ऊपर , देश के कानून से ऊपर और देश की प्रशासनिक व्यवस्था से ऊपर रहा ..! सोनिया गांधी के बरद हस्त  के कारण उस पर कोई आंच नहीं आई...! वह भारत की किसी भी अदालत में हाजिर नहीं हुआ..! उसे गिरिफ्तर करने के बजाये उसे ससम्मान देश से बाहर निकलवाया गया ..! उसके बैंक खाते जो सीज थे ; जिनमें से वह धन निकाल नही पा रहा था ; उन्

विदेशी दान :भारतीय लोगों को धर्मान्तरण

चित्र
- अरविन्द  सिसोदिया   सबसे पहले हम इडिया टुडे १६ फरवरी २०११ के अंक में प्रकाशित , पड़ताल कलम में विदेशी फंडिंग पर विशेष आलेख .. तय होगी जवाबदेही में से बहुत छोटा सा अंश इस प्रकार से है ....... सूत्रों के मुताबिक , सबसे ज्यादा विदेशी चंदा लेने वाले २० प्रमुख संगठनों में से १० इसाई संगठन हैं . इसके आलावा , कई छोटे इसाई कल्याणकारी संगठनों और हिमायती समूहों को विदेशी चंदा मिल रहा है . खबर है कि इनमें से कई धर्मान्तरण  कि गतिविधियों में लिप्त हैं . विशेषकर आदिवासियों को ईसाई बनाने की गतिविधियों में शामिल हैं . हालांकि कानून में धर्मान्तरण की इजाजत है पर जबर धर्मान्तरण अवैध्य है . धर्मान्तरण के लिए रिश्वत या किसी तरह का प्रलोभन देनें के  दोषी पाए गए संगठनों को प्रतिबंधित कर दिया जाता है .  सरकार ने पाया कि विवादास्पद वाचटावर  बाइबल एंड टैक्ट सोसायटी जबरन धर्मान्तरण की गतिविधियों में लिप्त  है , इसके वाद इसा इसा सोसायटी को विदेशी चन्दा लेने से रोक दिया गया . इससे पहले यह संगठन राष्ट्र गीत गायन के खिलाफ अभियान चला रहा था .  चालीस एनी स्वंयसेवी  संगठनों को विदेशी चंदा लेने से रोक दिया गया ह

केंसर का बचाव : आयुर्वेद से ....

- अरविन्द सिसोदिया  खेजड़ी की सूखी  सांगरी , ह्रदय और कैंसर की रोकथाम में मदद गार ....   बीकानेर। खेजड़ी की सूखी सांगरी में ऎसा रसायन है जो दिल की बीमारी, सूजन एवं कैंसर की रोकथाम करता है। यह जानकारी भारतीय मूल के अमरीकी वैज्ञानिक डॉ. एम.जी. नैयर ने दी। वे यहां केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थान में शुष्क क्षेत्रीय फल एवं सब्जियों में जैव प्रौद्योगिकी से पोषक तत्वों और औषधीय गुणों में बढोतरी तकनीक पर प्रशिक्षण सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। यहां भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की राष्ट्रीय कृषि नवाचार योजना में कृषि वैज्ञानिकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।  मैथी मधुमेह रोग प्रतिरोधी उन्होंने बताया कि मैथी के पत्तों में ऎसा रासायनिक पदार्थ है जो सूजन एवं मधुमेह रोग प्रतिरोधी है। इसी तरह अश्वगंधा के पौधे में मिलने वाले रसायन कैंसर, अल्जीमर को रोकते हैं। डॉ. नैयर ने फल एवं सब्जियों में औषधीय गुणों वाले रासायनिक पदार्थो से औषधीय उद्यमिता व बाजार विकसित करने पर जोर दिया। केर-काचरी भी रोग प्रतिरोधक डॉ. सुरेश वालिया ने बताया कि बेर, अनार, बेलपत्र, फालसा, केर,

कैंसर पैदा करने वाले तत्व हैं , विदेशी शीतल पेय

चित्र
- अरविन्द सिसोदिया   वाशिगटन की एक खबर ने भारतियों की आशंका को सच साबित  कर दिया  है की कोका - कला , पेप्सी और उस जैसे विदेशी शीतल पेय शारीर के लिए हानी कारक हैं .., विशेष   कर  आयुर्वेद , स्वदेशी जागरण मंच , राजीव दीक्षित और बाबा रामदेव व श्री श्री रविशंकर ने इन्हें नुकशान दायक पहले से ही बताया था ..! जो सच सवित हुआ .., एक रिसर्च ने इन से  केंसर होने का दावा करते हुए , इन्हें बंद करने की मांग की है !!! वॉशिंगटन। कोल्ड ड्रिंक्स के हेल्थ पर खराब पर असर को लेकर चर्चा कोई नई बात नहीं है। अब यह बात सामने आ रही हैं कि कोका-कोला और पेप्सी में इस्तेमाल होने वाला तत्व की वजह से कैंसर तक हो सकता है। हेल्थ के क्षेत्र में काम करने वाली पावरफुल लॉबी ने इसे तुरंत बैन करने की मांग की है। ब्रिटिश टैब्लॉइड ' डेली मेल ' के मुताबिक, रिसर्चरों का मानना है कि कोल्ड ड्रिंक्स में भूरा रंग लाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कलरिं एजे

इटली का सच : प्रधानमंत्री का सैक्स स्केंडल

चित्र
- अरविन्द सिसोदिया  यह इटली का सच है की उसने यूरोप को नैतिकता नहीं दी.., इसका दर्पण वहां के प्रधान मंत्री जी स्वंय बने हुए हैं ......  अय्यास पी एम् को नहीं है सैक्स स्कैंडल की चिंता     भास्कर . कॉम की यह खबर १७-०२-११ की है ......         रोम. इटली के प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी ने कहा है कि नाबालिग लड़की के साथ यौन सम्बंध बनाने के कथित मामले को लेकर वो ज़रा भी चिंतित नहीं हैं। बर्लुस्कोनी ने राजनीतिक विश्लेषकों की उस राय को भी खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार पतन के कागार पर है। समाचार एजेंसी एकेआई के मुताबिक सेक्स स्कैंडल के मामले में मिलान की एक अदालत में छह अप्रैल से सुनवाई शुरू होने के सवाल पर बर्लुस्कोनी ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "इस मामले में ऐसा कुछ नहीं है जिससे चिंतित होने की आवश्यकता है।"        अभियोजन पक्ष का आरोप है कि बर्लुस्कोनी ने मारेक्को नाइटक्लब की डांसर करीमा अल महरौग से उस समय पैसा देकर यौन सम्बंध स्थापित किया था, जब वह मात्र 17 वर्ष की थी। अभियोजन पक्ष ने साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि चोरी के मामलों से ब

यानी कि गठबंधन प्रधानमंत्री को चोरों का राजा होना चाहिए ...

चित्र
 - अरविन्द सिसोदिया  हाल ही में दृश्य मीडिया से बातचीत करते  हुए देश के प्रधानमंत्री ने अपनी राजनैतिक अपरिपक्वता से  देश - दुनिया को फिर से परिचित करवाया ..! इससे देश की इज्जत को अनावश्यक ही बट्टा लगा है !! एक सहजं प्रश्न हो सकता है ...कैसे ...? उन्होंने सारे प्रश्नों के जबाव .., एक प्रधानमंत्री के रूप न देकर , एक  नौकरशाह  या वेतन भोगी मुख्य कार्यकारी अधिकारी की तरह दिए ..! जिससे स्पष्ट झलकता है कि उनमें एक प्रधानमंत्री का न तो जज्वा है न ही आत्मविश्वास बल्की वे इतने चिंता मुक्त हैं कि उन्हें देश के हित और नुकसान से जैसे कोई लेनादेना ही नहीं है ! जो हो जाये वही ठीक ..! उन्हें एक अबोध बच्चे की तरह यह ज्ञात नहीं है की वे जिस आग से खेल रहे हैं उसमें देश जल सकता है , उसकी व्यवस्था छिन्न - भिन्न हो सकती है ! जनता भड़क उठी तो जान के लाले पड सकते हैं , कई देशो में इसी  तरह के भ्रष्टाचार के विरुद्ध जन विद्रोह हो चुकें हैं ! १-  गठबंधन की मजबूरी के नाम पर देश के खजानें को लुटावा देनें का अधिकार किसी भी प्रधानमंत्री को नहीं है ! कोई भी विभाग किसी भी घटक दल को चलाने दिया जा सकता है , बेंचनें नही