who his "godfather" ए. राजा और सुरेश कलमाडी़ : बली के बकरे



- अरविन्द सीसोदिया 


BJP President Nitin Gadkari said the arrest of former Telecom minister A Raja was not enough and asked the government to find out who his "godfather" is in the 2G Spectrum scam.



BJP President Nitin Gadkari today said the arrest of former Telecom minister A Raja was not enough and asked the government to find out who his "godfather" is in the 2G Spectrum scam.

"Arrest of Raja is not enough. Who is the godfather Raja behind him? Let his name be known...The name of his bosses should be found out. There should be an inquiry (into it)," he said.

Raking up the issue of Indian black money stashed abroad, Gadkari appealed to Congress President Sonia Gandhi to ask the UPA government to make public the list of those having illegal bank accounts abroad.

"Why are you worried? If you have nothing to hide, then why not make the names of those who have parked their money in banks abroad public?" he said at a function of BJP's Economic Cell.

He also questioned the reluctance of the government in putting the list in public domain. "In 2009, Prime Minister Manmohan Singh had promised to bring back money in 100 days. The government has completed 610 days in power...Why is there a reluctance?" he quipped.

He said while Finance Minister Pranab Mukherjee cites rules in expressing government's inability to bring back money, Congress leader Rahul Gandhi wants the black money stashed abroad to be brought back.

"There are contradictions in their stands...Rahul Gandhi should not tell the media that money should be brought back, he should tell his party and the Prime Minister," he said.

In an apparent attack on Sonia Gandhi, the BJP leader wondered where the money withdrawn by controversial businessman Ottavio Quattrocchi from a London bank was transferred to.

"The government had sent a law officer to help Quattrocchi defreeze his bank account in London. The question is where the money withdrawn was later transferred ...Quattrocchi's driver had told CBI that he and his wife had free access to (late Prime Minister) Rajiv Gandhi's residence," he said.

He said the issue of black money was linked to the future of Indians who do not have good infrastructure and a comfortable livelihood.

"The money can help improve lifestyle of lakhs of Indians," he said.




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राजा की बलि देकर जबाबदेही से बच नहीं सकते प्रधानमंत्री 
- भाजपा  

भाजपा ने गुरुवार को कहा कि ए. राजा और सुरेश कलमाडी़ आदि को बली का बकरा बनाकर अन्य दोषियों की बेदाग बने रहने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। 2 जी स्पेक्ट्रम मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भी जवाबदेही बनती है।  
पूर्व दूरसंचार मंत्री राजा की गिरफ्तारी को महज़ ढकोसला बताते हुए पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने नई दिल्ली में कहा कि राजा और कलमाडी़ ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल और प्रधानमंत्री की अनुमति से ही निर्णय किए। इसलिए देश के सामने इस बात का खुलासा होना चाहिए कि राजा का गॉडफादर कौन है और इन घोटालों में और कौन-कौन शामिल है। देश की जनता को यह जानने का हक है।

उन्होंने कहा कि ए. राजा और सुरेश कलमाडी को टू जी स्पेक्ट्रम तथा राष्ट्रमंडल खेल घोटालों में बली का बकरा बनाकर मुक्ति नहीं पायी जा सकती है। सभी फैसले केन्द्रीय मंत्रिमंडल और प्रधानमंत्री ने किए हैं इसलिए संयुक्त संसदीय समिति की जांच से ही पूरी सचाई सामने आ सकती है।
जेपीसी की मांग दोहराते हुए उन्होंने कहा कि जब तक इससे जांच नहीं कराई जाती है पूरी सचाई सामने नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि जब तक सारी सचाई सामने नहीं आती है और अंतिम बिंदु तक की जांच नहीं कराई जाती है राजा की गिरफ्तारी महज़ ढकोसला होगा।
कांग्रेस और संप्रग पर 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन में शामिल होने का आरोप लगाते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा इनके बिना इतने बड़े पैमाने पर घोटाले होना संभव नहीं था। उन्होंने कहा, राजा और कलमाडी को बली का बकरा बना कर अन्य दोषियों की बेदाग छवि बने रहने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। अपनी खाल बचाने के लिए सरकार केवल कुछ लोगों को बलि का बकरा नहीं बनाए।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले के लिए बराबर का जिम्मेदार बताते हुए उन्होंने कहा कि इसकी नीति के लिए वह जवाबदेह हैं। गडकरी ने कहा कि 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन के नीतिगत निर्णय के लिए प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, यह स्पष्ट है कि मुख्य सचिव ने मंत्रियों के समूह को लिखा था कि मूल्य प्रावधान को हटा दिए जाने से देश को नुकसान होगा। अगर प्रधानमंत्री ने उस समय इस बात को मान लिया होता, तो शायद यह हालात ही पैदा नहीं होते। प्रधानमंत्री पर कुछ दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मनमोहन ने मुख्य सचिव की बात की अनदेखी की जिससे इतना बड़ा घोटाला हुआ। उन्होंने आरोप लगाया, इस विभाग (दूरसंचार) को केन्द्र सरकार ने एक तरह से भ्रष्टाचार करने का लाइसेंस दे दिया। ऐसा लगता है सरकार ने इस विभाग को द्रमुक को आउटसोर्स कर दिया।

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