उत्तर प्रदेश में गुंडा राज फिर से प्रारम्भ : अगले 100 दिन में ही जनता त्राहि त्राहि कर उठेगी
- अरविन्द सिसोदिया
उत्तर प्रदेश में गुंडा राज फिर से प्रारम्भ
अगले १०० दिन में ही जनता त्राहि त्राहि कर उठेगी
भा ज पा , कांग्रेस और बी एस पी के कार्यकर्त्ता सडकों पर खड़े नहीं हुए तो
उत्तर प्रदेश में फिरोती , अपहरण और माफियावाद फिरसे कुटीर उद्योग बन जायेंगे
न मुलायम और न अखिलेश इन्हें काबू में कर सकते हें ...
देश की सबसे बड़ी जनसंख्या वाला प्रदेश एक बार फिर से
गुंडा राज के भंवर में फंसा गया ......
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http://www.bhaskar.com/article/UP-OTH-
बदले की आग: यूपी में सपाइयों ने फूंकी पूर्व मंत्री की फैक्ट्री
dainikbhaskar.com | Last Updated 09/03/12
सीतापुर। क्या उत्तर प्रदेश में जिसका डर था वही हो राह है। कहा जा रहा था कि सपा शासन आने से राज्य में गुंडाराज आएगा। पिछले दो दिनों में जिस तरह की घटनाएं हुईं हैं उनसे तो ऐसा ही लग रहा है कि राज्य में गुंडाराज शुरु हो गया है।
आगरा के नजदीक बाह में एक बसपा सरपंच के पति की हत्या हो गई। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि सरपंच के पति की हत्या बसपा उम्मीदवार के लिए प्रचार करने के कारण की गई।
वहीं जिला अंबेडकर नगरमें बसपा सरकार में मंत्री रहे एक नेता की फैक्ट्री में आग लगाए जाने की खबर है। यहां भी आरोप समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं पर लगा है लेकिन इस मामले में अंबेडकरनगर के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि होली पर शराब पीकर डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया। दोनों ही दलित समुदाय है के हैं और बसपा से संबंध रखते हैं।
उत्तर प्रदेश के बलिया में भी सपा कार्यकर्ताओं पर वोट न देने पर दलितों के घरों में आग लगाने का आरोप लगा है। बलिया के भोज छपरा गांव के दलित महिलाओं को मारपीट की घटना के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिलाओं का आरोप है कि वोट न देने से गुस्साए सपा कार्यकर्ताओं न सिर्फ इनके साथ मरापीट की बल्कि इनके घरों को भी आग के हवाले कर दिया। बलिया जिले की घटना में तीन महिलाएं और दो बच्चे घायल हो गए हैं।
वहीं जिला संतरविदास नगर के भदौही के एक गांव में उस दलित परिवार की झोपड़ी जला दी गई जिसने राहुल गांधी को खाना खिलाया था। इस घटना के लिए भी आरोप सपा कार्यकर्ताओं पर ही लगा है।
वहीं नए बने जिले पंचशीलनगर के गढ़मुक्तेश्वर से अंबेडकर प्रतिमा को नुकसान पहुंचाए जाने की भी खबर है। पंचशीलनगर के पुलिस अधीक्षक के मुताबिक अंबेडकर प्रतिमा का चश्मा क्षतिग्रस्त पाया गया जिसे सही करा दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी गई है।
गौरतलब है कि बुधवार को सीतापुर के रउसा थाने के बम्भिया गांव में सपा कार्यकर्ताओं ने करीब दर्जन भर घरों में आग लगा दी। इस घटना में कई लोग घायल भी हुए हैं। सेवता सीट से सपा प्रत्याशी महेंद्र कुमार सिंह की जीत हुई है। आरोप है कि पीड़ित पक्ष ने निर्दलीय उम्मीदवार शिव कुमार गुप्ता को वोट दिया था। चुनाव नतीजों के बाद सपा समर्थकों ने वोट ने देने पर पीड़ित पक्ष के घरों में आग लगा दी।
हालांकि इस मामले में जिला पुलिस का कहना है कि घटना का चुनाव नतीजों से कुछ लेना देना नहीं है। दैनिक भास्कर डॉट काम से बातचीत में सीतापुर के अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बम्भिया गांव में बुधवार को हुई हिंसा के संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों का कोई राजनीतिक संबंध नहीं है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गांव में ठाकुर समाज को कुछ लोगों ने चौहान सामज के कुछ परिवारों को अपनी जमीन में झोपड़ियां बनाने दी थीं। अब उन्होंने वो जगह खाली कराई तो विवाद हो गया। दो गुटों में पत्थरबाजी हुई जिसमें तीन लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रउसा थाने के एसएचओ ने बताया कि जमीनी विवाद में हिंसा हुई है जिसे राजनीतिक रूप देने की कोशिश की जा रही है। एसएचओ के मुताबिक बुधवार को हुई घटना में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता नहीं हैं। जबकि इस मामले में पीड़ित पक्ष का कहना है कि वोट न देने पर सपा की सरकार आने के बाद उन्हें निशाना बनाया गया है।
प्रदेश भर से आ रही हिंसा की खबरों के बाद गुरुवार को सैफई में होली समारोह के दौरान मुलायम सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं से अनुशासित रहने की अपील की।
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बुधवार, मार्च 7, 2012
20 मीडियाकर्मियों को बंधक बना लिया
ये देखिए मुलायम के गुंडाराज की झलक, पहले दिन गईं 2 जानें
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लखनऊ। आखिर वही हुआ जिसका डर था। गुंडाराज के लिए बदनाम समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी का माहौल शुरू हो गया है। अभी सपा की सरकार बनी भी नहीं है और उससे पहले ही दो लोगों को मौत मिल चुकी है।
मंगलवार को संभल और फिरोजबाद में जमकर उत्पात मचा। जिसमें संभल में 7 वर्षीय बच्ची की जीत के जश्न में मौत हो गई। जबकि फिरोजाबाद में पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं में हुई झड़प में शानू नाम के एक एसपी कार्यकर्ता की गोली लगने से मौत हो गई।
मंगलवार को चुनावों के नतीजे आते ही सपा कार्यकर्ताओं ने दबंगाई दिखानी शुरू कर दी थी। एसपी कार्यकर्ता सबसे पहले झांसी में बेकाबू हुए जहां उन्होंने एसपी कार्यकर्ता की हार की खीझ मीडियाकर्मियों पर निकाली। एसपी कार्यकर्ताओं ने मुलायम के गुंडाराज की हद तो तब हो गई जब 4000 कार्यकर्ताओं ने मिलकर 20 मीडियाकर्मियों को बंधक बना लिया।
आगरा में बसपा के सांसद के घर पर सपाईयों ने पथराव किया और जमकर बवाल काटा। इस मामले में बीएसपी सांसद ने पुलिस में मामला दर्ज करा दिया है। मगर पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
बहुमत में आते ही अखिलेश यादव ने कहा था कि गुंडागर्दी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस घटना को अपनी पार्टी को बदनाम करने वाला कदम बताया। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि इस गुंडागर्दी में पार्टी के जो भी कार्यकर्ता शामिल हैं उन्हें पार्टी से बर्खास्त किया जाएगा।
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सपा का गुंडाराज, विरोधियों के घर में लगाई आग
गुरूवार, मार्च 8, 2012,16:22
सीतापुर। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को जनता का पूर्ण समर्थन मिलने के बाद से ही सपा के समर्थकों का कहर जनता पर टूटता नजर आया। अभी सपा की सरकार भी नहीं बनी और सपा समर्थकों के कहर से दो लोगो की जान भी चली गयी, और गुरूवार को सपा से चुने गये विधायक महेंद्र कुमार सिंह ने उन लोगो के घर ही जलाने शुरू कर दिये जिन्होने उनको वोट नहीं दिया था।
सीतापुर के सेउता विधानसभा सीट से चुने गये विधायक महेंद्र कुमार सिंह उर्फ झीनू बाबू ने तो हद ही कर दी। जिन लोगो ने उनको वोट नहीं दिया था उन्होंने उनका घर ही जलाना शुरू कर दिया। चुनाव के पूर्ण बहुमत मिलने के बाद अखिलेश यादव का बयान आया था कि अब उत्तर प्रदेश में गुंडाराज बर्दास्त नहीं होगा। इसका उल्लंघन करने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही होगी।
गुंडाराज के लिए बदनाम समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी का माहौल शुरू हो गया है। मंगलवार को संभल और फिरोजबाद समेत छह जिलों में जमकर उत्पात मचा। जिसमें संभल में 7 वर्षीय बच्ची की जीत के जश्न में मौत हो गई। जबकि फिरोजाबाद में पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं में हुई झड़प में शानू नाम के एक एसपी कार्यकर्ता की गोली लगने से मौत हो गई, एंव झासी में पत्रकारो को काफी देर तक बंधक बना लिया गया था और कैमरे भी तोड़े गये।
गौरतलब है कि एसपी कार्यकर्ता सबसे पहले झांसी में बेकाबू हुए जहां उन्होंने एसपी कार्यकर्ता की हार की खीझ मीडियाकर्मियों पर निकाली। एसपी कार्यकर्ताओं ने मुलायम के गुंडाराज की हद तो तब हो गई जब 4000 कार्यकर्ताओं ने मिलकर 20 मीडियाकर्मियों को बंधक बना लिया।
आगरा में बसपा के सांसद के घर पर सपाईयों ने पथराव किया और जमकर बवाल काटा। इस मामले में बीएसपी सांसद ने पुलिस में मामला दर्ज करा दिया है। मगर पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
बहुमत में आते ही अखिलेश यादव ने कहा था कि गुंडागर्दी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस घटना को अपनी पार्टी को बदनाम करने वाला कदम बताया। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि इस गुंडागर्दी में पार्टी के जो भी कार्यकर्ता शामिल हैं उन्हें पार्टी से बर्खास्त किया जाएगा।
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