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जनवरी, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

महाकुंभ में : विदेशी भक्तों की अनूठी सहभागीता

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महाकुंभ में विदेशियों की अनूठी आस्‍था Thursday, January 24, 2013, बिमल कुमार हिंद की माटी ही कुछ ऐसी है कि जिसके कण-कण में आस्‍था गहरी समाई हुई है। चाहे वह भारतवासी हो या किसी अन्‍य देश का, कोई इससे अछूता नहीं है। इस बात को बखूबी साबित कर रहे हैं दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले महाकुंभ के दौरान अमृत प्राप्ति की चाह में आने वाले विदेशी श्रद्धालु। अमृत पान की चाह केवल भारतीय श्रद्धालुओं को ही अपनी ओर आकर्षित नहीं कर रही, बल्कि कई देशों के श्रद्धालु महाकुंभ में बरबस खींचे चले आ रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। मोक्ष किसे नहीं चाहिए, बस फर्क है तो मर्म समझने की। जिसने मर्म समझ लिया, वह दुनिया के किसी कोने में बैठा हो, उसके कदम महाकुंभ की इस पावन धरा की तरफ आएंगे ही। तीर्थराज प्रयाग के संगम में डुबकी लगाने आ रहे लाखों श्रद्धालुओं में से हजारों ऐसे भी हैं, जो सात समंदर पार से आए हैं। भारतीय संस्कृति और महाकुंभ का सम्मोहन उन्हें यहां तक खींच लाया है। वैश्विक जगत को आध्‍यात्मिकता का अनूठा

मनुष्य को देवत्व की ओर ले जाने वाली शिक्षा चाहिए -भैयाजी जोशी

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                         राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ का 51वां अधिवेशन   मनुष्य को देवत्व की ओर ले जाने वाली शिक्षा चाहिए  -भैयाजी जोशी, सरकार्यवाह, रा.स्व.संघ                                          अच्छे नागरिक बनने के लिए शिक्षा की उपयोगिता                                               -वी.एस.कोकजे, पूर्व राज्यपाल, हिमाचल प्रदेश            राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री सुरेशराव उपाख्य भैयाजी जोशी ने कहा कि परिवर्तन अच्छा और बुरा दोनों तरह का होता है। सकारात्मक परिवर्तन जहां उत्थान की ओर ले जाता है, वहीं नकारात्मक परिवर्तन पतन की ओर। हमें शिक्षा में सकारात्मक परिवर्तन करना होगा। वे गत दिनों जोधपुर (राजस्थान) में राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के दो दिवसीय 51वें प्रांतीय अधिवेशन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो. ए.के. गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन दिया। शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री श्री एम.एम. रंगा ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तथा अध्यक्ष डा. ग्यारसीलाल जाट ने शिक

शिवताण्डवस्तोत्रम् : मोक्ष दायनी महामन्त्र

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 मोक्ष दायनी महा मन्त्र  शिवताण्डवस्तोत्रम् । जटारूप अटवी वन निकसलि जाह्नवीक पावन धारा गरदनि अवलम्बित फणिमाला ताण्डव नृत्य प्रचण्ड परा, डिमिक डिमिक डिम डमरु बाजे स्वर लहरी अनुगुंज करे, करू कल्याण हमर शिवशंकर जयशिव जयशिव हरे हरे।1। जटा कड़ाही मध्य तरंगित गंग सुशोभित शीश जनिक, धह-धह ज्वाल ललाटक मध्ये राजित बालक शोम तनिक, शुचि शरीर सुन्दर शशि शेखर सदा हृदय अनुराग भरे करु कल्याण हमर शिवशंकर जयशिव जयशिव हरे हरे।2। धन-धन गिरि तनया विलास निर्लिप्त निरासक्ते योगी, हुलसित लखि चहुँदिशि प्रकाश निज शिर-भूषण जन-उपयोगी, सतत् कृपा दृग पाबि दिगम्बर कष्ट हरे आमोद भरे, करु कल्याण हमर शिव शंकर जयशिव जयशिव हरे-हरे ।3। जटाजूट आवर्तित फणि-मणि कुंकुम रागालेप प्रभा, आलोकित चहुँ दिशा हस्ति चर्माम्बर पहिरन हरक सदा, ताहि विलक्षण भूतनाथ मे मन विनोद सदिकाल करे, करू कल्याण हमर शिव शंकर जयशिव जयशिव हरे हरे।4। इन्द्रादिक मस्तक आवर्तित पुष्प पराग चरण-पनही, नागराज केर हार निबद्धित जटा शिखर शशि टा धनही, चिर संपत्ति घटय नहि कहियो रिक्त हमर भंडार भरे, करु कल्याण हमर शिव शंकर जयशिव जयशिव हरे-हरे ।5। अग्नि प्रज्वलित

नेताजी की रहस्यमय मौत : एक और सनसनीखेज खुलासा

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नेताजी की रहस्यमय मौत पर एक और सनसनीखेज खुलासा Jan 29, 2013IBNkhabar http://khabar.ibnlive.in.com/news/90711/1 कोलकाता। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की रहस्यम मृत्यु पर एक और सनसनीखेज खुलासा करते हुए रूस में रामकृष्ण मिशन के प्रमुख मंहत ने कहा है कि नेताजी की मौत विमान दुर्घटना में नहीं बल्कि रूस की एक जेल में हुई थी। रूस में पिछले दो दशक से रामकृष्ण मिशन के अध्यक्ष रहे ज्योतिरानंद ने अपनी हाल की असम यात्रा के दौरान एक टेलीविजन साक्षात्कार में यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत सरकार का यह दावा गलत है कि नेताजी 18 अगस्त 1945 को ताईवान में ताईहोकू हवाई अड्डे पर विमान दुर्घटना में मारे गए थे। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि उन्हे रूसियों ने पकड़ लिया था और ओमस्क की जेल मे कैद कर दिया था जहां काफी समय बाद उन्होंने अंतिम सांस ली थी। ओमस्क रूस के साइबेरिया क्षेत्र का एक छोटा शहर है। उन्होंने कहा कि इस बात की पूरी संभावना है कि नेताजी ने इसी जेल मे अपनी अंतिम सांस ली होगी। मास्को में रामकृष्ण मिशन की सचिव लिलियाना मालकोवा ने ज्योतिरानंद के इस सनसनीखेज खुलासे को सही बताया है। मंहत ने कुछ दस्तावे

शेरे- पंजाब लाला लाजपत राय

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लाला लाजपत राय शेरे- पंजाब लाला लाजपत राय की जयन्ती पर उनको भावभीनी श्रद्धांजलि    लाला लाजपत राय (जन्म- 28 जनवरी, 1865 ई.; मृत्यु- 17 नवंबर, 1928 ई.) को भारत के महान क्रांतिकारियों में गिना जाता है। आजीवन ब्रिटिश राजशक्ति का सामना करते हुए अपने प्राणों की परवाह न करने वाले लाला लाजपत राय 'पंजाब केसरी' भी कहे जाते हैं। ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 'गरम दल' के प्रमुख नेता तथा पूरे पंजाब के प्रतिनिधि थे। लालाजी को 'पंजाब के शेर' की उपाधि भी मिली थी। इन्होंने क़ानून की शिक्षा प्राप्त कर हिसार में वकालत प्रारम्भ की। कालान्तर में स्वामी दयानंद के सम्पर्क में आने के कारण लाला जी आर्य समाज के प्रबल समर्थक बन गये। यहीं से इनमें उग्र राष्ट्रीयता की भावना जागृत हुई। लाला जी को पंजाब में वही स्थान प्राप्त था, जो महाराष्ट्र में लोकमान्य तिलक को। जीवन परिचय लाला लाजपत राय का जन्म पंजाब के मोगा ज़िले में हुआ था। 28 जनवरी सन् 1865 को मुंशी जी की पत्नी ने एक बालक को जन्म दिया। बालक ने अपनी किलकारियों से चारों ओर खुशियाँ ही खुशियाँ बिखेर दीं। बालक के जन्म की खबर पूरे गाँ

कोंग्रेस का डी एन ए : यूरोपियन

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- अरविन्द सिसोदिया   कोंग्रेस के चिंतन शिविर जयपुर में , राहुल गांधी ने डी एन ए की चर्चा छेड़ कर इस बहस को फिर से जन्म दे दिया की क्या कोंग्रेस में हिन्दुस्तानीयत हे ? ब्रिटिश ह्युम से इटालियन सोनिया तक.......अब इस डी एन ए को क्या कहेंगे ? मेरा व्यक्तिगत अनुभव यह हे की; कोंग्रेस का डी एन ए यूरोपियन है , जो मूलतः ईसाइयत है ....... कांग्रेस की स्थापना अंग्रेज सरकार के लिए सेफ्टीवाल्व के रूप में की गई थी कांग्रेस की स्थापना उत्तर प्रदेश के इटावा में 30 मई 1857 में क्रांतिकारियों से निपटने के लिये गठित की गई रक्षक सेना की सफलता से प्रेरित हो कर की गई थी। आजादी पूर्व इटावा के कलेक्टर रहे कांग्रेस संस्थापक एओ हयूम ने इटावा में क्रांतिकारियों से निपटने में कामयाबी मिली थी। स्थानीय रक्षक सेना से प्रेरणा लेकर 28 दिसंबर 1885 को बंबई में कांग्रेस की स्थापना अंग्रेज सरकार के लिए सेफ्टीवाल्व के रूप में की गई थी। इटावा के हजार साल पुस्तक के अनुसार इटावा के कलेक्टर एओ हयूम ने इटावा में 30 मई 1857 को राजभक्त जमीदारों की अध्यक्षता में ठाकुरों की एक स्थानीय रक्षक सेना बनाई थी। जिसका उददेश्य इटावा

कांगेस का सरकारी तंत्र दुरूपयोग, भाजपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष चुनाव प्रभावित करने हेतु

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- अरविन्द सिसोदिया भाजपा के लिए शिंदे के भगवा आतंकवाद के मुद्दे के साथ यह भी याद रखना चाहिए कि , कांगेस ने सरकारी तंत्र का दुरूपयोग भाजपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष पद के चुनाव को प्रभावित करने के लिए किया है । 22 जनवरी मंगलवार 2013 को यह तय था कि , 23 को भाजपा अपना नया अध्यक्ष नितिन गडकरी को पुनः चुन रही है , तब भारत का आयकर विभाग , भारत की दूसरी बड़ी पार्टी के अध्यक्ष पद को प्रभावित करने में जूट गया ? क्यों?? एक दो दिन बाद भी यह कार्यवाही हो सकती थी ! गडकरी भारत से भाग कर तो कहीं जा नहीं रहे थे ? इस घटना पर पार्टी की बड़ी प्रतिक्रिया होनी चाहिए थी ? ताकी आगे इस तरह का षड्यंत्र कांग्रेस न कर पाए , मगर भाजपा के बड़े नेता इस पर अपना कर्तव्य नहीं निभा पाए ? क्यों.....?  याद  रहे आज गडकरी को कोंग्रेस ने चक्रव्यूह रच कर राजनैतिक हत्या की है तो कल वे नेता भी होंगे इसी तर्ज पर शिकार जो आज चुप हैं...................! दुर्भाग्यपूर्ण यह भी रहा की भारत के मिडिया को इस दखलंदाजी पर सत्य के साथ खड़ा होना चाहिए था , मगर वह विज्ञापन के साथ खड़ा हुआ.................... 22 जनवरी 2013 मंगलवार की दो खबरें

Santoshi mata's KATHA in English - Neena Sharma

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Santoshi mata's KATHA in English - Neena Sharma (If you want in Hindi Katha.... please see after that in Roman) There was an old woman, she had seven sons. Six of them were working hard and one was lazy and not working. The old woman would make food and feed the six sons, whatever remnants were there she would serve the seventh son. The younger son was innocent and was not aware of this. One day he told his wife - "See, how much my mother loves me?" She said - "Why not, she gives you the remnants of everyone to eat." He said, "What, how can such a thing be? Till the eyes see, I cannot believe what you say. The wife laughed and said, " Will you believe once you see yourself?" After a few days there was a festival in the house. Seven types of food and laddoo [sweet dish] were prepared. To check out the truth he made an excuse of headache and went to the kitchen and laid down covering his face with a thin cloth, through which he was watching eve

कोंग्रेस को राजनैतिक षणयंत्र में सरकारी तंत्र के दुरउपयोग से रोक जाये

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- अरविन्द सिसोदिया  कोंग्रेस को  राजनैतिक षणयंत्र में सरकारी तंत्र के  दुरउपयोग से रोक जाये , गैर कोंग्रेसी दलों को गंभीरता से सोचना चाहिए  । भारतीय जनता पार्टी जिस दिन अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी को चुनने जा रही थी,ठीक उसके एक दिन पहले राजनैतिक दुर्भावना से कांग्रेस की सरकार ने आयकर विभाग से षडयंत्र के तहत गडकरी से जुडें ठिकानों पर रेड डलवाई। इस तरह के पाखण्ड में कांग्रेस को पहली बार लिप्त देखा गया। यह नैतिकता की तमाम सीमाओं से गिरा हुआ कृत्य था। इस गिरे दुष्कृत्य पर बडी राजनैतिक प्रतिक्रिया होनी चाहिये थी ताकि दुबारा कभी इस तरह का दुष्कृत्य न हो। अन्यथा यह खेल हर दल को अपमानित करने के लिये कांग्रेस सरकार बेरोकटोक जब तब करने लगेगी। इससे पूर्व में भी सी बी आई के दुरूपयोग के अनेक मामले सब के सामनें हें , लालूप्रसाद यादव , मुलायम सिंह , मायावती , चौटाला बन्धु ...सबके सब राजनैतिक कारणों से ....अटकाए और लटकाये  गएँ हें।।। ======== हम सत्ता में आए तो  आयकर अधिकारियों को बचाने सोनिया नहीं आएंगी : गडकरी जनवरी 24, 2013 नागपुर: बीजेपी अध्यक्ष की कुर्सी छोड़ने के बाद नितिन गडक

भाजपा के अब तक रहे राष्ट्रिय अध्यक्ष

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  अब तक के भाजपा अध्यक्ष  नयी दिल्लीः भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह को राष्ट्रिय अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव पर मुहर लगी.उसके बाद पार्टी द्वारा औपचारिक रूप से उन्हें अध्यक्ष चुन लिया गया. पार्टी के अब तक अध्यक्षः अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा बनने के बाद 1980 से 1986 तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा अध्यक्ष रहे. लालकृष्ण आडवाणी 1986 से 1991 तक लालकृष्ण आडवाणी भाजपा अध्यक्ष रहे. 1993 से 1998 तक एक बार फिर लाल कृष्ण आडवाणी को अध्यक्ष बने. 2004 में आडवाणी की एक बार फिर ताजपोशी हुई. वह 2006 तक रहे. उसके बाद जिन्ना प्रकरण के चलते उनको इस्तीफा देना पड़ा.  मुरली मनोहर जोशी 1991 से 1993 तक भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी अध्यक्ष रहे. इस दौरान इन्होंने भारत एकता यात्रा की. इसी दौरान बाबरी मस्जिद गिरी. कुशाभाऊ ठाकरे 1998 से 2000 तक रहे. बंगारू लक्ष्मण 2000 से 2001 तक भाजपा अध्यक्ष रहे. स्टिंग ऑपरेशन के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. जेना कृष्णमूर्ति बंगारू लक्ष्मण के हटने के बाद 2001 से 2002 तक जेना कृष्णमूर्ति रहे. वेंकैया

राजनाथ सिंह जी भाजपा के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए

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राजनाथ सिंह जी भाजपा के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए http://prabhatkhabar.com  नयी दिल्लीः वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह को भारतीय जनता पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया गया है. पार्टी के चुनाव अधिकारी थावरचंद गहलौत ने पार्टी मुख्यालय में इसकी घोषणा हुई. राजनाथ सिंह वर्ष 2013-15 के लिए निर्विरोध रूप से अध्यक्ष चुने गए हैं. इस मौके पर लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और वैंकेया नायडू के अलावा पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी भी मौजूद थे, जो भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं. राजनाथ सिंह दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद संसदीय क्षेत्र से आते हैं जहां से दिल्ली पहुंचे उनके समर्थक पार्टी मुख्यालय के बाहर गाजे-बाजे के साथ जश्न मना रहे थे. वे साल 2004 से 2009 तक भाजपा के अध्यक्ष रहे. उनकी जगह नितिन गडकरी को अध्यक्ष बनाया गया था जिन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पूरा आशीर्वाद प्राप्त था. इस मौके पर गडकरी ने दोहराया कि उन्हें भ्रष्टाचार के मामलों में फंसाया जा रहा है और ये उन्हें और पार्टी को बदनाम करने की साजिश है. राजनाथ ने अध्यक्ष बनते ही गृहमंत्री पर साधा निशाना रा

सूर्य नमस्कार : सम्पूर्ण योगासन

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सूर्य नमस्कार : सम्पूर्ण योगासन            सूर्य नमस्कार आसन समस्त योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है। यह अकेला अभ्यास ही साधक को सम्पूर्ण योग व्यायाम का लाभ पहुंचाने में समर्थ है। शरीर के लिए उपयोगी  जरुरी सारे व्यायाम इसके द्वारा हो जाते हें । इसके अभ्यास से साधक का शरीर निरोग और स्वस्थ होकर तेजस्वी हो जाता है। 'सूर्य नमस्कार' स्त्री, पुरुष, बाल, युवा तथा वृद्धों के लिए भी उपयोगी बताया गया है।           सूर्य नमस्कार में बारह मंत्र उचारे जाते हैं। प्रत्येक मंत्र में सूर्य का भिन्न नाम लिया जाता है। हर मंत्र का एक ही सरल अर्थ है- सूर्य को (मेरा) नमस्कार है। सूर्य नमस्कार के बारह स्थितियों या चरणों में इन बारह मंत्रों का उचारण जाता है। आसन        सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ प्रक्रिया है। यह अकेला अभ्यास ही साधक को सम्पूर्ण योग व्यायाम का लाभ पहुंचाने में समर्थ है। इसके अभ्यास से साधक का शरीर निरोग और स्वस्थ होकर तेजस्वी हो जाता है। 'सूर्य नमस्कार' स्त्री, पुरुष, बाल, युवा तथा वृद्धों के लिए भी उपयोगी बताया गया है। सूर्य नमस्कार का अभ्यास बारह स्थितियों म