ऑपरेशन सिंदूर Operation Sindoor
प्रधानमंत्री मोदीजी नें जो कहा वही करके दिखाया - अरविन्द सिसोदिया
भारतीय सेना नें साबित किया कि उसके सामने पाकिस्तान कुछ घंटे भी नहीं टिक सकता - सिसोदिया
कोटा 7 मई। भारतीय जनता पार्टी के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सह संयोजक एवं राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्यासी अरविन्द सिसोदिया भारतीय सेना को आपरेशन सिंदूर को सफलतापूर्वक अंजाम देनें पर बधाई देते हुये कहा " भारतीय सेना नें पाकिस्तान के 100 किलोमीटर अंदर तक घुस कर मारा है और वह भी कुछ मिनिटों में, यह भारत की सेना की क्षमता और साहस का सबूत है। भारत,पाकिस्तान का बाप था, है और हमेशा रहेगा। "
उन्होंने कहा कि " भारतीय सेना न केवल साहसी है बल्कि अत्याधुनिक शस्त्र प्रणाली से भी सुसज्जित है। पाकिस्तान भारत से युद्ध में कुछ घंटे भी नहीं टिक सकता यह, सिंदूर आपरेशन मात्र कुछ मिंटों में सफलतापूर्वक करके के भारतीय सेना नें सिद्ध कर दिया है।"
भाजपा नेता कें कहा कि " भारत कि सेना नें आपरेशन सिंदूर के द्वारा न केवल पहलगाम हमले में उजाड़े गये सिंदूरों का बदला लिया, बल्कि उसके साबित कर दिया कि पाकिस्तान को वह किसी भी कोने में घुस कर वह मार सकती है। "
सिसोदिया नें कहा कि " भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी नें आतंकवाद की हर घटना का मुंहतोड़ जबाब दिया है। मोदीजी नें आतंकवाद को हमेशा सबक सिखाया है। चाहे उनका गुजरात में मुख्यमंत्री के रुप में रहा कार्यकाल हो अथवा प्रधानमंत्री के तौर पर चल रहा कार्यकाल हो। मोदीजी नें विदेशी शत्रुओं से प्रेरित सभी षड्यंन्त्रों को परास्त किया है। "
सिसोदिया नें कहा कि " पहलगाम की घटना के बाद प्रधानमंत्री मोदीजी नें जो संकल्प व्यक्त किया था, वह पूरा कर दिखाया है। पहलगाम का बदला, पाकिस्तान के घर में घुस करके ले लिया है ।"
भवदीय
अरविन्द सिसोदिया
9414180151
1- बावलपुर: अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 100 किलोमीटर दूर बावलपुर में एयर स्ट्राइक की गई है। यहां पर जैश-ए-मेहम्मद का मुख्यालय था, जिसे भारतीय सेना ने ध्वस्त कर दिया।
2- मुरीदके: अंतरराष्ट्रीय सीमा से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का शिविर था।
3- गुलपुर: ये आतंकी ठिकाना LOC (पुंछ-रजौरी) से 35 किलोमीटर दूर स्थित है।
4- लश्कर कैंप सवाई: पीओके तंगधार सेक्टर के अंदर 30 किलोमीटर की दूरी पर ये आतंकी ठिकाना स्थित था।
5- बिलाल कैंप: जैश-ए-मोहम्मद के इस लॉन्चपैड से आतंकवादियों को सीमा पार भेजने का काम किया जाता था।
6- कोटली: ये लश्कर का शिविर है जो एलओसी से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।ॉ
7- बरनाला कैंप: ये आतंकी ठिकाना LOC से 10 किलोमीटर दूर स्थित है।
8- सरजाल कैंप: सांबा-कठुआ के सामने अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से 8 किमी दूर स्थित जैश-ए-मोहम्मद का प्रशिक्षण केंद्र है।
9- मेहमूना कैंप: ये हिजबुल मुजाहिदीव का प्रशिक्षण शिविर था और इंटरनेशनल बॉर्डर से 15 किमी दूर स्थित था।
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India Air Strike on PakistanOperation Sindoor
Opration Sindoor
ऑपरेशन सिंदूर
फूट-फूटकर रोया मसूद अजहर
India Air Strike Pakistan
Operation Sindoor Briefing
पाकिस्तान के 100 किमी अंदर तक सिंदूर का प्रहार, 25 मिनट में नौ आतंकी ठिकाने ध्वस्त
07 May 2025
सार
Indian Army Press Conference on Operation Sindoor Live Updates : भारत ने पाकिस्तान और पीओके के अंदर आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। इसमें आतंकी सरगना हाफिज सईद और मसूद अजहर के ठिकाने शामिल हैं। भारत ने मुजफ्फराबाद, बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, कोटली और मुजफ्फराबाद में आतंक के ठिकानों को निशाना बनाया। देश की तीनों सेनाओं ने मिलकर इस मिशन को अंजाम दिया।
विस्तार
सरकार और सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सशस्त्र बलों की स्ट्राइक 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने के लिए कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूद थीं। इस दौरान बताया गया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' रात एक बजकर पांच मिनट और एक बजकर 30 मिनट के बीच चलाया गया। इस दौरान आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। सेना ने पाकिस्तान के 100 किलोमीटर अंदर मिसाइल हमले किए और नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। भारत की स्ट्राइक की जद में पीओके में पांच और पाकिस्तान में चार आतंकी ठिकाने आए।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए पीओके के आतंकी शिविरों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, 'मुजफ्फराबाद में शवाई नाला कैंप लश्कर-ए-तैयबा का कैंप है। 20 अक्तूबर, 2024 को सोनमर्ग, 24 अक्तूबर, 2024 को गुलमर्ग और 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को यहीं प्रशिक्षित किया गया था।' उन्होंने मुजफ्फराबाद में सैयदना बिलाल कैंप पर स्ट्राइक की भी जानकारी दी, यह जैश-ए-मोहम्मद का कैंप है, जो हथियार, विस्फोटक और प्रशिक्षण केंद्र के रूप में काम करता है। इसके साथ ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) से 30 किलोमीटर दूर कोटली में गुलपुर कैंप को भी टारगेट किया गया। यह 20 अप्रैल, 2023 को पुंछ हमले और 9 जून, 2024 को तीर्थयात्रा बस हमले से जुड़े लश्कर आतंकियों का ठिकाना था। इसके अलावा भिमबेर में बरनाला कैंप को भी ध्वस्त किया गया, यह हथियारों और आईईडी की सप्लाई का केंद्र और ट्रेनिंग सेंटर था। ऐसे ही एलओसी से 13 किमी दूर एक अन्य कोटली कैंप में 15 आतंकवादियों की क्षमता वाले लश्कर के फिदायीन को प्रशिक्षित किया जाता था। इसे भी ध्वस्त किया गया।
'लक्ष्यों का चयन विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं के आधार पर हुआ'
इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में संसद हमले, मुंबई हमले, पुलवामा हमले और पहलगाम हमले के दृश्य दिखाए गए। सबसे पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इसके बाद कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की पूरी जानकारी साझा की। उन्होंने बतायास कि ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के शिकार नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए किया गया। नौ ठिकानों की पहचान कर उन्हें बर्बाद किया गया। इन ठिकानों में आतंकियों को प्रशिक्षित किया जाता था। ये आतंकियों के लॉन्च पैड थे। ऑपरेशन सिंदूर के लिए इन लक्ष्यों का चयन विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं के आधार पर हुआ। इसमें यह ध्यान रखा गया कि रिहाइशी इलाकों और आम नागरिकों को नुकसान न पहुंचे।
'भारत ने आतंकी हमलों को रोकने के अपने अधिकार का प्रयोग किया'
इससे पहले विक्रम मिस्री ने कहा, '22 अप्रैल 2025 को लश्कर-ए-तैयबा से पाकिस्तान से प्रशिक्षित आतंकियों ने कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर बर्बरतापूर्ण हमला किया। 25 भारतीयों और एक विदेशी नागरिक को कायरतापूर्ण तरीके से मार दिया गया। यह मुंबई हमले के बाद आतंकी हमलों में आम नागरिकों के मारे जाने की सबसे गंभीर घटना रही। इस हमले में वहां मौजूद लोगों को करीब से और उनके परिवार के सामने सिर पर गोली मारी गई। परिवार के सदस्यों को जानबूझकर आघात पहुंचाया गया। यह नसीहत भी दी गई कि वे हमले का संदेश पहुंचाएं। यह जम्मू-कश्मीर में बहाल हो रही सामान्य स्थिति को बाधित करने के लिए हुआ। इस हमले का उद्देश्य पर्यटन को प्रतिकूल रूप से नुकसान पहुंचाना था। पिछले साल यहां पौने करोड़ पर्यटक आए थे। आतंकियों का यह मकसद था कि इस इलाके को पिछड़ा रखा जाए। हमले का यह तरीका जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों में साम्प्रदायिक दंगे भड़काने के उद्देश्य से भी था। हमने प्रयासों को विफल कर दिया। एक समूह ने खुद को रजिस्टेंस फ्रंट कहते हुए हमले की जिम्मेदारी ली है। यह प्रतिबंधित समूह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र के समक्ष रिपोर्ट में इस संगठन के बारे में इनपुट दिए थे। इससे पाकिस्तान के आतंकी समूहों के मुखौटे के रूप में टीआरएफ की भूमिका सामने आई थी।'
'पहलगाम हमला आतंकवाद को अंजाम देने के पाकिस्तान के लंबे ट्रैक रिकॉर्ड से जुड़ा' उन्होंने आगे कहा, 'पहलगाम हमला भारत में सीमा पार आतंकवाद को अंजाम देने के पाकिस्तान के लंबे ट्रैक रिकॉर्ड से जुड़ा है। पाकिस्तान दुनियाभर में आतंकियों की शरणस्थली के रूप में पहचान बना चुका है। वहां आतंकी सजा पाने से बचे रहते हैं। साजिद मीर को पाकिस्तान ने मृत घोषित कर दिया था, अंतरराष्ट्रीय दबाव में वह जीवित पाया गया, इससे स्पष्ट उदाहरण मिलता है। पहलगाम हमले के बाद भारत के सभी राज्यों में आक्रोश देखा गया। यह आवश्यक समझा गया कि हमले के आरोपियों और योजनाकारों को न्याय के कटघरे में लाया जाए। पाकिस्तान ने कार्रवाई करने के लिए कोई स्पष्ट कदम नहीं उठाया। भारत के विरूद्ध आगे भी हमले होने का खतरा है, इसलिए इससे निपटना आवश्यक समझा गया।'
'भारत ने सीमा पार हमलों को रोकने और उनका प्रतिरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया'
विदेश सचिव ने कहा कि आज सुबह भारत ने सीमा पार हमलों को रोकने और उनका प्रतिरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया। यह कार्रवाई नपी-तुली और बिना उकसावे वाली रही। यह भारत भेजे जाने वाले आतंकियों को अक्षम बनाने पर केंद्रित है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रेस वक्तव्य जारी कर आतंक के प्रायोजितों को न्याय के कटघरे में लाने पर जोर दिया गया था। भारत की कार्रवाई को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
जिसके अंतर्गत भारत ने पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर की एयरस्ट्राइक
7 May 2025,
Operation Sindoor:
22 अप्रैल 2025 को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। ऑपरेशन सिंदूर इसी आतंकी हमले का जवाब है। पाकिस्तान पर इस एयर स्ट्राइक के बाद भारत के रक्षा मंत्रालय की तरफ से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई। जिसमें यह साफ किया गया कि ऑपरेशन सिंदूर केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया गया है।
भारतीय सेना ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में मंगलवार देर रात पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा की गई इसी कार्यवाही को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच टेंशन और बढ़ गई है। भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में यह हमले किए।
Operation Sindoor by Indian Army
आपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला किया है.
ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। ऑपरेशन सिंदूर इसी आतंकी हमले का जवाब है। पाकिस्तान पर इस एयर स्ट्राइक के बाद भारत के रक्षा मंत्रालय की तरफ से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई। जिसमें यह साफ किया गया कि ऑपरेशन सिंदूर केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया गया है। इसका उद्देश्य पाकिस्तान के साथ युद्ध को बढ़ावा देना नहीं है।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य
भारत के रक्षा मंत्रालय ने यह साफ कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद उन आतंकी ढांचों को नष्ट करना था, जहां से भारत के खिलाफ हमलों की योजना बनाई और संचालित की जा रही थी। यह कार्यवाही केवल आतंकवाद के खिलाफ है ना की पाकिस्तानी सेना के खिलाफ।
भारत के ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य
भारतीय वायु सेवा के द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में उन 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जहां लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के लॉन्च पैड थे। इनमें कोटली, बहावलपुर, मुजफ्फराबाद और पंजाब प्रांत की कुछ लोकेशन शामिल हैं।
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तानी सेना को नहीं बनाया निशाना
भारतीय सेना के द्वारा यह हमला 7 मई 2025 को करीब 1:30 AM पर किया गया। इस हमले में भारतीय वायु सेवा ने सटीक मिसाइलों का इस्तेमाल किया। रिपोर्ट के अनुसार ऐसा कहा जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत 24 मिसाइल दागी गई। जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर को भी निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन सिंदूर का मकसद पाकिस्तान सेना को निशाना बनाना नहीं था। भारत सरकार ने यह साफ किया है कि यह केवल आतंकवादी विरोध है ना की युद्ध को बढ़ावा देना।
भारत की इस एयर स्ट्राइक के बाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 'भारत माता की जय' लिखा। इसके अलावा भारतीय सेना ने ऑपरेशन के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर न्याय हो गया लिखा।
ऑपरेशन सिंदूर पर पाकिस्तान का रिएक्शन....
भारत और पाकिस्तान के तनाव के बीच हुए ऑपरेशन सिंदूर की पाकिस्तान ने निंदा की है। इसके बाद लाहौर और सियालकोट हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं लाहौर में इमरजेंसी की घोषणा भी हो गई है। हालांकि पाकिस्तानी सैन्य प्रवक्ता का कहना है कि जवाबी कार्यवाही की तैयारी चल रही है।
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इससे पहले....
पहलगाम हमले के बाद भारत सख्त, पाकिस्तान का X अकाउंट ब्लॉक, अटारी बॉर्डर सील, पाक नागरिकों को 1 मई तक का अल्टीमेटम
पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों को 1 करोड़ की मदद देगा NSE, CEO आशीष चौहान ने किया ऐलान
Indus Waters Treaty क्या है? पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान पर वाटर स्ट्राइक
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The Reaction Of Foreign Minister S Jaishankar On Operation Sindoor
ऑपरेशन सिंदूर: एस जयशंकर के कहे 8 शब्द पढ़ लें,
आतंक के आकाओं को समझ में आ जाएगा अपना हश्र
Operation Sindoor: भारत ने पाकिस्तान से पहलगाम का बदला ले लिया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' में पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकाने तबाह किए गए। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन पर नजर रखी। सेना ने बताया कि हमले सटीक थे और आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया।
7 May 2025, 9:23 am
नई दिल्ली: ठीक 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान से पहलगाम हमले का बदला ले लिया। पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इस एयर स्ट्राइक को 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम दिया गया है। भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 'एक्स' पर लिखा, 'विश्व को आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस दिखाना चाहिए।'
operation sindoor
ऑपरेशन सिंदूर पर भारतीय सेना सुबह 10 बजे ब्रीफिंग करेगी। इस पूरे ऑपरेशन पर भारत के प्रधानमंत्री नजर बनाए हुए हैं। हमले के लिए जिम्मेदार समूहों से जुड़े आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाकर यह ऑपरेशन सटीकता के साथ किया गया। भारत सरकार ने पुष्टि की है कि सभी 9 ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमला किया गया, जिससे पाकिस्तान में कोई भी नागरिक या सैन्य ढांचा प्रभावित नहीं हुआ। यह हमला 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत की कार्रवाई का हिस्सा था, जिसमें जम्मू-कश्मीर में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई थी।
पीएम मोदी ने बारीक नजर बनाई रखी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रात भर ऑपरेशन की प्रगति पर बारीकी से नजर रखी। सूत्रों ने पुष्टि की कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और सैन्य कमांडरों के साथ लगातार संपर्क में थे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अभियान योजना के अनुसार आगे बढ़े। भारतीय सेना के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि हमले केंद्रित, नपे-तुले और उकसावे के नहीं थे। लक्ष्य, जिन्हें ज्ञात आतंकी शिविर और बुनियादी ढांचे के रूप में पहचाना गया था, पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित थे।
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ऑपरेशन सिंदूर: 1971 के युद्ध के बाद पहली बार तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान को ठोका, आतंकी अड्डे किए तबाह
Operation Sindoor:
भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल से हमले किए। यह कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई। सेना ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को निशाना बनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऑपरेशन पर नजर रखी। एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिका को इस कार्रवाई की जानकारी दी।
नई दिल्ली: पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले के दो हफ्ते बाद, भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना ने मिलकर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल से हमले किए। यह 1971 के युद्ध के बाद पहली बार है जब तीनों सेनाओं को पाकिस्तान के खिलाफ एक साथ इस्तेमाल किया गया। सेना ने इस ऑपरेशन को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया।
operation sindoor
बुधवार की सुबह 1:44 बजे यह कार्रवाई की गई। इस ऑपरेशन में भारत पर आतंकी हमलों की योजना बनाने और निर्देश देने वाले आतंकी अड्डों को निशाना बनाया गया। सेना ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऑपरेशन पर रात भर नजर रखी। NSA अजीत डोभाल ने अमेरिकी NSA और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें इस कार्रवाई की जानकारी दी।
सेना के सूत्रों के अनुसार, हमलों में भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया गया। सेना ने कामिकेज ड्रोन का भी इस्तेमाल किया। ये ड्रोन अपने लक्ष्य से टकराकर धमाका करते हैं, इन्हें 'लोइटरिंग एम्युनिशन' भी कहा जाता है। सेना ने कहा कि उन्होंने 9 जगहों को निशाना बनाया। उन्होंने यह भी कहा कि 'किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया है'। सेना ने कहा कि 'भारत ने लक्ष्यों को चुनने और उन्हें अंजाम देने में काफी संयम बरता है।'
सूत्रों के अनुसार, जिन 9 जगहों को निशाना बनाया गया, उनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल हैं। यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था। उस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने की कसम खाई थी।
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