भजनलाल शर्मा सरकार के बजट ने, राजस्थान में नए प्राण फूँके - अरविन्द सिसोदिया
विधानसभा चुनाव जीतने के लिये राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नें राजस्थान की जनता पर अपार कर्ज लाद दिया, यह एक प्रकार से आपराधिक कृत्य था। मतप्राप्त करने के लिये प्रलोभन पर प्रलोभन देना भी अनुचित था। कोई मुख्यमंत्री पुनः चुनाव जीतने के लिये प्रदेश की जनता पर आर्थिक भार, वह भी हजारों करोड़ रूपये कैसे लाद सकता है ? गहलोत सरकार नें राजस्थान को कर्ज में डुबोनेँ की सभी हदें पार कर एक अनोखा उदाहरण प्रस्तुत किया।यह पाप राजस्थान में हुआ ! गहलोत राजस्थान की वह आर्थिक बदहाली करके गये कि आने वाले दस मुख्यमंत्री सरकारी खजाने को देख कर सर पकड़ कर रोयें! यह राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार का साहस समझे या केंद्र की प्रधानमंत्री मोदीजी की सरकार का भरोषा समझे कि राजस्थान भाजपा सरकार नें एक ऐतिहासिक बजट प्रस्तुत कर राजस्थान के सार्वेभौमिक विकास की मज़बूत नींव रखी। सबसे चुनौतीपूर्ण था गहलोत सरकार की राहत योजनाओं को जारी रखना और कर्मचारियों का वेतन भुगतान करना, जिसमें भाजपा की भजनलाल शर्मा सरकार सफल रही है। इस प्रकार से भजनलाल शर्मा सरकार नें पहली अग्निपरीक्षा पार करली है। भजनलाल ...