यूपीए की अल्पमत सरकार को बचाने के लिए सांसदों को खरीदा गया -आडवाणी
जोधपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की जनचेतना यात्रा का आगाज राजस्थान में बुधवार को मारवाड़ आंचल के केन्द्र जोधपुर से हुआ। इस अवसर पर हुई जनसभा में आडवाणी व प्रतिपक्ष की नेता वसुन्धरा राजे से लेकर अनेक भाजपा नेताओं ने कांग्रेस की आलोचना की और जन भावना जताई कि महंगाई, भ्रष्टाचार व कालेधन जैसे मुद्दों पर अब जनता कांग्रेस से त्रस्त है और परिवर्तन चाहती है। यहां गांधी मैदान में हुई आम सभा में आडवाणी ने जहां प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह व कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी को ललकारते हुए कालेधन पर श्वेतपत्र जारी करने की मांग की।
जोधपुर व बाद में जैतारण, ब्यावर व अजमेर में सभाओं में आडवाणी ने कहा कि संसद के आगामी सत्र में सरकार ने काले धन पर श्वेत पत्र जारी नहीं किया तो जनता परिवर्तन करने में देर नहीं लगाएगी। उन्होंने सांसद खरीद फरोख्त काण्ड का जिक्र करते कहा कि कांग्रेस ने पूरे लोकतंत्र को कलूषित किया है।
पूर्व उप प्रधानमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने बुधवार को गांधी मैदान से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है तो दोनों देश की जनता को सच बताएं कि 2008 में यूपीए की अल्पमत सरकार को बचाने के लिए कैसे व कितने करोड़ रु. में सांसदों को खरीदा गया।आडवाणी राजस्थान में जनचेतना यात्रा की शुरुआत के अवसर पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह देश को कलुषित करने वाला कांड था। इस अपराध के लिए देश उनको माफ नहीं कर सकता।
आडवाणी ने दोनों को चुनौती देते हुए कहा, ‘वे जानते हैं कि यह कैसे किया, लेकिन दोनों ने चुप्पी साध ली। यह तो भाजपा के तीन सांसद थे, जिन्होंने सारी दुनिया के सामने टेलीविजन पर दिखाया कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में यह क्या हो रहा है।
राष्ट्रपति ने सोनिया व मनमोहन सिंह से कह दिया था कि बहुमत प्रमाणित किए बिना आगे सरकार नहीं चल सकती। इसके बाद तारीख तय हो गई कि किस दिन बहुमत का प्रस्ताव रखा जाएगा। फिर कांग्रेस सक्रिय हो गई।’ आडवाणी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के लोगों व कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा गया कि विपक्ष के सांसद जितने पैसों में खरीदे जा सकते हैं, उन्हें दो, चार, पांच या दस करोड़ रुपए देकर खरीदो।
भ्रष्टाचार में घिरे कांग्रेस के सभी मंत्रियों को दंडित नहीं किया जाएगा तब तक देशवासियों को संतुष्टि नहीं मिलेगी। कालाधन देश में वापस आएगा तो भारत के सभी गांवों का विकास होगा।
सभा को प्रतिपक्ष की नेता वसुन्धरा राजे . प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी, पूर्व वित्त मंत्री जसवंत सिंह जसोल, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार सहित कई अन्य पदाघिकारियों ने संबोघित किया।
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