कांग्रेस के गले की फांस बन सकता है 90 करोड़ का ऋण : अरुण जेटली
कांग्रेस के गले की फांस बन सकता है 90 करोड़ का ऋण : अरुण जेटली
पंजाब केसरी का समाचार
Date: 2012-11-02
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शिमला : एसोसिएटड जनरल प्रकाशन समूह को कांग्रेस पार्टी द्वारा कथित रूप से 90 करोड़ रुपए का ऋण दिए जाने की बात सामने आने पर एक ओर कांग्रेस पार्टी द्वारा राजनीतिक पार्टी के रूप में अपने पंजीकरण संबंधी नियमों का उल्लंघन किए जाने का मामला बन गया है, वहीं दूसरी ओर आयकर में छूट लेकर कांगे्रस पार्टी को चंदा देने वाले लोगों और संस्थाओं के लिए यह अपने आप में एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है। यह बात शुक्रवार को पीटरहाफ होटल में आयोजित अपने एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा के राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कही।
भाजपा नेता ने गत दिवस जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी द्वारा कांग्रेस के शीर्ष नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर लगाए आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हीं आरोपों से जुड़े एक अन्य चौंकाने वाले मामले में कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी द्वारा एसोसिएटड जनरल प्रकाशन समूह को 90 करोड़ रुपए की राशि का ऋण दिए जाने का उल्लेख किया गया है। जेतली ने कहा कि यदि ऋण दिए जाने वाली बात तथ्यों पर आधारित है तो कांग्रेस पार्टी तथा उसे चंदा देने वाले लोगों के लिए इसे आने वाली एक नई मुसीबत का नाम दिया जा सकता है। उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।
उनका कहना था कि वर्तमान नियमों के अंतर्गत कोई भी राजनीतिक दल किसी व्यावसायिक कार्य में पूंजी निवेश नहीं कर सकता है क्योंकि राजनीतिक पार्टी अपने धन को केवल राजनीतिक कार्य पर ही खर्च कर सकती है। कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह पर लगाए गए आरोपों के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वीरभद्र सिंह अभी तक खुद पर लगे आरोपों के बारे में एक भी स्पष्टीकरण नहीं दे
पाए हैं।
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