लोकसभा चुनाव की तारीखें घोषित


लोकसभा चुनाव की तारीखें घोषित

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लोकसभा चुनाव: आओ राजनीति करें, मारो वोट की चोट

नई दिल्ली, लाइव हिन्दुस्तान टीम/विशेष संवाददाता

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मतदान की तारीखें तय करते ही बुधवार को चुनाव आयोग ने देश की जनता को वोट का अस्त्र थमा दिया है। अब फैसला जनता को करना है कि वे किधर वोट की चोट मारेंगे।


मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने बताया कि आम चुनाव 7 अप्रैल से शुरू होकर 12 मई तक नौ चरणों में होंगे। 16 मई को मतगणना के बाद सभी 543 सीटों के नतीजे घोषित किए जाएंगे।
सभी राजनीतिक पार्टियों और सरकारों के लिए आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। संपत ने कहा कि आचार संहिता किसी भी अधिकारी को ऐसे कदम उठाने से प्रतिबंधित करती है जिससे सत्ताधारी पार्टी को फायदा होता हो। इन चुनावों के साथ ही आंध्र प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव भी होंगे। आठ राज्यों में विधानसभा की 23 सीटों पर उपचुनाव भी साथ ही होंगे।
संपत ने यह स्पष्ट करने का भरसक प्रयास किया कि यह नौ चरण का मतदान नहीं है, बल्कि मतदान नौ दिन होना है और पूरी चुनावी प्रक्रिया 72 दिनों में पूरी हो जायेगी, जो पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले तीन दिन कम है। उन्होंने बताया कि पहले मतदान के दिन सात अप्रैल को दो राज्यों असम और त्रिपुरा में छह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डाले जायेंगे, जबकि दूसरे मतदान के दिन 9 अप्रैल को पूर्वोत्तर के पांच राज्यों अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम और नगालैंड में सात निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा।
   
तीसरे मतदान के दिन 10 अप्रैल को 14 राज्यों में लोकसभा के 92 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट पड़ेंगे, जबकि चौथे मतदान के दिन 12 अप्रैल को तीन राज्यों असम, सिक्किम और त्रिपुरा में पांच सीटों के लिए मतदान होगा।
   
लोकसभा की सबसे ज्यादा 122 सीटों के लिए 13 राज्यों में मतदान के पांचवें दिन 17 अप्रैल को वोट पड़ेंगे, जबकि मतदान के छठे दिन 24 अप्रैल को 12 राज्यों में 117 सीटों के लिए वोट डाले जायेंगे।
   
मतदान के सातवें दिन 30 अपैल को नौ राज्यों में फैले 89 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होगा, जबकि आठवें मतदान दिवस 7 मई को 7 राज्यों में 64 निर्वाचन क्षेत्रों और नौंवे एवं अंतिम मतदान दिवस 12 मई को तीन राज्यों में 41 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डाले जायेंगे। आंध्र प्रदेश में, जहां 42 लोकसभा सीटें हैं, 30 और 7 अप्रैल को चुनाव होंगे। वहां लोकसभा सीटों के साथ ही उस क्षेत्र में आने वाली संबंधित विधानसभा सीटों के लिए भी उसी दिन वोट डाले जायेंगे।
   
आंध्र प्रदेश में 30 अप्रैल को 17 लोकसभा और तेलंगाना क्षेत्र की 119 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होंगे। 7 मई को 25 लोकसभा और सीमांध्र क्षेत्र की 175 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होंगे। अरुणाचल प्रदेश में एक ही दिन 9 अप्रैल को वहां की दो लोकसभा सीट के लिए चुनाव होगा। 14 लोकसभा सीट वाले असम में 7, 12 और 24 अप्रैल को तीन दिन चुनाव होंगे।
   
लोकसभा की 40 सीटों का प्रतिनिधित्व करने वाले बिहार में 6 दिन यानी 10, 17, 24, 30 अप्रैल और 7 तथा 12 मई को मतदान होंगे। नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ से 11 लोकसभा सदस्यों को चुनने के लिए तीन दिन 10, 17 और 24 अप्रैल को चुनाव कराना तय पाया गया है। 2 लोकसभा सीटों का प्रतिनिधित्व करने वाले गोवा में एक ही दिन 17 अप्रैल को चुनाव कराने का निर्णय हुआ है।
   
मध्य प्रदेश में 29 सीटों और महाराष्ट्र में 48 सीटों के लिए तीन दिन 10, 17 और 24 अप्रैल को मतदान होगा। जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की छह सीटें हैं, वहां पांच दिन यानी 10, 17, 24, 30 अप्रैल और 7 मई को मतदान होगा, जबकि झारखंड में लोकसभा की कुल 14 सीटों के लिए तीन दिन 10, 17 और 24 अप्रैल को मतदान होगा।
   
गुजरात में 26 सीटों, हरियाणा में 10 सीटों और हिमाचल प्रदेश में चार सीटों के लिए एक दिन में मतदान कराए जाएंगे। गुजरात में 30 अप्रैल को हरियाणा में 10 अप्रैल को और हिमाचल में 7 मई को वोट पड़ेंगे। केरल में 20 सीटों और कर्नाटक में 28 सीटों के लिए भी एक ही दिन क्रमश: 10 और 17 अप्रेल को वोट डाले जायेंगे।
   
मणिपुर में दो सीटों के लिए 9 और 17 अप्रैल को, जबकि पड़ोसी राज्य मेघालय की दो सीटों, मिजोरम की एक सीट और नगालैंड की एक सीट के लिए एक दिन 9 अप्रैल को मतदान होगा। उड़ीसा से लोकसभा की 21 सीटें हैं। यहां दो दिन मतदान होगा। दस अप्रैल को 10 सीटों और 17 अप्रैल को 11 सीटों के लिए मतदान होगा। इन्हीं दोनों दिन उड़ीसा विधानसभा की क्रमश: 70 और 77 सीटों के लिए भी वोट डाले जायेंगे।
   
पंजाब में एक दिन 30 अप्रैल को लोकसभा की 13 सीटों के लिए मतदान होगा, जबकि तमिलनाडु में 39 सीटों और पुडुचेरी में एक सीट के लिए 24 अप्रेल को तथा उत्तराखंड में पांच सीटों के लिए सात मई को चुनाव होगा। राजस्थान से लोकसभा की 25 सीटों के लिए दो दिन मतदान होगा, पहले दिन 17 अप्रैल को 20 सीट के लिए तथा दूसरे दिन 24 अप्रैल को पांच सीट के लिए मतदान होगा।
   
सिक्किम में लोकसभा की एक सीट और विधानसभा की 32 सीटों के लिए एक दिन 12 अप्रैल को चुनाव होगा। दो लोकसभा सीटों का प्रतिनिधित्व करने वाले त्रिपुरा में दो दिन 7 और 12 अप्रैल को मतदान होगा, जबकि सबसे अधिक 80 सीटों का प्रतिनिधित्व करने वाले उत्तर प्रदेश में 6 दिन 10, 17, 24, 30 अप्रैल और 7 तथा 12 मई को चुनाव होंगे।
   
पश्चिम बंगाल के मतदाता अपने 42 सांसदों का चुनाव 17, 24, 30 अप्रैल और 7 तथा 12 मई को करेंगे। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों के लिए एक दिन 10 अप्रैल को चुनाव होगा। अंड़मान निकोबार द्वीप, चंडीगढ़ और लक्षद्वीप जैसे केन्द्र शासित क्षेत्र अपना एक-एक लोकसभा प्रतिनिधि चुनने के लिए 10 अप्रैल को मताधिकार का प्रयोग करेंगे। दादरा नागर हवेली और दमन एवं दीव अपना अपना अकेला लोकसभा प्रतिनिधि 30 अप्रैल को चुनेंगे।
   
एक जनवरी 2014 को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची के अनुसार देश में 2009 में 71.3 करोड़ की बनिस्बत इस बार 81.45 करोड़ मतदाता हैं। यानी इस बार पिछले आम चुनाव के मुकाबले 10 करोड़ अधिक मतदाता होंगे। इनमें 18 से 19 वर्ष आयु वर्ग के 2.3 करोड़ नए मतदाता हैं।
   
मुख्य चुनाव आयुक्त ने राजनीतिक दलों और मतदाताओं से अपील की है कि वे चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक बहस में देश की उच्च लोकतांत्रिक परंपराओं को बनाए रखें। संपत ने स्वतंत्र, निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनाव कराने की प्रतिबद्धता जताते हुए बताया कि चुनाव के पावन कर्तव्य को निभाने के लिए 1.1 करोड़ निर्वाचन अधिकारी समर्पित रहेंगे।
   
लोकसभा चुनाव के साथ ही बिहार की 2, गुजरात की 7, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और मिजोरम की एक एक, उत्तर प्रदेश की 4 और पश्चिम बंगाल की 6 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव भी कराये जायेंगे।
   
आयोग ने उन वोटरों को अपने नाम जुड़वाने के लिए एक मौका देने की अनुमति दी है, जिनके नाम किसी वजह से मतदाता सूची से हट गये हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने 9 मार्च को इस उद्देश्य से 9.30 लाख मतदान केन्द्रों पर विशेष शिविर लगाने का निर्देश दिया है।
   
चुनाव आयोग लोकसभा चुनावों के लिए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल करेगा और मतदान के दौरान 17 लाख ईवीएम लगायी जाएंगी। आयोग ने उम्मीदवारों द्वारा हलफनामे की वैकल्पिक ई-फाइल की व्यवस्था शुरू की है ताकि सुनिश्चित हो सके कि कोई चूक न होने पाये। उम्मीदवार को नामांकन पत्र दाखिल करते समय हलफनामे की हार्ड कापी दाखिल करनी होगी।
   
आगामी चुनाव में बड़े राज्यों के संसदीय क्षेत्रों के उम्मीदवार अपने चुनाव प्रचार पर 70 लाख रुपये तक खर्च कर सकेंगे। 2011 में यह रकम 40 लाख रुपये थी। लोकसभा चुनावों में पहली बार उपरोक्त में से कोई नहीं (नोटा) का विकल्प शुरू किया जा रहा है। वोटरों को यह विकल्प उपलब्ध होगा।
   
चुनाव सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सुरक्षाबलों सहित 1.1 करोड़ चुनावकर्मी तैनात किये जाएंगे। चुनाव ड्यूटी में लगाये जाने वाले स्टाफ का डाटाबेस तैयार कर लिया गया है।
चुनाव आयोग द्वारा बुधवार को जारी सूचना के मुताबिक, सात अप्रैल को होने वाले पहले चरण के मतदान की नामांकन की अंतिम तिथि 21 मार्च और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 24 मार्च 2014 है। नौ अप्रैल को होने वाले मतदान के दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 22 मार्च और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 26 मार्च 2014 है।
तीसरे चरण में मतदान 10 अप्रैल को होगा। इसकी नामांकन प्रक्रिया को दो भागों में बांटा गया है। पहले भाग के नामांकन की अंतिम तिथि 22 मार्च और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 26 मार्च 2014 है। दूसरे भाग के नामांकन की अंतिम तिथि 20 मार्च और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 24 मार्च 2014 है।
चौथे चरण का मतदान 12 अप्रैल को होगा, जिसके नामांकन की अंतिम तिथि 26 मार्च और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 29 मार्च 2014 है। पांचवे चरण में 17 अप्रैल को होने वाले मतदान के नामांकन की अंतिम तिथि 26 मार्च और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 29 मार्च 2014 है।
छठे चरण का मतदान 24 अप्रैल को होगा, इसके नामांकन की अंतिम तिथि पांच अप्रैल और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि नौ अप्रैल है। सातवें चरण में 30 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए नामांकन की अंतिम तिथि नौ अप्रैल और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 12 अप्रैल है।
आठवें चरण में सात मई को होने वाले मतदान के नामांकन की अंतिम तिथि 19 अप्रैल और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 23 अप्रैल 2014 है। नौवें और अंतिम चरण का मतदान 12 मई को होगा, इसके नामांकन की अंतिम तिथि 24 अप्रैल और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 28 अप्रैल निर्धारित की गई है।
जानिए चुनाव की तारीखें
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अरुणाचल प्रदेश - 9 अप्रैल
आंध्र प्रदेश - 30 अप्रैल, 7 मई
असम - 7, 12 और 24 अप्रैल
बिहार - 10, 17, 24, 30 अप्रैल, 7 मई, 12 मई
छत्तीसगढ़ - 10, 17, 24 अप्रैल
गोवा - 17 अप्रैल
गुजरात - 30 अप्रैल
हरियाणा - 10 अप्रैल
हिमाचल प्रदेश - 7 मई
जम्मू कश्मीर - 10, 17, 24, 30 अप्रैल, 7 मई
झारखंड - 10, 17, 24 अप्रैल
कर्नाटक - 17 अप्रैल
केरल - 10 अप्रैल
मध्य प्रदेश - 10, 17, 24 अप्रैल
महाराष्ट्र - 10, 17, 24 अप्रैल
मणिपुर - 9, 17 अप्रैल
मेघालय - 9 अप्रैल
मिजोरम - 9 अप्रैल
नागालैंड - 9 अप्रैल
ओडिशा - 10, 17 अप्रैल
पंजाब - 30 अप्रैल
राजस्थान - 17, 24 अप्रैल
सिक्किम - 12 अप्रैल
तमिलनाडु - 24 अप्रैल
त्रिपुरा - 7, 12 अप्रैल
उत्तर प्रदेश - 10, 17, 24, 30 अप्रैल, 7, 12 मई
उत्तराखंड - 7 मई
पश्चिम बंगाल - 17, 24, 30 अप्रैल, 7, 12 मई
अंडमान निकोबा र- 10 अप्रैल
पंजाब - 10 अप्रैल
दादरा नगर हवेली - 30 अप्रैल
दमन दीव - 30 अप्रैल
लक्षद्वीप - 10 अप्रैल
दिल्ली - 10 अप्रैल
पुदुच्चेरी - 24 अप्रैल
मतगणना - 16 मई

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