पीएम बनने की चाहत में नीतीश ने, बीजेपी की पीठ में छुरा घोंपा - नरेंद्र मोदी
लोकसभा चुनाव 2014 खबरें
हुंकार रैली में बोले मोदी,
पीएम बनने की चाहत में नीतीश ने घोंपा बी जे पी की पीठ में छुरा
- आज तक वेब ब्यूरो [Edited By: रंजीत सिंह] | पूर्णिया (बिहार), 10 मार्च 2014
बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने बिहार के पूर्णिया में हुंकार रैली को संबोधित करते हुए अपने राजनीतिक विरोधियों पर जमकर जुबानी हमले किए. मोदी ने कहा कि इस समय गठबंधन, भ्रष्टबंधन और लठबंधन का दौर चल रहा है. राजद मुखिया लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, 'बिहार की गाय-भैंसे डर गई हैं कि कहीं इनका (कांग्रेस-राजद) गठबंधन फिर से हमें बिना चारे के तो नहीं रख देगा.
मोदी ने नीतीश का नाम लिए बिना उनपर हमला बोला. सवाल किया, 'बिहार में एनडीए का गठबंधन क्यों तोड़ा गया? किसी ने कहा उनकी आदत है पीठ में छुरा घोंपने की. ऐसे कारनामों से जयप्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया को कितनी पीड़ा हुई होगी? चार दिन पहले पता चला गया कि गठबंधन क्यों टूटा. पीएम का सपना उन्हें सोने नहीं देता था. उनके ख्वाब एवरेस्ट से भी ऊंचे हैं. कहते हैं कि उनके बिना इस देश में कोई पीएम का योग्य उम्मीदवार नहीं है.'
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा करते हुए मोदी ने कहा, 'बाढ़ आपदा के दौरान बिहार की सरकार ने गुजरात सरकार का ऑफर ठुकरा दिया था. इनका अहंकार एवरेस्ट से भी ऊंचा है. ऐसे अहंकारी नेताओं को घोषणा करनी होगी तो जब दिल्ली में एनडीए की सरकार बनेगी और दिल्ली की सरकार बिहार के विकास के लिए कोई योजना बनाती है तो ये नेता ये तो नहीं कहेंगे कि यह मोदी की सरकार की योजना है, इसे हम लागू नहीं करेंगे. बिहार के नागरिकों के हक तो नहीं ठुकराएंगे. और गुजरात का पैसा ठुकरा कर जो पाप किया था, उसके लिए माफी मांगें.'
पूर्व पीएम की टोली है थर्ड फ्रंट
मोदी ने थर्ड फ्रंट पर हमला बोलते हुए इसे पूर्व प्रधानमंत्रियों की टोली करार दिया. उन्होंने कहा कि इस फ्रंट में एक दर्जन से ज्यादा लोग ऐसे हैं जो पीएम के लिए कपड़े बनवाकर बैठे हैं. उन्होंने सवाल किया कि जब गुजरात में प्राकृतिक आपदा आई थी तब यह फ्रंट कहां था. जब असम में दंगे हुए तब थर्ड फ्रंट कहा था. जब सेना के जवानों के सिर काट लिए गए, तब यह थर्ड फ्रंट कहा था. यूपी में साल भर में 150 दंगे हुए, तब यह थर्ड फ्रंट कहां था. जब चुनाव का बिगुल बजता है तभी इनकी नींद टूटती है और फिर सो जाते हैं.'
मोदी ने केंद्र में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के लोगों को दिल्ली में मरी हुई सरकार, बाहरी ऑक्सीजन से चलने वाली सरकार से मुक्ति चाहिए. उन्होंने कहा, 'पहले बिहार में जंगलराज था, आज देशभर में जंगलराज है. वोट बैंक में डूबे हुए राजनेताओं की जमात आने वाली पीढियों को भी तबाह करने का पाप कर रही है. बिहार के लोग इस जंगलराज से मुक्ति का रास्ता दिखा सकते हैं.'
राहुल को फिर कहा 'शाहजादा'
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने उन्हें एक बार 'शाहजादा' कहकर संबोधित किया. उन्होंने राहुल का नाम लिए बिना कहा, 'इनका अहंकार सातवें आसमान पर है. ऐसे बात करते हैं जैसे मंगल ग्रह से आए हैं. ये कांग्रेस के शहजादे पहले घोषित करें कि दिल्ली में आपकी सरकार है या नहीं. यह क्या बात हुई कि तालाब से निकलें और शरीर पर पानी की एक बूंद न हो.'
मोदी का राहुल पर निशाना जारी रहा. उन्होंने कहा, 'शाहजादे महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी पर जवाब नहीं देते. वो दावा करते हैं कि देश के लोगों को मोबाइल फोन उनकी सरकार ने दिए, लेकिन मैं पूछता हूं कि इस मोबाइल फोन को चार्ज करने के लिए बिजली कहां हैं?' मोदी ने केंद्रीय दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल को भी नहीं छोड़ा. उन्होंने सिब्बल का नाम लिए बिना कहा, 'केंद्र के मंत्री ने आकाश टैबलेट लाने का ऐलान किया था. मैं पूछना चाहता हूं कि यह आकाश में से धरती पर कब आएगा? उस पर खर्च किए गए रुपये कहां गए? देश जानना चाहता है.'
सेक्युलरिज्म पर भी बोले
मोदी ने रैली में भाषण के दौरान गुजरात में बीजेपी सरकार के विकास के आंकड़े पेश किए. उन्होंने दावा किया कि गुजरात में असम, हरियाणा जैसे कांग्रेस शासित राज्यों की तुलना में कई गुना ज्यादा विकास हुआ है. उन्होंने कहा कि बिहार में प्रतिभाशाली युवकों की कमी नहीं है लेकिन यहां की सरकार इनकी भलाई के लिए कोई काम नहीं करती. मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति के लिए मुसलमानों को ठगा गया है. उन्होंने कहा, 'गुजरात का सेक्युलरिज्म सच्चा सेक्युलरिज्म है जो सबका विकास करता है. हमारा विकास का मंत्र है विविधता में एकता. हम विविधता का सम्मान करने वाले लोग हैं.'
अपने भाषण की शुरुआत में मोदी ने स्थानीय बोली (मैथिली) के चंद वाक्यों से लोगों को लुभाने की कोशिश की. होली का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि होली का त्योहार आने वाला है. पूरे देश में होली की तरफ बीजेपी का भी रंग चढ़ा हुआ है. मोदी ने उम्मीद जताई कि बीजेपी में देश में विकास, प्रगति, आत्मीयता, सद्भावना और भाईचारे का रंग बिखरेगी. मोदी ने भाषण की शुरुआत में मशहूर साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु को भी याद किया. मोदी ने भाषण का समापन करते हुए भी लोगों को होली की शुभकामनाएं दी.
बिहार से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर
मोदी के साथ मंच पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, बीजेपी के स्थानीय सांसद उदय सिंह, बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी, लोजपा नेता रामचंद्र पासवान, बिहार बीजेपी के अध्यक्ष मंगल पांडे के अलावा पार्टी के नंद किशोर यादव, सी पी ठाकुर, अश्विनी चौबे, शाहनवाज हुसैन, कीर्ति झा आजाद, रामेश्वर चौरसिया और गिरिराज सिंह भी मौजूद रहे. सुशील मोदी ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी बिहार के किसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहें तो उनका स्वागत है. रामचंद्र पासवान ने मोदी को 'भावी पीएम' तक करार दिया.
बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी से गठजोड़ होने के बाद राज्य से बीजेपी की उम्मीदें बढ़ गई हैं. मोदी की पूर्णिया रैली का मकसद पूर्वी बिहार के बड़े हिस्से में पार्टी को मजबूती प्रदान करना और बिहार सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के वोटरों को रिझाना है.
बिहार में मोदी की पहली रैली पिछले साल अक्टूबर में पटना में हुई थी. पटना रैली में बम धमाकों के बाद लंबे समय के लिए मोदी का 'बिहार अभियान' रुक गया था. लेकिन हाल में मुजफ्फरपुर में हुंकार रैली के साथ मोदी ने न सिर्फ नए साथियों के साथ 'मिशन बिहार' का दूसरा चरण शुरू किया, बल्कि अब इसे तेज भी कर दिया है.
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