करदाता का पैसा, देश के खिलाफ भड़काने के लिए खर्च नहीं किया जा सकता : अनुराग सिंह ठाकुर




श्री अनुराग सिंह ठाकुरः यह कांग्रेस पार्टी को तय करना होगा कि वह जान लेने वालों के साथ हैं
या जान बचाने वालों के साथ हैं। आज देश यही जवाब मांगना चाहता है। जे॰एन॰यू॰ की ग्राण्ट
पिछले डेढ़ साल में कम नहीं हुई। लेकिन देश के करदाता का पैसा किसी को देश के खिलाफ
भड़काने के लिए खर्च नहीं किया जा सकता हैं यदि करदाता पूछता है कि पैसा मेरा काटते हो,
सब्सिडी वहां पर देते हो, लेकिन तिरंगे झंडे को अपमानित करने वाले, देश के सैनिकों को
अपमानित करने वालों को क्या हम वहां इकट्ठा करके रखोगे। यह नहीं चलेगा और यही नहीं, वहां
पर नारे क्या लगे थे, नारे लगे ‘कश्मीर की आजादी तक, जंग रहेगी। भारत की बर्बादी तक, जंग
रहेगी। अगर इसी को अभिव्यक्ति की आजादी कहा जाता है तो दुर्भाग्य है, यह अभिव्यक्ति की
आजादी नहीं है। कोई भी अपने देश को तोड़ने के लिए, ऐसी देशविरोधी ताकतों को आगे आने को
कोई मौका नहीं देंगे। मैं कहना चाहता हूं कि भारत सरकार और भारत में अंतर है। भारत सरकार
की आलोचना कीजिए। हमारी सरकार की नीतियों और हमारे कार्यक्रमों की आलोचना कीजिए
लेकिन हमारे भारत की आलोचना मत कीजिए। वर्ष 2010 में दांतेवाड़ा में सीआरपीएफ के 76
जवान शहीद हुए लेकिन यही डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स यूनियन और ये बाकी कम्युनिस्ट संगठन पर
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में इसका जश्न मना रहे थे। क्या यही सहिष्णुता है? आप माओवादी
सोच को, अलगावादी सोच को, जेएनयू में समर्थन करते हैं। आप उन देशद्रोहियों के साथ हो या
देशभक्तों के साथ हो। हम माओवादियों के साथ कभी नहीं हैं। जो आतंकवादी हैं, उसे शहीद का
दर्जा दिया जाता है। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है लेकिन जेएनयू का छात्रसंघ कहता है कि नहीं
है। उसके साथ जाकर आप खड़े होते हैं। हम सत्ता में सेवा करने के लिए आए है। आप देश के टुकड़े
करने पर आ गए हैं, हमें इस बात का दुःख है।

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लोकसभा: जेएनयू में राष्ट्रद्रोह के नारे पर खूब घमासान मचा

नई दिल्ली। संसद में बजट सत्र के दूसरे दिन बुधवार को राज्यसभा में भारी हंगामे के बाद लोकसभा में भी दलित छात्र रोहित वेमुला खुदकुशी मामला और जेएनयू में राष्ट्रद्रोह के नारे पर खूब घमासान मचा। रोहित वेमुला पर सदन में दोपहर करीब तीन बजे बहस शुरू हुई। कांग्रेस ने रोहित के अलावा जेएनयू के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को घेरा। कांग्रेस के आरोपों का भाजपा सांसदों ने जोरदार तरीके से जवाब भी दिया।
भाजपा ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के लिए परिवार पहले, पार्टी दूसरे एवं देश अंतिम नंबर पर है। साथ ही कहा कि देशद्रोही नारेबाजी करने वाले छात्रों का विरोध करने के बजाय राहुल गांधी द्वारा जेएनयू परिसर में जाकर कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी का विरोध करना उनकी पार्टी की इस विचारधारा को सही साबित करता है। बजट सत्र के दूसरे दिन भाजपा नेता एवं सांसद अनुराग ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि जेएनयू उनके दादा एवं देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु के नाम से है लेकिन राहुल गांधी ने जेएनयू परिसर में जाकर देशद्रोही नारेबाजी करने वाले छात्रों के प्रदर्शन को संबोधित कर यह साबित किया है कि कांग्रेस पार्टी के लिए परिवार पहले, पार्टी दूसरे और देश अंतिम ही उनकी प्राथमिकता में है। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से सांसद ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष को यह साबित करना होगा कि राहुल और उनकी पार्टी की विचारधारा किस ओर है।  राहुल संसद हमले में फांसी पाए अफजल गुरु के साथ है या संसद एवं लोकतंत्र के साथ। देश उनके इस जवाब का इंतजार कर रहा है।
कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी की आलोचना वाले भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर पर पलटवार करते हुए केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद ऐसा कर रिकार्ड को मिटाने की कोशिश कर रहे है। सिंधिया ने केन्द्रीय मंत्री द्वारा जेएनयू जैसे विश्वस्तरीय संस्थान को बंद करने की मांग पर रोष जताते हुए केन्द्र सरकार से पूछा कि संस्थान ने शुरु से ही बुद्दिजीवी वर्ग देश को दिया है, लेकिन सरकार इसे देशद्रोही का केन्द्र बताकर संस्थान को बंद करने की साजिश कर रही है जो कि गलत है।
जेएनयू मामले में आतंकी हाफिज सईद का समर्थन मिलने वाले बयान पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि गृह मंत्री को ऐसा बयान देने से पहले पुख्ता सबूत एवं जांच करनी चाहिए थी, जो उन्हें नहीं किया। इससे  साबित होता है कि केन्द्र सरकार देश की सुरक्षा के प्रति सतर्क नहीं है। कांग्रेस सांसदों ने जेएनयू मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चुप्पी साधे पर भी केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है।


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