नीरा कि जवानी,सारे भरते पानी ...!
- अरविन्द सीसोदिया नीरा कि जवानी, सारे भरते पानी ... पूंजीपतियों कि शैतानी... सरकार करे गुलामी... शरमाते महात्मा गांधी...! *****१ ***** भ्रष्टाचार की गंगा, ऊपर से नीचे आती.. सबसे ऊपर सोनिया जी उनके नीचे मनमोहन जी नीचे नीचे आते हैं पटवारी जी ***** २ ***** गये साल तो नीरा ने किये थे तमाम इंतजाम .. अब तो वो कर नहीं सकती मगर याद आती ... राजा का बजा बाजा , टाटा का हुआ भाटा .. किश्मत भी खूब खेल खिलती .... ***** ३ ***** सामने आई मीडिया कि कहानी बिकाऊ मण्डी बन गये अखबारी दलालों की सामने दलाली शर्म फिर भी नहीं आती....!!