कांगेस का असली साम्प्रदायिक चेहरा
- अरविन्द सीसोदिया
मेरी लगातार यह मान्यता रही है कि पंडित जवाहर लाल नेहरु के समय से ही कांग्रेस ने साम्रदायिकता की राजनीति कि है और हमेशा ही अंग्रेजों कि तरह हिन्दू - मुस्लिम को आपस में मुर्गों की तरह लड़ा कर रखने की कोशिश कि है ! कुल मिला कर फूट डालो राज करो की नीति ही कांग्रेस कि राजनीति है जो देश के लिए लगातार दुर्भाग्यशाली साबित हो रही है ! साम्प्रदायिकता के आधार पर देश का विभाजन स्वीकार करने वाला और अपनी सत्ता के लिए देश पर आपातकाल थोपने वाला यह दल सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक की राजनीति में किसी भी स्तर तक गिर सकता है..!
नीचे दी गई खबर को पढ़ें यह भारत के नहीं अमरीकी राजदूत का आकलन है ..........
वॉशिंगटन । विकिलीक्स पर जारी अमेरिका के एक गोपनीय दस्तावेज में अल्पसंख्यक मामलों के पूर्व मंत्री ए. आर. अंतुले के विवादास्पद बयान का हवाला देते हुए कहा गया है कि मुंबई हमले के बाद कांग्रेस पार्टी का एक वर्ग, धर्म पर आधारित राजनीति करते नजर आया था । यह दस्तावेज 23 दिसंबर, 2008 को नई दिल्ली में तत्कालीन अमेरिकी राजदूत डेविड मलफोर्ड ने अपने देश के विदेश विभाग को भेजा था। इस दस्तावेज में मलफोर्ड ने कहा, ' अंतुले के बयान से खुद को अलग करने के दो दिन बाद ही कांग्रेस ने एक विवादास्पद बयान जारी किया, जिससे साजिश के बारे में संदेह को बल मिला।उस समय अंतुले के पूरी तरह से बेबुनियाद दावों को भारतीय मुस्लिम समाज से भी समर्थन मिला। ' मलफोर्ड ने लिखा है कि, ' आगामी चुनावों में लाभ उठाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने अंतुले के बयान को खारिज करने के अपने रुख से पल्ला झाड़ लिया और खुद इस साजिश को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए। ' विकीलीक्स पर जारी दस्तावेज के मुताबिक अमेरिकी राजदूत ने कहा, ' गृह मंत्री पी. चिदंबरम की ओर से अंतुले की टिप्पणियों को खारिज कर दिए जाने के बावजूद भारतीय मुसलमानों की यह राय बनी रहेगी कि वे सुरक्षा एजेंसियों के जरिए निशानाबनाए जा रहे हैं। '(## include msid=3937671,type=9 ##) मलफोर्ड ने कहा, 'पूरे घटनाक्रम से यह पता चला है कि अगर कांग्रेस को लगे कि जाति और धर्म आधारित राजनीति उसके हित में हैं तो वह पूरी तैयारी के साथ इस ओर जाएगी।' विकीलीक्स का दावा है कि उसके ओर से जारी किए गए लगभग ढाई लाख दस्तावेजों में तकरीबन 1300 दस्तावेज नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास के हैं। इस दस्तावेज में अमेरिकी राजदूत ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी की ओर से पहले कहा गया था कि हेमंत करकरे सहित मुंबई पुलिस के तीन वरिष्ठ अधिकारियों का मारा जाना एक इत्तेफाक है। अंतुले की टिप्पणियों के संदर्भ में दिया गया यह बयान सही था। परंतु मुस्लिम समुदाय में अंतुले के दावों को समर्थन मिलता देखकांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं को इसका फायदा उठाने की बात सूझ गई।'
मलफोर्ड के मुताबिक, 'राज्यों के विधानसभा चुनावों में उत्साहजनक जीत मिलने के बावजूद कांग्रेस ने मुंबई हमले की साजिश पर संदेह खड़ा करके एक स्वार्थी सियासी समीकरण की ओर कदम बढ़ाया।'
इस दस्तावेज में कहा गया है कि अंतुले ने 17 दिसंबर, 2008 को दिए गए अपने बयान से एक राजनीतिक विवाद खड़ा किया। अंतुले ने कहा था कि आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के प्रमुख करकरे की हत्या मालेगांव विस्फोट की जांच से जुड़ी लगती है। उल्लेखनीय है कि मालेगांव विस्फोट मामले में कुछ कट्टरपंथी हिंदू संगठनों पर संदेह है।
- यह पूरी रिपोर्ट नवभारत टाइम्स कि है
11 Dec 2010, 1413 hrs IST,भाषा
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/7082506.cms
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' स्काई न्यूज' की एक रिपोर्ट में 'न्यू यार्क टाइम्स' द्वारा प्रकाशित उन सम्भावित तरीकों की एक लम्बी सूची का जिक्र किया गया है, जिनके इस्तेमाल के जरिए आतंकी अपनी गतिविधियों के लिए पैसा जुटाते हैं। एक संदेश में कहा गया है कि आतंकियों ने हज यात्रियों से धन जुटाने के लिए सालाना हज यात्रा का बार-बार इस्तेमाल किया और उस धन का इस्तेमाल मुम्बई हमले में किया। बाकी दस्तावेजों में कहा गया है कि अमेरिका मानता है कि सऊदी अरब के जकात दाता, ''दुनिया भर में सुन्नी आतंकी संगठनों के वित्त पोषण के अति महत्वपूर्ण स्रोत हैं।'' अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन द्वारा दिसम्बर 2009 में भेजे गए एक संदेश में सऊदी अरब को अलकायदा के लिए ''एटीएम मशीन'' बताया गया है।
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' स्काई न्यूज' की एक रिपोर्ट में 'न्यू यार्क टाइम्स' द्वारा प्रकाशित उन सम्भावित तरीकों की एक लम्बी सूची का जिक्र किया गया है, जिनके इस्तेमाल के जरिए आतंकी अपनी गतिविधियों के लिए पैसा जुटाते हैं। एक संदेश में कहा गया है कि आतंकियों ने हज यात्रियों से धन जुटाने के लिए सालाना हज यात्रा का बार-बार इस्तेमाल किया और उस धन का इस्तेमाल मुम्बई हमले में किया। बाकी दस्तावेजों में कहा गया है कि अमेरिका मानता है कि सऊदी अरब के जकात दाता, ''दुनिया भर में सुन्नी आतंकी संगठनों के वित्त पोषण के अति महत्वपूर्ण स्रोत हैं।'' अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन द्वारा दिसम्बर 2009 में भेजे गए एक संदेश में सऊदी अरब को अलकायदा के लिए ''एटीएम मशीन'' बताया गया है।
- यह पूरी रिपोर्ट नवभारत टाइम्स कि है .....
7 Dec 2010, 0004 hrs IST,आईएएनएस
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