राजीव दिक्षित : जिस शख्स से कांपती थी बहुराष्ट्रीय कंपनियां ...
- अरविन्द सीसोदिया
यह वह व्यक्ती था जिसने राष्ट्र को सच्चा आइना दिखया कि हमें कैसे लूटा था और कैसे लूटा जा रहा है...! पाश्चात्य जगत की घोर अमानवीय लूटों के सिलसिले को जिसने साक्ष्यों के माध्यम से निरंतर उअजगर किया था ..! उन्हें विनम्र श्रृद्धांजली !! अब हम सब यह जिम्मेवारी स्वीकारें कि उनके बताये रास्ते पर चल कर देशको बचाने का काम हम सबमिलकर करेंगे !
राजीव दिक्षित आजादी बचाओ आन्दोलन के संस्थापक एवं प्रखर वक्ता हैं। वे भारत के विभिन्न भागों में बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के विरुद्ध जन जागरण का काम करते हैं। उनके भाषणों के कैसेट खूब सुने/देखे जाते हैं। आर्थिक मामलों पर उनका विचार स्वदेशी का है। बाबा रामदेव ने राजीव दीक्षित को अपने भारत स्वाभिमान (ट्रस्ट) का प्रवक्ता और सचिव बनाया था |
-- दुखद निधन ....राजीव दीक्षित को ३० नवम्बर मंगलवार सांय दिल का दौरा पड़ने के कारण म्रत्यु पहले भिलाई के सरकारी अस्पताल में और फिर अपोलो बीएसआर असपताल में दाखिल कराया गया था। उन्हें दिल्ली ले जाने की तैयारी की जा रही थी लेकिन इसी दौरान स्थानीय डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डाक्टरों का कहना है कि उन्होंने एलोपेथिक इलाज से लगतार परहेज किया। सोमवार को बेमेतरा प्रवास के सिलसिले में वे भिलाई में रुके थे वहां मंगलवार देर सांय उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की तो भिलाई में उनको भिलाई स्टील प्लांट के सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया गया मगर वहाँ के डाक्टरों ने मरीज की हालत देखते हुए हाथ खड़े कर दिए। उनको अपोलो बीएसआर में भर्ती किया गया जहां डाक्टरों ने अपने स्तर पर कोशिश की मगर उनको बचाया नहीं जा सका।
-- एक अद्भित योद्धा ...
राजीव दीक्षित ऐसे धुनी व्यक्ति हैं जो विगत 25 सालों से देश की मल्टी नेशनल कंपनियों और औद्योगिक घरानो के खिलाफ वैचारिक लडा़ई लड़ रहे हैं। कई साल पहले राजीव दीक्षित अपने कैसेटों के जरिए लोगों में राष्ट्र भक्ति का अलख जगाते थे। हरिद्वार के पतंजलि योगपीठ में आयोजित स्वाभिमान ट्रस्ट के देश भर के पदाधिकारियों के सम्मेलन में राजीव दीक्षित ने एक बार फिर अपने धारदार तर्कों और सरकारी आँकड़ों के जरिए यह बताया कि सरकार और बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ मिलकर किस तरह देश के करोड़ों लोगों को लूट रही है। उन्होने कहा कि सरकार ने केरल की समुद्री सीमा में स्थित दुनिया के सबसे खूबसूरत द्वीपों में से एक वाईपिन द्वीप को विदेशी कंपनियों को परमाणु कचरा डालने के लिए सौंप दिया है।
rajiv dixit
जवाब देंहटाएंis rashtra se yon nata tod gaya
jaise deep
bujh gaya par prakash chhod gaya
VINAMRA SHRADDHANJLI
-albela khatri
hame inke khone ka hamesha kami mahshush rahegi kiyo ki ye ek desh ke sache or imandar nagrik the
जवाब देंहटाएंshailendra singh bhadoriya
dist. presindet jago hind sangthan bhind
mob. 94216647057 , 9074788101