अमेरिका के राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस में दीपावली



दीवाली धमाके के साथ बॉलीवुड की व्हाइट हाउस में एंट्री, मिशेल भी जमकर थिरकीं
http://khabar.ndtv.com/news

वाशिंगटन: तीन साल पहले मुंबई में अपने लयबद्ध नृत्य से भारतीयों को मंत्रमुग्ध करने वाली अमेरिकी प्रथम महिला मिशेल ओबामा व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम में भारतीय मूल के अमेरिकी बच्चों के साथ हिन्दी गानों पर जमकर थिरकीं। इस तरह बॉलीवुड डांस ने व्हाइट हाउस में अपनी आधिकारिक शुरुआत कर दी है।
व्हाइट हाउस में पहली बार दीवाली समारोह आयोजित करने वाली मिशेल ने वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बीच दीया जलाया। वर्ष 2009 में राष्ट्रपति बराक ओबामा पहली बार व्हाइट हाउस में दीवाली समारोह में शामिल हुए थे।

मिशेल ने कहा, इस छुट्टी पर दुनिया के कुछ सबसे पुराने धर्मों के लोगों द्वारा जश्न मनाया जाता है। यह जश्न सिर्फ अमेरिका में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में होता है। दीवाली जश्न का अवसर है। बराक और मैंने भारत यात्रा के दौरान जाना कि यह दोस्तों और परिवारों के साथ इकट्ठा होने, नाचने और अच्छा खाना खाने का अवसर है।

'दीया' जलाने से पहले मिशेल ने कहा, दीवाली प्रार्थना और चिंतन का भी अवसर है। यह एक ऐसा अवसर है, जब हमें हमारे साथी इंसानों के प्रति हमारे कर्तव्यों के बारे में सोचना चाहिए, खासतौर से उन लोगों के बारे में, जो हमसे कम भाग्यशाली हैं। दीया जलाकर हम प्रकाश की अंधकार पर और अच्छाई की बुराई पर जीत के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।

उत्तरी अमेरिका के हिन्दू मंदिरों की परिषद के अध्यक्ष मैथिली बाचू ने दर्शकों की तालियों की गूंज के बीच माला पहनाकर मिशेल का अभिनंदन किया। ईस्ट रूम में मौजूद दर्शकों को मिशेल ने बताया, इस दोपहर हमने बॉलीवुड का थोड़ा अभ्यास किया है। मिशेल ने दोपहर में बच्चों के साथ बॉलीवुड गानों पर डांस किया था। उसी डांस के कुछ स्टेप दिखाते हुए मिशेल ने कहा कि उन्होंने ईस्ट रूम की आगे की पंक्तियों में बैठे बच्चों के साथ डांस किया था। ओबामा ने राष्ट्रपति के रूप में अपने दोनों ही कार्यकालों में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के अमेरिकियों को विभिन्न पदों पर नियुक्त किया है।

मिशेल ने तालियों से गूंजते माहौल में कहा, हमने बहुत मजे किए। यह पहली बार था, जब हमने व्हाइट हाउस के स्टेट रूम में बॉलीवुड डांस किया।’ मिशेल ने इस अवसर पर भारतीय मूल के प्रसिद्ध डिजाइनर नईम खान द्वारा डिजाइन की हुई स्कर्ट पहनी थी।

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

चंदन है इस देश की माटी तपोभूमि हर ग्राम है

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

जीवन मे कुछ करना है तो, मन को मारे मत बैठो

दीपावली पर्व का समाज व्यवस्था सम्बर्द्धन का वैज्ञानिक दृष्टिकोंण

भारत का मास्टर स्ट्रोक,आतंकियों के पक्षधर अमेरिका - कनाडा के अहंकार को तोड़ेगा " मोदी-पुतिन-जिनपिंग " युग्म - अरविन्द सिसौदिया master stroke of india

स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रवाद Swami Vivekananda and Nationalism

लूट जैसी मुनाफाखोरी पर नियंत्रण रखना प्रशासनिक कर्तव्य है - अरविन्द सिसोदिया

उर्वरक बैंक श्रंखलाओं से खाद संकट को स्थायीरूप से समाप्त किया जा सकता हैं - अरविन्द सिसोदिया